– स्वस्थ समाज की स्थापना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शहर के 27 वयोवृद्ध व युवा चिकित्सकों को नया विचार समूह ने किया सम्मानित
वरीय संवाददाता, भागलपुर
विगत पांच दशक से पूर्वी बिहार के करोड़ों की आबादी का इलाज भागलपुर शहर के चिकित्सक कर रहे हैं. वर्ष 1971 में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की स्थापना के बाद यहां के शिक्षकों व पासआउट मेडिकल छात्रों ने भागलपुर को देश के उभरते मेडिकल हब में तब्दील कर दिया. कठिन परिस्थिति व कम संसाधन के बावजूद यहां के डॉक्टरों ने अनगिनत मरीजों को आरोग्य प्रदान किया. स्वस्थ समाज की स्थापना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ऐसे 27 चिकित्सकों को नया विचार समूह की ओर से सम्मानित किया गया. इसके लिए बुधवार को रूप विहार रिसॉर्ट में आयोजित नया विचार डॉक्टर्स सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में शहर के वयोवृद्ध से लेकर युवा चिकित्सकों को उनके सराहनीय चिकित्सा कार्य के लिए मोमेंटो व शॉल देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन दीप जलाकर नगर निगम की मेयर डॉ बसुंधरा लाल, शहर के वरिष्ठ सर्जन डॉ एसएन झा, जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ हेमशंकर शर्मा, आइएमए की अध्यक्ष डॉ रेखा झा व नया विचार भागलपुर के यूनिट हेड निर्भय सिन्हा ने किया.उद्घाटन समारोह में वक्ताओं ने कहा कि डॉक्टर दिनरात आवाम की सेवा में तन, मन व धन से लगे हुए हैं. कोरोना काल में डॉक्टर देवदूत बन कर आये. अपनी जान की बाजी लगाकर इस महामारी को दूर किया. इस पुनीत कार्य में कई डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण ने अपनी चपेट में ले लिया. अतिथियों का स्वागत करते हुए नया विचार के सीनियर न्यूज एडिटर कुमार राहुल ने कहा कि अखबार का काम न्यूज पहुंचाने के साथ-साथ सामाजिक परिवर्तन भी है. स्वस्थ समाज बनाने वाले डॉक्टरों के सम्मान में इस समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन नया विचार के यूनिट हेड निर्भय सिन्हा ने किया.
डॉक्टरों का धर्म मानव सेवा, हर चिकित्सक सम्मान के लायक
उद्घाटन सत्र में आइएमए भागलपुर की अध्यक्ष डॉ रेखा झा ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में नया विचार एक अग्रणी संस्थान है. इस अखबार में प्रकाशित समाचारों का जनसमूह पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है. डॉक्टरों को सम्मानित करने के लिए नया विचार परिवार बधाई के पात्र हैं. हर डॉक्टर सम्मान के लायक हैं. डॉक्टरों का धर्म मानव सेवा है. कोरोना काल में मरीजों की सेवा के दौरान कई चिकित्सक काल के मुंह में समा गये. मैंने इस महामारी के दौरान अनगिनत मरीजों को ब्लड बैंक से रक्त उपलब्ध कराया.
बिहार पहले करता है, देश बाद में करता है
जेएलएनएमसीएच के अधीक्षक डॉ हेमशंकर शर्मा ने कहा कि कोविड काल के दौरान अस्पताल में 26 हजार से अधिक मरीजों का इलाज हुआ. कोरोना मरीजों के लिए 750 बेड की व्यवस्था की गयी थी. इस दौरान ड्यूटी करते हुए कई साथी चले गये. उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों के इलाज के लिए मैंने व डॉ शांतनु घोष ने निजी क्लिनिकों में इलाज कराने वाले 60 प्रतिशत मरीजों की जानकारी ली. साथ ही प्रशासनी योजना से नियमित दवा का सेवन कराया गया. इस माॅडल को पूरे देश में अपनाया गया. नया विचार समूह का नारा है कि बिहार जागे देश आगे. अपनी समाचारों के माध्यम से निरंतर सामाजिक बदलाव की गाथा गढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार पहले करता है, देश बाद में करता है.
डॉक्टरों को याद करने के लिए नया विचार को बधाई
शहर के जाने माने 92 वर्षीय सीनियर मोस्ट सर्जन डॉ एसएन झा ने किया. डॉक्टर दिन रात मरीजों के इलाज में लगे रहते हैं. इस तनाव व भागदौड़ भरी रुटीन के बीच नया विचार ने डॉक्टरों को याद किया. साथ ही डॉक्टरों को सम्मानित करने पर नया विचार परिवार बधाई के पात्र हैं. सम्मान मिलने के बाद डॉक्टरों का आत्मविश्वास बढ़ेगा. डॉक्टरों के सम्मान में समाज को आगे आना चाहिये.
इतना डेडिकेशन किसी और प्रोफेशन में नहीं
नगर निगम की मेयर डॉ बसुंधरा लाल ने कहा कि डाॅक्टर तनाव को झेलते हुए मरीजों की पीड़ा दूर करता है. जब बीमार मरीज स्वस्थ होकर अपने चेहरे पर मुस्कान लाता है तब डॉक्टरों का तनाव दूर हो जाता है. जितना समर्पण भाव डॉक्टरों के प्रोफेशन में हैं, इतना कहीं नहीं है. डॉक्टरों का पूरा जीवन लोगों की पीड़ा दूर करने में लग जाता है. डॉक्टर सम्मान के काबिल हैं. डॉक्टरों की तरफ से मैं नया विचार का आभार प्रकट करती हूं.
डॉक्टर भी अपने स्वास्थ्य का रखें ख्याल
शहर के जाने माने चिकित्सक डॉ एके सिन्हा ने डॉक्टरों को सलाह दी कि वह अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें. नियमित योगाभ्यास करें. पहले मरीजों में बीमारी को लेकर अवेयरनेस की काफी कमी थी. डॉक्टरों के प्रयास से अब लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुए हैं. यंग डॉक्टरों पर अब देश के हेल्थ की जिम्मेदारी आ गयी है.
याद कर के डॉक्टरों को दे रहे सम्मान
जेएलएनएमसीएच के शिशुरोग विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ आरके सिन्हा ने कहा कि नेतृत्व, ब्यूरोक्रेट की महत्ता के सामने डॉक्टरों की सेवा को गौण कर दिया गया है. इन सब के बीच नया विचार ने याद कर के डॉक्टरों को सम्मानित किया है. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों के अथक प्रयास से देश में मातृ व शिशु मृत्युदर में काफी कमी आयी है. पहले लोग टीकाकरण से भागते थे. अब इससे कई बीमारी का उन्मूलन हो रहा है.
डॉक्टर सम्मान समारोह के आयोजन की बधाई दी
जेएलएनएमसीएच के सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ शांतनु घोष ने डॉक्टर सम्मान समारोह के आयोजन के लिए नया विचार को बधाई दी. उन्होंने कहा कि नया विचार ने अपनी समाचारों के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए मदद की है. वहीं टेक्नो मिशन इंटनेशनल स्कूल के निदेशक इंजीनियर अंशु सिंह ने नया विचार सम्मान समारोह में शामिल होकर हौसला आफजायी की. उन्होंने कहा कि स्वस्थ समाज ही विकसित देश का निर्माण कर सकता है. ऐसे में डॉक्टरों का हर हाल में सम्मान होना चाहिये.
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