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निर्मला सीतारमण ने दिया पाई-पाई का हिसाब, कहां से आता है पैसा और किधर होता है खर्च

Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट संसद में पेश कर दिया है. इस साल के बजट में उन्होंने मिडिल क्लास, सैलरीड पर्सन, वरिष्ठ नागरिक, छोटे उद्यमियों, विद्यार्थियों और सभी वर्ग के लोगों को कुछ न कुछ देने का ही काम किया. उनके बजट ऐलान से सभी वर्ग के लोग गदगद दिखाई दे रहे हैं. हर आदमी प्रशासन की साहखर्ची पर वाह-वाह कर रहा है. लेकिन यह कोई नहीं जानता कि प्रशासन देश की जनता पर जो पैसा खर्च करती है, वह आता कहां से है? आप यह जानकर हैरान होंगे कि वित्त मंत्री ने प्रशासन की आमदनी और खर्च का पाई-पाई का हिसाब दे दिया है कि 1 रुपये में कितना पैसा कहां से आता है और किधर खर्च होता है. कहां से आता है पैसा वित्त मंत्री ने लगातार अपने आठवें आम बजट में प्रशासन के आमद-खर्च का जो 1 रुपये का हिसाब दिया है, उस 1 रुपये की कमाई में सबसे अधिक 24 पैसा उधारी और अन्य जिम्मेदारियों से आता है. इसके बाद 22 पैसा इनकम टैक्स, 18 पैसा जीएसटी और दूसरे टैक्स, 17 पैसा कॉरपोरेट टैक्स, 9 पैसा गैर-कर प्राप्तियां, 5 पैसा केंद्रीय उत्पाद शुल्क, 4 पैसा सीमा शुल्क और 1 पैसा गैर-ऋण पूंजीगत प्राप्तियों से आता है. इसे भी पढ़ें: Budget 2025: इनकम टैक्स में बड़ा बदलाव, 12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं किधर जाता है पैसा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रशासन को होने वाली आमद के बारे में बताया है, तो उन्होंने खर्च के बारे में पूरा हिसाब दिया है. उन्होंने बताया है कि प्रशासन 1 रुपये की होने वाली आमदनी में से 22 पैसा टैक्स और शुल्कों में राज्यों को उनकी हिस्सेदारी के रूप में भुगतान करती है. इसके अलावा, 20 पैसा ब्याज के भुगतान में करती है, 16 पैसा केंद्रीय क्षेत्र योजना (रक्षा पर पूंजीगत व्यय और सब्सिडी को छोड़कर), 8 पैसा रक्षा, 8 पैसा वित्त आयोग और अन्य स्थानान्तरण, 8 पैसा केंद्रीय योजना, 4 पैसा पेंशन, 6 पैसा सब्सिडी और 8 पैसा अन्य मदों में खर्च किया जाता है. इसे भी पढ़ें: आज ही घर जाकर चेक करें अपना सीटीसी, कहीं इनकम टैक्स के दायरे में तो नहीं है कमाई The post निर्मला सीतारमण ने दिया पाई-पाई का हिसाब, कहां से आता है पैसा और किधर होता है खर्च appeared first on Naya Vichar.

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Budget 2025: आम आदमी के इलाज पर खर्च के मामले में भारत से आगे भूटान, जानिए इस बार स्वास्थ्य पर कहां खर्च होगा पैसा

Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को रिकॉर्ड लगातार 8वीं बार बजट पेश किया. इस दौरान उन्होंने दावा किया कि यह बजट देश के विकास की रफ्तार बढ़ाने, विकास करने और, निजी क्षेत्र में निवेश को बढ़ाने वाला होगा. प्रशासन वित्त वर्ष 2025-26 में कुल बजट का करीब 6 फीसदी स्वास्थ्य के क्षेत्र में खर्च करेगी. इस बार प्रशासन ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुल 98,311 करोड़ रुपए आवंटित की है. पिछले बजट की बात की जाए, तो स्वास्थ्य के क्षेत्र में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है. पिछली बजट में प्रशासन ने कुल 90,659 रुपए आवंटित की है. ऐसे में आइए जानते हैं कि स्वास्थ्य के लिए इस बजट में क्या-क्या खास है. मेडिकल की सीटों में इजाफा प्रशासन ने स्वास्थ्य मेडिकल की पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए और अस्पतालों में डॉक्टर की कमी को दूर करने के लिए जरूर कदम उठाया है. प्रशासन ने बजट में ऐलान किया कि आगामी साल में अस्पतालों और कॉलेजों में 10 हजार अतिरिक्त सीटें जोड़ने की बात कही है. वहीं 5 साल में कुल 75 हजार सीटें बढाई जाएगी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्रॉडबैंड की कनेक्टिविटी बढ़ाने की बात प्रशासन ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्रशासनी माध्यमिक विद्यालयों में ब्रॉडबैंड की कनेक्टिविटी बढ़ाने की बात कही है, जिससे गांव-गांव तक टेलीमेडिसिन और अन्य डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के लाभ मिलने में आसानी रहेगी. यह भी पढ़ें- Budget 2025: शादी के सीजन में निर्मला ताई ने सस्ती कर दीं लेनदेन की ये चीजें, लिस्ट में देखें क्या-क्या कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की दवाओं के दाम घटे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में ऐलान किया कि 36 जीवन रक्षक दवाओं के आयात पर कस्टम ड्यूटी में छूट मिलेगा. हालांकि ये छूट कितना होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है. वहीं 6 जीवन रक्षक दवाओं के आयात पर सिर्फ 5 फीसदी ड्यूटी लगेगी. जबकि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की दवाओं के दाम घटाए जाएंगे. इसके अलावा, मेडिकल उपकरणों को सस्ता किया जाएगा. फिलहाल, इन पर छूट कितनी होगी, यह स्पष्ट तौर पर अभी नहीं कहा जा सकता है. वित्त मंत्री ने हर जिले में कैंसर देखभाल केंद्र स्थापित करने का भी ऐलान किया है, जिसमें 200 केंद्र 2025-26 में खोले जाएंगे. कैंसर की इन दवाओं पर कस्टम ड्यूटी हुई जीरो Trastuzumab Deruxtecan Osimertinib Durvalumab भूटान आम आदमी के स्वास्थ्य पर खर्च करने में हिंदुस्तान से आगे किसी भी देश के हेल्थ सिस्टम को जानने के लिए सबसे पहले यह जानना होता है कि इलाज पर व्यक्ति कितना खर्च करता है. दरअसल, इलाज कराते समय पूरा खर्च आम आदमी की जेब से नहीं जाता है. प्रशासन द्वारा डॉक्टर की फीस, जांच और दवाओं पर सब्सिडी भी दी जाती है. इसके बाद व्यक्ति जो खर्च करता है, वह आउट ऑफ पॉकेट एक्सपेंडिचर कहा जाता है. ऐसे में वर्ल्ड बैंक के रिपोर्ट के मुताबिक, यह ज्ञात हुआ है कि हिंदुस्तान में स्वास्थ्य के लिए आम आदमी अपने जेब से 49.8 फीसदी रुपए खर्च करता है, जबकि प्रशासन 50.2 फीसदी खर्च करता है. रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है कि पड़ोसी देश भूटान आम आदमी के इलाज पर खर्च करने में हिंदुस्तान और चीन से भी आगे है. यहां प्रशासन 81.2 फीसदी खर्च खुद उठाती है, जबकि 18.8 फीसदी पैसा आम आदमी उठाता है. The post Budget 2025: आम आदमी के इलाज पर खर्च के मामले में हिंदुस्तान से आगे भूटान, जानिए इस बार स्वास्थ्य पर कहां खर्च होगा पैसा appeared first on Naya Vichar.

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बिहार को मिले विशेष सौगात से गदगद हुए नीतीश के MP, बोले- लंबी छलांग लगाने को हम तैयार

Special Gift For Bihar: जदयू से राज्य सभा सांसद संजय झा ने बजट 2025 को ऐतिहासिक बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2025 में जहां मध्यवर्ग को आयकर में बड़ी राहत दी गई है, वहीं युवाओं, स्त्रीओं, किसानों और गरीबों के हित में सर्वसमावेशी दृष्टिकोण के साथ अनेक दूरगामी फैसले लिये गये हैं. यह बजट मिथिला और बिहार के लिए कई महत्वपूर्ण सौगात लेकर आया है. इन सौगातों से जहां प्रदेश के विकास को नई गति मिलेगी, वहीं युवाओं, किसानों और उद्यमियों की आय में वृद्धि के लिए नये मार्ग भी खुलेंगे. हमें खुशी है कि नये एयरपोर्ट सहित बिहार की महत्वपूर्ण जरूरतों के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विभिन्न अवसरों पर दिये गये सुझावों को इस बजट में समाहित किया गया है. कुल मिलाकर यह बजट देश में विकास की क्षेत्रीय असमानता को कम करने तथा बिहार को विकसित प्रदेश बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा.” विरोध करने वालों पर साधा निशाना बजट को बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़ने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए संजय झा ने कहा, “दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि जिन दलों की केंद्र प्रशासनों ने आजादी के बाद दशकों तक बिहार की घोर उपेक्षा की थी, उसके नेता केंद्रीय बजट 2025-26 में बिहार को मिली विशेष सौगातों से विचलित हो रहे हैं और इसे ‘बिहार का बजट’ बता रहे हैं. मखाना हमारे मिथिला का एक प्रमुख कृषि उत्पाद ही नहीं, पहचान भी है। देश-दुनिया में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में बजट में बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना का ऐलान एक क्रांतिकारी फैसला है. मखाना बोर्ड की स्थापना से जहां मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं मखाना किसानों को वैश्विक बाजार में अपनी उपज को बेहतर मूल्य प्राप्त होगा. यह कदम मिथिला के किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित होगा, और बिहार के कृषि क्षेत्र में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा.” बाढ़ के प्रभाव को कम करने के लिए होगा प्रयास जदयू एमपी ने आगे लिखा, “पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के लिए सहायता की आस भी इस बजट से पूरी हुई है. यह सिंचाई परियोजना मिथिला और आसपास के क्षेत्र में कृषि के विकास के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है. बजट घोषणा से अतिरिक्त 50,000 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी, जिससे मिथिला में कृषि उत्पादन में वृद्धि और किसानों की आय में सुधार होगा। साथ ही कोसी नदी की बाढ़ का प्रभाव भी कम होगा.” बिहार से विदेश के लिए शुरू होगी विमान सेवा संजय झा ने कहा, “बिहार में विमान सेवाओं का विस्तार करने की दिशा में भी वित्त मंत्री ने अहम घोषणाएं की हैं. बिहार में एक ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ ही पटना एयरपोर्ट के विस्तार की घोषणा अत्यंत महत्वपूर्ण है. इन घोषणाओं से बिहार में एयर कनेक्टिविटी में सुधार होगा और विदेश के लिए भी सीधी उड़ान सेवा शुरू होगी. इससे राज्य में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा और प्रदेश के विकास में नये आयाम जुड़ेंगे.” बिहार की तजा समाचारों के लिए क्लिक करें लंबी छलांग लगाने को तैयार बिहार जदयू एमपी ने लिखा, “पटना आईआईटी के विस्तार और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी जैसे नए शिक्षण संस्थानों की स्थापना की घोषणा से बिहार में शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में और अधिक उन्नति होगी. बिहार के छात्रों को बिहार में ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और शोध के अवसर मिलेंगे, जिससे राज्य की युवाओं की क्षमता को एक नई दिशा मिलेगी. कुल मिलाकर बजट में जो दूरगामी फैसले लिये गये हैं, उनसे सभी वर्गों और तबकों को खुशी हुई है. बिहार के हित में जो विशेष घोषणाएं की गई हैं, उनके बिहार के विकास की गति और तेज होगी. केंद्रीय बजट में बिहार को पिछले साल ढांचागत विकास के लिए मिली विशेष सहायता के बाद इस साल फिर से बिहार पर विशेष ध्यान दिये जाने के आधार पर हम यकीन के साथ कह सकते हैं कि बिहार को विकसित एवं आत्मनिर्भर प्रदेश बनाने के नीतीश कुमार के प्रयासों को नया बल मिलेगा और अगले पांच साल में बिहार विकास की एक बड़ी छलांग लगाएगा. बिहार के विकास से विकसित हिंदुस्तान के निर्माण के मोदी प्रशासन के प्रयासों को बल मिलेगा.” इसे भी पढ़ें: Budget 2025: ‘बिहार, बिहार, बिहार, बिहार…’, जानें ममता की MP ने बजट पर क्यों कहीं ये बात The post बिहार को मिले विशेष सौगात से गदगद हुए नीतीश के MP, बोले- लंबी छलांग लगाने को हम तैयार appeared first on Naya Vichar.

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Health Tips: इन 5 संकेतों को महिलाएं न करें नजरअंदाज, ब्रेस्ट कैंसर का हो सकता है खतरा

Health Tips: खराब लाइफस्टाइल और अनियमित दिनचर्या के कारण आजकल कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा बढ़ता जा रहा है. समय पर इसके शुरुआती संकेतों को पहचानकर और सही उपचार से इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है. ऐसे में स्त्रीओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसलिए, यह जरूरी है कि स्त्रीएं इसके लक्षणों को पहचानें और समय पर उपचार करें. आइए जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर के कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों के बारे में जो आपको इस बीमारी को पहचानने में मदद करेंगे और आपकी जान बचाएंगे. यह भी पढ़ें- Health Tips: क्या आप भी चावल और रोटी एक साथ खाते हैं? तो सतर्क हो जाइए, वरना घेर लेंगी ये बीमारियां यह भी पढ़ें- Health Tips: भाग जाएगी सुस्ती, दिनभर रहेंगे एनर्जेटिक, बस रोजाना खाएं ये चीजें स्तन में गांठ यदि आपको अपने स्तन में कोई गांठ या सूजन महसूस होती है, तो यह ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है. गांठ दर्दनाक या दर्द रहित हो सकती है, लेकिन यह बहुत जरुरी है कि आप इसे नजरअंदाज न करें. स्तन में गांठ के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन ब्रेस्ट कैंसर भी एक संभावना है. स्तन का आकार या रूप में बदलाव स्तन के आकार या रूप में कोई बदलाव आना  भी ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है. अगर आपको लगता है कि आपके स्तन  साइज में  में कोई बदलाव आया है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.   निप्पल से दूध या रक्त का रिसाव निप्पल से दूध या रक्त का रिसाव कई कारण से हो सकते हैं जिसमें ब्रेस्ट कैंसर भी हो सकता है. अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो आपको ब्रेस्ट कैंसर की जांच अवश्य करनी  चाहिए. स्तन की त्वचा में बदलाव अगर आपके स्तन की त्वचा पर लालिमा, सूजन, या धब्बे, हो रहे हैं या है तो यह ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है. आपको इस लक्षण को पहचानकर डॉक्टर के पास जाना चाहिए. जलन या सिकुड़न स्तन पर जलन या सिकुड़न महसूस होने पर इसे नजरअंदाज न करें क्यूंकि यह ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है. अगर आप भी स्तन पर ऐसा महसूस करती हैं तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से संपर्क करें. इनपुट- शुभ्रा लक्ष्मी यह भी पढ़ें- Health Tips:- अगर आप भी नही कर पा रहे हैं अपने काम पर फोकस तो जरूरत है एकाग्रता बढ़ाने की, करें ये उपाय The post Health Tips: इन 5 संकेतों को स्त्रीएं न करें नजरअंदाज, ब्रेस्ट कैंसर का हो सकता है खतरा appeared first on Naya Vichar.

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Health Budget 2025: सरकारी अस्पतालों में खोला जाएगा डे केयर कैंसर सेंटर, जानिए आम लोगों को कैसे मिलेगी राहत

Health Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने 8वें बजट में कहा कि देश के प्रशासनी अस्पतालों में डे केयर कैंसर सेंटर (Day Care Cancer Center) शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि देशभर में कैंसर के सुगम इलाज के लिए अगले तीन सालों में सभी जिला अस्पतालों में डे केयर कैंसर सेंटर खोला जाएगा. इसका सबसे बड़ा फायदा आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को होगा. प्रशासन अस्पताल में ही मरीजों को सारी सुविधाएं देगी. हाल के दिनों में देश में कैंसर मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. ऐसे में डे केयर कैंसर सेंटर खुलने से मरीजों को काफी फायदा हो सकता है. कैंसर रोगियों को मिलेगा फायदा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रशासन अगले तीन साल में सभी जिला अस्पतालों में डे केयर कैंसर सेंटर खोलेगी. केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 में ही 200 सेंटर खोले जाएंगे. इसका सबसे ज्यादा फायदा कैंसर पीड़ितों, दुर्लभ बीमारियों और अन्य गंभीर पुरानी बीमारियों से पीड़ित रोगियों को होगा. कैसे मरीजों को फायदा पहुंचाएगा डे केयर सेंटर? कैंसर डे केयर सेंटर में कई आधुनिक उपकरणों से मरीजों का इलाज होगा. यहां कीमोथेरेपी से लेकर जरूरी दवाएं तक दी जाएंगी. डे केयर सेंटर में कैंसर मरीजों को इस बीमारी के निपटने में भी मदद की जाएगी. यहां मरीजों और उनके परिजनों को चिकित्सीय सलाह और अन्य सहायता प्रदान की जाएगी. अस्पताल में भर्ती करने की नहीं पड़ेगी जरूरत कैंसर का इलाज करा रहे रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आम तौर पर पेशेंट को अस्पताल में एडमिट करने और इलाज करने में काफी खर्च आता है, लेकिन डे केयर सेंटर खुल जाने से कैंसर के रोगी को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. पीड़ित शख्स कीमोथेरेपी लेने के बाद पूरे दिन अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में रहेगा, इसके बाद शाम को वो घर आ सकता है. Also Read: Budget 2025: इनकम टैक्स में बड़ा बदलाव, 12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं The post Health Budget 2025: प्रशासनी अस्पतालों में खोला जाएगा डे केयर कैंसर सेंटर, जानिए आम लोगों को कैसे मिलेगी राहत appeared first on Naya Vichar.

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Union Budget 2025: ‘सब कुछ बिहार को दे दिया’, बजट 2025-26 पर फूटा विपक्ष का गुस्सा

Union Budget 2025 : कांग्रेस ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘बिहार को पूरा दे दिया.’ कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने केंद्रीय बजट 2025 की आलोचना करते हुए दावा किया कि “बिहार जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, को घोषणाओं का खजाना मिला है, जबकि आंध्र प्रदेश का नजरअंदाज किया गया है. कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह पिछले 10 सालों का सबसे कमजोर बजट है.” कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम बोले- हम विवरण पर गौर करेंगे फिर देंगे बयान कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा, “बजट के बारे में कोई भी समझदारी भरा बयान देने से पहले हम इसके विवरण पर गौर करें. क्योंकि बजट हमेशा ही विवरणों में उलझा रहता है और हम केवल वित्त मंत्री के भाषण को सुनकर कोई भी निर्णय नहीं ले सकते. कई नए प्रस्ताव आए हैं, लेकिन हमें यह भी देखना चाहिए कि पिछले बजट में घोषित प्रस्तावों का क्या हुआ. पिछले बजट में भी कुछ बड़ी योजनाओं की घोषणा की गई थी. तो उनकी स्थिति क्या है?. यह भी पढ़ें: Budget 2025: इनकम टैक्स में बड़ा बदलाव, 12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं पिछले बजट में जो दिया गया था, उसे इस बार दोहराया गया : तेजस्वी यादव आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ” उन्होंने बिहार को विशेष पैकेज देने की बात नहीं की. मुझे यकीन नहीं है कि वे बिहार को विशेष राज्य का दर्जा भी देंगे या नहीं. आज का बजट बिहार के साथ अन्यायपूर्ण था. पिछले बजट में जो दिया गया था, उसे इस बार दोहराया गया है. ट्रेन का किराया महंगा हो रहा है. उसमें कोई राहत नहीं दी गई है.” यह भी पढ़ें: पीएम मोदी के बिहार दौरे से पहले NDA ने मिडिल क्लास को साधा, टैक्स छूट का विधानसभा चुनाव में दिखेगा असर? शत्रुघ्न सिन्हा बोले टैक्स में छूट 15 लाख होनी चाहिए थी केंद्रीय बजट 2025 पर टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “बिहार मेरी ताकत है और मुझे बिहार के लिए प्रावधान देखकर अच्छा लगा, लेकिन अभी चुनाव का समय भी है, तो क्या यह बिहार को आगे ले जाने वाला चुनावी बजट था? बिहार में बुनियादी ढांचे का विकास अच्छा है, लेकिन क्या यह पर्याप्त है? पहले बताए गए बड़े विशेष पैकेजों का क्या हुआ? बिहार को ध्यान में रखते हुए यह बजट लॉलीपॉप जैसा लगता है. अब वेतनभोगी वर्ग की बात करें तो छूट 12 लाख की जगह 15 लाख होनी चाहिए थी, लेकिन फिर भी हम इसकी सराहना करते हैं. अभी भी बहुत सी चीजों का अध्ययन करने की जरूरत है.” यह भी पढ़ें: Budget 2025: बिहार के बिहटा में बनेगा ब्राउन फील्ड एयरपोर्ट, बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया ऐलान बिहार को क्या मिला? केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में बिहार के अपना खजाना खोल दिया. उन्होंने मखाना बोर्ड की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता और आईआईटी पटना की क्षमता में विस्तार सहित कई अन्य घोषणाएं कीं. बिहार में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के निर्माण के अलावा राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान की स्थापित की जाएगी. The post Union Budget 2025: ‘सब कुछ बिहार को दे दिया’, बजट 2025-26 पर फूटा विपक्ष का गुस्सा appeared first on Naya Vichar.

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बिहार को बाढ़ से बचाने के लिए वित्त मंत्री का बड़ा ऐलान, पश्चिमी कोशी नहर के लिए पैसा देगी मोदी सरकार

बिहार: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में 2025-2026 का आम बजट पेश किया.  इस दौरान उन्होंने बिहार के लिए कई योजनाओं की घोषणा की. केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण बजट पेश करने के जैसे ही लोकसभा पहुंचीं और लोगों ने उन्हें मधुबनी पेंटिंग उकेरी साड़ी पहने दिखा, तभी लोगों की उम्मीद बढ़ गई कि बिहार को बहुत कुछ मिलेगा. केंद्र प्रशासन ने भी लोगों को नाराज नहीं किया और कई तोहफे दिए. बारिश का मौसम आते ही बिहार के सीमांचल के इलाके में हर तरफ तबाही का मंजर नजर आता है. बल्कि लाखों की संख्या में लोगों को पलायन करना पड़ता है. ऐसे में केंद्र प्रशासन ने इस तबाही को रोकने के लिए बड़ा ऐलान किया है और  पश्चिमी कोशी नहर ईआरएम परियोजना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की है.  पश्चिमी कोशी नहर के लिए पैसा देगी मोदी प्रशासन लगातार बाढ़ की विभीषिका झेलते रहने वाले बिहार के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पश्चिमी कोशी नहर ईआरएम परियोजना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की, जिससे बिहार के मिथिलांचल क्षेत्र में 50,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर खेती करने वाले बड़ी संख्या में किसानों को लाभ मिलेगा. इसे भी पढ़ें: Budget 2025: बिहार के बिहटा में बनेगा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट, बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया ऐलान बिहार में स्थापित होगा मखाना बोर्ड वित्त मंत्री ने बिहार के लिए मखाना बोर्ड बनाने की घोषणा की जबकि राज्य में नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट बनाए जाएंगे. इसके अलावा पटना आईआईटी और पटना एयरपोर्ट का भी विस्तार किया जाएगा. केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि मखाना के उत्पादन, विपणन और प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए बिहार में मखाना बोर्ड स्थापित किया जाएगा. माना जा रहा है कि यह घोषणा बिहार के किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी और मखाना बोर्ड के गठन होने से किसानों को और भी लाभ हो सकते हैं. इसे भी पढ़ें: अबकी बार किसानों पर मेहरबान, मोदी प्रशासन ने बजट में अन्नदाताओं के लेकर किया बड़ा ऐलान The post बिहार को बाढ़ से बचाने के लिए वित्त मंत्री का बड़ा ऐलान, पश्चिमी कोशी नहर के लिए पैसा देगी मोदी प्रशासन appeared first on Naya Vichar.

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Budget 2025: बिहार के लाखों कैंसर मरीज को होगा फायदा, सभी 38 जिलों में बनेगा डे केयर कैंसर सेंटर

Budget 2025: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज यानी शनिवार को आम बजट पेश किया. बजट भाषण के दौरान उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि प्रशासन अगले तीन वर्षों में सभी जिला अस्पतालों में ‘डे केयर’ कैंसर केंद्रों की स्थापना की जाएगी. इनमें से 200 सेंटर इसी वित्त वर्ष (2025-26) में स्थापित किए जाएंगे. इस योजना के तहत बिहार में हर साल मिलने वाले करीब 80-90 हजार कैंसर मरीजों के लिए इलाज की सुविधा आसान हो जाएगी.   अस्पतालों में 10,000 अतिरिक्त सीट जोड़ी जाएंगी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि अगले पांच वर्षों में मेडिकल कॉलेजों में 75,000 सीटें जोड़ने का लक्ष्य है. अगले वर्ष मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में 10,000 अतिरिक्त सीट जोड़ी जाएंगी. गिग वर्कर्स को पीएम-जय के तहत स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और इस उपाय से लगभग एक करोड़ श्रमिकों को सीधा लाभ होने का लक्ष्य है. मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सीट बढ़ाने के बारे में उन्होंने कहा कि हमारी प्रशासन ने 10 वर्षों में स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा की करीब 1.1 लाख सीट बढ़ाई हैं, यानी इसमें 130 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. बिहार की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें 36 जीवन रक्षक दवाएं टैक्स फ्री वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2025-26 में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज को राहत प्रदान की है. उन्होंने अपने बजट भाषण में ऐलान किया कि कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से संबंधित 36 जीवन रक्षक दवाओं को टैक्स फ्री कर दिया जाएगा. इस पर लगने वाले कस्टम ड्यूटी को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा. इसका नतीजा ये निकलेगा कि अब इन दवाओं पर कोई भी टैक्स नहीं लगेगा. मरीजों को टैक्स फ्री ये दवाइयां उपलब्ध कराई जाएगी. ALSO READ: Budget 2025 में बिहार के लिए ये हैं 5 बड़े ऐलान, एयरपोर्ट से लेकर मखाना बोर्ड तक का हो गया इंतजाम The post Budget 2025: बिहार के लाखों कैंसर मरीज को होगा फायदा, सभी 38 जिलों में बनेगा डे केयर कैंसर सेंटर appeared first on Naya Vichar.

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Parenting Tips: बच्चे इन गलतियों की वजह से बन जाते हैं मां-बाप के दुश्मन, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे?

Parenting Tips: जब घर पर छोटे शिशु होते हैं तो हमारे लिए उनका सही तरीके से ख्याल रखना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है. आपकी एक छोटी सी गलती आपके शिशु के दिमाग पर जीवनभर रहने वाला असर छोड़ सकती है. आज की यह आर्टिकल उन माता-पिता के लिए काफी काम की होने वाली है जिनके घर पर छोटे शिशु हैं और वे नहीं चाहते हैं कि उनकी किसी भी गलती का उनके शिशु के दिमाग पर गलत असर पड़े. आज हम आपको माता-पिता की कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अगर समय रहते न सुधारा गया तो उनके शिशु ही उनसे नफरत करने लग जाते हैं. तो चलिए इन गलतियों के बारे में विस्तार से जानते हैं. भावनाओं को न समझना माता-पिता अगर कोई सबसे बड़ी गलती कर सकते हैं तो वह है अपने बच्चों की भावनाओं को नजरअंदाज करने की. एक पैरेंट होने के नाते आपको कभी भी अपने बच्चों की भावनाओं को अनदेखा नहीं करना चाहिए. अगर आपके शिशु अपने अंदर चल रही भावनाओं को आपके सामने रख रहे हैं चाहे वह भावना प्रेम, गुस्सा या फिर चिड़चिड़ाहट का ही क्यों न हो, आपको उन्हें सुनना जरूर चाहिए. जब आप उनकी भावनाओं को समझते नहीं है और सुनते नहीं है तो ऐसे में वे आपसे दूरी बनाने लग जाते हैं. पैरेंटिंग से जुड़ी ट्रेंडिंग समाचारें यहां पढ़ें ये भी पढ़ें: Parenting Tips: रात में बच्चों के कपड़े घर से बाहर क्यों नहीं सुखाने चाहिए? जानें धार्मिक और वैज्ञानिक कारण ये भी पढ़ें: Parenting Tips: हर सुबह अपने बच्चों से जरूर कहें ये बातें हर बात पर रोक-टोक अगर आपके घर पर शिशु हैं तो इसका यह मतलब बिलकुल नहीं है कि आप उन्हें हर बात के लिए रोकें. आपको अपने बच्चों को सिर्फ गलत बातों के लिए रोकना या फिर टोकना चाहिए. हर बात पर या फिर हद से ज्यादा रोक-टोक करना कभी भी सही नहीं होता है. शिशु के हर फैसले पर दखलंदाजी करने से भी आपको बचना चाहिए. जब आप जरूरत से ज्यादा रोक-टोक करते हैं तो आपके बच्चों के अंदर चिड़चिड़ाहट बनने लगती है. बच्चों की इज्जत न करना अगर आपके शिशु बड़े हो रहे हैं तो इस समय आपको इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि आप उनसे कैसा बर्ताव कर रहे हैं. कई बार पैरेंट्स यह भूल जाते हैं कि उनके शिशु बड़े हो रहे हैं और अब उन्हें भी इज्जत या फिर रेस्पेक्ट की जरूरत है. ऐसे में आपको हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि आप अपने शिशु की बेइज्जती किसी और शिशु या फिर बड़े के सामने न करें. जब आप ऐसा करते हैं तो आपके शिशु भी आगे चलकर जीवन में कभी आपको इज्जत नहीं देते हैं. ये भी पढ़ें: Parenting Tips: बच्चों के भविष्य को बर्बाद कर देती हैं आपकी ये गलतियां, बचपन भी हो जाता है खराब The post Parenting Tips: शिशु इन गलतियों की वजह से बन जाते हैं मां-बाप के दुश्मन, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे? appeared first on Naya Vichar.

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Delhi Election 2025: बजट में मध्य वर्ग को रियायत देने का दिल्ली चुनाव पर पड़ सकता है असर

Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच आम बजट में मध्य वर्ग को आयकर सीमा में छूट देकर केंद्र प्रशासन ने एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक चला है. आम बजट में 12 लाख की आय पर कोई कर नहीं देने की घोषणा से मध्य वर्ग को काफी राहत मिलने की संभावना है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में आयकर स्लैब में बड़ा फेरबदल कर मध्य वर्ग को चकित कर दिया. प्रशासन के इस फैसले का दिल्ली चुनाव पर असर पड़ सकता है. प्रशासन की घोषणा के बाद दिल्ली का मध्य वर्ग भाजपा के पक्ष में मतदान कर सकता है. इससे पहले 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा कर मोदी प्रशासन प्रशासनी कर्मचारियों और पेंशनरों को बड़ा तोहफा दे चुकी है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की ओर से लगातार मध्यवर्ग पर करों का बोझ हाेने को लेकर प्रशासन की आलोचना की जाती रही. विपक्षी दल प्रशासन पर टैक्स टेरेरिज्म का आरोप लगाते रहे. ऐसे में केंद्र प्रशासन के फैसले से विपक्ष के आरोप की धार कुंद होगी. हाल ही में अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मध्य वर्ग को कई तरह की रियायत देने की मांग की थी. लेकिन किसी को उम्मीद नहीं थी कि बजट में मध्य वर्ग को लेकर मोदी प्रशासन इतना बड़ा फैसला ले सकती है. केंद्र की घोषणा से दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी को मुश्किलाें का सामना करना पड़ सकता है.  आम आदमी पार्टी को हो सकता है नुकसान  दिल्ली में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है. ऐसे में एक-सीट पर जीत हासिल करने के लिए पार्टियों की ओर से मेहनत की जा रही है. पार्टियों की ओर से हर वर्ग को साधने की कोशिश की जा रही है. लेकिन दिल्ली में मध्य वर्ग का एक बड़ा समूह है. ऐसे में आयकर के स्लैब में बदलाव की घोषणा कर मोदी प्रशासन ने इस वर्ग को साधने की कवायद की है. पिछले दो चुनाव से मध्य वर्ग और निम्न मध्य वर्ग का समर्थन आम आदमी पार्टी को मिलता रहा है. लेकिन इस बार हालात पहले जैसे नहीं है. भाजपा की ओर से इस वर्ग को साधने के लिए कई स्तर पर काम कर रही है. मध्य वर्ग की रियायत का असर दिल्ली के सभी विधानसभा सीटों पर होने की संभावना है और इसका सीधा लाभ भाजपा को मिल सकता है. पार्टी पहले ही प्रशासनी कर्मचारियों को साध चुकी है और अब मध्य वर्ग को रियायत देकर यह संदेश देने की कोशिश की गयी है कि भाजपा की केंद्र प्रशासन हर वर्ग के हित का ख्याल रखती है. इस घोषणा से केंद्र और दिल्ली प्रशासन के लगभग 10 लाख कर्मचारी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर  20 लाख लोगों को लाभ मिलेगा. इसके अलावा बुजुर्ग नागरिकों को भी कई तरह की रियायत देने का बात कही गयी है. बजट में हर वर्ग को साधने के लिए घोषणा की गयी है.  The post Delhi Election 2025: बजट में मध्य वर्ग को रियायत देने का दिल्ली चुनाव पर पड़ सकता है असर appeared first on Naya Vichar.

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