केएसआर कॉलेज में मनी सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जयंती
नया विचार सरायरंजन । खड़ी बोली हिंदी काव्य के माउंट एवरेस्ट हैं महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी निराला। उक्त बातें प्रखंड के सरायरंजन स्थित केएसआर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के तत्वावधान में आयोजित महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला जयंती समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहीं। हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. अवधेश कुमार झा ने अध्यक्षता करते हुए स्पष्ट किया कि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला राष्ट्र भाषा हिंदी के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू एवं महात्मा गांधी को भी हिन्दी के महत्व स्थापना के लिए प्रेरित किया। निराला जी की रचना सरोज स्मृति हिन्दी साहित्य का सर्वश्रेष्ठ शोक गीत है। जबकि राम की शक्ति पूजा स्वतंत्रता आन्दोलन में महान प्रेरणा स्रोत साबित हुई। यह रचना आज भी मानव जीवन के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हुई है।प्रो .शेखर प्रसाद चौधरी ने बताया कि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला हिन्दी साहित्य के महान नक्षत्र हैं,जिनकी रचना तुलसी दास, कुकुर मुत्ता,राम की शक्ति पूजा,वर दे वीणा वादिनी आदि रचनाएं काल जयी हैं। साहित्यकार के .पी. गिरि ने महाकवि निराला के महान व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।इसके पूर्व महाप्राण निराला के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सिनेटर डॉ.विजय कुमार झा,प्रो. हरेकृष्ण चौधरी,प्रो. मनोज कुमार झा, प्रो. पवन कुमार चौधरी, डॉ .चंद्रशेखर झा, डॉ .चन्द्र मोहन झा,डॉ.शोभा कांत झा, डॉ .एस.एन. झा, प्रो.जगन्नाथ झा, डॉ .भरत राय,छात्रा रितु कुमारी, कृष्णा कुमारी आदि ने जयंती समारोह को सम्बोधित किया। मौके पर अधिकांश महाविद्यालय कर्मी मौजूद थे।