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Author name: Vinod Jha

nayavichar.com पर संपादक हैं। पटना स्थित स्वतंत्र पत्रकार और लेखक व एक दशक से अधिक का व्यापक अनुभव है। पत्रकारिता, प्रकाशन और विज्ञापन में अनुभव सभी प्रकार की सामग्री के साथ काम करने में सक्षम बनाता है: ब्लॉग पोस्ट, सोशल मीडिया सामग्री अच्छी तरह से शोध किए गए लेख और साथ ही प्रेस विज्ञप्तियाँ। यदि आप उच्च-गुणवत्ता वाली सामग्री की तलाश में हैं, तो nayavicharnews@gmail.com पर संपर्क करें। विशेषताएँ: रिपोर्टिंग, पत्रकारिता, लेखन और संचार, सोशल मीडिया

ताजा ख़बर

सीटेट दिसंबर 2024 रिजल्ट जारी

केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा ( सीटीईटी ) का दिसंबर 2024 सत्र का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। परीक्षार्थी अपना परिणाम ctet.nic.in पर जाकर चेक करें नया विचार । सीबीएसई ने दिसंबर 2024 सत्र की केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा ( सीटीईटी ) का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। परीक्षार्थी अपना परिणाम  https://cbseresults.nic.in/CtetDec24/CtetDec24q.htm पर जाकर चेक कर सकते हैं। नतीजे ( CTET December 2024 Result ) चेक करने के लिए रोल नंबर डालना होगा। सीटीईटी दिसंबर परीक्षा का आयोजन 14 व 15 दिसंबर, 2024 को किया गया था। सीटीईटी परीक्षा की आंसर की 1 जनवरी 2025 को जारी कर दी गई थी और अभ्यर्थियों को आपत्ति दर्ज कराने के लिए 5 जनवरी 2025 तक का समय दिया गया था। सीटीईटी छात्रों की मार्कशीट और योग्यता प्रमाण पत्र भी जल्द ही डिजिलॉकर में अपलोड कर दिए जाएंगे। उम्मीदवार सीटीईटी दिसंबर-2024 के अपने ऑनलाइन आवेदन पत्र में दिए गए अपने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके इसे डाउनलोड कर सकते हैं। आपको बता दें कि सीबीएसई हर साल दो बार सीटीईटी परीक्षा आयोजित करता है। पहली परीक्षा जुलाई और दूसरी दिसंबर के महीने में आयोजित की जाती है। सीटेट के पेपर -1 में भाग लेने वाले सफल उम्मीदवार कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक के लिए होने वाली शिक्षक भर्ती के लिए योग्य माने जाएंगे। जबकि पेपर -2 में बैठने वाले सफल अभ्यर्थी कक्षा 6 से 8वीं तक के लिए होने वाली शिक्षक भर्ती के लिए योग्य माने जाएंगे। इस परीक्षा को पास करने वाले परीक्षार्थी देशभर के केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और आर्मी स्कूलों में शिक्षकों के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन कर सकते हैं। CBSE CTET Result : उम्मीदवार कैसे CTET परीक्षा का परिणाम चेक करें- 1. उम्मीदवारों को सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट ctet.nic.in पर जाना होगा। 2. इसके बाद आपको होम पेज पर दिए गए लिंक ‘CTET Result 2024’ पर क्लिक करना होगा। 3. अब आपको लॉग इन करने के लिए अपना रोल नंबर डालकर सबमिट पर क्लिक करना होगा। 4. अब आपकी स्क्रीन पर आपका रिजल्ट ओपन हो जाएगा। 5. अब आप अपने रिजल्ट में लिखी सभी जानकारी को ध्यान से पढ़ लें। 6. अब आप अपने रिजल्ट को डाउनलोड कर सकते हैं। 7. भविष्य के लिए आप अपने रिजल्ट का प्रिंट आउट निकाल लीजिए। सीटीईटी न्यूनतम अंक सीटीईटी परीक्षा को पास करने के लिए किसी भी अभ्यर्थी को न्‍यूनतम योग्यता अंक हासिल करना आवश्यक है। सामान्य वर्ग के छात्रों को परीक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत (90 अंक ) लाना जरूरी है। वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के छात्रों के लिए यह न्यूनतम अंक 55 प्रतिशत (82 अंक) है। जानें सीटीईटी जुलाई 2024 सत्र का रिजल्ट कैसा रहा था जुलाई सत्र सीटीईटी पेपर-1 में 8,30,242 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था जिसमें से 6,78,707 ने एग्जाम दिया था। इसमें 1,27,159 पास हुए थे। वहीं सीटीईटी पेपर-2 में 16,99,823 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था जिसमें से 14,07,332 ने एग्जाम दिया। इसमें 2,39,120 पास हुए हैं।

समस्तीपुर

सम्मानित किए गए भाजपा जिला अध्यक्ष

नया विचार सरायरंजन : प्रखंड अंतर्गत धर्मपुर पंचायत के मनिका गांव में गुरुवार को नव मनोनीत भाजपा जिला अध्यक्ष को स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने समारोह पूर्वक स्वागत किया। स्थानीय पंचायत के मुखिया मो.अलाउद्दीन और सरपंच मनीष कुमार झा एवं सभी वार्ड सदस्यों के ने भाजपा जिलाध्यक्ष (दक्षिणी) शशिधर झा के आवास पर स्वागत सह सम्मान समारोह किया । मौके पर उपमुखिया नंदू साह,रजनीश सिंह,शिवेश राम,संजय राय, रघुवीर सहनी,दरोगी दास,चंदन महतो मोहम्मद सरवर ,चन्द्र प्रकाश महतो,मुन्ना झा,विनोद झा,अरविंद महतो सहित दर्जनों जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

ताजा ख़बर, बिहार, समस्तीपुर

धान अधिप्राप्ति को लेकर डीएम ने किया अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक

नया विचार समस्तीपुर  : जिला पदाधिकारी, समस्तीपुर की अध्यक्षता में बुधवार को धान अधिप्राप्ति से सम्बन्धित समीक्षा बैठक आहूत की गयी। जिसमें अपर समाहर्ता समस्तीपुर, जिला आपूर्ति पदाधिकारी समस्तीपुर, जिला सहकारिता पदाधिकारी समस्तीपुर, जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम समस्तीपुर एवं समस्तीपुर जिला के सभी प्रखण्डों के पैक्स अध्यक्ष / प्रबंधक उपस्थित हुए। जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा धान अधिप्राप्ति कार्य में अपेक्षित प्रगति लाने हेतु किसानों से अधिक से अधिक मात्रा में धान की खरीद करने हेतु निदेशित किया गया। किसानों को अधिप्राप्त धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 48 घंटे के अंदर भुगतान तथा सी० एम० आर०, राज्य खाद्य निगम, समस्तीपुर को आपूर्ति में तेजी लाने हेतु निदेशित किया गया।

ताजा ख़बर, समस्तीपुर

ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट शुरू होने से प्लेटलेट्स व प्लाजमा की मिलेगी सुविधा 

नया विचार समस्तीपुर– समस्तीपुर में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट को सौगात मिलेगी। जिसके याद मरीजों को प्लाजमा, प्लेटलेट्स के लिए पटना के ब्लड बैंकों को दौड़ नहीं लगानी होगी। अभी एक यूनिट खून से सिर्फ एक जिंदगी बचाने का काम होता है. लेकिन अब वह दिन दूर नहीं जब एक यूनिट ब्लड से चार जिंदगी बचाई जा सकेंगी। रेड क्रास स्थित रक्त संग्रह केंद्र में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट शुरू होने की उम्मीद है। इसके लिए जरूरी तैयारी शुरू कर दी गई है। मशीन इंस्टाल होने के उपरांत लाइसेंस लेने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। सदर अस्पताल को सीएसआर के तहत हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन ने 25.75 लाख रुपये का कंपोनेंट सेपरेशन मशीन दिया है। हालांकि, सिविल सर्जन ने रेड क्रास ब्लड बैंक को संचालन के लिए सौंप दिया है। इसमें 23 उपकरण शामिल है। इसमें ब्लड बैंक रेफ्रिजरेटर, डोनर कोच, मोटोराइज्ड, ब्लड कलेक्शन मानिटर, ट्यूब स्टीपर, ट्यूब सेलर, प्लाज्मा थोइंग बाथ, ब्लड बैंक सेंट्रीफ्यूज, प्लेटलेट्स इंक्यूबेटर, प्लेटलेट्स, एजिएटर, डीप फ्रीजर, नौडल डिस्ट्रायर, प्लाज्मा एक्सप्रेशर सहित अन्य सामान शामिल है। इससे उम्मीद है कि अब जल्द ही ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन इकाई की स्थापना होने के साथ ही सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट की विशेषता ब्लड कंपोनेंट मशीन खून में शामिल तत्वों को अलग-अलग कर देती है। यह मशीन लाल रक्त कणिकाएं (आरबीसी), श्वेत रक्त कणिकाएं (डब्ल्यूबीसी), प्लेटलेट्स, प्लाज्मा और फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा (एफएफपी) को अलग-अलग कर देती है। थैलेसीमिया के मरीजों को आरबीसी, डेंगू के मरीजों को प्लेटलेट्स, जले मरीजों को प्लाज्मा, एफएफपी और एड्स के मरीजों को डब्ल्यूबीसी की जरूरत पड़ती है। ऐसी स्थिति में मरीज को पूरी बोतल खून चढ़ाने की जगह आवश्यक तत्व ही चढ़ाए जाते हैं। एक बोतल खून से तीन अलग अलग मरीजों की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। मरीजों की जेब होती है ढीली सदर अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट नहीं है। इससे डेंगू, जले हुए, एनीमिक और हीमोफीलिया पीड़ितों को त्वरित उपचार नहीं मिल पाता है। उपरोक्त मरीजों को बेहतर इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता है। इससे मरीजों की जेब ढीली होती है। प्रसव के समय सर्वाधिक खून की पड़ती जरूरत ब्लड बैंक के आंकड़ों पर गौर करें तो खून की सबसे अधिक जरूरत गर्भवती स्त्रीओं को रहती है। प्रसूताओं में 90 प्रतिशत गंभीर एनिमिक होती है। 70 प्रतिशत से अधिक खून सिर्फ गर्भवती स्त्रीओं के लिए ही जाता है. इसके बाद 20 प्रतिशत खुद थैलेसिमिया, एचआईवी और अन्य बीमारी के मरीजों को दिया जाता है। सबसे कम मामलों में दुर्घटना में घायल लोगों को खून दिया जाता है।   ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट की शुरुआत की जा रही है। इससे मरीजों प्लाज्मा व प्लेटलेट्स की सुविधा मिलेगी। मरीज इसके लिए बहुत परेशान होते रहे हैं अब उन्हें लाभ मिलेगा। डा. एसके चौधरी, सिविल सर्जन समस्तीपुर।

ताजा ख़बर, बिहार

पुत्रदा एकादशी कल… सिद्ध योग और कृत्तिका नक्षत्र का बन रहा शुभ संयोग

पापों का होता है नाश • साधु, संत और वैष्णव के साथ गृहस्थजन भी करेंगे व्रत नया विचार समस्तीपुर। पौष मास के शुक्ल पक्ष की पुत्रदा एकादशी 10 जनवरी को कृत्तिका और रोहिणी नक्षत्र में मनाई जाएगी। इस एकादशी का व्रत करने से श्रद्धालुओं को तेजस्वी और दीर्घायु संतान की प्राप्ति और वाजपेयी यज्ञ के समान पुण्य प्राप्त होता है। साधु, संत, वैष्णवजन और गृहस्थ इस दिन एकादशी का व्रत करेंगे। इस व्रत को करने, इसके महात्म्य को पढ़ने और सुनने से समस्त पापों का क्षय और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसका महिमा का व्याख्यान भगवान श्रीकृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर से किया था। वहीं श्रीकृष्ण के बालस्वरूप में लड्डू गोपाल की पूजा कर उनकी औराधना करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। पौष शुक्ल एकादशी पर पुण्यकारी सिद्ध योग, शुभ योग और शुक्ल का संयोग बन रहा है। यह एकादशी नववर्ष की पहली एकादशी होगी। ज्योतिषाचार्य अमित झा ने बताया कि इस योग में व्रत, पूजा-पाठ, हरिस्मरण, वेद पाठ, मंत्र जाप, दान-पुण्य करने से कई गुना ज्यादा पुण्य लाभ मिलता है। साथ ही इस व्रत को करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों की कृपा मिलती है। पुत्रदा एकादशी के दिन दोपहर 1:14 बजे तक कृत्तिका नक्षत्र रहेगा। इसके बाद रोहिणी नक्षत्र शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही इस दिन दोपहर 2:29 बजे तक शुभ योग रहेगा फिर शुक्ल योग विद्यमान हो जाएगा। वहीं सुबह 9:22 बजे तक सिद्धयोग का भी संयोग बन रहा है। भगवान नारायण की होगी पूजा पुत्रदा एकादशी के दिन सनातन धर्मावलंबी भगवान नारायण की विधि-विधान से पूजा करेंगे। इस दिन सत्यनारायण भगवान और लड्डू गोपाल की भी आराधना की जाएगी। श्रीहरि विष्णु को गंगाजल, पंचामृत से स्नान, नूतन वस्त्र, चंदन, फूलमाला, तुलसी, इत्र आदि से श्रृंगार के बाद मिष्ठान और ऋतुफल का भोग अर्पित किया जाएगा। वहीं घी के दीपक और कर्पूर से आरती की जाएगी। श्रद्धालु एकादशी को सत्यनारायण प्रभु की पूजा के बाद स्कंदपुराण के रेवा खंड की पौराणिक कथा का श्रवण करेंगे। पूजा का शुभ मुहूर्त चर मुहूर्त: प्रातः 6:39 से 7:58 बजे तक लाभ मुहूर्त सुबह 7:58 से 9:18 बजे तक अमृत मुहूर्त सुबह 9:18 से 10:38 बजे तक अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:36 से 12:18 बजे तक शुभ मुहूर्त दोपहर 11:57 से 1:17 बजे तक

खेल, ताजा ख़बर

बिहार में हॉकी, फुटबॉल, बैडमिंटन, टेनिस जैसे खेलों के खिलाड़ी कैसे उभरेंगे

स्पोर्ट्स विभाग के गठन का एक साल – सबसे अधिक खर्च एथलेटिक्स, रग्बी और सेपक टाकरा पर, अन्य स्पोर्ट्सों के विकास पर ध्यान ही नहीं बिहार में हॉकी, फुटबॉल, बैडमिंटन, टेनिस जैसे स्पोर्ट्सों के खिलाड़ी कैसे उभरेंगे नया विचार पटना-  बिहार में स्पोर्ट्स और खिलाड़ियों के विकास के लिए 9 जनवरी 2024 को स्पोर्ट्स विभाग का गठन हुआ। विभाग के गठन का एक साल पूरा हो गया, लेकिन फुटबॉल, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, हॉकी, खो-खो जैसे चर्चित स्पोर्ट्स अब भी उपेक्षित हैं। विभाग की ओर से इन स्पोर्ट्सों के विकास के लिए कोई पहल नहीं हुई। विभाग बनने के बाद सबसे अधिक खर्च एथलेटिक्स, रग्बी और सेपक टाकरा पर किया गया। इनमें खिलाड़ियों ने मेडल भी जीते। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को नौकरी भी मिली। पहले साल के लिए स्पोर्ट्स विभाग को 482 करोड़ का बजट मिला था, जिसमें से अभी तक 63 प्रतिशत खर्च हुए हैं। एथलेटिक्स में बिहार का परफॉर्मिस सुधरा है। हाल में कई मेडल आए हैं। अब पांच जगहों पर सिंथेटिक ट्रैक हैं। एक पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, दूसरा बीएमपी 5 कैंपस और तीसरा राजगीर स्पोटर्स एकेडमी कैंपस में है। दी और सिंथेटिक ट्रैक का पूर्णिया और छपरा में निर्माण फाइनल स्टेज में है। हालांकि पटना के बीएमपी-5 के सिंथेटिक ट्रैक पर आम खिलाड़ियों को प्रैक्टिस की अनुमति नहीं है। जबकि ट्रैक निर्माण के दौरान बिहार प्रशासन ने इसी शर्त पर पैसा दिया था कि बाहरी खिलाड़ी भी प्रैक्टिस के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। यही नहीं कभी स्पोर्ट्स- खिलाड़ियों से गुलजार रहने वाले बीएमपी-5 कैंपस में करीब चार साल से अधिकांश स्पोर्ट्स बंद हैं। सिंथेटिक ट्रैक का उपयोग कुछ अधिकारी मॉर्निंग और इवनिंग वॉक के लिए करते हैं। अभी पांच जगहों पर ही सिंथेटिक ट्रैक, सभी जिलों में हो तो राह होगी आसान अभी इन स्पोर्ट्सों की स्थिति बेहतर रग्बी, सेपक टाकरा, कबड्डी, कुश्ती, बॉक्सिंग, बेटलिफ्टिंग और एथलेटिक्स की स्थिति अच्छी है। बिहार के कई खिलाड़ियों ने राज्य के बाहर और इंटरनेशनल लेवल के इवेंट्स में मेडल जीते। स्पोर्ट्स विभाग के अस्तित्व में आने के बाद बिहार में कई स्पोर्ट्सों की नेशनल चैंपियनशिप भी हुई। बीते नवंबर में राजगीर में वीमेंस एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हुआ। बीते साल बिहार राज्य स्पोर्ट्स प्राधिकरण और बिहार एथलेटिक्स संघ की ओर से राष्ट्रीय अंडर-23 एथलेटिक्स चैंपियनशिप भी आयोजित हुई। अब मेंस एशियन हॉकी और वीमेंस वर्ल्ड कप कबड्डी होने वाली है। साथ ही अप्रैल में स्पोर्ट्सो इंडिया यूथ गेम्स समेत कई अन्य आयोजनों की भी तैयारी है। बिहार राज्य स्पोर्ट्स प्राधिकरण के डीजी रवींद्रण शंकरण के अनुसार इधर दो-तीन साल में काफी कुछ बदला है। कुछ वक्त और लगेगा बाकी स्पोर्ट्सों की स्थिति भी बेहतर होगी। सभी स्पोर्ट्स-खिलाड़ियों की बेहतरी के लिए समग्रता में काम चल रहा है। स्पोर्ट्स विभाग के गठन से राज्य में स्पोर्ट्स के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं। राज्य भर में 6000 से अधिक स्पोर्ट्स मैदान शुरू हैं। वीमेंस एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी समेत कई बड़े आयोजनों से राज्य में स्पोर्ट्स का माहौल बना है। इस साल मार्च में वीमेंस वर्ल्ड कप कबड्डी, फिर स्पोर्ट्सो इंडिया यूथ गेम्स एवं पैरा गेम्स समेत कई आयोजन होंगे। बेगूसराय में राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल चैंपियनशिप भी होगी। एक-दो साल में बिहार की गिनती भी स्पोर्ट्स के क्षेत्र में अग्रणी राज्यों में होगी। सुरेंद्र मेहता, स्पोर्ट्स मंत्री, बिहार

ताजा ख़बर, पटना

सावधान ! बिजली उपभोक्ताओं का डाटा लीक मीटर अपडेट के नाम पर खाते में लगा रहे सेंध

उपभोक्ताओं को ज्यादातर कॉल मोबाइल नंबर 8354918163 व 91989901146 से आ रही नया विचार मुजफ्फरपुर।  बिजली उपभोक्ताओं को सावधान रहने की जरूरत है। बिजली उपभोक्ताओं का डाटा लीक हो चुका है। उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर के साथ मीटर नंबर तक साइबर फ्रॉड के पास पहुंच गया है। जिसके कारण बिजली उपभोक्ताओं के मोबाइल पर लगातार साइबर फ्रॉड की कॉल आ रही है। उपभोक्ताओं का डाटा कैसे लीक हुआ, इस पर एनबीपीडीसीएल अधिकारी बोलने से बच रहे हैं। सबसे ज्यादा कॉल 8354918163 से आ रही है। मोतीझील के जूता कारोबारी अब्दुल मजीद तो ठगी का शिकार होने से बच गए। लेकिन कंपनीबाग के बर्तन कारोबारी को साइबर फ्रॉड ने इसी मोबाइल नंबर से एक ही समय में चंद सेकेंड के अंतराल पर तीन बार कॉल कर चूना लगा दिया। बुधवार को बर्तन कारोबारी ने साइबर थाने पहुंच कर लिखित शिकायत की। लेकिन, एक लाख रुपए से ज्यादा का साइबर फ्रॉड होने पर ही प्राथमिकी दर्ज करने की बात कह टाल दी गई। जिसके बाद कारोबारी ने नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल के नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। इससे पूर्व भी शहर के कई बिजली उपभोक्ताओं को साइबर फ्रॉड की कॉल आ चुकी है। • बर्तन कारोबारी के 3 खाते से साइबर फ्रॉड ने साढ़े 82 हजार रुपए उड़ाए बर्तन कारोबारी अब्दुल समी कादरी को 6 जनवरी की सुबह 10:55 बजे मोबाइल नंबर 8354918163 व 91989901146 से कॉल आई। जिसमें साइबर फ्रॉड ने बिजली मीटर का केवाईसी अपडेट कराने का झांसा देकर ऐप इंस्टॉल कराया। एक मीटर दुकान और दो घर में लगा हुआ है। केवाईसी नहीं कराने पर बिजली कटने की बात कही। साइबर फ्रॉड ने झांसे में लेकर तीनों मीटर पर क्रमशः 13 रुपए, 10 रुपए व 5 रुपए का ट्रांजेक्शन करवाया। ट्रांजेक्शन होते ही उनके तीन खाते से कुल साढ़े साढ़े 82 हजार रुपए साइबर फ्रॉड ने उड़ा लिए। बैंक में चेक कराने पर तीनों खाते से पर लुधियाना में चांद सिंह के नाम पर खुले खाते में ट्रांजेक्शन बताया गया। साइबर फ्रॉड से बचाव को गाइडलाइन • दोपहर बाद बिजली- नहीं काटी जाती • डिपार्टमेंट कोई लिंक- नहीं भेजता है • कोई अनजान ऐप- डाउनलोड न करें • बकाए का फोन आए- तो ऑफिस आएं। बचाव : किसी के कॉल करने पर ऐप डाउनलोड मत करें केस-1: मालीघाट निवासी रमेश कुमार को मीटर अपडेट करने के लिए साइबर फ्रॉड की कॉल आई। झांसे में लेकर फ्रॉड ने ऐप इंस्टॉल कराया। ऐप इंस्टॉल कर 16 रुपए ट्रांसफर करने के कुछ देर तक उनका मोबाइल काम करना बंद हो गया। जब मोबाइल सही से काम करना शुरू किया, तब तक खाते से 3500 रुपए गायब हो चुके था। ऑनलाइन शिकायत दर्ज की। लेकिन, अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। केस-2: अहियापुर निवासी समाचार पत्र विक्रेता कुमार गौरव को पिछले दिनों एक कॉल आई। जिसने बताया कि आपका स्मार्ट मीटर अपडेट नहीं हुआ है। अपडेट नहीं कराएंगे तो ज्यादा बिल आएगा। इसके बाद बिहार सुगम ऐप खोलने के लिए बोला। इसके बाद एक लिंक भेजा। जिस पर क्लिक करते ही उनके बैंक खाते से 32 हजार 405 रुपए साइबर फ्रॉड ने उड़ा लिया। केस-3: मोतीझील के जूता कारोबारी अब्दुल मजीद को कॉल करने वाले ने झांसे में लेकर बिहार सुगम ऐप खुलवाया और कहा कि आपके मीटर की तीन-चार दिन की रीडिंग एक तरह की है या अलग। जब बताया कि थोड़ा बहुत अंतर है तो फ्रॉड ने कहा कि मीटर अपडेट नहीं होने से ऐसा हुआ। इस पर उन्हें साइबर फ्रॉड की आशंका हुई।

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बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार 15 के बाद संभव, भाजपा के 4 मंत्री होंगे

मंत्रिमंडल में 36 मंत्री हो सकते हैं…. अभी मुख्यमंत्री सहित 30; 6 की वैकेंसी •कई विभाग के चेहरे बदलेंगे, मौजूदा मंत्रियों के विभाग घटेंगे नया विचार पटना–  15 जनवरी के बाद कभी भी बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। 30 जनवरी के पहले यह काम पूरा हो जाएगा। भाजपा के 4 नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। इस क्रम में भाजपा के जिन मंत्रियों के पास अधिक विभाग हैं, उन्हें कम किया जाएगा। ये विभाग कैबिनेट में शामिल होने वाले मंत्रियों के बीच बंटेंगे। कैबिनेट विस्तार में पटना, तिरहुत व सारण प्रमंडल के विधायकों को स्थान देने की तैयारी है। फिलहाल बिहार प्रशासन में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा सहित 30 मंत्री हैं। इसमें दो डिप्टी सीएम सहित 15 मंत्री भाजपा के कोटे से हैं। कैबिनेट में ‘हम’ से संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह शामिल हैं। विधानसभा की कुल सदस्य संख्या के मुताबिक 36 मंत्री हो सकते हैं। इस हिसाब से मंत्री पद की 6 वैकेंसी है। तिरहुतः 39 विधानसभा सीट है। इसमें 26 सीट पर भाजपा और 6 सीट पर जदयू ने जीत दर्ज की है। समझिए… पटना, तिरहुत व सारण को तवज्जो क्यों बिहार में 9 प्रमंडल हैं। इसमें पटना, तिरहुत व सारण प्रमंडल के ही विधायकों के कैबिनेट विस्तार में शामिल होने के आसार हैं। इसकी वजह, इन प्रमंडलों में विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा जीती गई सीटों की संख्या अधिक है। 2020 के विधानसभा चुनाव में तिरहुत में सबसे अधिक सीटों पर भाजपा की जीत हुई थी। विस्तार में उन प्रमंडलों को भी अहमियत मिलेगी, जहां भाजपा ने कम सीटें जीतीं हैं। पटनाः 43 विधानसभा सीट है। इसमें 8 पर भाजपा की जीत हुई है। 5 सीट पर जदयू जीता है। फॉर्मूलाः चेहरा नया पर जाति वही मंत्रिमंडल के विस्तार में 3-4 विभागों के मंत्री भी बदलेंगे। जिस जाति के मंत्री हैं, उसी जाति के विधायक या एमएलसी उन्हें रिप्लेस करेंगे। कई ऐसे मंत्री हैं, जिनके पास एक से अधिक विभाग हैं। ये कैबिनेट में शामिल होने नए चेहरों के बीच बंटेंगे। सारणः 24 सीट में से पिछले चुनाव में 7 सीट पर भाजपा और 2 पर जदयू के प्रत्याशी जीते हैं। 18 को भाजपा अध्यक्ष भरेंगे पर्चा इस बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का भी चुनाव होना है। सूचना के मुताबिक 18 जनवरी को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल नामांकन करेंगे। उनका निर्वाचन भी तय है। उनका नया कार्यकाल 2028 तक होगा। अभी भाजपा के मंत्री और उनके विभाग सम्राट चौधरी (डिप्टी सीएम) वित्त एवं वाणिज्य कर। विजय कुमार सिन्हा (उप मुख्यमंत्री) पथ निर्माण, खान एवं भूतत्व, कला संस्कृति एवं युवा। प्रेम कुमार- सहकारिता, पर्यावरण एवं वन। रेणु देवी- पशु एवं मत्स्य संसाधन । मंगल पांडेय – स्वास्थ्य एवं कृषि। नीरज कुमार सिंह बबलू-लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण। नीतीश मिश्रा- उद्योग एवं पर्यटन। नितिन नवीन नगर विकास एवं आवास और विधि। दिलीप जायसवाल- राजस्व एवं भूमि सुधार। जनक राम- एससी एसटी कल्याण। हरि सहनी- पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग। कृष्णनंदन पासवान – गन्ना उद्योग। केदार प्रसाद गुप्ता- पंचायती राज। सुरेंद्र मेहता- स्पोर्ट्स। संतोष सिंह- श्रम संसाधन।

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दिल्ली विधानसभा चुनाव – बिहार की पार्टियां बढ़ाएंगी BJP कांग्रेस की टेंशन? दिल्ली में 24% पूर्वांचल के वोटर्स

जेडीयू का कहना है कि नीतीश कुमार के चेहरे को जनता देश के स्तर पर पसंद करती है. आरजेडी ने लालू-तेजस्वी की लोकप्रियता का जिक्र किया है नया विचार – दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान हो चुका है. बिहार की पार्टियां भी दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार हैं. दिल्ली में करीब 24 फीसद पूर्वांचल के वोटर्स हैं. पूर्वांचल के करीब 40 लाख वोटर्स दिल्ली में कई सीटों पर असर डालते हैं. ऐसे में सवाल है कि क्या बिहार की पार्टियां दिल्ली में बीजेपी और कांग्रेस की टेंशन बढ़ाने वाली हैं? जेडीयू और एलजेपी रामविलास के साथ उधर आरजेडी भी दिल्ली में लड़ना चाहती है. सवाल यह भी है कि पूर्वांचल के वोटर्स की संख्या अधिक होने के कारण क्या दोनों राष्ट्रीय पार्टियां सहयोगी दलों की अनदेखी कर पाएंगी? जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि नीतीश कुमार के चेहरे को जनता देश के स्तर पर पसंद करती है. नीतीश के कारण बीजेपी को हर जगह लाभ होता है. दिल्ली में बड़ी संख्या में बिहारी वोटर रहते हैं जो नीतीश कुमार की विचारधारा और उनके कामकाज को पसंद करते हैं. दिल्ली चुनाव में जेडीयू की इस बार पहले के मुकाबले मजबूत धमक रहेगी. पिछली बार दो सीट मिली थी. इस बार सीट कितनी होगी यह एनडीए के नेता तय करेंगे, लेकिन इस बार पहले से बेहतर रहेगा. हर पार्टी चाहती है गठबंधन के अंदर उसको ज्यादा सीट मिले. दिल्ली चुनाव से पहले ही इंडिया गठबंधन बिखरता दिख रहा है. इस पर उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से अलग हुए थे उसके बाद ये डूबने लगा था. खुद को बचाने के लिए यह लोग एक नाव पर सवार हो गए थे, लेकिन हर विधानसभा चुनाव में इन लोगों का असली चेहरा दिख रहा है. सब एक दूसरे की पोल खोल रहे हैं. क्या कांग्रेस से बात करेगी लालू की पार्टी? दिल्ली विधानसभा चुनाव के मसले पर आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ मिलकर हम लोग लड़े थे. चार सीट कांग्रेस ने हम लोगों को दी थी. दिल्ली में प्रशासन बनाने और बिगाड़ने में पूर्वांचल वोटरों की अहम भूमिका रहती है. दिल्ली में पूर्वांचल के वोटर्स के बीच लालू-तेजस्वी की लोकप्रियता है. हमारा आलाकमान कांग्रेस आलाकमान से क्या बातचीत करेगा, क्या तय होगा, यह बताया जाएगा. आरजेडी जहां भी लड़ती है उसका लाभ गठबंधन को मिलता है. झारखंड में बीजेपी का सफाया हो गया. दिल्ली में बीजेपी का सफाया होगा और उसमें आरजेडी की बड़ी भूमिका होगी. कितनी सीट पर लड़ेंगे, कौन सी सीटें होंगी, ये सब तय होगा. दिल्ली चुनाव से पहले क्या इंडिया गठबंधन बिखर गया है? ममता बनर्जी की पार्टी बोली बीजेपी को हराए आम आदमी पार्टी, अखिलेश ने आम आदमी पार्टी का समर्थन किया, आरजेडी का कांग्रेस की ओर झुकाव है. इस पर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हर राज्यों की परिस्थितियां अलग हैं. दिल्ली में कांग्रेस व आप अलग-अलग लड़ रही है. राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन एकजुट था व लोकसभा चुनाव बीजेपी के खिलाफ लड़े. बीजेपी के 400 पार नारे की हवा निकाल दी. दिल्ली में बीजेपी की प्रशासन नहीं आएगी. उधर एलजेपी रामविलास के प्रवक्ता राजू तिवारी ने कहा कि पूर्वांचल के वोटर्स में चिराग सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं. दलित वोट 17 फीसद है जो चिराग के साथ है. इसका लाभ दिल्ली में एनडीए को मिलेगा. पिछली बार हम लोग दिल्ली में एनडीए में एक सीट पर लड़े थे. इस बार कितनी सीट पर लड़ेंगे इस पर बातचीत चल रही है. एक दो दिन में ही फैसला हो जाएगा.

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अब समझ आया खेसारी ग्राउंड पर क्यों नहीं…?, भोजपुरी एक्टर ने BPSC छात्रों को समझाया, कहा- आपका मुद्दा खो गया

भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ने पोस्ट कर बीपीएससी छात्रों को समझाया है कि अपनी लड़ाई खुद लड़िए. उन्होंने पीके पर तंज कसते हुए कहा कि बीपीएससी का अहम मुद्दा पीछे चला गया. नया विचार पटना। भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) पटना में चल रहे BPSC परीक्षा के विरोध में छात्रों का समर्थन कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने ने इस सवाल का जवाब दिया है कि वो छात्रों की लड़ाई में ग्राउंड पर क्यों नहीं आए. इसको लेकर उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर फिर से पोस्ट किया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है कि अगर वो लड़ाई में उतरते तो पूरी मीडिया कवरेज उन्हीं को मिलती और अभ्यर्थियों का मुद्दा गौण हो जाता. उन्होंने प्रशांत किशोर का नाम लिए बिना कहा कि मीडिया में सिर्फ बस एम्बुलेंस, हॉस्पिटल, थाना और जो नए-नए नेता बने हैं उनकी समाचारें छप रही हैं. खेसारी लाल ने क्या पोस्ट में क्या लिखा  खेसारी लाल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, “पिछले कुछ समय से यह सवाल उठ रहा है कि खेसारी ग्राउंड पर क्यों नहीं आया? इसका जवाब अब स्पष्ट हो गया न! खेसारी अगर ग्राउंड पर आता, तो खेसारी को मीडिया पहले दिखाती, आपको और आंदोलन को बाद में! आपके मुद्दे दब जाते और खेसारी को मीडिया हाईलाइट कराती. यह ठीक वैसे ही हुआ जैसे आज बीपीएससी का अहम मुद्दा पीछे चला गया. मीडिया किसी और को दिखा रही है. खेसारी ने आगे लिखा, “सोचिए, आज बीपीएससी के मुद्दे को कितनी मीडिया कवरेज मिल रही है? हर तरफ बस एम्बुलेंस, हॉस्पिटल, थाना और जो नए नए नेता बने है उनकी समाचारें छप रही हैं. यह वही स्थिति है, जिसके बारे में हम पहले से आगाह किये थे, “अपना झंडा और डंडा लेकर आगे बढ़ो!” लेकिन आज हम दूसरों के झंडे के पीछे चले और नतीजा यह हुआ कि बीपीएससी का मूल मुद्दा कहीं खो गया. इसलिए सवारी नहीं, गाड़ी बन जाओ, बिहार के लिए बस एक बार बिहारी बन जाओ”! लॉलीपॉप लेके बुड़बक मत बनिएगा’ इससे पहले भी खेसारी ने अपनी एक पोस्ट में लिखा था, “ना फलनवा कामे आई, ना चिलनवा… उल्टा आप सब के इमोशन के वैल्यू देने के बजाए, आपके इमोशन को बझायेगा लोग. आ तब तक बझायेगा लोग जब तक आप कोई नया नेता ना पैदा कर दें या और कमजोर ना हो जाये. इसलिए किसी के सहारे नहीं रहिये, अपना डंडा और उसमे अपना झंडा हर जिले में मजबूत कीजिए और हां, लॉलीपॉप लेके बुड़बक मत बनियेगा. लड़ाई हक़ की हैं. ठीक हैं !”

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