Caste Census, देवेश कुमार, मुजफ्फरपुर: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि जातीय गणना कराने की नींव बिहार से एनडीए प्रशासन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में रखी गई थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलकर पूरे देश में जातीय गणना कराने की पुरजोर मांग की थी. उनकी इस मांग के बाद ही केंद्र प्रशासन ने यह ऐतिहासिक फैसला लिया है.
सीएम नीतीश ने सामाजिक न्याय के लिए उठाये ठोस कदम- राजीव रंजन
राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के दौरान विपक्षी दलों के नेता भी उपस्थित थे, जिनमें राजद के तेजस्वी यादव भी शामिल थे. लेकिन, इस फैसले का श्रेय विपक्षी दलों को देना गलत है. उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सिर्फ नेतृत्व करते हैं, जबकि नीतीश कुमार ने हमेशा सामाजिक न्याय के लिए ठोस कदम उठाये हैं.
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को यह याद रखना चाहिए कि जनता सब जानती है और उनके झूठे दावों का सही जवाब देगी. जातीय गणना से समाज के सभी वर्गों को लाभ होगा और प्रशासन को समावेशी विकास योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी. जदयू इस फैसले का स्वागत करता है और इसे लागू करने में प्रशासन का पूरा सहयोग करेगा.
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सत्ता में रहकर सिर्फ मलाई खाती है विपक्षी पार्टियां
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभात मालाकार ने कहा कि जब तक जातियों की सही संख्या का पता नहीं चलेगा, तब तक समावेशी विकास संभव नहीं है. सत्ता में रहने पर विपक्षी पार्टियां मलाई खाती है और सत्ता से हटने के बाद विरोध करती है.
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