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Muzaffarpur News: BRABU में तीन दिवसीय इंटरनेशनल वर्कशॉप की शुरुआत, रूसी प्रोफेसर ने छात्रों से किया संवाद

Muzaffarpur News: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के रूसी भाषा विभाग में आज यानी बुधवार को तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप का शुभारंभ हुआ. यह वर्कशॉप रूसी संस्कृति और भाषा पर केंद्रित है. पहले दिन विद्यार्थियों को रूस की भाषा, साहित्य और सांस्कृतिक पहलुओं से अवगत कराया गया. वर्कशॉप में रूस के रूसी स्टेट यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमैनिटीज, मॉस्को से आए प्रो.इंदिरा गाजिएवा और प्रो.अलेक्जेंडर स्टोयारोव ने विद्यार्थियों से संवाद किया. रूसी संस्कृति की विविधताओं पर विस्तृत चर्चा की. विश्वविद्यालय के हिंदी और रूसी भाषा विभाग के छात्र-छात्राओं ने इसमें हिस्सा लिया. “हिंदी-रूसी भाई-भाई” के नारों के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई.  कार्यशाला में एमओयू पर हुई चर्चा रूसी भाषा विभाग के डॉ दिव्यम ने कहा कि इस कार्यशाला से विश्वविद्यालय के छात्रों को भविष्य में कई नए अवसर प्राप्त होंगे. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय और रूसी स्टेट यूनिवर्सिटी फॉर ह्यूमैनिटीज, मॉस्को के बीच एमओयू पर चर्चा की गयी. जल्द ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा. भविष्य में कई संयुक्त कार्यक्रमों के आयोजन पर भी सहमति बनी.  मुजफ्फरपुर की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें रूस में रोजगार के अवसर खुलेंगे डॉ सुष्मा कुमारी ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को आगे की पढ़ाई के लिए रूस जाने और वहां रोजगार के अवसर प्राप्त करने का भी मार्ग प्रशस्त होगा. प्रो.इंदिरा गाजिएवा ने हिंदुस्तान-रूस संबंधों पर चर्चा की. बताया कि जब जवाहरलाल नेहरू पहली बार रूस गए थे, तब वहां के लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया था. उन्होंने कहा कि रूस में राज कपूर और “मेरा जूता है जापानी” को विशेष रूप से पसंद किया जाता है. उन्होंने यह भी साझा किया कि वे वहां के बच्चों को हिंदी भाषा पढ़ाती हैं. ALSO READ: Muzaffarpur News: मां-बाप ने नवजात को सड़क किनारे फेंका, सिपाही ने सीने से लगाया, गोद भी लेंगे The post Muzaffarpur News: BRABU में तीन दिवसीय इंटरनेशनल वर्कशॉप की शुरुआत, रूसी प्रोफेसर ने छात्रों से किया संवाद appeared first on Naya Vichar.

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क्यों है कपूर जलाना फायदेमंद? जानें इसके आध्यात्मिक और वैज्ञानिक कारण

Camphor Benefits: घर में किसी भी प्रकार की पूजा हो कपूर का जरूर इस्तेमाल होता है. लेकिन कपूर का इस्तेमाल सिर्फ धार्मिक कार्यों में ही नहीं होता है. इसका इस्तेमाल शरीर को स्वस्थ रखने में भी किया जाता है. वहीं, देवी-देवताओं की आरती में कपूर का इस्तेमाल जरूरी होता है. हालांकि, इसके पीछे की आध्यात्मिक और वैज्ञानिक कारण बहुत ही कम लोग जानते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि कपूर को जलाने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं. वातावरण को बनाता है शुद्ध कपूर जलाने से घर का वातावरण शुद्ध होता है, क्योंकि यह हवा में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करता है. जिसकी वजह से घर में ताजगी बनी रहती है. यह भी पढ़ें- Health Tips: क्यों आपको हर रात सोने से पहले चबाने चाहिए दो लौंग? जानें कमाल के फायदे नींद को बेहतर बनाने में मददगार कपूर की महक से नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है. यह मस्तिष्क को शांत करने में मदद करता है. जिसकी वजह से अनिद्रा जैसी समस्याएं दूर हो जाती है और नींद बेहतर ढंग से आती है. मानसिक शांति और तनाव में कमी कपूर का धुआं मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है. यह मस्तिष्क को शांति प्रदान करता है और मानसिक थकान को दूर करता है. खासकर ध्यान, योग या पूजा के दौरान इसका उपयोग लाभकारी होता है. दुष्ट आत्माओं से मुक्ति घर में कपूर जलाने से नकारात्मक ऊर्जा और दुष्ट आत्माओं का प्रभाव कम हो जाता है. कपूर की तीव्र महक नकारात्मक शक्तियों को घर से बाहर रखने में मदद करती है. यह वातावरण को सकारात्मक रखने में मदद करता है. बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव कपूर के जलाने से हवा में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस नष्ट हो जाती है. इससे घर में संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता है. सर्दियों के मौसम में कपूर बहुत ही फायदेमंद माना जाता है. यह भी पढ़ें: Mental Health: सुबह 3 से 5 बजे के बीच उठने के हैं कई चमत्कारी फायदे, आप भी जानें Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post क्यों है कपूर जलाना फायदेमंद? जानें इसके आध्यात्मिक और वैज्ञानिक कारण appeared first on Naya Vichar.

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Ranchi News : रेरा में अध्यक्ष और एडजुडिकेटिंग अफसर के पद रिक्त, मांगा जवाब

रांची. झारखंड हाइकोर्ट ने रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) में अध्यक्ष व एडजुडिकेटिंग ऑफिसर की नियुक्ति को लेकर दायर पीआइएल पर सुनवाई की. चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव और जस्टिस दीपक रोशन की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई के दौरान प्रार्थी का पक्ष सुनने के बाद राज्य प्रशासन को जवाब दायर करने का निर्देश दिया. खंडपीठ ने शपथ पत्र के माध्यम से दो सप्ताह में जवाब दायर करने को कहा. अगली सुनवाई 19 मार्च को होगी अगली सुनवाई के लिए खंडपीठ ने 19 मार्च की तिथि निर्धारित की. इससे पूर्व प्रार्थी की ओर से अधिवक्ता शैलेश पोद्दार और अधिवक्ता ट्विंकल रानी ने पक्ष रखते हुए बताया कि झारखंड रेरा में वर्तमान में किसी व्यक्ति को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाकर काम चलाया जा रहा है. रेरा में छह जनवरी 2021 से अध्यक्ष का पद खाली पड़ा है. वही एडजुडिकेटिंग ऑफिसर का पद भी 25 नवंबर 2022 से खाली है. 66 केस लंबित पड़े हैं. प्रार्थी ने रिक्त पदों को शीघ्र भरने के लिए प्रशासन को आदेश देने का आग्रह किया. ज्ञात हो कि प्रार्थी शशि सागर वर्मा ने जनहित याचिका दायर कर रेरा के रिक्त पदों को भरने की मांग की है. रेरा प्रशासन द्वारा स्थापित निकाय है, जो राज्य में रियल एस्टेट क्षेत्र को नियंत्रित करता है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Ranchi News : रेरा में अध्यक्ष और एडजुडिकेटिंग अफसर के पद रिक्त, मांगा जवाब appeared first on Naya Vichar.

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विद्यार्थियों के हित में आइसा ने निकाला विरोध मार्च

संवाददाता, पटना कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्ट्स एंड साइंस महाविद्यालय के मुख्य द्वार से आइसा के सैकड़ों विद्यार्थियों ने पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय तक विरोध मार्च निकाला. कुलसचिव ने प्रशासन के द्वारा आंदोलनकारी विद्यार्थियों द्वारा दिये गये ज्ञापन पर बातचीत करने के लिए आइसा के प्रतिनिधिमंडल को बुलाया. आइसा के आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने कुलसचिव के सामने सोलह सूत्री मांगों को लेकर हुई सकारात्मक वार्ता पर अनिश्चितकालीन घेराबंदी को समाप्त किया. अनिश्चितकालीन घेराबंदी के दौरान सभा का आयोजन किया गया. सभा का संचालन राज्य परिषद सदस्य रूपक व अध्यक्षता आइसा नेत्री मुस्कान ने किया. सभा को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए आइसा राज्य अध्यक्ष प्रीति व सचिव सबीर कुमार ने कहा कि बिहार भर में स्कूली शिक्षा से उच्च शिक्षा तक पहुंचने में छात्रों के ड्राॅपआउट का मुख्य कारण महाविद्यालय में धांधली और भ्रष्टाचार का बढ़ना है. आरपीएम काॅलेज के प्राचार्य की मनमानी और धांधली छात्राओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही थी. आइसा के आंदोलन के प्रति विश्वविद्यालय प्रशासन का सकारात्मक रवैया रहा. आने वाले दिनों में अन्य महाविद्यालयों की तमाम समस्याएं को दूर करने का आश्वासन कुलसचिव महोदय ने दिया. आठ प्रतिनिधिमंडल सदस्य में राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी, आइसा सदस्य ऋषि कुमार, मुस्कान, आशना, मीनाक्षी, सिमरन, मुस्कान, सोनम आदि मौजूद रहे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post विद्यार्थियों के हित में आइसा ने निकाला विरोध मार्च appeared first on Naya Vichar.

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Deoghar news : डीसी व एसपी की निगरानी में चौकीदार बहाली के लिए हुई शारीरिक दक्षता परीक्षा

प्रतिनिधि, मोहनपुर. मोहनपुर प्रखंड अंतर्गत चौपा मोड़ में स्थित जैप पांच के मैदान में बुधवार को डीसी विशाल सागर व एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग की देखरेख में दक्षता परीक्षा ली गयी. जिले में चौकीदारों के रिक्त पदों के लिए शारीरिक परीक्षा को लेकर दो दिवसीय आयोजन किया गया, जिसमें पहले दिन 427 अभियर्थियों ने शारीरिक दक्षता की परीक्षा दी. बता दे कि जिले मे चौकीदार बहाली के रिक्त पदों पर सीधी नियुक्ति के लिए 22 दिसंबर को हुई लिखित परीक्षा के बाद सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक जांच परीक्षा दो दिवसीय 29 और 30 जनवरी को जैप पांच देवघर के मैदान में आयोजित किया गया. इस दौरान डीसी ने शारीरिक दक्षता परीक्षा कार्य में लगे सभी अधिकारियों व कर्मियों को निर्धारित नियमों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करते हुए पूरी पारदर्शिता बरतने का निर्देश दिया. हाइटेक उपकरण का इस्तेमाल कर ली गयी शारीरिक परीक्षा शारीरिक जांच परीक्षा में निष्पक्षता हेतु विभिन्न हाइटेक उपरकरणों का उपयोग किया गया, जिसमें रनिंग स्टेटस सेंसर,बॉयोमेट्रिक जांच, स्कैनिंग कैमरा, वीडियोग्राफी आदि किसी प्रकार की असुविधा या गड़बड़ी की गुंजाइश न रहे, साथ ही अभ्यर्थियों की सुविधा व सुरक्षा हेतु पेयजल, चलंत शौचालय, चिकित्सकों की टीम व मेडिकल स्टाफ, बैठने हेतु टेंट की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी थी. ताकि अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो. इधर बच गये सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक जांच परीक्षा गुरुवार को भी ली जायेगी. मौके पर एसडीएम रवि कुमार,एसडीपीओ अशोक कुमार समेत कई जिला व प्रखंड के अधिकारी व पदाधिकारी उपस्थित थे… डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Deoghar news : डीसी व एसपी की निगरानी में चौकीदार बहाली के लिए हुई शारीरिक दक्षता परीक्षा appeared first on Naya Vichar.

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बिहार के लिए तोहफा लेकर आया नया साल, सबौर कृषि विश्वविद्यालय को मिला ‘ड्रैगन फ्रूट पोल डिगर’ का पेटेंट

भागलपुर: बिहार में भागलपुर के बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू), सबौर ने 2025 का पहला पेटेंट प्राप्त कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. यह पेटेंट ‘ड्रैगन फ्रूट पोल डिगर’ के लिए प्राप्त हुआ है, जो ड्रैगन फ्रूट की खेती में उपयोग किए जाने वाले खंभों के लिए गड्ढा खोदने का डिजाइन है. दरअसल, ड्रैगन फ्रूट एक कैक्टस प्रजाति का पौधा है, जिसे खंभों के सहारे की आवश्यकता होती है. इन खंभों के सहारे पौधा कई वर्षों तक उत्पादक बना रहता है. दीमक प्रतिरोधी गुणों के कारण सीमेंट के खंभों को प्राथमिकता दी जाती है. किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा इस नवोन्मेषी पोल डिगर के विकास में डॉ. शमीम, डॉ. महेश, डॉ. वसीम, डॉ. सत्यनारायण, डॉ. फोजिया, डॉ. सनोज कुमार, डॉ. अनिल कुमार सिंह और डॉ. डीआर. सिंह सहित वैज्ञानिकों की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा. दावा किया जा रहा है कि यह उपकरण कम लागत वाला, टिकाऊ और किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा. इसके उपयोग से ड्रैगन फ्रूट बगानों में दक्षता और उत्पादकता में वृद्धि होगी. उगाने पर प्रशासन देगी 40 प्रतिशत सब्सिडी इस उपलब्धि के संदर्भ में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. डीआर. सिंह ने कहा, “ड्रैगन फ्रूट पोल डिगर के माध्यम से खेतों में श्रम लागत कम होगी, दक्षता बढ़ेगी और पौधों की उत्पादकता में सुधार होगा. इस पहल को प्रशासन की 40 प्रतिशत सब्सिडी योजना अधिक मजबूती प्रदान करेगी.” विश्वविद्यालय के निदेशक (शोध) डॉ. अनिल कुमार सिंह ने पेटेंट को विश्वविद्यालय की नवाचार क्षमता का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह किसानों के लिए एक उपयोगी तकनीकी समाधान होगा. बिहार प्रशासन ने ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है, जिसके तहत 21 जिलों में बड़े पैमाने पर खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी. विश्वविद्यालय को मिलेगी पेटेंट रॉयल्टी ‘ड्रैगन फ्रूट पोल डिगर’ को किसानों तक पहुंचाने के लिए विश्वविद्यालय स्टार्टअप और इनक्यूबेशन सपोर्ट करेगा, जबकि कृषि उपकरण निर्माता या सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम से करार कर इस उपकरण का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाएगा. किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र और किसान मेलों में इसका प्रदर्शन किया जाएगा तथा विश्वविद्यालय इसे एक लाइसेंस मॉडल में बदल सकता है, जहां कोई भी कंपनी इसे उत्पादित कर किसानों को बेच सकती है, जिससे विश्वविद्यालय को पेटेंट रॉयल्टी मिलेगी. इसे भी पढ़ें: BPSC छात्रों के समर्थन में उतरे चिराग पासवान, बोले- गलती को सुधारें आयोग The post बिहार के लिए तोहफा लेकर आया नया साल, सबौर कृषि विश्वविद्यालय को मिला ‘ड्रैगन फ्रूट पोल डिगर’ का पेटेंट appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Mega Job Camp: बिहार में हजारों लोगों के लिए नौकरी पाने का सुनहरा मौका, एक फरवरी को लगेगा मेगा जॉब कैंप

Bihar Mega Job Camp: बिहार प्रशासन के श्रम संसाधन विभाग और जिला नियोजनालय बक्सर के सहयोग से 1 फरवरी को बक्सर स्थित आईटीआई परिसर, चरित्रवन में एक मेगा जॉब कैंप का आयोजन किया जाएगा. यह कैंप सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चलेगा, जिसमें 2000 से अधिक पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी. इस एक दिवसीय नियोजन और व्यावसायिक मार्गदर्शन मेले में 25 से ज्यादा प्रतिष्ठित निजी कंपनियां भाग लेंगी. निशुल्क होगी भर्ती प्रक्रिया जानकारी के अनुसार, यह मेगा जॉब कैंप पूरी तरह निशुल्क होगा, जिससे बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इसके अलावा, इस आयोजन में विभिन्न प्रशासनी विभागों द्वारा स्वरोजगार और कौशल प्रशिक्षण से जुड़ी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. जिला नियोजन पदाधिकारी अनिश तिवारी ने बताया कि इच्छुक उम्मीदवार अपने शैक्षणिक प्रमाण पत्र, बायोडाटा और पासपोर्ट साइज फोटो के साथ किसी भी कार्यालय दिवस में जिला नियोजनालय में अपना पंजीकरण कर सकते हैं. यदि किसी को जॉब कैंप या अन्य नियोजन संबंधी समस्याओं का समाधान चाहिए तो वे मोबाइल नंबर 9661920182 पर संपर्क कर सकते हैं. इन कंपनियों में मिलेगी नौकरी इन कंपनियों द्वारा विभिन्न पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी: नेशनल करियर सर्विस (एनसीएस) उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक क्वेसकॉर्प प्राइवेट लिमिटेड समावेश फिनसर्व प्रा. लिमिटेड वेलस्पन इंडिया लिमिटेड नव हिंदुस्तान फर्टिलाइजर लिमिटेड ज़ोमैटो एसआईएस सिक्योरिटी शिव शक्ति एग्रीटेक लिमिटेड एकैरियो इंडिया फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस स्वदेशी अमर फार्मा नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ओएसएस प्लेसमेंट लिमिटेड विवेक स्किल मिशन आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लिमिटेड रोजगार ढाबा राजरे सिक्योरएक्स प्राइवेट लिमिटेड वीलीड स्टाफिंग प्राइवेट लिमिटेड अयानत एलआईसी आमधाने प्राइवेट लिमिटेड ग्रीनटास प्राइवेट लिमिटेड गीगा कोरसोल सानवी ग्रीन टेक प्राइवेट लिमिटेड डेल्हीवेरी स्किल्जडेस्क प्राइवेट लिमिटेड जी4एस सिक्योरिटी एचआरवीएस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड Also Read: BSEB Board Exam 2025: नकल रोकने के लिए बिहार बोर्ड सख्त, जूते-मोजे पहनकर परीक्षा देना मना Also Read: Success Story: IAS दूल्हा और IPS दुल्हन ने वेलेंटाइन डे पर मंदिर में लिए थे सात फेरे, दिलचस्प है इनकी सफलता की कहानी The post Bihar Mega Job Camp: बिहार में हजारों लोगों के लिए नौकरी पाने का सुनहरा मौका, एक फरवरी को लगेगा मेगा जॉब कैंप appeared first on Naya Vichar.

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Health Tips:- आपके शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल हो जाएगा गायब ,आज से शुरू करें इन चीजों का सेवन

इंसानी शरीर में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना कई गंभीर बीमारियों के आगमन का संकेत होता है. कोलेस्ट्रॉल के वृद्धि से किडनी की बीमारी, हार्ट अटैक, स्ट्रोक ,ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारियां होने की संभावना होती है. शरीर में कोलेस्ट्रॉल की वृद्धि हमारे असंतुलित दिनचर्या और अजीबो – गरीब आहार का परिणाम होता है. हम प्रतिदिन भोजन के रूप में कई तरह के स्वादयुक्त लेकिन अपशिष्ट खाद्य पदार्थों से पेट भरने की आदी हो चुके हैं. इन खाद्य पदार्थों में भरपूर तेल ,मसाला, नमक और कई केमिकल्स भी मिलाए जाते हैं जिसकी वजह से अंततः ये खाद्य पदार्थ स्वादयुक्त किंतु अपशिष्ट बन जाते हैं. जब इनको भोजन समझकर खाया जाता है तब ये खाद्य पदार्थ शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बनाते हैं. ये बैड कोलेस्ट्रॉल कई शारीरिक बीमारियों को लेकर आते हैं. अब शरीर से इन बैड कोलेस्ट्रॉल को निकालना जरूरी है वैसे कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने के कई तरीके हैं लेकिन आज इस लेख में हम कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने वाले कुछ खाद्य पदार्थों का जिक्र करेंगे जैतून का तेल खाने में अक्सर लोग वनस्पति तेल का इस्तेमाल करते हैं जो हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है. लेकिन वही जैतून के तेल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और इसका इन्फ्लेमेटरी गुण खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है जबकि अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है. इससे हार्ट डिजीज का खतरा भी कम होता है. फाइबर से भरपूर सब्जियां और फल फाइबर से भरपूर सब्जियों और फल का सेवन कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित रखता है. ब्रोकली, गाजर ,टमाटर ,ककडी,पालक,लहसुन, स्वीट पोटेटो, भिंडी, नींबू, संतरा, अमरूद , सेब, एवोकाडो, बेर आदि फाइबर से भरपूर होते हैं. हमारे प्रतिदिन के आहार में फाइबर की मात्रा कम होने पर मोटापा, पेट, दिल की बीमारियो के होने का खतरा बना रहता है. फाइबर युक्त भोजन शरीर में शुगर को अवशोषित कर लेता है और मेटाबॉलिज्म तेज कर देता है जिससे शरीर में बैड कोलेस्ट्रोल जमा नही होने पाता है. डार्क चॉकलेट हमारे शरीर में एलडीएल (LDL) यानी बैड कोलेस्ट्रॉल की अधिकता को ही हाई कोलेस्ट्रॉल कहते हैं. डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है और स्टीयरिक एसिड भी होता है जिससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है. इसको संतुलित मात्रा में खाने से शरीर में एलडीएल (LDL) यानी की बैड कोलेस्ट्रोल और बीपी का लेवल कम होता है. ओट्स का सेवन दूर करेगा कोलेस्ट्रॉल को ओट्स में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है जो हमारे मेटाबॉलिज्म को तेज रखता है और शुगर को अवशोषितकरता है जिसके परिणामस्वरुप शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल नही जमा हो पाता है. ओट्स का सेवन हमारे पाचन तंत्र को भी मजबूत रखता है जिससे शरीर में एक्स्ट्रा वसा जमा नहीं हो पाता है. The post Health Tips:- आपके शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल हो जाएगा गायब ,आज से शुरू करें इन चीजों का सेवन appeared first on Naya Vichar.

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5 Essential Qualities of a good student:  काक चेष्टा, बको ध्यानं… जानें एक आदर्श विद्यार्थी के लिए इस श्लोक का महत्व

5 Essential Qualities of a good student:  विद्यार्थी जीवन में सफलता पाने के लिए सिर्फ मेहनत ही काफी नहीं होती, बल्कि कुछ खास गुणों का होना भी जरूरी है. हमारे प्राचीन ग्रंथों में विद्यार्थियों के लिए कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं, जिनमें से एक प्रसिद्ध श्लोक है – “काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च.अल्पहारी गृह त्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं..” इस श्लोक में पांच ऐसे गुण बताए गए हैं, जो एक आदर्श विद्यार्थी को अपनाने चाहिए. आइए जानते हैं इन गुणों का महत्व 5 essential qualities of a good student:  काक चेष्टा, बको ध्यानं… जानें एक आदर्श विद्यार्थी के लिए इस श्लोक का महत्व 1. काक चेष्टा (कौए जैसी कोशिश) कौआ बहुत ही चतुर और परिश्रमी पक्षी होता है. वह लक्ष्य तक पहुंचने के लिए हरसंभव प्रयास करता है. एक विद्यार्थी को भी अपनी पढ़ाई में ऐसी ही लगन और निरंतर प्रयास करने की आदत डालनी चाहिए. 2. बको ध्यानं (बगुले जैसा ध्यान) बगुला मछली पकड़ने के लिए पूर्ण एकाग्रता के साथ पानी में खड़ा रहता है. ठीक इसी तरह, विद्यार्थी को भी पढ़ाई के समय पूरा ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इधर-उधर की बातों में ध्यान भटकाने से बचना चाहिए. 3. श्वान निद्रा (कुत्ते जैसी सतर्क नींद) कुत्ता हल्की सी आहट से भी जाग जाता है. विद्यार्थी को भी अधिक गहरी नींद लेने के बजाय कम सोकर ज्यादा सतर्क रहना चाहिए ताकि उसका पढ़ाई में कोई नुकसान न हो. 4. अल्पहारी (कम भोजन करने वाला) विद्यार्थियों को अधिक भारी भोजन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में आलस्य बढ़ सकता है. हल्का और पौष्टिक भोजन करने से दिमाग तेज होता है और एकाग्रता बनी रहती है. 5. गृह त्यागी (घर छोड़ने वाला यानी आराम से दूर रहने वाला) अच्छे विद्यार्थी को आराम और विलासिता से दूर रहकर पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए. लक्ष्य प्राप्त करने के लिए मेहनत करना जरूरी है, इसलिए आलस्य त्यागकर पढ़ाई को प्राथमिकता देनी चाहिए. विद्यार्थी जीवन का सही उपयोग तभी संभव है जब व्यक्ति इन पांच गुणों को अपनाए. कड़ी मेहनत, एकाग्रता, अनुशासन और सही आदतें ही किसी को सफलता की ओर ले जाती हैं. अगर कोई विद्यार्थी इन बातों को अपनाता है, तो निश्चित ही उसका भविष्य उज्ज्वल होगा. Also Read: Vastu Tips: वास्तु की शक्ति को करें अनलॉक ये 6 पेंटिंग आपकी किस्मत बदल के रख देगी. Also Read: Vastu Benefits of Couple Swan Sculpture: रिश्तों में कभी नहीं आएगी खटास घर पर रखें दो हंसो का जोड़ा The post 5 Essential Qualities of a good student:  काक चेष्टा, बको ध्यानं… जानें एक आदर्श विद्यार्थी के लिए इस श्लोक का महत्व appeared first on Naya Vichar.

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पेसा नियमावली से जुड़ी भ्रांतियां कर लें दूर, झारखंड जनाधिकार महासभा ने लोगों से की ये अपील

रांची : झारखंड में अभी पेसा, 1996 की नियमवाली लागू भी नहीं हुआ है लेकिन इससे पहले ही लोगों के बीच में इसे लेकर कई भ्रांतियां फैल रही हैं. इन्हीं भ्रांतियों को दूर करने के लिए झारखंड जनाधिकार महासभा ने बड़ा कदम उठाते हुए लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है. साथ ही इस संगठन ने लोगों से अपील की है कि वह दिग्भ्रमित न हों. क्या है लोगों के मन में भ्रांतियां झारखंड जनाधिकार महासभा का स्पष्ट कहना है कि झारखंड के अनुसूचित क्षेत्र पेसा के अधिकांश महत्वपूर्ण प्रावधानों से वंचित हैं. झारखंड पंचायती राज अधिनियम, 2001 के अंतर्गत अनुसूचित क्षेत्र को पेसा के अधिकांश प्रावधानों और शक्तियों से वंचित रखा गया है. लोगों के मन में ये भ्रांति आज भी है कि पेसा लागू होने से चुनाव आधारित पंचायत व्यवस्था खत्म हो जाएगी. असल में पेसा संविधान के भाग 9 में दिये पंचायत व्यवस्था के उपबंधों को पांचवी अनुसूची क्षेत्र में कई अपवादों और उपान्तरणों के साथ विस्तार करता है. पंचायत त्रिस्तरीय होगा और उसके लिए चुनाव भी होगा. इस कानून का मूल यही है कि अनुसूचित क्षेत्र में त्रि-स्तरीय पंचायत व्यवस्था के प्रावधानों का विस्तार होगा. लेकिन आदिवासी सामुदायिकता, स्वायत्तता और पारंपरिक स्वशासन इस पंचायत व्यवस्था का मुख्य केंद्र बिंदु होगा. गांव राजस्व गांव से भिन्न होगा. समाज ही गांव को परिभाषित करेगा. ऐसी पारंपरिक ग्रामसभा को संवैधानिक और सर्वोपरि दर्जा होगा. हाल के दिनों में वायरल हुए था पेसा नियमावली से संबंधित संशोधित ड्राफ्ट झारखंड प्रशासन ने पिछले 2.5 वर्षों में पेसा नियमावली बनाने के लिए टीआरआई में कई चर्चाओं का आयोजन कर कुछ लोगों का सुझाव लिया था. इसके बाद 2023 में पंचायती राज विभाग ने एक ड्राफ्ट नियमावली अपने वेबसाइट पर डालकर सुझाव आमंत्रित किया था. लेकिन अनेक सुझावों को जोड़ा नहीं गया था. हाल के दिनों में एक संशोधित ड्राफ्ट सोशल मीडिया में साझा किया जा रहा है जिसे विभाग का फाइनल ड्राफ्ट बताया जा रहा है. हालांकि, विभाग ने संशोधित ड्राफ्ट अभी तक सार्वजानिक नहीं किया है. Also Read: झारखंड में जल्द लागू हो सकती है पेसा नियमावली, कैबिनेट में भेजने की चल रही है तैयारी सोशल मीडिया में साझा हुए ड्राफ्ट में कई खामियां झरखंड जनाधिकार महासभा का कहना है कि सोशल मीडिया में साझा हुए ड्राफ्ट में कई गंभीर खामियां हैं. नियमावली के अनेक प्रावधान पेसा के प्रावधानों के विपरीत हैं. नियमावली आदिवासी स्वायत्तता और प्राकृतिक संसाधनों पर सामुदायिक अधिकार को सुनिश्चित और सुरक्षित नहीं करती. उदाहरण के लिए, पेसा के अनुसार ग्रामसभा को आदिवासी भूमि का गलत तरीके के हस्तांतरण को रोकने और ऐसी भूमि वापिस करवाने की शक्ति होगी. लेकिन ड्राफ्ट नियमावली में निर्णायक भूमिका उपायुक्त की है. इसी प्रकार सामुदायिक संसाधनों पर ग्रामसभा के मालिकाना अधिकार का स्पष्ट व्याख्यान नही है. झारखंड पंचायती राज अधिनियम, 2001 को संशोधित करने की जरूरत झारखंड जनाधिकार महासभा का कहना है कि सबसे पहले पेसा में दिए गये सभी अपवादों और उपन्तारणों के अनुरूप झारखंड पंचायती राज अधिनियम, 2001 को संशोधित करने की जरूरत है. उदाहरण के लिए, झारखंड पंचायती राज अधिनियम, 2001 में राजस्व ग्राम को बुनियादी इकाई माना गया है, जबकि पेसा के अनुसार पारंपरिक ग्राम सभा बुनियादी इकाई है. साथ ही, झारखंड पंचायती राज अधिनियम, 2001 में पारंपरिक ग्राम सभा की प्रमुखता, सामुदायिक संसाधनों पर अधिकार, पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था और आदिवासी स्वायत्तता संबंधित अनेक प्रावधान पूर्ण रूप से शामिल नहीं हैं. इसे संशोधित करने के बाद ही पेसा के तहत नियमावली को कानून का पूरा बल मिलेगा. पेसा “अबुआ राज” की स्थापना की ओर बड़ा कदम झारखंड के अनुसूचित क्षेत्रों में “अबुआ राज” की स्थापना की ओर पेसा एक महत्त्वपूर्ण कदम है. पेसा लागू करवाने की पूरी प्रक्रिया लोगों के साथ मिलकर संचालित होनी चाहिए. इसे लेकर संगठन ने राज्य प्रशासन से कई मांग की है. क्या है झारखंड जनाधिकार महसभा की मांग पेसा के सभी अपवादों और उपन्तारणों के अनुरूप झारखंड पंचायती राज अधिनियम, 2001 को संशोधित किया जाये. इसके बाद पेसा नियमावली के वर्तमान ड्राफ्ट की खामियों को पेसा कानून की मूल भावना के अनुरूप ठीक किया जाये. यह पूरी प्रक्रिया आदिवासियों, पारंपरिक आदिवासी स्वशासन प्रणाली के प्रतिनिधियों और आदिवासी अधिकारों और पांचवीं अनुसूची के मसले पर संघर्षरत जन संगठनों के साथ मिलकर पूर्ण पारदर्शिता के साथ चलायी जाये. पूरी प्रक्रिया को 6 महीने के अंदर पूरा कर पेसा को मजबूती के साथ जमीनी स्तर पर लागू किया जाये. राज्य प्रशासन आदिवासियों, पारंपरिक आदिवासी स्वशासन प्रणाली के प्रतिनिधियों और आदिवासी अधिकारों और पांचवीं अनुसूची के मसले पर संघर्षरत जन संगठनों के प्रतिनिधियों व विभागीय पदाधिकारियों की एक समिति का गठन किया जाए जो राज्य व केंद्र के सभी कानूनों का अध्ययन कर पेसा के अनुरूप संशोधनों का सुझाव देगी. साथ ही, PESA की धारा 4(o) के अनुसार छठी अनुसूची के स्वशासी परिषद अनुरूप ढांचे का प्रारूप भी सुझावित करेगी. Also Read: Hemant Soren Gift: हेमंत सोरेन कैबिनेट से झारखंड राज्य उच्चतर शिक्षा पुरस्कार योजना को मंजूरी, छह प्रस्तावों पर लगी मुहर The post पेसा नियमावली से जुड़ी भ्रांतियां कर लें दूर, झारखंड जनाधिकार महासभा ने लोगों से की ये अपील appeared first on Naya Vichar.

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