मुख्यमंत्री ने बरनार जलाशय निर्माण का किया वर्चुअल शिलान्यास
सोनो . मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ सोमवार को बरनार जलाशय निर्माण का वर्चुअल शिलान्यास किया. बरनार डैम निर्माण स्थल पर सूबे के विज्ञान, प्रावैद्यिकी व तकनीकी शिक्षा मंत्री सह स्थानीय विधायक सुमित कुमार सिंह मौजूद थे. वहां बड़े स्क्रीन पर वर्चुअल शिलान्यास का लाइव वीडियो प्रसारित किया गया. जमुई के बरनार डैम का नाम सुनते ही मौजूद सैकड़ों लोगों ने तालियों से शिलान्यास का स्वागत किया. विदित हो कि बीते शनिवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों इस परियोजना का शिलान्यास होना था. सारी तैयारियां भी हो चुकी थी, लेकिन खराब मौसम के कारण शिलान्यास सह जनसंवाद कार्यक्रम रद्द हो गया था जिससे लोगों में मायूसी छा गयी थी. दो दिन बाद ही सोमवार को जब मुख्यमंत्री ने इस डैम के निर्माण का वर्चुअल शिलान्यास किया तब लोगों के चेहरे खिल उठे. उन्हें लगने लगा कि इस डैम को लेकर कई दशकों का इंतजार अब अवश्य खत्म होगा. वर्चुअल शिलान्यास मौके पर मंत्री के अलावे कार्यपालक अभियंता दीपक प्रधान, जदयू जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र महतो, जिला उपाध्यक्ष सुनील वर्णवाल, राजीव रंजन पांडेय, रंजीत राय, लालू वर्णवाल, राकेश कुमार सिंह, चंद्रशेखर सिंह, एनसीसी के प्रोजेक्ट मैनेजर सहित दर्जनों गणमान्य और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे. इससे पूर्व डैम निर्माण स्थल पर कार्यपालक अभियंता, निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर, जदयू जिलाध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने बुके देकर मंत्री सुमित सिंह का स्वागत किया.
पांच दशकों बाद दादा जी का ड्रीम प्रोजेक्ट अब होगा पूरा: सुमित सिंह
सोनो. बरनार जलाशय योजना के वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम में जलाशय निर्माण स्थल पर मौजूद मंत्री सह स्थानीय विधायक सुमित कुमार सिंह ने कहा कि 5 दशकों के बाद मेरे दादा जी का यह ड्रीम प्रोजेक्ट अब पूरा हो सकेगा. उन्होंने बताया कि 50 वर्ष पूर्व उनके दादा जी द्वारा बरनार जलाशय योजना को शुरू किया गया था. यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था, लेकिन बाद की प्रशासनों के उदासीन रवैया के कारण यह प्रोजेक्ट बंद हो गया. उन्होंने कहा कि इसी वर्ष फरवरी में प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन्होंने बरनार जलाशय की मांग की थी, जिसे उन्होंने माना और आज इस बेहद महत्वाकांक्षी योजना की सौगात क्षेत्रवासियों को दिया. वास्तव में आज चकाई विधान सभा क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे जिला के लिए ऐतिहासिक दिन है. आज से इस क्षेत्र में विकास का एक और अध्याय प्रारंभ हुआ है. आज का यह दिन चकाई विधान सभा के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होगा क्योंकि यह केवल एक परियोजना का शुभारंभ नहीं बल्कि एक सपने के साकार होने की शुरुआत है. यह योजना आने वाले वर्षों में जमुई की तस्वीर बदल देगी और क्षेत्र की समृद्धि की नई राह खोलेगी. यह जलाशय न केवल क्षेत्र की सिंचाई व्यवस्था को मजबूती देगी बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. मंत्री ने कहा कि बरनार जलाशय योजना केवल एक जल परियोजना नहीं है बल्कि क्षेत्र में हरित क्रांति के साथ ही पर्यटन विकास का आधार भी बनेगी. हम इस खूबसूरत हरे भरे जगह पर पर्यटन की संभावना को तलाश कर इस स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का प्रयास करेंगे. यह परियोजना आने वाले समय में कृषि उत्पादन बढ़ाने, रोजगार सृजन, पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी.
बिहार का पहला कंक्रीट डैम होगा बरनार जलाशय : कार्यपालक अभियंता
सोनो. सीएम द्वारा किये गये वर्चुअल शिलान्यास कार्यक्रम में सिंचाई प्रमंडल झाझा के कार्यपालक अभियंता दीपक प्रधान ने कहा कि झारखंड से निकलकर सोनो होते हुए खैरा में किऊल नदी में मिलने वाली बरनार नदी पर बनने वाला बरनार डैम बिहार का पहला कंक्रीट डैम बनेगा. इस डैम के निर्माण की जिम्मेदारी एनसीसी लिमिटेड नामक प्रतिष्ठित कंपनी को मिली है, जो लगभग 2467 करोड़ की लागत से 43 महीने में इस डैम को बनायेगी. इस डैम का प्रारंभिक फोकस सिंचाई होगा. सोनो प्रखंड के अलावे झाझा, खैरा और गिद्धौर प्रखंड के किसान इससे लाभान्वित होंगे. इस डैम से लगभग 57 हजार एकड़ भूमि को पटवन का लाभ मिलेगा. सीएम नीतीश कुमार अपने जमुई आगमन पर नए डीपीआर तैयार करने और नई तकनीक के अनुरूप इस डैम के निर्माण के लिए निर्देश दिए थे जिसके बाद डैम निर्माण के सभी आवश्यक विभागीय कार्य को पूरा किया गया. अब निर्माण एजेंसी के लोग यहां काम प्रारंभ कर दिए है. वे लोग यहीं कैंप बनाकर कार्य को गति प्रदान करेंगे.
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