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बिहार के इस जिले के युवाओं को नौकरी के लिए नहीं करना होगा बड़े शहरों का रूख, CM नीतीश ने दिया तोहफा

नया विचार – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वर्तमान में अपनी प्रगति यात्रा के तहत राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे हैं. इस यात्रा का पहला चरण पश्चिम चंपारण के बेतिया से शुरू हुआ, जहां उन्होंने कोरोना काल के दौरान बेतिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा स्थापित किए गए ‘चनपटिया मॉडल’ का अवलोकन किया. इस मॉडल के तहत, अब चनपटिया औद्योगिक क्षेत्र के विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। चनपटिया मॉडल’ से रोजगार का नया रास्ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दौरे के बाद, चनपटिया के बाजार समिति परिसर की 29.30 एकड़ भूमि को कृषि विभाग से उद्योग विभाग को हस्तांतरित किया जा रहा है. इसके अलावा, चनपटिया के स्टार्टअप जोन में वस्त्र उद्योग से जुड़ी इकाइयों को विशेष सहायता देने की योजना है, और इन इकाइयों को बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति, 2022 के तहत वित्तीय मदद भी प्रदान की जाएगी. कुंदन कुमार की पहल से चनपटिया में बढ़ रहा औद्योगिक विकास ‘चनपटिया मॉडल’ की शुरुआत उस वक्त हुई थी जब कुंदन कुमार बेतिया के जिलाधिकारी थे. कोरोना महामारी के दौरान, उन्होंने बाहरी राज्यों से बिहार लौटे श्रमिकों को रोजगार देने के उद्देश्य से चनपटिया में एक स्टार्टअप ज़ोन स्थापित किया था. यह मॉडल अब धीरे-धीरे फल-फूल रहा है, और इस क्षेत्र में अब 50 से ज्यादा उद्यमी काम कर रहे हैं. पहले ये लोग बड़े शहरों में काम की तलाश करते थे, लेकिन अब ‘चनपटिया मॉडल’ के तहत वे अपने गांव में ही रोजगार पा रहे हैं. कोरोना काल में ग्रामीण रोजगार सृजन की सफलता कहानी इस पहल ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान किया है, बल्कि उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में भी मदद की है. कुंदन कुमार की इस पहल से यह साबित होता है कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और उद्योगों का विकास बिहार के आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.

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आचार्य किशोर कुणाल को मिले भारत रत्न, केंद्रीय मंत्री ने बताई वजह

नया विचार-  केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव रहे स्वर्गीय आचार्य किशोर कुणाल को हिंदुस्तान रत्न देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि जिस रूप में उन्होंने जाति, धर्म, पंथ से ऊपर उठकर मानवता की सेवा की है, वह प्रशंसनीय है. जीतन राम मांझी पटना में पूर्व आईपीएस अधिकारी, बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद के पूर्व अध्यक्ष और महावीर मंदिर न्यास समिति के संस्थापक सचिव आचार्य स्वर्गीय किशोर कुणाल के श्राद्ध कर्म में शामिल हुए. कुर्जी स्थित बिहार विद्यापीठ परिसर में आयोजित श्राद्धकर्म में उन्होंने किशोर कुणाल के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. जीतन राम मांझी ने बताई वजह जीतन राम मांझी ने कहा, “स्वर्गीय किशोर कुणाल ने जिस रूप से मानवता की सेवा की, उन्होंने सैकड़ों संस्थाएं बनाई, जिस रूप में उन्होंने जाति, धर्म, पंथ से ऊपर उठकर काम किया. पुलिस विभाग में रहकर भी बेदाग छवि बनाए रखा. ऐसी स्थिति में हमने मांग की है कि उनको हिंदुस्तान रत्न की उपाधि मिलनी चाहिए.” इंडिया गठबंधन पर क्या बोले मांझी केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इंडी गठबंधन में टूट को लेकर हो रही बयानबाजी पर कहा कि हम लोग बहुत पहले कहते थे कि एक जंतु होता है, जिसको एक तराजू पर तौला नहीं जा सकता. वे लोग उसी प्रकार के जंतु हैं. कभी उछल-कूद कर इधर होंगे, कभी उधर होंगे, यह उसी का नतीजा है. इस गठबंधन का शुरू से ही कोई मकसद नहीं है. विकास के लिए तो ऐसा वे कर नहीं रहे हैं. उनका एक ही मकसद है, कौन प्राइम मिनिस्टर बनेगा, लीडर कौन बनेगा? जिसका उद्देश्य खत्म है, उसका टूटना स्वाभाविक है. तेजस्वी इंडिया गठबंधन के बड़े नेता नहीं हैं- जीतन राम मांझी राजद नेता तेजस्वी यादव के ‘इंडी गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था’ वाले बयान पर पूछने पर उन्होंने कहा, “वे इंडिया गठबंधन के बड़े नेता तो हैं नहीं, नेता कोई दूसरा है. उनका कुछ बयान आता, तो हम कुछ कह सकते थे. वे सिर्फ अपने मनोरंजन के लिए ऐसा बोल रहे हैं। यहां पर भी वे लोग टुकड़ों में बटेंगे.” उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार एनडीए में रहेंगे. पहाड़ की तरह वह एनडीए में डटे हुए हैं. अभी हाल में ही उनका बयान भी आया था, उसके बाद यह प्रश्न करना ही बेमानी है. एनडीए पूरी तरह एकजुट है और बिहार चुनाव में दो तिहाई के साथ एनडीए की प्रशासन बनेगी और नीतीश कुमार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे.

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CM Nitish ने INDIA गठबंधन नाम का किया था पुरजोर विरोध, जदयू एमपी ने किया बड़ा दावा

नया विचार – इंडिया गठबंधन में शामिल दलों में घमासान मचा हुआ है. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रही है. सपा ने इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को अपना समर्थन दिया है. ममता बनर्जी भी केजरीवाल के साथ हैं. तेजस्वी यादव ने बक्सर में कहा था कि इंडिया गठबंधन बस लोकसभा चुनाव 2024 तक के लिए था. अब इस पर जदयू की प्रतिक्रिया आई है. जदयू सांसद संजय झा ने कहा है कि बिहार सीएम नीतीश कुमार ने सबसे पहले इस नाम का ही विरोध किया था. क्या बोले संजय कुमार झा JDU सांसद संजय कुमार झा ने कहा, “INDIA गठबंधन का नाम तो बड़ा रख दिया गया, जिसका नीतीश कुमार ने विरोध भी किया था लेकिन कभी भी इसमें कोई एकरूपता नहीं थी. INDIA गठबंधन के लोग एक परिवार से बाहर देख ही नहीं सकते हैं. देश के लिए उनका क्या विजन है या क्या नीति है उस बारे में कोई बात ही नहीं थी. लोकसभा चुनाव से ही यह विभाजित गठबंधन था. जब हम (JDU) इस गठबंधन से अलग हुए तब ही हमने देख लिया कि इसका क्या परिणाम होने वाला है.” केजरीवाल पर भी भड़के संजय झा दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल ने गुरुवार को बिहार-यूपी के लोगों पर आपत्तिजनक बयान दिया था. उनके बयान पर जदयू सांसद ने कहा, “अरविंद केजरीवाल आपको बिहार-यूपी के लोगों से आपको इतनी नफरत क्यों है. आपको नहीं भूलना चाहिए कि दिल्ली आपकी जागीर नहीं, देश की राजधानी है, और सभी देशवासियों की है. बिहार-यूपी के लोगों ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर दिल्ली ही नहीं, दुनियाभर में मुकाम हासिल किया है. आपने जो खुद के लिए शीशमहल बनवाये हैं, उसमें दिल्ली में रहने वाले बिहार-यूपी के लोगों के टैक्स के पैसे भी लगे हैं. आपके द्वारा बिहार-यूपी के लोगों का बार-बार अपमान बर्दाश्त के काबिल नहीं है. आपको तुरंत माफी मांगनी चाहिए.” चिराग पासवान ने भी इंडिया गठबंधन पर बोला हमला चिराग पासवान ने विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का यह गठबंधन अब पूरी तरह से बिखर चुका है. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं और गठबंधन के घटक दलों का समर्थन भी अस्थिर है. यह दर्शाता है कि कांग्रेस का नेतृत्व अब न केवल देश की जनता ने नकार दिया है, बल्कि उनके ही गठबंधन के घटक दल भी उनके नेतृत्व को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं.

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पटना में ऑटो पर लगेंगे QR कोड, येलो, ग्रीन और ब्लू जोन के आधार पर होगा परिचालन

नया विचार पटना- पटना शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और जाम से निजात दिलाने के लिए क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार ने एक नई पहल की है. इसके लिए शहर को तीन जोन पीला, हरा और नीला में बांटा गया है. इसके तहत करीब 25,000 ऑटो और ई-रिक्शा का परिचालन नए रूट और जोन आधारित प्रणाली पर होगा. ऑटो और ई-रिक्शा पर QR कोड होगा अनिवार्य इस नई योजना के तहत सभी ऑटो और ई-रिक्शा पर QR कोड अंकित होंगे. इस कोड को स्कैन करने पर यात्रियों को ऑटो और उसके चालक की जानकारी तुरंत प्राप्त होगी. यह सुविधा यात्रियों की सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण होगी. इसके अलावा निर्धारित जोन से बाहर जाकर ऑटो चलाने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा. हालांकि, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैन्ड से चलने वाले रिजर्व ऑटो का परिचालन तीनों रूट के सभी जोन में हो सकेगा। पार्किंग के लिए जगह होगी तय नई योजना के तहत प्रत्येक जोन में ऑटो पार्किंग के लिए निश्चित स्थान चिह्नित किये जाएंगे. साथ ही संबंधित जोन और रूट के साथ पुलिस थानों की भी टैगिंग होगी. सभी रूटों पर ऑटो संचालन के लिए जल्द ही आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जिससे यह सुनिश्चित हो सकेगा की नए रूट पर केवल अधिकृत ऑटो ही चले. कौन से होंगे तीन जोन पीला जोन – इस जोन में पटना का उत्तरी -पश्चिमी क्षेत्र आएगा. जिसमें दानापुर, रूपसपुर, दीघा, एएन कॉलेज, जीपीओ और पटना जंक्शन शामिल है. हरा जोन – इस जोन में शहर का उत्तरी पूर्व और दक्षिणी पूर्व क्षेत्र आएगा. जिसमें पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, पटना साहिब, गायघाट, राजेन्द्र नगर, पीएमसीएच और पटना जंक्शन आदि शामिल होंगे. नीला जोन – इस जोन में दक्षिणी पश्चिमी पटना का क्षेत्र होगा. जिसमें अनीसाबाद गोलंबर और पटना एम्स आदि इलाके शामिल होंगे.

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बिहार में 50 हजार से अधिक रकम बैंक से निकालने पर आप को घर छोड़ेगी पुलिस, इस जिले में शुरू हुई ये सुविधा

नया विचार पश्चिम चंपारण – पश्चिम चंपारण के बगहा में पुलिस आम लोगों को लुटेरों से बचाने के लिए सूचना देने और आग्रह करने पर बड़े रकम की निकासी के दौरान बैंक से पैसा लेकर घर तक जाने के दौरान सुरक्षा देगी. पुलिस 50 हजार रुपये से ऊपर की रकम को बड़ी रकम मानकर सुरक्षा देने की व्यवस्था करेगी, ताकि बैंक से पैसा निकाल कर जा रहे लोगों से कोई लूट की वारदात न हो. बगहा समेत पूरे बिहार में आए दिन अपराधियों द्वारा आम लोगों से रुपये की लूट की समाचारें आती रहती है. लुटेरों के निशाने पर विभिन्न बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) चलानेवाले और फाइनेंस कंपनियों के कर्चमारी रहते हैं. बैंकरों के साथ एसपी ने की बैठक बगहा पुलिस जिला के एसपी सुशांत सरोज ने बगहा में अलग-अलग बैंकों के मैनेजर और पुलिस अफसरों के साथ बैठक की. बैठक में एसपी सुशांत कुमार सरोज ने शाखा प्रबंधकों से कहा कि वो अपने-अपने बैंक से हर बड़ी निकासी की सूचना स्थानीय थाने के थानाध्यक्ष को दें. इसके आधार पर निकासी करनेवाले ग्राहक को पुलिस सुरक्षा में घर तक पहुंचाया जाएगा. सीएसपी संचालकों और फाइनेंस कंपनी के कर्मियों के लूट की घटनाओं के बाद पुलिस इसको लेकर अलर्ट मोड में है. पुलिस गश्त होगी चुस्त-दुरुस्त इस दौरान सीएसपी संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वो हर बड़ी जमा और निकासी के पहले इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दें ताकि उन्हें पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई जा सके. मीटिंग में एसपी ने थानेदारों को लूट की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कई आदेश दिए. थानेदारों को क्षेत्र में गश्त को और अधिक चुस्त-दुरुस्त करने कहा गया है. बैठक में एसपी के अलावा बगहा एक के बीडीओ प्रदीप कुमार समेत सभी थानेदार और विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक मौजूद थे.

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चिराग पासवान दिल्ली से आते ही राज्यपाल से मिलने पहुंचे, बिहार की राजनीति में क्या चल रहा है?

नया विचार पटना- बिहार में नये राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से राजनेताओं के मुलाकात का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को लोजपा (रामविलास) के प्रमुख व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान राजभवन पहुंचे. चिराग पासवान राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे तो बिहार का सियासी पारा फिर एकबार चढ़ा है. चिराग पासवान दिल्ली से लौटते ही राज्यपाल से मिलने पहुंचे हैं. बिहार में नये राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से राजनेताओं के मुलाकात का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को लोजपा (रामविलास) के प्रमुख व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान राजभवन पहुंचे. चिराग पासवान राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे तो बिहार का सियासी पारा फिर एकबार चढ़ा है. चिराग पासवान दिल्ली से लौटते ही राज्यपाल से मिलने पहुंचे हैं . देखें वीडियो https://youtube.com/shorts/3apyjnwsfgI?si=oPwbJvWUFX4VRbvx एक दिन पहले सीएम नीतीश ने राज्यपाल से की थी मुलाकात एक तरफ जहां बिहार में सियासी अटकलें कुछ दिनों तक तेज रही तो वहीं राज्यपाल से लालू यादव और तेजस्वी यादव की मुलाकात ने सियासी गलियारे का तापमान और बढ़ा दिया था. तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गयी थी. जिसपर एनडीए के नेताओं ने विराम भी लगाया. वहीं गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी राजभवन गए थे और राज्यपाल से मुलाकात की थी. शुक्रवार को चिराग पासवान राज्यपाल से मिलने पहुंचे. चिराग की राज्यपाल से यह पहली मुलाकात है. मुलाकातों का सिलसिला जारी, गरमाती रही सियासत चिराग पासवान की राज्यपाल से यह औपचारिक मुलाकात भी हो सकती है. जिसकी संभावना अधिक है. दरअसल, आरिफ मोहम्मद खान हाल में ही बिहार के नये राज्यपाल बने हैं. उनके शपथ लेने के बाद से सियासी दलों के नेताओं की मुलाकात का सिलसिला जारी है. राज्यपाल पटना आने पर लालू यादव से मुलाकात करने जब पहुंचे थे तो नेतृत्व गरमा गयी थी. इधर, लालू यादव ने नीतीश कुमार को ऑफर देकर सियासी पारे को और हाई कर दिया था. लेकिन खुद नीतीश कुमार ने और राज्यपाल ने भी बयान देकर कहा था कि बिहार में सबकुछ नॉर्मल ही है और वो (राज्यपाल) पुराने जानकारों से मिल-जुल रहे हैं. नीतीश कुमार भी एक दिन पहले राज्यपाल से मिले, संजय झा बोले-ऑल इज वेल गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी राजभवन गए थे. राज्यपाल से उन्होंने मुलाकात की थी. हालांकि चर्चा है कि बिहार में कैबिनेट विस्तार हो सकता है और इसी सिलसिले में सीएम की राज्यपाल से मुलाकात हुई होगी. दूसरी तरफ जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने साफ बयान दिया है कि बिहार में एनडीए एकजुट है और साथ मिलकर आगामी बिहार चुनाव सभी लड़ेंगे.  

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70th Bpsc PT का रिजल्ट रूकेगा? क्या रद्द होगी परीक्षा? अगले सप्ताह होगा बड़ा फैसला

नया विचार पटना– 70th Bpsc प्री-परीक्षा के विवाद में अगले सप्ताह बड़ा फैसला आ सकता है. 2000 से अधिक सीटों के लिए आयी बहाली विवादों में घिरी है. 3 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने यह परीक्षा दी है. लेकिन पटना के बापू परीक्षा सेंटर पर री-एग्जाम कराने की नौबत आ गयी. परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगाकर बड़ी तादाद में अभ्यर्थी पटना के गर्दनीबाग में धरना दे रहे हैं. परीक्षा पूरी तरह से रद्द करके री-एग्जाम कराने की मांग को लेकर आंदोलन चल रहा है. इस बीच बड़ा अपडेट सामने आया है. जिसके बाद अब यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि क्या BPSC PT का रिजल्ट रूक सकता है और क्या परीक्षा को रद्द किया जाएगा. परीक्षा रद्द होने के सवाल पर क्या आया बयान BPSC ने कई बार बयान जारी करके साफ किया है कि 70th Bpsc PT रद्द नहीं होगी. मुख्य परीक्षा कुछ ही महीने बाद हो सकती है. जनवरी में ही प्री- परीक्षा का रिजल्ट भी आ सकता है. इधर, परीक्षा विवाद ने सियासी रंग भी पकड़ लिया है. जनसुराज के नेता प्रशांत किशोर पिछले कई दिनों से अनशन पर हैं. उन्हें पुलिस ने गांधी मैदान से गिरफ्तार किया था. इस बीच विवाद बढ़ा तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बड़ा बयान दिया कि अबतक परीक्षा रद्द नहीं करने पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है. प्रशासन ने ना नहीं कहा है. पूरे मामले की जांच चल रही है और अगर जांच में पूरे बिहार में गड़बड़ी मिली तो परीक्षा रद्द भी हो सकती है. हाईकोर्ट पहुंच गया विवाद इधर, जनसुराज पार्टी परीक्षा रद्द करने की मांग लेकर पटना हाईकोर्ट पहुंच गयी. जनसुराज के द्वारा दायर की गयी याचिका को हाईकोर्ट ने मंजूर कर लिया. जनसुराज पार्टी की ओर से दायर याचिका में परीक्षा रद्द करने की मांग की गयी है. साथ ही यह भी मांग की गयी है कि जबतक परीक्षा रद्द नहीं हो और रीएग्जाम नहीं हो तबतक रिजल्ट घोषित नहीं किए जाएं. 15 जनवरी को होगी अहम सुनवाई जनसुराज की रिट याचिका को हाईकोर्ट ने मंजूर कर लिया है और अब 15 जनवरी को इस मामले में बड़ी सुनवाई होगी. जिसके बाद अब एकतरफ जहां अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे अभ्यर्थियों की नजर इस फैसले पर रहेगी तो दूसरी ओर उन परीक्षार्थियों की नजर भी कोर्ट के फैसले पर रहेगी जो अभ्यर्थी प्री-परीक्षा की रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं और मुख्य परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं.

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प्रगति यात्रा समेत विभागों के 55 प्रस्तावों पर नीतीश कैबिनेट की मुहर, 2960 करोड़ से ज्यादा का खर्च

नया विचार पटना–  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में सीएम की प्रगति यात्रा के 21 एजेंडों समेत कई विभागों के 55 प्रस्तावों पर मुहर लगी। जिस पर 2 हजार 960 करोड़ 48 लाख 18 हजार 435 रुपये खर्च होंगे। मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग की ओर से बताया गया कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, पर्यटन विभाग, परिवहन विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधर विभाग सहित कई अन्य विभागों से जुड़े तमाम एजेंडों को मंत्रिमंडल ने अपनी मंजूरी प्रदान दी है इसमें कुल 55 एजेंडों की स्वीकृति है। कैबिनेट बैठक में सीएम नीतीश की प्रगति यात्रा के 21 प्रस्तावों को भी मंजूरी मिल गई है। जल संसाधन विभाग के तहत दोन शाखा नहर के 93 किमी तक सेवापथ का पुर्नर्स्थापन कार्य के लिए के 7800 लाख का बजट स्वीकृत किया गया है। सारण तटबंध के सुदृढ़ीकरण और सुरक्षात्मक कार्यों के लिए 35151 लाख रुपए स्वीकृति किए गए हैं। मुख्यमंत्री सड़क उन्नयन योजना के तहत मुजफ्फरपुर में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण और प्रबंधन के लिए तीस करोड़ 2 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। वहीं पूर्वी चंपारण में चिरैया के पुरनहिया पथ के लिए 41 करोड़ 74 लाख रुपए के बजट को मंजूरी मिली है। इसके अलावा बिहार पुलिस के सिपाही हवलदार और सहायक अवर निरीक्षक की तरह ही बिहार अग्निशमन सेवा के कर्मियों को वेतनमान का लाभ 21 जनवरी 2010 से वास्तविक लाभ स्वीकृत किया गया है। हवाई सेवाओं के विस्तार को लेकर रक्सौल हवाई अड्डे की विकास के लिए 207 करोड रुपए की मंजूरी दी गई है. वहीं दरभंगा हवाई जहाज को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाए जाने को लेकर 244 करोड रुपए की मंजूरी दी गई है जिसे भूमि अधिग्रहण पर खर्च किया जाएगा। किसानों को राहत देते हुए गन्ने के खरीद मूल्य में 10 रुपए प्रति क्विंटल के दर से बढ़ोतरी की गई है। अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग के अंतर्गत अंबेडकर आवासीय विद्यालय बनाए जाने को पांच जिलों में मंजूरी दी गई है। पटना के बेली रोड स्थित 60 सेट ऑफिसर्स आवास के लिए 246 करोड़ 23 लाख रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है. भवन निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख संतोष कुमार को 2 वर्षों के लिए संविदा के आधार पर नियोजन करने की स्वीकृति दी गई है. भोजपुर के पीरो अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय में कोर्ट भवन, हाजत भवन एवं अन्य निर्माण कार्य के लिए 34 करोड़ से अधिक राशि की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है

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राजद नेता व विधायक आलोक मेहता के 19 ठिकानों पर ED की रेड जारी 

नया विचार – इस वक्त की बड़ी समाचार बिहार के सियासी गलियारों से निकलकर सामने आ रही है। जहां पूर्व मंत्री व उजियारपुर से राजद के विधायक आलोक मेहता के 19 ठिकानों पर आज सुबह ED की रेड पड़ी है। यह मामला बैंक लोन से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। यह छापेमारी बिहार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश समेत 19 ठिकानों पर जारी है। जानकारी के मुताबिक बिहार प्रशासन के पूर्व मंत्री और राजद के विधायक आलोक मेहता के कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। ED की टीम आलोक मेहता और उनसे जुड़ी कई कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय कि टीम आज सुबह-सुबह राजधानी पटना के आवास पर पहुंची है और यहां भी छापेमारी कर रही है। इस टीम के दर्जनों अधिकारी राजद के विधायक से मामले कि जानकारी ले रहे हैं और छापेमारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि वैशाली शहरी कॉरपोरेशन बैंक से जुड़ा करोड़ों रुपए के बैंक लोन घोटाला का मामला है। इस मामले में बैंक के प्रमोटर, चेयरमैन,CMD,CEO सहित कई अन्य अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। ऐसे में अब इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम 19 ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। यह छापेमारी पटना,दिल्ली,उत्तर प्रदेश, कोलकाता समेत कुल 19 ठिकानों पर चल रही है। फिलहाल राजद विधायाक के पटना के प्रशासनी आवास पर भी एक टीम छापेमारी कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तकरीबन 85 करोड़ के बैंक घोटाले की बात कही जा रही है। इसमें फर्जी तरीके से लोन अकाउंट बनाया गया और पैसे का फर्जीवाड़ा किया गया। आलोक मेहता राजद के बड़े नेता है और उजियारपुर इलाके से इनका वास्ता रहा है। ऐसे में बिहार के 9 ठिकानों पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। आलोक मेहता इस प्रशासनी बैंक के प्रमोटर रहे हैं। ऐसे में उनकी भूमिका काफी संदिग्ध बताई जा रही है। बता दें, राजधानी पटना में राजद विधायक आलोक मेहता के प्रशासनी आवास पर भी छापेमारी जारी है। आज सुबह ही बड़ी संख्या में पुलिस वहां पहुंची हुई है। आलोक मेहता राजद के वरिष्ठ नेता हैं। महागठबंधन की प्रशासन में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का जिम्मा संभाल रहे थे। ऐसे में अब उनके आवास पर यह छापेमारी चल रही है। मुखिया के साथ दिखे थे मंत्री छापेमारी से ठीक एक दिन पहले गुरुवार के दिन दोपहर में बिना लाव लश्कर के आलोक मेहता के करीबी और बिहार प्रशासन के पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक सादे लिबास पैंट, हवाई चप्पल और जैकेट में एक मुखिया के साथ फ्रेजर रोड स्थित बैंक की शाखा में गए थे। हालांकि किस लिए गए थे ये स्पष्ट नहीं है।   इस समाचार को अपडेट की जा रही है

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जो राज्य महिला स्कीम लाए, वहां वोट देने वाली महिलाएं 5 गुना बढ़ीं

एसबीआई रिसर्च केंद्रीय योजनाओं से वोट देने वाली स्त्रीओं में इजाफा नया विचार पटना- दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने महि ने स्त्रीओं को हर महीने 2100 रु. देने की घोषणा की है। कांग्रेस भी 2500 रु. महीना देने की पेशकश कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो भाजपा भी मप्र और महाराष्ट्र की सफलता के बाद दिल्ली के लिए लाडकी बहना जैसी कोई योजना लाने की तैयारी में है। इस बीच, एसबीआई की चुनाव आयोग के डेटा पर की गई रिसर्च में कई चौंकाने वाले आंकड़े आए हैं। जिन 19 राज्यों में स्त्रीओं के लिए स्कीम की घोषणा हुई, वहां वोट देने वाली स्त्रीएं कुल 1.5 करोड़ बढ़ गई। वहीं, जिन राज्यों में ऐसी घोषणाएं नहीं हुईं, वहां यह बढ़ोतरी महज 30 लाख रही। यानी स्त्री स्कीम से वोट देने वाली स्त्रीएं अपेक्षाकृत 5 गुना बढ़ गईं। इस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दशक में 9 करोड़ से अधिक नए मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिनमें से 58% स्त्रीएं थीं। 2024 लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों में 9.6% और जीतने वालों में 13.6% स्त्रीएं थी। मुद्रा लोन योजना से वोट देने वाली स्त्रीएं 36 लाख बढ़ीं स्त्री सशक्तिकरण के लिए शुरू हुआ मुद्रा लोन 36 लाख स्त्रीओं के मतदान की वजह बना। आवास योजना के तहत घर मिलने से 20 लाख नई स्त्री वोटर बढ़ीं। 21 लाख स्त्रीओं ने केवल टायलेट बनने के कारण मतदान किया। स्वच्छ पेयजल और बिजली मिलने से भी स्त्रीओं का मतदान बढ़ा है। महाराष्ट्र की लाडकी बहिन ने सर्वाधिक स्त्री वोटर बढ़ाया लाडकी बहिन लक्ष्मी भंडार लाडली बहना मंईयां सम्मान मगालियर उर्मिल गृह लक्ष्मी योजना स्त्री उद्यमिता वोट देने वाली स्त्रीएं बढ़ाने में प. बंगाल की लक्ष्मी भंडार व मप्र की लाडली बहना दूसरे व तीसरे पर रही। महाराष्ट्र की लाडकी बहिन पहले पर। साक्षरता बढ़ने का भी असर… स्त्रीओं में केवल एक फीसदी साक्षरता बढ़ने से पुरुषों की तुलना में उनके मतदान के अनुपात में 25% की बढ़ोतरी देखी गई। 2024 में केवल इसी के चलते 45 लाख नई स्त्रीएं मतदान केंद्रों तक पहुंचीं।

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