नया विचार न्यूज़ सरायरंजन : प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय लटबसेपुरा में मंगलवार को पीरामल फाउंडेशन के कार्यक्रम पदाधिकारी सुबोध कुमार ने विद्यालय के सभी बच्चों एवं शिक्षकों को फलेरिया के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि फाइलेरिया मच्छर के काटने से होता है जिसका लक्षण दिखने में 5 से 15 साल लग जाते हैं। उस वक्त तक लोगों को पता नहीं चल पाता और खुद को स्वस्थ समझते हैं। फाइलेरिया से बचाव हेतु प्रशासन द्वारा साल में चलाए गए अभियान में स्वास्थ्य कर्मी घर-घर जाकर दवा खिलाने का काम करते हैं। सभी लोगों को स्वास्थ्य कर्मी के सामने फाइलेरिया की दवा का सेवन करना चाहिए। अतः बच्चों के साथ-साथ शिक्षकगणों से अनुरोध किया कि अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी समझा कर दवा सेवन करने में स्वास्थ्य कर्मियों की मदद करें। उन्होंने यह भी बताया कि फाइलेरिया रोगी को दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाकर प्रशासन से मिलने वाली सारी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कालाजार डायरिया के लक्षण एवं बचाव पर भी चर्चा की। मौके पर प्रधानाध्यापक दीपक कुमार पांडे, पूजा कुमारी, राजीव झा,पिंकी कुमारी,प्रकाश कुमार, इंद्रकांत आदि शिक्षक –शिक्षिकाओं के अलावा जनप्रतिनिधि से वार्ड मेंबर लालबाबू राम उपस्थित थे।