Bihar Politics: बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने 2 मार्च को पटना में कहा था, “कांग्रेस इस बार जनता की A टीम बनकर चुनाव लड़ना चाहती है. हमारा मकसद मजबूती से चुनाव लड़ना है और पार्टी को मजबूत करना है.’ उनके इस बयान के बाद से बिहार के कांग्रेस नेताओं का तेवर बदल गया. हर रोज कांग्रेस के नेता राजद की टेंशन बढ़ा रहे हैं. अब घमासान भागलपुर के कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा के एक बयान से मच गया है. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “महागठबंधन में बिहार चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री चेहरे पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है और यह फैसला राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे. इसका फैसला राजद नेता लालू प्रसाद आपस में बैठकर करेंगे. कांग्रेस इस बार भी 70 से कम सीट पर चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है और इस बार उन्हें 70 से ज्यादा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए सीट चाहिए.”
महागठबंधन के दो प्रमुख दलों में महत्वाकांक्षा की लड़ाई
बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. इसे लेकर सभी दल अपने वोटबैंक को बढ़ाने के लिए जिलावार कार्यक्रम करा रहा है. लेकिन इस बीच महागठबंधन में राजद और कांग्रेस के बीच महत्वाकांक्षा की लड़ाई चरम पर पहुंच गई है. नंबर के हिसाब से राजद कांग्रेस से काफी आगे है इसलिए वो कांग्रेस की भागीदारी में कमतर आंक रही है. लेकिन कांग्रेस का मानना है कि उसका पुश्तैनी वोट वापस आने लगा है. सवर्ण, मुस्लिम और दलित समाज एक समय कांग्रेस मजबूत वोटबैंक थे. इन्हीं समाजों के दम पर कांग्रेस विधानसभा चुनाव में कम से कम 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का दावा कर रही जबकि तेजस्वी यादव का साफ कहना है कि सिर्फ जीतने वाले कैंडिडेट को ही टिकट दिया जाएगा.
दोनों दल के अलग-अलग दावे
बिहार विधानसभा चुनाव से राजद और कांग्रेस के नेता जिस तरह से एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं उसे देखकर कहा जा सकता है दोनों दलों में समन्वय की कमी है. लालू यादव की पार्टी और कांग्रेस में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. बिहार कांग्रेस के नए प्रभारी कृष्णा अल्लावरू के तेवर देखकर तेजस्वी यादव हैरान हैं. दोनों दल के नेता अलग- अलग दाव कर रहे हैं. दोनों पार्टियों के अंदर खींचतान चरम पर है. पहले जहां यह साफ था कि महागठबंधन के तरफ से सीएम फेस तेजस्वी यादव होंगे. उनके फेस को लेकर कोई विवाद नहीं था. लेकिन जब से कृष्णा अल्लावरू बिहार कांग्रेस के प्रभारी बने हैं तब से कांग्रेस के नेता राजद की टेंशन बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
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अजीत शर्मा के बयान पर राजद का पलटवार
कांग्रेस नेता अजीत शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि महागठबंधन की प्रशासन बनेगी तो सीएम तेजस्वी यादव ही बनेंगे. यह पहले से तय है. इफ एंड बट का सवाल ही नहीं है. राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, “राहुल गांधी और सोनिया गांधी नहीं तय करेंगे कि सीएम चेहरा कौन होगा?” आरजेडी विधायक अख्तरुल ईमान ने कहा, “तेजस्वी यादव महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा हैं. इस पर ना कोई कंफ्यूजन था और ना कोई कंफ्यूजन है. तेजस्वी यादव अपने दम पर महागठबंधन को चुनाव जितवाने का माद्दा रखते हैं.” राजद एमएलसी कारी शोएब ने कहा, “अजीत शर्मा की क्या औकात है? राहुल गांधी जी ने ही कहा है कि बिहार की जनता तेजस्वी यादव को सीएम बनाएगी.”
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