उपभोक्ताओं को ज्यादातर कॉल मोबाइल नंबर 8354918163 व 91989901146 से आ रही
नया विचार मुजफ्फरपुर। बिजली उपभोक्ताओं को सावधान रहने की जरूरत है। बिजली उपभोक्ताओं का डाटा लीक हो चुका है। उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर के साथ मीटर नंबर तक साइबर फ्रॉड के पास पहुंच गया है। जिसके कारण बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल पर लगातार साइबर फ्रॉड की कॉल आ रही है। उपभोक्ताओं का डाटा कैसे लीक हुआ, इस पर एनबीपीडीसीएल अधिकारी बोलने से बच रहे हैं। सबसे ज्यादा कॉल 8354918163 से आ रही है। मोतीझील के जूता कारोबारी अब्दुल मजीद तो ठगी का शिकार होने से बच गए। लेकिन कंपनीबाग के बर्तन कारोबारी को साइबर फ्रॉड ने इसी मोबाइल नंबर से एक ही समय में चंद सेकेंड के अंतराल पर तीन बार कॉल कर चूना लगा दिया। बुधवार को बर्तन कारोबारी ने साइबर थाने पहुंच कर लिखित शिकायत की। लेकिन, एक लाख रुपए से ज्यादा का साइबर फ्रॉड होने पर ही प्राथमिकी दर्ज करने की बात कह टाल दी गई। जिसके बाद कारोबारी ने नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल के नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। इससे पूर्व भी शहर के कई बिजली उपभोक्ताओं को साइबर फ्रॉड की कॉल आ चुकी है।
• बर्तन कारोबारी के 3 खाते से साइबर फ्रॉड ने साढ़े 82 हजार रुपए उड़ाए
बर्तन कारोबारी अब्दुल समी कादरी को 6 जनवरी की सुबह 10:55 बजे मोबाइल नंबर 8354918163 व 91989901146 से कॉल आई। जिसमें साइबर फ्रॉड ने बिजली मीटर का केवाईसी अपडेट कराने का झांसा देकर ऐप इंस्टॉल कराया। एक मीटर दुकान और दो घर में लगा हुआ है। केवाईसी नहीं कराने पर बिजली कटने की बात कही। साइबर फ्रॉड ने झांसे में लेकर तीनों मीटर पर क्रमशः 13 रुपए, 10 रुपए व 5 रुपए का ट्रांजेक्शन करवाया। ट्रांजेक्शन होते ही उनके तीन खाते से कुल साढ़े साढ़े 82 हजार रुपए साइबर फ्रॉड ने उड़ा लिए। बैंक में चेक कराने पर तीनों खाते से पर लुधियाना में चांद सिंह के नाम पर खुले खाते में ट्रांजेक्शन बताया गया।
साइबर फ्रॉड से बचाव को गाइडलाइन
• दोपहर बाद बिजली- नहीं काटी जाती
• डिपार्टमेंट कोई लिंक- नहीं भेजता है
• कोई अनजान ऐप- डाउनलोड न करें
• बकाए का फोन आए- तो ऑफिस आएं।
बचाव : किसी के कॉल करने पर ऐप डाउनलोड मत करें
केस-1: मालीघाट निवासी रमेश कुमार को मीटर अपडेट करने के लिए साइबर फ्रॉड की कॉल आई। झांसे में लेकर फ्रॉड ने ऐप इंस्टॉल कराया। ऐप इंस्टॉल कर 16 रुपए ट्रांसफर करने के कुछ देर तक उनका मोबाइल काम करना बंद हो गया। जब मोबाइल सही से काम करना शुरू किया, तब तक खाते से 3500 रुपए गायब हो चुके था। ऑनलाइन शिकायत दर्ज की। लेकिन, अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
केस-2: अहियापुर निवासी समाचार पत्र विक्रेता कुमार गौरव को पिछले दिनों एक कॉल आई। जिसने बताया कि आपका स्मार्ट मीटर अपडेट नहीं हुआ है। अपडेट नहीं कराएंगे तो ज्यादा बिल आएगा। इसके बाद बिहार सुगम ऐप खोलने के लिए बोला। इसके बाद एक लिंक भेजा। जिस पर क्लिक करते ही उनके बैंक खाते से 32 हजार 405 रुपए साइबर फ्रॉड ने उड़ा लिया।
केस-3: मोतीझील के जूता कारोबारी अब्दुल मजीद को कॉल करने वाले ने झांसे में लेकर बिहार सुगम ऐप खुलवाया और कहा कि आपके मीटर की तीन-चार दिन की रीडिंग एक तरह की है या अलग। जब बताया कि थोड़ा बहुत अंतर है तो फ्रॉड ने कहा कि मीटर अपडेट नहीं होने से ऐसा हुआ। इस पर उन्हें साइबर फ्रॉड की आशंका हुई।