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Firing in Bihar: मुजफ्फपुर के बिहार यूनिवर्सिटी में फायरिंग, सुबह सुबह हॉस्टल के अंदर दहशत

Firing in Bihar: मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय में ठक्कर बापा हॉस्टल के बाहर सुबह 6 बजे कुछ अज्ञात लोगों ने आठ राउंड फायरिंग की. फायरिंग के बाद होस्टल में अफरा-तफरी मच गई. हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है. घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच कर सीसीटीवी की जांच कर रही है. बिहार विश्वविद्यालय प्रॉक्टर का कहना है कि इस मामले में वह जिला प्रशासन से सुरक्षा मंगाएंगे. सरस्वती पूजा को लेकर पिछले दिनों छात्रों के दो गुटों में मारपीट हुई थी. फायरिंग की इस घटना को उससे जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि पुलिस ने इस पर कुछ नहीं कहा है. नगर डीएसपी सीमा देवी समेत दो थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं. तीन दिन पहले भी चंदा को लेकर हुई थर मारपीट जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले भी सरस्वती पूजा के चंदा को लेकर यूनिवर्सिटी कैंपस में जमकर मारपीट हुई थी, जिसमें कई छात्र जख्मी हो गए थे. पीजी हॉस्टल और ठक्कर बापा छात्रावास के छात्र आपस में उलझ गए थे. इस दौरान जमकर हॉकी स्टिक और लात घूंसे चले थे. उस मामले की पुलिस छानबीन कर ही रही थी कि नई घटना हो गई. बताया जा रहा है कि गुरुवार की सुबह में जब छात्र सोए हुए थे, तब हॉस्टल के बाहर फायरिंग की गयी. तीन राउंड फायरिंग की बात कही जा रही है. फायरिंग के बाद अंदर के छात्रों के बीच अफरा-तफरी मच गई. 150 मीटर की दूरी पर है थाना यह घटना विश्वविद्यालय थाने से 150 मीटर की दूरी पर घटी. छात्रों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी. नगर डीएसपी सीमा देवी भी पहुंच गईं. विश्वविद्यालय थाने के साथ साथ काजी मोहम्मदपुर थाना पुलिस छानबीन कर रही है. सभी छात्रावासों में अलग अलग सरस्वती पूजा की जा रही है. इसे लेकर छात्रों का गुट चंदा वसूल रहा है. इसी क्रम में पहले मारपीट और फिर फायरिंग की समाचार मिल रही है. पुलिस छानबीन में जुट गई है. Also Read: Pragati Yatra: बताइये और क्या करना है… नीतीश कुमार ने जीविका दीदी से मांगा आइडिया The post Firing in Bihar: मुजफ्फपुर के बिहार यूनिवर्सिटी में फायरिंग, सुबह सुबह हॉस्टल के अंदर दहशत appeared first on Naya Vichar.

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Tata Motors Share Price: टाटा मोटर्स को तगड़ा झटका, Q3 में मुनाफा 22% गिरकर ₹5,451 करोड़

Tata Motors Share Price and Q3 Results: टाटा मोटर्स ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 5,451 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 22% कम है. यह गिरावट मुख्य रूप से कमजोर मार्जिन और जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) की धीमी बिक्री के कारण देखी गई. हालांकि, कुल राजस्व में मामूली सुधार हुआ है. कुल राजस्व और मार्जिन में बदलाव कंपनी का परिचालन से राजस्व साल-दर-साल 2.7% बढ़कर 1,13,575 करोड़ रुपये हो गया. हालांकि, EBITDA मार्जिन में 60 आधार अंकों की गिरावट आई और यह 13.7% पर आ गया. EBIT 10,000 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जिसमें 60 आधार अंकों का सुधार देखा गया. जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) लक्जरी वाहन ब्रांड जेएलआर ने 7.5 बिलियन पाउंड का रिकॉर्ड राजस्व दर्ज किया, जो साल-दर-साल 1.5% अधिक है. हालांकि, EBIT मार्जिन 9% रहा, जो एक दशक में सबसे अधिक है. EBITDA मार्जिन 200 आधार अंकों की गिरावट के साथ 14.2% पर आ गया. जेएलआर का कर-पूर्व लाभ 523 मिलियन पाउंड रहा, जो पिछले साल के 627 मिलियन पाउंड से कम है. चीन में मांग में गिरावट के चलते कंपनी सतर्क बनी हुई है. वाणिज्यिक वाहन (CV) खंड इस खंड का राजस्व सालाना आधार पर 8.4% घटकर 18,431 करोड़ रुपये रह गया. कमजोर बिक्री और प्रतिकूल उत्पाद मिश्रण के कारण यह गिरावट देखी गई. हालांकि, सामग्री लागत में बचत और पीएलआई (Production-Linked Incentive) योजना से समर्थन के कारण EBITDA मार्जिन 130 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 12.4% पर पहुंच गया. यात्री वाहन (PV) खंड इस खंड में राजस्व 4.3% गिरकर 12,354 करोड़ रुपये रहा. हालांकि, लागत में कटौती और पीएलआई योजना के समर्थन से EBITDA मार्जिन 120 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 7.8% पर पहुंच गया. टाटा मोटर्स के इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 19% की वृद्धि दर्ज की गई, हालांकि FAME II सब्सिडी समाप्त होने से बेड़े की बिक्री प्रभावित हुई. टाटा मोटर्स का कुल लाभ और नकदी प्रवाह  टाटा मोटर्स का कर-पूर्व लाभ 7,700 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 75 करोड़ रुपये कम है. ऑटोमोटिव फ्री कैश फ्लो 4,700 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो उच्च वॉल्यूम के कारण संभव हुआ. वित्त लागत 760 करोड़ रुपये घटकर 1,725 ​​करोड़ रुपये रह गई, जिससे सकल ऋण में कमी देखी गई. भविष्य की रणनीति और आउटलुक  कंपनी को उम्मीद है कि बुनियादी ढांचे में बढ़ते निवेश, नए उत्पाद लॉन्च और स्थिर ब्याज दरों से मांग में सुधार होगा. चौथी तिमाही में जेएलआर की बिक्री में और वृद्धि होने की संभावना है, हालांकि चीन में मांग को लेकर कंपनी सतर्क बनी हुई है. टाटा मोटर्स के ग्रुप सीएफओ पीबी बालाजी ने कहा, “हमने तीसरी तिमाही में सभी क्षेत्रों में सुधार देखा है. हमारी वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है और बाहरी चुनौतियों के बावजूद हमें अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.” Also Read : Mohammed Siraj Net Worth: IPL और ब्रांड डील्स से मालामाल हुए सिराज, नेट वर्थ जानकर चौंक जाएंगे आप  The post Tata Motors Share Price: टाटा मोटर्स को तगड़ा झटका, Q3 में मुनाफा 22% गिरकर ₹5,451 करोड़ appeared first on Naya Vichar.

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Mannat Har Khushi Paane Ki: जॉब के पहले दिन मन्नत को परेशान करने का जाल बुन रही ऐश्वर्या, क्या विक्रांत बनेगा उसका सपोर्ट सिस्टम

Mannat Har Khushi Paane Ki: कलर्स का नया सीरियल मन्नत हर खुशी पाने की इन दिनों चर्चा में है. शो में लीड रोल गुम है किसी के प्यार फेम आयशा सिंह निभा रही है. शो में आयशा के अलावा मोना वासु और अदनान खान हैं. शो में दिखाया जा रहा है कि मन्नत को रेस्तरां मेजबानी में काफी मुश्किलों बाद जॉब मिल जाती है. मन्नत वहां नौकरी करने के लिए काफी उत्साहित रहती है. हालांकि उसकी मां श्रुति और ऐश्वर्या नहीं चाहते कि वह मेजबानी में जॉब करें. श्रुति जानबूझकर विक्रांत को मेल में जवाब देते हैं कि मन्नत ये जॉब नहीं कर सकती. हालांकि मन्नत सही वक्त पर अपनी मां को वह मेल करने से रोक देती है. विक्रांत इस सोच में पड़ा मन्नत हर खुशी पाने की के लेटेस्ट एपिसोड में दिखाया जाएगा कि विक्रांत, मन्नत का साथ देने और उसके खिलाफ हो रहे साजिश को पर्दाफाश करने का सोचता है. हालांकि जब उसे किचन में मन्नत का लिखा हुआ थैंक्यू नोट मिलता है, तब वह उसके बारे में सोचने लगता है. विक्रांत को लगता है कि वह बहुत बच्ची जैसी है. तभी उसे मन्नत की ओर से भेजा गया मेल मिलता है, जिसमें लिखा होता है कि वह जॉब नहीं कर सकती. तभी अचानक मेल डिलीट हो जाता है. विक्रांत सोच में पड़ जाता है. उसे समझ नहीं आता कि आखिर हो क्या रहा है. दूसरी तरफ वह मेल ऐश्वर्या के पास भी पहुंच जाता है, लेकिन उसका फोन हैंग हो जाता है और वह नहीं पढ़ पाती. मन्नत को परेशान करने के लिए ऐश्वर्या बुन रही जाल ऐश्वर्या, मेजबानी में मन्नत को परेशान करने का प्लान करती है. वह मेज़बानी में मन्नत के पहले दिन को एक बुरे सपने की तरह बनाने की साजिश रचती है.हालांकि मन्नत मन में ठान लेती है कि वह किसी भी हाल में मेजबानी में जॉब करेगी और उस पैसे से अपनी मां का इलाज कराएगी. दूसरी तरफ मन्नत, व्रिकांत का इंस्टाग्राम प्रोफाइल चेक करती रहती है और गलती से उसे रिक्वेस्ट भेज देती है. वह जल्दी से रिक्वेस्ट को डिलीट करती है. हालांकि उसका मैसेज विक्रांत के पास चला जाता है. वह उसे टेक्सट मैसेज करता है कि क्या वह ठीक है. यह भी पढ़ें- Ghum Hai Kisikey Pyaar Meiin फेम सई ने अपने नये शो को लेकर तोड़ी चुप्पी, कहा- मन्नत की स्टोरी सुनकर… The post Mannat Har Khushi Paane Ki: जॉब के पहले दिन मन्नत को परेशान करने का जाल बुन रही ऐश्वर्या, क्या विक्रांत बनेगा उसका सपोर्ट सिस्टम appeared first on Naya Vichar.

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जीवन के हर पहलू को गहरे छूता है जयशंकर प्रसाद का साहित्य

डॉ अनीता कुमारी, युवा लेखिका(लेखिका ‘जयशंकर प्रसाद की कथा साहित्य में स्त्री चेतना’ विषय की शोधार्थी रही हैं) Jaishankar Prasad Jayanti 2025: हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार, कवि और उपन्यासकार जयशंकर प्रसाद का नाम हिंदुस्तानीय साहित्य में मील का एक पत्थर माना जाता है. 30 जनवरी, 1889 को वाराणसी में जन्मे जयशंकर जी ने अपने साहित्यिक कार्यों के माध्यम से हिंदुस्तानीय समाज, संस्कृति और जीवन के गहरे पहलुओं को उजागर किया. उनका साहित्य आज भी न केवल हिंदुस्तानीय साहित्य प्रेमियों के लिए, बल्कि समकालीन समाज के लिए भी अत्यंत प्रासंगिक है. छायावाद के आधार स्तंभों में से एक जयशंकर प्रसाद के जीवन और कृतित्व में एक गहरा संतुलन और संवेदनशीलता की झलक मिलती है. उनका साहित्य जीवन के हर पहलू को छूता है, चाहे वह प्रेम हो, संघर्ष हो, या फिर समाज और संस्कृति के मूल्य. उनका लेखन समाज में सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा भी देता है. प्रसाद का साहित्यिक कृतित्व विशेष रूप से काव्य और नाटक में परिलक्षित होता है. अपने प्रमुख उपन्यास ‘कंकाल’ में जीवन और मृत्यु के प्रतीकों के माध्यम से उन्होंने मानव अस्तित्व के बारीक पहलुओं पर विचार किया. इसमें जीवन की अस्थिरता और मृत्यु के अपरिहार्य सत्य को स्वीकार किया, जो आज के समय में भी हमें जीवन के वास्तविक अर्थ को समझने का अवसर प्रदान करता है- ‘सभी कुछ नश्वर है यहां, मृत्यु ही सर्वव्यापी है…’ ‘कंकाल’ की ये पंक्तियां जीवन और मृत्यु के रिश्ते को स्पष्ट करती हैं, जिसमें उन्होंने बताया कि मृत्यु जीवन का एक शाश्वत सत्य है और इसी रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए. आज जब लोग भौतिक सुख-सुविधा के पीछे भाग रहे हैं, प्रसाद की यह सिखावन हमें रुक कर आत्ममंथन के लिए विवश करता है. कविताओं में नारी के स्वरूप की गहराई प्रसाद के साहित्य में नारी के स्वरूप की गहराई भी झलकती है. उन्होंने नारी को समाज की सशक्त आधारशिला के रूप में प्रस्तुत किया. ‘नारी’ कविता में नारी की शक्ति और उसकी संघर्षशीलता को वे महत्व देते हैं- ‘नारी की शक्ति, हृदय की बात,वह शक्ति नहीं, जो बंदी हो रात…’ उन्होंने नारी के कर्तव्य, जिम्मेदारियां और आत्मनिर्भरता को अपनी रचनाओं में बखूबी समाहित किया है. आज जब समाज में स्त्रीओं के अधिकारों की बात की जाती है और लिंग समानता के लिए संघर्ष हो रहा है, प्रसाद की रचनाएं उस आधुनिक सोच को बल देती हैं, जो नारी को अपनी पूरी ताकत और आत्म-सम्मान के साथ जीने का साहस देती है. प्रभावशाली नाट्य लेखन प्रसाद का नाट्य लेखन भी उतना ही प्रभावशाली था. प्रसिद्ध नाटक ‘स्कंदगुप्त’ में उन्होंने हिंदुस्तानीय इतिहास की एक महान गाथा को दर्शाया. शासक स्कंदगुप्त के माध्यम से आदर्श शासक की छवि प्रस्तुत की, जो न केवल अपनी प्रजा के प्रति उत्तरदायी होता है, बल्कि राष्ट्र की भलाई के लिए अपना जीवन समर्पित करता है. वहीं इसमें स्त्री पात्रों का चित्रण उनके संघर्ष, साहस और सम्मान की बात करता है. ‘मधुराणी’ और ‘पद्मिनी’ जैसे पात्र समाज की रूढ़िवादी विचारधाराओं से बाहर अपनी पहचान बनाते हैं. इस नाटक की गूढ़ता और विचारशीलता आज भी हमें यह सिखाती है कि किसी भी समाज और राष्ट्र के निर्माण में न्याय, नैतिकता और कर्तव्य का अत्यंत महत्व होता है. प्रसाद के काव्य और नाटकों में हिंदुस्तानीय संस्कृति और आध्यात्मिक दर्शन का भी प्रमुख स्थान है. उनके नाटक ‘चिन्ह’ और ‘कन्या’ में हिंदुस्तानीय संस्कृतियों और परंपराओं की रक्षा का विचार प्रकट हुआ है. आज के दौर में जब हिंदुस्तानीय समाज अपनी जड़ों से दूर हो रहा है और पश्चिमी सभ्यता का प्रभाव बढ़ रहा है, प्रसाद की रचनाएं हमें हिंदुस्तानीय सांस्कृतिक धरोहर को पुनः पहचानने और उस मूल्य को स्थापित करने की प्रेरणा देती हैं. ‘सत्य के मार्ग से न हटो’ जयशंकर प्रसाद का जीवन और कृतित्व समाज और संस्कृति के प्रतीक के रूप में कार्य करता है. उन्होंने साहित्य के माध्यम से न केवल मानवता, धर्म, और संस्कृति की रक्षा की, बल्कि समाज को जागरूक और सशक्त बनाने का भी प्रयास किया. उनकी रचनाएं आज भी आम जनमानस के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत हैं, जो जीवन, संस्कृति और समाज के प्रति गहरी समझ और विचारशीलता को प्रकट करती हैं. आज जब समाज में समानता, संवेदनशीलता और नैतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है, प्रसाद की रचनाएं हमें एक आदर्श समाज के निर्माण की दिशा में सोचने पर मजबूर करती हैं. साथ ही यह सशक्त संदेश भी देती हैं कि हमें किसी भी स्थिति में सत्य के मार्ग से विचलित नहीं होना चाहिए, जैसा कि उन्होंने अपनी एक प्रसिद्ध पंक्ति में कहा है- ‘चाहे किसी भी पथ पर चलो, सत्य के मार्ग से नहीं हटना चाहिए.’ यह पंक्ति उनके जीवन और लेखन के मूल सिद्धांत को दर्शाती है, जो हमें अपने जीवन में सत्य, नैतिकता और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है. जयशंकर प्रसाद का योगदान हिंदुस्तानीय साहित्य में अनमोल रहेगा और उनके विचारों और रचनाओं का प्रभाव आने वाली पीढ़ियों तक बना रहेगा. उनका साहित्य केवल एक ऐतिहासिक धरोहर नहीं, बल्कि आज के समय में भी प्रासंगिक और मार्गदर्शक है, जो समाज को निरंतर जागरूक और सशक्त बनाने का कार्य करता रहेगा. The post जीवन के हर पहलू को गहरे छूता है जयशंकर प्रसाद का साहित्य appeared first on Naya Vichar.

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महाकुंभ भगदड़ में बिहार की एक और युवती की मौत की पुष्टि, बेटी की लाश के पास रोती-बिलखती रही मां

मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में स्नान करने गए बिहार के भी आधा दर्जन से अधिक श्रद्धालुओं की मौत प्रयागराज में मंगलवार की रात को मची भगदड़ में हो गयी है. महाकुंभ भगदड़ में 30 मौत की आधिकारिक पुष्टि है. वहीं बिहार के 7 लोगों की मौत के बाद ये आंकड़े बढ़े हैं. औरंगाबाद में एक बुजुर्ग स्त्री की मौत की पुष्टि पहले हुई थी. अब एक युवती की भी मौत की जानकारी सामने आयी है. वहीं बिहार के करीब दर्जन भर श्रद्धालु अब भी लापता बताए जा रहे हैं जिनकी खोज उनके परिजन कर रहे हैं. औरंगाबाद की एक और श्रद्धालु की मौत महाकुंभ भगदड़ में बिहार की 7 स्त्रीओं की मौत की जानकारी पहले आयी. जिनमें गोपालगंज की चार स्त्रीएं, सुपौल की एक, औरंगाबाद की एक और मुजफ्फरपुर की एक स्त्री श्रद्धालु शामिल थीं. वहीं अब औरंगाबाद की एक युवती की मौत की जानकारी भी सामने आयी है. महाकुंभ में मौनी अमावस्या का स्नान करने औरंगाबाद से प्रयागराज पहुंची सोनम कुमारी की भी मौत हो गई . ALSO READ: महाकुंभ भगदड़ में बिहार की 7 स्त्रीओं की मौत, प्रयागराज गए करीब दर्जन भर श्रद्धालु अब भी लापता महाकुंभ भगदड़ में बिहार की एक और युवती की मौत की पुष्टि, बेटी की लाश के पास रोती-बिलखती रही मां 2 20 वर्षीया सोनम की भी गयी जान मृतका हसपुरा थाना क्षेत्र के मनपुरा गांव निवासी स्व अरूण कुमार सिंह की पुत्री थी. पता चला कि सोनम अपनी मां रजनी कुंवर के साथ कुंभ स्नान करने गई थी. प्रयागराज से अभी तक युवती का शव हसपुरा नहीं पहुंच सका है. बता दें की गोह प्रखंड के सोशना गांव निवासी राजमणि देवी की भी महाकुंभ के भगदड़ में मौत हो गई है. प्रयगराज में गयी बिहार की स्त्रीओं की जान बिहार से बड़ी तादाद में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं. मौनी अमावस्या के दिन भी संगम में स्नान के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम रवाना हुआ था. वहीं संगम नोज पर हुई भगदड़ ने कई परिवारों की खुशियां छीन ली. किसी ने अपनी मां को प्रयागराज में खोया तो किसी की नानी इस भगदड़ की भेंट चढ़ गयी. परिजनों में मातम पसरा हुआ है. सुपौल की जिस स्त्री श्रद्धालु की मौत हुई है उसके शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका है. शव गुरुवार को प्रयागराज से उनके पैतृक गांव पहुंचेगा. The post महाकुंभ भगदड़ में बिहार की एक और युवती की मौत की पुष्टि, बेटी की लाश के पास रोती-बिलखती रही मां appeared first on Naya Vichar.

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Emergency Box Office Collection: फिल्म इमरजेंसी की कमाई लाखों में सिमटी, बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई कंगना रनौत की फिल्म

Emergency Box Office Collection Day 13: गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले यानी 17 जनवरी को कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. फिल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक प्रदर्शन किया था. हालांकि हर बीतते दिन के साथ मूवी अपनी पकड़ बनाने के लिए संघर्ष कर रही है. फिल्म की कमाई करोड़ों से अब लाखों में सिमट गई है. फिल्म ने रिलीज के 13वें दिन कितनी कमाई की, आपको बताते हैं. फिल्म इमरजेंसी का 13वें दिन कैसा रहा हाल कंगना रनौत स्टारर फिल्म इमरजेंसी 1975 से 1977 के 21 महीनों के पर बेस्ड है, जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगाया था.फिल्म में इंदिरा गांधी के रोल में कंगना दिखी थी. कंगना के अलावा फिल्म में अनुपम खेर, मिलिंद सोमन, श्रेयस तलपड़े, महिमा चौधरी और विशाक नायर अहम किरदार में दिखे हैं. सैकनिल्क के अनुसार,इमरजेंसी ने 29 जनवरी 20 लाख की कमाई की. फिल्म ने सुबह के शो में 4.99% की और दोपहर में 8.15% की ऑक्यूपेंसी रही थी. जबकि शाम में 10.38% और रात के शो में 10.00% की ऑक्यूपेंसी रही थी. फिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन फिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन पहला दिन- 2.5 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन दूसरा दिन- 3.6 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 4.25 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 1.05 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 1 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 1 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 0.9 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 0.4 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 0.85 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 1.15 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 0.2 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 0.21 करोड़ रुपयेफिल्म इमरजेंसी का कलेक्शन तीसरा दिन- 0.22 लाख रुपये फिल्म इमरजेंसी का टोटल कलेक्शन- 17.33 करोड़ रुपये यह भी पढ़ें- Emergency movie:इमरजेंसी फिल्म के इस एक्टर के मुरीद हैं मनोज बाजपेयी भी.. बिहार से है खास कनेक्शन यह भी पढ़ें- emergency movie review :कमजोर पटकथा और निर्देशन ने कंगना के दमदार अभिनय को भी बनाया कमजोर The post Emergency Box Office Collection: फिल्म इमरजेंसी की कमाई लाखों में सिमटी, बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई कंगना रनौत की फिल्म appeared first on Naya Vichar.

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जेल से बाहर आ सकेंगे पूर्व विधायक अनंत सिंह? पटना के कोर्ट में जमानत याचिका पर आज होगी सुनवाई

मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह की जमानत याचिका पर आज गुरुवार को कोर्ट में सुनवाई होगी. पटना के एमपी एमएलए के विशेष कोर्ट में यह सुनवाई होनी है. अनंत सिंह पिछले दिनों नौरंगा गांव में हुई फायरिंग मामले में आरोपित हैं और कोर्ट में सरेंडर होने के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था. अनंत सिंह पटना के बेऊर जेल में अभी बंद हैं. अनंत सिंह की तरफ से जमानत याचिका दायर की गयी थी आज पटना सिविल कोर्ट स्थित एमपी एमएलए कोर्ट में अनंत सिंह की जमानत याचिता पर सुनवाई होगी. अनंत सिंह के वकील के द्वारा दायर जमानत पत्र पर कोर्ट के द्वारा सुनवाई की जाएगी. बता दें कि अनंत सिंह की ओर से उनके वकील ने पूर्व विधायक को जमानत दिए जाने की गुहार कोर्ट से लगायी है. बताते चलें कि पुलिस की ओर से अनंत सिंह पर कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. The post जेल से बाहर आ सकेंगे पूर्व विधायक अनंत सिंह? पटना के कोर्ट में जमानत याचिका पर आज होगी सुनवाई appeared first on Naya Vichar.

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भागलपुर में गला घोंटने से हुई थी रिटायर पेशकार की मौत, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से आया मामले में नया मोड़

भागलपुर के तिलकामांझी थाना क्षेत्र के मुंदीचक स्थित मेंहदीचक सुंदर लाल लेन में बीते शुक्रवार को मुंगेर कोर्ट से रिटायर्ड जेजे बोर्ड के पेशकार संजय शेखर नारायण का शव संदिग्ध परिस्थिति में मिला था. मामले में मेडिकल कॉलेज ने तिलकामांझी पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंप दी है. जिसमें संजय शेखर नारायण की गला घोंट कर हत्या किये जाने की पुष्टि हुई है. वहीं पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से हुए खुलासे के बाद अब मामला हत्या का बन चुका है और इस मौत की गुत्थी अब और उलझ चुकी है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा हालांकि मामले में अभी तक की जांच में घर में लूटपाट या चोरी की पुष्टि नहीं है. पुलिस कई अन्य बिंदुओं पर जांच कर रही है. मामले में आयी पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पुष्टि सिटी डीएसपी ने की. डीएसपी अजय कुमार चौधरी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में संजय शेखर की मौत स्ट्रैंगुलेशन (गला घोंटने) से होने की बात आयी है. पुलिस मामले में अग्रतर जांच कर रही है. ALSO READ: Video: भागलपुर में मौसम का जादू देखिए, घनघोर कोहरे के बीच गुरुवार को कुछ ऐसा दिखा नजारा… घर में मृत मिले थे संजय शेखर बता दें कि बीते 24 जनवरी 2025 को रिटायर्ड कोर्ट कर्मी संजय शेखर नारायण का शव घर में पड़ा मिला था. मामले में मृतक की पत्नी आभा सिन्हा की ओर से आवेदन देकर अज्ञात के विरुद्ध हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था. मृतक की पत्नी ने घटन को लेकर बताया… आवेदन में मृतक की पत्नी ने जिक्र किया था कि 24 जनवरी को वह अपने एक रिश्तेदार के घर बेगूसराय में श्राद्ध कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गयी थी. इसी दौरान पूणे में रहने वाली उनकी बेटी ने फोन कर उनके पिता द्वारा फोन नहीं उठाये जाने की बात पर उन्होंने घर में रहने वाली एक स्त्री रेंटर को उनके फ्लैट में जाने को कहा था. जहां रेंटर ने संजय शेखर नारायण को मृत अवस्था में कमरे में पाया था. घटना के वक्त परिजन मामले को लेकर कुछ भी बताने से परहेज करते रहे थे. वहीं पुलिस इस मामले की जांच में जुटी थी और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था. The post भागलपुर में गला घोंटने से हुई थी रिटायर पेशकार की मौत, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से आया मामले में नया मोड़ appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Crime: खैनी न देना किरायेदार को पड़ा महंगा, मकान मालिक ने पीट-पीटकर मार डाला

Bihar Crime: गया जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के भुसुंडा बालापर मुहल्ले में बुधवार की देर शाम मकान मालिक ने खैनी नहीं देने पर गुस्से में किरायेदार को आंगन में ईंट से कूच-कूच कर मार डाला. मृतक की पहचान रामचंद्र प्रसाद सिन्हा के 35 वर्षीय पुत्र राजू सिन्हा उर्फ टेनी के रूप में की गयी है. स्थानीय थाने की पुलिस ने घटना के बाद त्वरित करवाई करते हुए आरोपित डब्लू मिस्त्री उर्फ पगला को घटनास्थल से पांच किलोमीटर दूर मंझौली गांव के समीप से गिरफ्तार कर लिया. हलवाई का काम करता था राजू जानकारी के अनुसार, मृतक राजू सिन्हा उर्फ टेनी शादी-विवाह के मौके पर हलवाई का काम करता था. वह मूल रूप से गया शहर के ब्रह्मणी घाट का रहनेवाला था. इधर छापेमारी के क्रम में आरोपित डब्लू मिस्त्री उर्फ पगला को मंझौली गांव के समीप से गिरफ्तार कर लिया गया. डीएसपी सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि विवाद का कारण मकान मालिक को खैनी नहीं देना और उसे भला बुरा बोल देना था. Also Read: प्रशासनी स्कूलों के लिए शिक्षा विभाग ने बदला नियम, हर क्लास में अब इतने शिक्षक जरूरी आरा में सड़क हादसे में दो की मौत आरा-सासाराम स्टेट हाइवे पर चरपोखरी थाना क्षेत्र के सेमरांव एवं देवढ़ी मोड़ के बीच बुधवार की सुबह वाहन ने बाइक सवार चौकीदार पुत्र समेत दो लोगों को जोरदार टक्कर मार दी. हादसे में दोनों की मौत हो गयी. जानकारी के अनुसार मृतक पीरो थाना क्षेत्र के संभल टोला गांव निवासी कृष्णा साह सह चौकीदार का 21 वर्षीय पुत्र अनिल साह है. जबकि दूसरा भी उसी गांव के निवासी दूधेश्वर चौधरी का 22 वर्षीय पुत्र नंदन कुमार है. बिहार की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें The post Bihar Crime: खैनी न देना किरायेदार को पड़ा महंगा, मकान मालिक ने पीट-पीटकर मार डाला appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Teacher News: 4 लाख से ज्यादा शिक्षकों ने नहीं बनाया अटेंडेंस, शिक्षा विभाग अब करेंगी जांच

Bihar Teacher News: बिहार में ई-शिक्षा कोष पोर्टल की तकनीकी खामियों के कारण राज्यभर के शिक्षकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कई शिक्षक, जो स्कूल में मौजूद थे, पोर्टल पर अनुपस्थित दिखाई दे रहे हैं, और इस कारण उनकी उपस्थिति शून्य दर्ज हो रही है. यह स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि कई मामलों में शिक्षकों का वेतन भी रोक लिया गया है. सिस्टम की तकनीकी समस्याएं बनीं मुख्य वजह ई-शिक्षा कोष सॉफ्टवेयर में लगातार आ रही गड़बड़ियों के कारण शिक्षक खुद को मानसिक दबाव में महसूस कर रहे हैं. 27 जनवरी की रिपोर्ट के अनुसार, राज्यभर के 75,759 स्कूलों में से 4,97,572 शिक्षकों की उपस्थिति शून्य दर्ज हो गई, जबकि इन सभी ने स्कूल में अपनी ड्यूटी पूरी की थी. पोर्टल की धीमी गति और तकनीकी खामियां बढ़ा रही समस्या जगदीशपुर, सन्हौला, नगर निगम और नवगछिया जैसे इलाकों में इंटरनेट कनेक्शन के बावजूद ऐप के धीमे काम करने और अपडेट न होने के कारण शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज करने में समस्या आ रही है. कई शिक्षकों ने बताया कि, सिस्टम पर डाटा अपडेट न होने के कारण उनकी मेहनत बेकार हो रही है. शिक्षकों पर मानसिक दबाव बढ़ा प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ, भागलपुर के अध्यक्ष डॉ. शेखर गुप्ता ने कहा कि शिक्षक इस तकनीकी समस्या के कारण मानसिक दबाव में हैं. कई बार, उपस्थिति दर्ज होने के बाद भी सिस्टम पर अपडेट नहीं होती, जिससे शिक्षक घबराहट और तनाव महसूस कर रहे हैं. ये भी पढ़े: फर्जी प्रेस और पुलिस स्टीकर वाले वाहनों पर चलेगा प्रशासन का डंडा, DGP ने दिए ये सख्त आदेश वेतन में कटौती का खतरा शिक्षकों ने यह भी बताया कि उनके वेतन में कटौती की आशंका भी बढ़ गई है, क्योंकि ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उनकी उपस्थिति सही से दर्ज नहीं हो पा रही है. ई-शिक्षा कोष सॉफ्टवेयर की इस खामी को जल्द से जल्द सुधारने की आवश्यकता है, ताकि शिक्षकों की समस्याओं का समाधान हो सके और वे मानसिक दबाव से बाहर आ सकें. The post Bihar Teacher News: 4 लाख से ज्यादा शिक्षकों ने नहीं बनाया अटेंडेंस, शिक्षा विभाग अब करेंगी जांच appeared first on Naya Vichar.

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