Afghan FM Press Conference: विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्त्री पत्रकारों को शामिल होने की अनुमति नहीं दिया जाना हर हिंदुस्तानीय स्त्री का अपमान है जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता.
विपक्ष ने पीएम मोदी से मांगा जवाब
विपक्षी दलों ने स्त्री पत्रकारों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपना रुख स्पष्ट करने की मांग की है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि नारी शक्ति पर प्रधानमंत्री मोदी के नारों का खोखलापन बेनकाब हो चुका है.
Mr. Modi, when you allow the exclusion of women journalists from a public forum, you are telling every woman in India that you are too weak to stand up for them.
In our country, women have the right to equal participation in every space. Your silence in the face of such… https://t.co/FyaxxCteK6
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 11, 2025
राहुल गांधी ने एक्स पर क्या लिखा?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ” मोदी जी, जब आप स्त्री पत्रकारों को एक सार्वजनिक मंच से बाहर किए जाने की अनुमति देते हैं, तो आप हिंदुस्तान की हर स्त्री को बता रहे हैं कि आप इतने कमजोर हैं कि उनके लिए खड़े नहीं हो सकते.” उन्होंने कहा, “हमारे देश में स्त्रीओं को हर क्षेत्र में समान भागीदारी का अधिकार है. ऐसे भेदभाव के सामने आपकी चुप्पी नारी शक्ति पर आपके नारों के खोखलेपन को उजागर करती है.”
प्रियंका गांधी ने मोदी प्रशासन पर हमला बोला, जानें क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी स्त्री पत्रकारों को प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं होने देने का मामला उठाया. उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कृपया हिंदुस्तान दौरे पर तालिबान के प्रतिनिधि के प्रेस कॉन्फ्रेंस से स्त्री पत्रकारों को दूर रखे जाने पर अपना रुख स्पष्ट करें.” प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘यदि स्त्रीओं के अधिकारों की आपकी स्वीकृति केवल चुनावों के बीच का दिखावा नहीं है, तो हमारे देश में जो अपनी स्त्रीओं को अपनी रीढ़ और गर्व मानता है, इस अपमान को कैसे स्वीकार किया गया?’’
क्या है मामला?
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी इन दिनों हिंदुस्तान के दौरे पर हैं. उन्होंने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ वार्ता की थी. बाद में उन्होंने अलग से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. जिसमें स्त्री पत्रकारों को शामिल होने की कथित तौर पर अनुमति नहीं थी.
जयराम रमेश ने क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट डाला और लिखा- “(तालि) बैन” में स्त्री पत्रकारों पर प्रतिबंध लगाया गया और यह चौंकाने वाला और अस्वीकार्य है कि हिंदुस्तान प्रशासन इस पर सहमत हुई. उन्होंने कहा कि यह सब अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस की पूर्व संध्या पर दिल्ली में किया गया.
सांसद महुआ मोइत्रा क्या बोलीं?
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “तालिबान के मंत्री को स्त्री पत्रकारों को प्रेस वार्ता से बाहर रखने की अनुमति देकर प्रशासन ने हर हिंदुस्तानीय स्त्री का अपमान किया है. यहां रीढ़हीन पाखंडियों का शर्मनाक समूह है.”
सांसद मनोज झा क्या बोले?
आरजेडी के सांसद मनोज झा ने दावा किया कि तालिबान के विदेश मंत्री के प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्त्री पत्रकारों को शामिल न होने देकर हिंदुस्तान ने अपने नैतिक और कूटनीतिक रुख से समझौता किया है. उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “यह सिर्फ एक प्रक्रियात्मक चूक नहीं है बल्कि समानता, प्रेस की स्वतंत्रता और लैंगिक न्याय के प्रति हिंदुस्तान की दीर्घाकलिक प्रतिबद्धता का एक प्रतीकात्मक आत्मसमर्पण है.”
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