नया विचार न्यूज़ रोसड़ा /समस्तीपुर– अखिल हिंदुस्तानीय विद्यार्थी परिषद रोसड़ा इकाई द्वारा आक्रोश मार्च निकालकर यू आर कॉलेज मुख्य गेट पर विश्वविद्यालय प्रशासन का पुतला दहन किया गया।आक्रोश मार्च की अध्यक्षता कॉलेज एनएसएस प्रमुख हर्ष ठाकुर ने किया। मौके पर उपस्थित जिला संयोजक कौशल किशोर राय ने कहा_विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार छात्र हित का हनन कर रही है। यह समस्या सिर्फ इस वर्ष का नहीं है बल्कि प्रत्येक वर्ष का है। हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं इस समस्या से परैशान होते हैं। उन्हें आगे की पढ़ाई से मनोबल टूटता है। महाविद्यालय के द्वारा छात्र-छात्राओं को परीक्षा में उपस्थिति के बावजूद भी अनुपस्थित कर दिया जाता है। अगर शिशु उपस्थित हुए उसका डाटा विश्वविद्यालय के पास नहीं जा पता है। अगर डाटा विश्वविद्यालय के पास गया तो डाटा सेंटर के लापरवाही के कारण डाटा चढ़ नहीं पता है।जिसके कारण भी विद्यार्थी अनुपस्थित, एग्जाम प्रमोट और फेल हो जाते है। इससे साफ तौर पर पता चलता है बच्चों के साथ महाविद्यालय और विश्वविद्यालय दोनों खिलवाड़ कर रहे है। उन्हें बच्चों के भविष्य से कोई मतलब नहीं है। शिक्षा का मतलब अब शिक्षा नहीं रहा शिक्षा का मतलब अब व्यापारिकरण हो गया है। उन्हें इन सारी व्यवस्थाओं से कोई मतलब नहीं है। उनका सारा आश्वासन झूठा साबित होता आ रहा है। उनके लिए तो और अच्छा है शिशु लगातार फैल करेंगे फिर से फॉर्म भरना पड़ेगा ,फिर से एग्जाम राशि देना पड़ेगा ,फिर से एग्जाम देना पड़ेगा ।इससे तो विश्वविद्यालय को फायदा है ।तो क्यों ना बच्चों को फेल करें।
एक ओर बिहार प्रशासन बच्चों को प्रोत्साहन करने का काम कर रही है और दूसरी और महाविद्यालय और विश्वविद्यालय बच्चों के मनोबल को तोड़ने का काम कर रही है। इन सारी घटनाओं से विद्यार्थी परिषद आक्रोशित है।”विश्वविद्यालय प्रशासन को अपना डाटा सेंटर होना चाहिए”जो कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में नहीं है। परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी होने के बाद भी परीक्षा रद्द कर दिया जाता है। परीक्षा की तिथियां बदल दी जाती है। इस प्रकार जितने भी परीक्षार्थी है सबका जीवन दाव पर लग जाता है। “विश्वविद्यालय का नोडल केंद्र जो समस्तीपुर बीआर बी महाविद्यालय को बनाया गया है वह नाम का नोडल केंद्र है वहां छात्र हितों का कोई भी काम नहीं होता है। यहां तक की छात्र-छात्राएं जब पहुंचते हैं तो उन्हें यह बोला जाता है कि यहां कुछ नहीं होता आपको विश्वविद्यालय जाना चाहिए। तो प्रश्न यह है की विश्वविद्यालय ने नोडल केंद्र क्यों बनाया। नोडल केंद्र सुचारू रूप से चले इसकी चिंता विश्वविद्यालय को अविलंब करना चाहिए। अगर इस प्रकार की घटना बंद नहीं हुई तो विद्यार्थी परिषद एक बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य है। विश्वविद्यालय की सारी जर्जर स्थितियों को उखाड़ फेंकने का काम विद्यार्थी परिषद करेगी।
आक्रोश मार्च में उपस्थित थे_नगर सहमंत्री _सोनू महतो, सुमंत कुमार सिंह, राज्य विश्वविद्यालय संयोजक_अखिलेश कुमार सिंह, OBC छात्रावास संयोजक_कपिल कुमार सिंह, ऋषभ मिश्रा, हर्षिता खातून, सोनम कुमारी, सिंपी कुमारी, राधिका कुमारी, जुली कुमारी, अंबिका रानी, प्रभात रंजन, विक्रम कुमार, सुशांत कुमार आदि उपस्थित थे।