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कोयला खदान हमला मामले में NIA ने अमन साहू के भाई के खिलाफ दायर किया आरोप-पत्र

NIA Charge Sheet In Coal Mine Attack Case: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने झारखंड के तेतरियाखंड कोयला खदान में हमला मामले में गैंगस्टर अमन साहू के छोटे भाई के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल कर दिया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने शनिवार (1 फरवरी 2025) को यह जानकारी दी. एजेंसी ने एक बयान जारी कर कहा है कि दिसंबर 2020 में सुजीत सिन्हा और अमन साहू के गिरोह ने यह हमला किया था. गिरोह के सदस्यों ने झारखंड के लातेहार में जबरन वसूली और कोयला खनन को बाधित करने के लिए आपराधिक साजिश के तहत हमला किया था. रांची के आकाश कुमार के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट एनआईए ने जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक, झारखंड की राजधानी रांची के आकाश कुमार के खिलाफ हिंदुस्तानीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप-पत्र दाखिल किया गया है. एनआईए ने कहा है कि अब तक इस मामले में 26 आरोपियों के खिलाफ 5 आरोप-पत्र दाखिल किये गये हैं. मार्च 2021 में एनआईए ने शुरू की थी कोयला खदान में हमला मामले की जांच एनआईए के बयान में कहा गया है कि मार्च, 2021 में इस केस के जांच की जिम्मेदारी एनआईए को दी गई थी. जांच में एजेंसी ने पाया कि आकाश, जो वर्तमान में आपराधिक मामलों में लिप्तता की वजह से जेल में बंद है, सीधे तौर पर खदान पर हमले की साजिश में शामिल था. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें ‘आतंकी गिरोह के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा था आकाश’ इसके अनुसार, आकाश आतंकी गिरोह के लिए बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा था. इतना ही नहीं, उसने अमन साहू और उसके सहयोगियों की विभिन्न संपत्तियों में भी निवेश कर रहा था. एजेंसी ने बयान में कहा है कि अमन साहू गिरोह झारखंड में कई जघन्य अपराधों में शामिल रहा है. इसमें बम विस्फोट, गोलीबारी, आगजनी के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों और जेल अधिकारियों पर गोलीबारी करना भी शामिल है. व्यापारियों और ठेकेदारों को आतंकित करता था अमन साहू गिरोह एनआईए की जांच के अनुसार, यह गिरोह प्रशासनी कामकाज और कानून-व्यवस्था को बाधित करने के अलावा जबरन वसूली के लिए व्यापारियों और ठेकेदारों को आतंकित करने में भी संलिप्त रहा है. एनआईए ने कहा है कि गिरोह ने अपने हिंसक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए राज्य के बाहर नक्सली संगठनों और अन्य आतंकी गिरोहों के साथ भी संपर्क में हैं. इसे भी पढ़ें निर्मला सीतारमण के बजट से झामुमो निराश, कहा- झारखंड को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया नक्सलियों की साजिश नाकाम, दूधिया जंगल से मिला 8 किलो का लैंडमाइन और देशी कट्टा ‘सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र और पोषण 2.0’ का झारखंड के 3.90 लाख कुपोषित बच्चों, गर्भवती स्त्रीओं को मिलेगा लाभ मेडिकल में सीटें बढ़ाने के निर्मला सीतारण के ऐलान का झारखंड को कितना फायदा? The post कोयला खदान हमला मामले में NIA ने अमन साहू के भाई के खिलाफ दायर किया आरोप-पत्र appeared first on Naya Vichar.

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विजय रथ पर सवार भारत और दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड कप जीतने को तैयार, इनपर रहेंगी नजरें

U19 Women’s World Cup: रविवार को हिंदुस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच अंडर19 स्त्री टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल स्पोर्ट्सा जाएगा तो डिफेंडिंग चैंपियन टीम इंडिया खिताब की रक्षा करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. वहीं अब तक सभी मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंची दक्षिण अफ्रीका की टीम को भी कमजोर नहीं माना जा सकता. दोनों ही फाइनलिस्ट टीमें अब तक इस टूर्नामेंट में अपराजित रही हैं. अब इस आखिरी मुकाबले में किसी एक टीम को हार का सामना करना पड़ेगा. दोनों ने अपने सेमीफाइनल में प्रभावित किया. दक्षिण अफ्रीका ने 106 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया. वहीं, हिंदुस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ नौ विकेट से शानदार जीत हासिल की. दोनों टीमें बेहतरीन फॉर्म में हैं और दोनों टीमों के प्रमुख खिलाड़ी यह तय करेंगे कि वर्ल्ड कप की ट्रॉफी कौन उठाएगा. कुछ मुख्य हेड टू हेड नीचे देख सकते हैं. बल्लेबाजों की टक्कर: गोंगाडी त्रिशा बनाम जेम्मा बोथा टूर्नामेंट में हिंदुस्तान की गोंगाडी त्रिशा ने सबसे अधिक रन बनाए हैं. उन्होंने अब तक 265 रन बनाए हैं, जो उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी से लगभग 100 अधिक हैं. त्रिशा ने हिंदुस्तान को बार-बार शानदार शुरुआत दी है, उन्होंने टूर्नामेंट में अब तक एकमात्र शतक के साथ अपनी छह पारियों में 66.25 का औसत बनाया है. इतना ही नहीं, उन्होंने 149.71 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं, जो किसी भी खिलाड़ी द्वारा 100 रन तक पहुंचने के मामले में सबसे अधिक है. दूसरी ओर, सेमीफाइनल में, दक्षिण अफ्रीका ने दिखाया कि उनके पास भी एक पावर हिटर है. जेम्मा बोथा शानदार फॉर्म में दिखीं. उन्होंने सिर्फ 24 गेंदों पर 37 रन बनाकर टीम को आसानी से लक्ष्य का पीछा करने के लिए तैयार कर दिया. बारिश और छोटे लक्ष्यों का पीछा करने के संयोजन ने उन्हें त्रिशा के बराबर रन बनाने के मामले में पीछे कर दिया है. फिर भी, 30 से कम की औसत से 89 रन के साथ, वह टूर्नामेंट में सातवीं सबसे शानदार बल्लेबाज हैं. कप्तानी: निकी प्रसाद बनाम कायला रेनेके इस टूर्नामेंट में अब तक निकी प्रसाद की कप्तानी की तारीफ हो रही है. प्रसाद ने हिंदुस्तान को कई मैचों में अपने शानदार प्रबंधन से जीत दिलाई. हिंदुस्तान की शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी प्रभावशाली है, जिसका मतलब है कि मध्यक्रम के बल्लेबाजों को उतने अवसर नहीं मिले हैं. निकी ने श्रीलंका के खिलाफ त्रिशा के साथ 31 रन की साझेदारी में 11 रन बनाए और बांग्लादेश पर जीत हासिल करने के लिए दो गेंदों पर पांच रन बनाए. उनका मुख्य कार्य अपनी टीम का प्रबंधन करना रहा है. इस बीच, दक्षिण अफ्रीका ने कायला रेनेके को एक्शन में काफी देखा है. वह बेहतरीन गेंदबाज रही हैं, जिन्होंने 7.6 की स्ट्राइक रेट से 10 विकेट लिए हैं. रेनेके ने बल्ले से भी अपना योगदान दिया है, खास तौर पर पिछले दो मैचों में, आयरलैंड के खिलाफ जीत में नाबाद 16 रन बनाए, इससे पहले सेमीफाइनल में 26 रन बनाकर उन्होंने सभी की नर्वसनेस को कम किया. गेंदबाज: वैष्णवी शर्मा बनाम एश्ले वैन विक फाइनल मुकाबले के दिन कौन से गेंदबाज अहम होंगे, यह कहना मुश्किल है. हालांकि, दोनों ही टीमें जानती हैं कि अगर उन्हें जीतना है, तो उन्हें स्पिनरों के प्रभाव को सीमित करना होगा. हिंदुस्तान के पास बाएं हाथ के धीमे गेंदबाजों की तिकड़ी है, जिसमें आयुषी शुक्ला और परुनिका सिसोदिया दोनों ने सेमीफाइनल में प्रभावित किया. हालांकि, 7.2 के शानदार स्ट्राइक रेट और तीन से कम की इकॉनमी रेट के साथ वैष्णवी शर्मा के 15 विकेटों की बराबरी कोई नहीं कर पाया है. इंग्लैंड द्वारा दबाव में डाले जाने के बाद भी, उन्होंने चार गेंदों में तीन विकेट लेकर वापसी की. दक्षिण अफ्रीका के पास रेनेके हैं जो नियमित अंतराल पर विकेट ले रही हैं और उन्हें उम्मीद है कि एश्ले वैन विक सेमीफाइनल से लेकर फाइनल तक अपनी फॉर्म को बरकरार रख पाएंगी. सेमीफाइनल से पहले टूर्नामेंट में एश्ले के नाम एक भी विकेट नहीं था, लेकिन उन्होंने 17 रन देकर चार विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई पारी को समेट दिया. फाइनल में उनपर नजरें होंगी. The post विजय रथ पर सवार हिंदुस्तान और दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड कप जीतने को तैयार, इनपर रहेंगी नजरें appeared first on Naya Vichar.

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Budget 2025: आम बजट के जरिये विधानसभा चुनाव को साधने की कवायद

केंद्र प्रशासन ने पिछले साल पेश अंतरिम बजट में भी बिहार के लिए कई घोषणाएं की थी. इस बार भी केंद्रीय बजट में बिहार के लिए कृषि, शिक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और बाढ़ से निपटने के लिए कोसी पर कैनाल बनाने का वादा किया है. केंद्र प्रशासन ने बिहार के हर क्षेत्र को साधने की कोशिश की है. बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग काफी समय से की जा रही है, लेकिन इसमें तकनीकी दिक्कतें हैं. इसे देखते हुए केंद्र विशेष दर्जा देने की बजाय राज्य को विशेष पैकेज देने की दिशा में काम कर रही है. बिहार में मखाना की खेती बड़े पैमाने पर होती है. कोसी और मिथिलांचल क्षेत्र में मछुआरा समाज मखाना की खेती से जुड़ा हुआ है. इस वर्ग को साधने को लिए आम बजट में मखाना बोर्ड बनाने की घोषणा की गयी है. यह बोर्ड मखाना के उत्पादन, विपणन, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन का काम करेगा. साथ ही मखाना किसानों को ट्रेनिंग देने का काम किया जायेगा. इससे कोसी और मिथिलांचल के लाखों किसानों को फायदा होगा, खास कर अति पिछड़े वर्ग को. केंद्र के इस फैसले का बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए को सियासी लाभ मिलने की पूरी संभावना है. इन घोषणाओं के जरिये विपक्षी दलों के विशेष राज्य के दर्जे की मांग भी कमजोर होगी.  बाढ़ की समस्या का समाधान करने की कोशिश केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कोसी नदी के कारण बाढ़ की समस्या को दूर करने के लिए पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के लिए वित्तीय मदद देने की घोषणा की है. इस कैनाल के निर्माण से हर साल आने वाली बाढ़ की विभीषिका को रोकने में मदद मिलेगी और साथ ही किसानों को सिंचाई की सुविधा का लाभ मिलेगा. बाढ़ की समस्या के कारण हर साल मिथिलांचल और कोसी के क्षेत्र में लोगों को जान-माल की हानि होती है. केंद्र की यह घोषणा कोसी और मिथिलांचल के बड़ी आबादी के लिए वरदान साबित होगा. इसके अलावा बजट में पटना आईआईटी के क्षमता विकास और हॉस्टल सुविधा को बढ़ाने की घोषणा की गयी है. बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है और यहां खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के विकास की काफी संभावना है. इस संभावना को देखते हुए बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान के गठन का वादा किया गया है. इसके अलावा पटना, बिहटा एयरपोर्ट का विस्तार करने और कई नये एयरपोर्ट बनाने की घोषणा की गयी है. निश्चित तौर पर बिहार के हर क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए घोषणा की गयी है और इन घोषणाओं का लाभ जहां एनडीए गठबंधन को मिलेगा. इसके अलावा भी कई ऐसी घोषणाएं निकट भविष्य में हो सकती है, जिसका लाभ बिहार को मिलेगा. ReplyForward The post Budget 2025: आम बजट के जरिये विधानसभा चुनाव को साधने की कवायद appeared first on Naya Vichar.

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बिहार का बजट में रखा गया विशेष ध्यान… सीएम नीतीश के मंत्री ने पीएम मोदी का जताया आभार

Special Package For Bihar in Budget 2025: मोदी प्रशासन ने बजट में बिहार के लिए कई घोषणाएं की. जिसका सकारात्मक प्रभाव आने वाले दिनों में राज्य में दिखेगा. नीतीश प्रशासन में मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा, “केंद्रीय बजट से हर वर्ग को मिली खुशी, बिहार का रखा गया है विशेष ध्यान. आज पेश हुए केंद्रीय बजट से युवाओं, किसानों, स्त्रीओं और गरीबों सहित सभी वर्गों को खुशी हुई है. इस बजट में बिहार का विशेष ध्यान रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का सभी बिहारवासियों की ओर से आभार. बिहार को विकसित प्रदेश बनाने की ओर कदम विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बजट में की गई बिहार में नये एयरपोर्ट की स्थापना, पटना एयरपोर्ट के विस्तार, आईआईटी पटना के विस्तार, राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना, मखाना बोर्ड की स्थापना जैसी घोषणाएं बिहार को विकसित प्रदेश बनाने के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों को बल देंगे. बजट में पश्चिमी कोसी नहर के विस्तारीकरण, पुनर्स्थापन एवं आधुनिकीकरण की जल संसाधन विभाग, बिहार प्रशासन की परियोजना के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा स्वागत योग्य है. इस सिंचाई परियोजना से मधुबनी जिले के 20 और दरभंगा जिले के 16 प्रखंडों के किसान लाभान्वित होंगे. इसे भी पढ़ें: CM Nitish हुए खुश! बजट में बिहार को विशेष सौगात देने के लिए पीएम मोदी को कह दी ये बात मधुबनी और दरभंगा जिले के किसानों को मिलेगा लाभ बिहार प्रशासन में मंत्री ने आगे कहा कि जल संसाधन विभाग, बिहार प्रशासन द्वारा तैयार योजना में पश्चिमी कोसी नहर के विस्तारीकरण, पुनर्स्थापन एवं आधुनिकीकरण (ईआरएम) कार्य का प्रस्ताव है. इसके अंतर्गत मुख्य नहर और शाखा नहरों के साथ-साथ आवश्यकतानुसार वितरण प्रणालियों में भी कंक्रीट लाइनिंग कार्य के साथ-साथ मुख्य नहर एवं शाखा नहर के सेवापथ के पक्कीकरण का प्रावधान है. इसके अलावा आवश्यकतानुसार निर्मित संरचनाओं की मरम्मत एवं पुनर्स्थापन का भी प्रावधान है. नहरों के विस्तारीकरण के बाद मधुबनी और दरभंगा जिले में इस योजना के अंतर्गत कुल सिंचन क्षमता 3,97,877 हेक्टेयर हो जाएगी. वर्तमान में सिंचन क्षमता 2,70,474 हेक्टेयर है, जिसमें 1,27,403 हेक्टेयर की वृद्धि होगी. इससे मिथिला के बड़े इलाके में कृषि के विकास तथा किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी. विभाग द्वारा योजना से संबंधित प्रस्ताव केंद्रीय जल आयोग, नई दिल्ली को पहले ही समर्पित किया जा चुका है. इसे भी पढ़ें: बिहार को मिले विशेष सौगात से गदगद हुए नीतीश के MP, बोले- लंबी छलांग लगाने को हम तैयार The post बिहार का बजट में रखा गया विशेष ध्यान… सीएम नीतीश के मंत्री ने पीएम मोदी का जताया आभार appeared first on Naya Vichar.

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मिडिल क्लास पर सरकार ने की सौगातों की बौछार, अब आरबीआई दिखाएगा दरियादिली, जानें क्यों?

RBI Repo Rate: वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2025-26 का सालाना आम बजट पेश कर दिया है. इसमें प्रशासन ने मिडिल क्लास पर सौगातों की बौछार कर दी है. इसमें मिडिल क्लास को सबसे बड़ी राहत 12 लाख की सालाना आमदनी को टैक्स फ्री करके दिया है. संसद में बजट पेश होने के साथ ही अब इस बात की भी चर्चा ने जोर पकड़ लिया है कि प्रशासन ने मिडिल क्लास पर सौगातों की बौछार तो कर दी है, तो क्या अब हिंदुस्तानीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) रेपो रेट में कटौती करके अपनी दरियादिली दिखाएगा? यह चर्चा इसलिए भी की जा रही है, क्योंकि रेपो रेट तय करने के लिए आरबीआई मौद्रिक नीति समिति की बैठक 5 से 7 फरवरी के बीच होना निर्धारित है. क्या है रेपो रेट और इसमें कटौती क्यों है जरूरी रेपो रेट वह ब्याज दर होती है, जिस पर आरबीआई कॉमर्शियल बैंकों को अल्पकालिक ऋण (शॉर्ट टर्म लोन) देता है. अगर आरबीआई इस दर को कम करता है, तो बैंकों को सस्ता कर्ज मिलता है, जिससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की दरें भी घटती हैं. इससे मिडिल क्लास और बिजनेस कम्युनिटी को बड़ा फायदा होता है, क्योंकि ईएमआई का बोझ हल्का हो जाता है और बाजार में लिक्विडिटी बढ़ती है. बजट के बाद रेपो रेट में कटौती की उम्मीद क्यों? आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक 5 से 7 फरवरी 2025 के बीच होनी है. इस बैठक में रेपो रेट को लेकर निर्णय लिया जाएगा. विशेषज्ञों का मानना है कि बजट में मिडिल क्लास और बिजनेस सेक्टर को राहत देने के बाद अब आरबीआई भी अपने कदम बढ़ा सकता है. इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं. वह यह है कि हाल के महीनों में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) में गिरावट दर्ज की गई है. यदि महंगाई नियंत्रण में रहती है, तो आरबीआई रेपो रेट में कटौती करने की संभावना पर विचार कर सकता है. दूसरा कारण यह है कि आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने के लिए प्रशासन ने बजट में पूंजीगत खर्च (कैपेक्स) बढ़ाने पर जोर दिया है. यदि आरबीआई भी ब्याज दरों को कम करता है, तो इससे उद्योगों को सस्ती फंडिंग मिलेगी और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा. तीसरा कारण यह है कि अमेरिका, यूरोप और अन्य प्रमुख वित्तीय स्थितिओं में भी ब्याज दरों को लेकर नरमी के संकेत मिल रहे हैं. अगर फेडरल रिजर्व और अन्य सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में कटौती करते हैं, तो आरबीआई भी इसी राह पर चल सकता है. क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ? हालांकि, सभी विशेषज्ञ रेपो रेट में कटौती की उम्मीद नहीं कर रहे हैं. कुछ प्रमुख विश्लेषकों का मानना है कि आरबीआई अभी सतर्क रुख अपनाएगा और तत्काल कटौती करने के बजाय आगे की आर्थिक परिस्थितियों पर नजर रखेगा. एंजेल वन में आयनिक वेल्थ की मुख्य मैक्रो और ग्लोबल रणनीतिकार अंकिता पाठक का कहना है, “महंगाई में नरमी और आर्थिक विकास को गति देने के लिए आरबीआई को 25 बेसिस प्वाइंट (0.25%) की कटौती करनी चाहिए.” वहीं, एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट अजय बंसल कहते हैं, “अगर फरवरी की बैठक में कटौती नहीं हुई, तो अप्रैल की बैठक में 0.25% की कटौती की संभावना ज्यादा है.” इसे भी पढ़ें: Budget 2025: इनकम टैक्स में बड़ा बदलाव, 12 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं रेपो रेट में कटौती होने पर किसे होगा फायदा? अगर आरबीआई रेपो रेट में कटौती करता है, तो इसका सीधा फायदा आम जनता और कारोबारियों को मिलेगा. इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई घटेगी. मिडिल क्लास के लिए खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी. रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आएगी. व्यापारियों को सस्ती फंडिंग मिलेगी, जिससे बिजनेस एक्सपेंशन आसान होगा. इसे भी पढ़ें: निर्मला सीतारमण ने दिया पाई-पाई का हिसाब, कहां से आता है पैसा और किधर होता है खर्च The post मिडिल क्लास पर प्रशासन ने की सौगातों की बौछार, अब आरबीआई दिखाएगा दरियादिली, जानें क्यों? appeared first on Naya Vichar.

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Viral Video: वायरल गर्ल मोनालिसा का धंधा हो गया चौपट, लेने पड़े 35000 रुपये उधार

Viral Video: रुद्राक्ष की माला बेचने वाली मोनालिसा अपनी सुंदरता और खूबसूरत आंखों की वजह महाकुंभ में वायरल हो गईं. मोनालिसा इतनी फेमस हो गईं कि उनसे बात करने वालों और सेल्फी लेने वालों की होड़ लग गई. आखिरकार मोनालिसा को थककर महाकुंभ से अपने घर वापस लौटना पड़ा. सोशल मीडिया में ने वायरल गर्ल की किस्मत की बदल दी. अब उन्हें बॉलीवुड से भी फिल्म की ऑफर मिल चुकी है. हालांकि घर लौटने के बाद मोनालिसा ने बताया कि वायरल होने के बाद उनका पूरा धंधा ही चौपट हो गया. उन्हें कर्ज लेना पड़ा और अब अपने घर पहुंच चुकी हैं. 35 हजार रुपये कर्ज लेने पड़े मोनालिसा को मध्य प्रदेश महेश्वर की रहने वाली मोनालिसा ने महाकुंभ से लौटने के बाद बताया, वायरल होने के बाद उनकी जिंदगी ही बदल गई है. लेकिन उनका धंधा पूरी तरह से खत्म हो गया है. उन्होंने कहा, “जब से वायरल हुई हूं, तब से मेरी माला बिकनी बंद हो गई है. हर कोई मेरा इंटरव्यू लेने आ रहा था. मेरे साथ सेल्फी लेने लोग आ रहे थे. कैमरे और रील से परेशान होकर मुझे वापस अपने घर लौटना पड़ा.” मोनालिसा ने बताया, महाकुंभ में वो कमाने आई थी, लेकिन उसकी माला बहुत कम बिकी, उल्टा उसे 35 हजार रुपये कर्ज लेने पड़े. यह भी पढ़ें: Viral Girl Monalisa: डेब्यू फिल्म से लखपति बनी महाकुंभ की मोनालिसा, फीस जान उड़ जाएंगे होश 10 करोड़ की कमाई पर क्या बोली मोनालिसा मीडिया में ये भी समाचार आई कि मोनालिसा ने 10 दिन में 10 करोड़ रुपये कमा लिए. जब उनसे उस बारे में पूछा गया तो मोनालिसा ने कहा, ये पूरी तरह से गलत है कि मैंने 10 दिन में 10 करोड़ रुपये कमा लिए. मेरी इनकम इतनी नहीं है. यह भी पढ़ें: Viral Girl Monalisa: महाकुंभ गर्ल मोनालिसा की सांवली सूरत की दीवानी हुई कंगना रनौत, बोली- दीपिका, रानी मुखर्जी को… फिल्म का मिला ऑफर मोनालिसा को बॉलीवुड फिल्म का भी ऑफर मिल चुका है. कजरारी आंखें और खूबसूरत मुस्कान ने मोनालिसा की किस्मत ही बदल डाली है. उन्हें बॉलीवुड से फिल्म का ऑफर भी मिला है. फिल्म निर्देशक सनोज मिश्रा ने मोनालिसा को अपनी आगामी फिल्म द डायरी ऑफ मणिपुर में लीड रोल के लिए कास्ट किया है. यह भी पढ़ें: Viral Girl Monalisa: महाकुंभ में माला बेचने वाली वायरल गर्ल मोनालिसा की लगी लॉटरी, इस फिल्म से करेंगी बॉलीवुड डेब्यू The post Viral Video: वायरल गर्ल मोनालिसा का धंधा हो गया चौपट, लेने पड़े 35000 रुपये उधार appeared first on Naya Vichar.

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हार्दिक पांड्या ने किया कमाल, रोहित-कोहली के साथ टॉप 5 में हुए शामिल

IND vs ENG: इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी20 मुकाबले में तेजतर्रार अर्धशतक जड़ने के बाद टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने देश के लिए सबसे अधिक टी20 रन बनाने के मामले में शिखर धवन को पछाड़ दिया है. पांड्या टी20आई में देश के पांचवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. ​​मैच के दौरान, पंड्या ने 34 गेंदों में 7 चौकों और 2 छक्कों की मदद से शानदार 53 रन बनाए और अपनी टीम को 20 ओवर में 79/5 की खराब स्थिति से 181/9 तक पहुंचाया. हार्दिक का स्ट्राइक रेट 155 से ज्यादा हार्दिक पांड्या ने 155 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. अब तक 113 टी20आई और 89 पारियों में, पंड्या ने 28.17 की औसत और 141.63 की स्ट्राइक रेट से 1,803 रन बनाए हैं. उन्होंने पांच अर्धशतक बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 71* रहा है. दूसरी ओर, धवन ने 68 मैचों में 27.92 की औसत और 126.36 की स्ट्राइक रेट से 1,759 रन बनाए हैं. उन्होंने 11 अर्धशतक जड़े हैं और उनका सर्वोच्च स्कोर 92 रन है. Watch Video: एक, दो नहीं, कई फैंस ने मैदान पर कोहली को घेरा, सुरक्षाकर्मियों के छूटे पसीने Budget 2025: स्पोर्ट्स बजट में 350 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी, ‘स्पोर्ट्सो इंडिया’ के लिए प्रशासन ने खोला खजाना रोहित शर्मा सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में टॉप पर टी20आई में हिंदुस्तान के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी टी20 विश्व कप विजेता कप्तान रोहित शर्मा हैं. रोहित ने 159 मैचों और 151 पारियों में 32.05 की औसत और 140.89 की स्ट्राइक रेट से 4,231 रन बनाए हैं. उन्होंने पांच शतक और 32 अर्द्धशतक बनाए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 121* रहा है. उनके बाद विराट कोहली (125 मैचों में 48.69 की औसत से 4,188 रन, एक शतक और 38 अर्द्धशतक) और सूर्यकुमार यादव (82 मैचों और 78 पारियों में 38.74 की औसत से 2,596 रन, चार शतक और 21 अर्द्धशतक) का नंबर आता है. केएल राहुल इस सूची में 2265 रनों के साथ चौथे नंबर पर हैं. चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में हार्दिक पांड्या का भी नाम हार्दिक के शानदार प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया ने पुणे में इंग्लैंड को हराकर पांच मैचों की सीरीज पर कब्जा कर लिया. काफी समय से वनडे सेट-अप से बाहर चल रहे हार्दिक पर टीम प्रबंधन ने भरोसा दिखाया है और उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम में जगह दी है. पिछली बार हार्दिक ने फाइनल में पाकिस्तानी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी थीं, हालांकि हिंदुस्तान हार गया था. The post हार्दिक पांड्या ने किया कमाल, रोहित-कोहली के साथ टॉप 5 में हुए शामिल appeared first on Naya Vichar.

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India and Pakistan Budget: भारत के सामने रेंग रहा है पाकिस्तान का शिक्षा बजट, अर्थव्यवस्था के मामले में भी है ‘टिंगू मास्टर’

India and Pakistan Budget: केंद्रीय बजट 2025-26 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शिक्षा मंत्रालय को 1.28 लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किया है. यह 2024-25 के संशोधित अनुमान 1.14 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. वित्त मंत्री ने स्कूल स्टूडेंट्स से लेकर हायर एजुकेशन, जॉब्स सेक्टर, रिसर्च डेवलपमेंट, स्किल डेवलपमेंट के लिए कई स्कीम्स की घोषणाएं की हैं. आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ाने की भी घोषणा बजट में की गई है. हिंदुस्तान शिक्षा के क्षेत्र में हर साल अपना बजट बढ़ा रहा है. हिंदुस्तान के शिक्षा बजट की अगर पाकिस्तान से तुलना की जाए तो एक साथ आजाद होने के बाद भी पाकिस्तान विकास की दौड़ में हिंदुस्तान से लगातार पिछड़ता चला गया. उसका कुल बजट न सिर्फ हिंदुस्तान से करीब आठ गुना कम है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी वो काफी कम खर्च करता है. शिक्षा पर कितना खर्च करते हैं हिंदुस्तान और पाकिस्तान पाकिस्तान की अगर हिंदुस्तान से तुलना की जाए तो पता चलता है कि पाकिस्तान चला तो हिंदुस्तान के साथ था, लेकिन समय के साथ वो हिंदुस्तान से पिछड़ता चला गया. आजादी से लेकर अब तक की तुलना की जाए तो 26 नवंबर 1947 को हिंदुस्तान ने महज 171.15 करोड़ रुपये का अपना पहला बजट पेश किया था, जो 1 फरवरी 2025 को बढ़कर 50.65 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. शिक्षा के क्षेत्र में भी हिंदुस्तान का बजट पाकिस्तान से मीलों आगे हैं. पाकिस्तान ने वित्त वर्ष 2022 में शिक्षा पर 1101 अरब रुपये खर्च किया था. वहीं 2024-25 के लिए हिंदुस्तान का शिक्षा बजट 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये था. जबकि, 2025-26 के लिए हिंदुस्तान प्रशासन शिक्षा पर 1.28 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है. जीडीपी में हिंदुस्तान से कितना पीछे है पाकिस्तान अगस्त 1947 में हिंदुस्तान और पाकिस्तान एक साथ ही आजाद हुए थे. उस समय हिंदुस्तान की जीडीपी 2 लाख 33 हजार करोड़ था. जो समय के साथ बढ़ती चली गई. फिलहाल हिंदुस्तान की वित्तीय स्थिति दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी वित्तीय स्थिति है. हिंदुस्तान की जीडीपी 3.94 ट्रिलियन अमेरिका डॉलर है. वो दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी वित्तीय स्थिति बनने की दिशा में काम कर रहा है. वहीं फरवरी 2024 में पाकिस्तान की जीडीपी का अनुमानित आकार 341 अरब डॉलर था. GDP के हिसाब से पाकिस्तान की वित्तीय स्थिति दुनिया की 158वीं सबसे बड़ी वित्तीय स्थिति है. इस हिसाब से पाकिस्तान हिंदुस्तान के सामने कहीं भी नहीं ठहरता है. Also Read Budget 2025: 2.87 लाख करोड़ रुपये मिला तो खुश हुए गडकरी, बताया- कैसे बदलेंगे सड़कों की तस्वीर Health Budget 2025: प्रशासनी अस्पतालों में खोला जाएगा डे केयर कैंसर सेंटर, जानिए आम लोगों को कैसे मिलेगी राहत The post India and Pakistan Budget: हिंदुस्तान के सामने रेंग रहा है पाकिस्तान का शिक्षा बजट, वित्तीय स्थिति के मामले में भी है ‘टिंगू मास्टर’ appeared first on Naya Vichar.

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Gaya News: महाकुंभ के कारण 35 छात्राओं की छूटी परीक्षा, सेंटर पर हुआ जमकर हंगामा

Gaya News: गया जिले के शेरघाटी शहर के प्रोजेक्ट कन्या इंटर विद्यालय केंद्र पर पांच मिनट लेट पहुंचने के कारण 35 छात्राओं की परीक्षा छूट गयी. इसके बाद छात्राओं और परिजनों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान छात्राओं की किसी ने नहीं सुनी और गोला बाजार रोड को जाम कर सड़क पर ही धरना देने लगी. इन छात्रों की परीक्षा छूटी जीटी रोड जाम रहने के कारण संध्या कुमारी, माला कुमारी, संध्या कुमारी, रविता कुमारी, पुष्पा कुमारी, नीलम कुमारी, अंजु कुमारी, रूपा कुमारी, पूजा कुमारी, कशिश नाज, सोनम कुमारी, प्रीति कुमारी, अस्मिता, रविता, प्रीति, पूजा, कशिश नाज को परीक्षा केंद्र पर पहुंचने में पांच मिनट देर हुई. परीक्षा केंद्र के अंदर गेट के पास जाते-जाते सबों को रोक दिया गया, जिसकी वजह से इनकी परीक्षा छूट गयी. छात्राएं बोलीं- हमारी क्या गलती एएसपी शैलेंद्र सिंह, थानाध्यक्ष अजीत कुमार, बीडीओ स्नेहील आनंद आदि ने मौके पर पहुंचकर सड़क जाम कर रही छात्राओं को समझा कर जीटी रोड खुलवाने का प्रयास किया, लेकिन छात्राएं डटी रहीं. छात्राओं का कहना था कि महाकुंभ के कारण जीटी रोड पूर्णरूप से जाम है, अगर पांच मिनट हमलोग लेट पहुंचे इसमें हमारी क्या गलती? अगर जीटी रोड खाली रहता तो हम समय से परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाती. सड़क जाम कर रही छात्राओं ने कहा कि हम लोगों के साथ नाइंसाफी हुई है. हम लोग गरीब परिवार की हैं. हमारे माता-पिता किसी प्रकार फॉर्म भरवा कर परीक्षा देने के लिए यहां भेजें हैं. बिहार की ताजा समाचारों के लिए क्लिक करें क्या बोले एएसपी शैलेंद्र सिंह एएसपी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि छात्राएं परीक्षा केंद्र पर लेट से पहुंची थीं, जिसकी वजह से उन्हें जाने से रोक दिया गया है. बता दें कि इंटर की परीक्षा के लिए शेरघाटी में आठ केंद्र बनाये गये हैं. यहां 6432 छात्राएं परीक्षा दे रही हैं. केंद्राधीक्षक राजकुमार सिंह ने बताया कि पहले दिन की प्रथम पाली में प्रोजेक्ट कन्या इंटर स्कूल में 26 छात्राएं अनुपस्थित रहीं. जबकि दूसरी पाली में एक छात्रा अनुपस्थित रही. उन्होंने कहा कि निर्धारित समय नौ बजे के बाद पहुंचने वाली छात्राओं को परीक्षा केंद्र पर इंट्री नहीं दी गयी. इसे भी पढ़ें: Gaya News: गया में जीटी रोड पर लगा महाजाम, तीन राज्यों के सैकड़ों वाहन फंसे The post Gaya News: महाकुंभ के कारण 35 छात्राओं की छूटी परीक्षा, सेंटर पर हुआ जमकर हंगामा appeared first on Naya Vichar.

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मेडिकल में सीटें बढ़ाने के निर्मला सीतारण के ऐलान का झारखंड को कितना फायदा?

Union Budget 2025: आम बजट 2025 में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया है कि मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ायी जायेगी. शनिवार (1 फरवरी 2025) को अपने बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले 5 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में 75,000 सीटें जोड़ी जायेंगी. उन्होंने कहा कि लक्ष्य को पूरा करने क दिशा में अगले वर्ष मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में 10,000 अतिरिक्त सीटें जोड़ी जायेंगी. निर्मला सीतारमण की इस घोषणा के बाद झारखंड में भी मेडिकल सीटें बढ़ने की संभावना बलवती हो गयीं हैं. एसएनएमएमसीएच में 50 सीट बढ़ाने का है प्रस्ताव झारखंड के धनबाद जिले में शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में 50 सीटें बढ़ने की संभावना है. इस कॉलेज में अभी 100 सीटें हैं. अगर कॉलेज के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी, तो इस कॉलेज में 150 स्टूडेंट्स का दाखिला होने लगेगा. इसी तरह जमशेदपुर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमजीएम) ने भी 50 सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव दे रखा है. झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में कितनी सीटें मेडिकल कॉलेज जिला सीट की संख्या देवघर एम्स देवघर 125 राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) रांची 180 एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर 100 शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज धनबाद 100 दुमका मेडिकल कॉलेज दुमका 100 हजारीबाग मेडिकल कॉलेज हजारीबाग 100 पलामू मेडिकल कॉलेज पलामू 100 झारखंड के 6 जिलों में खुलेंगे नये मेडिकल कॉलेज खूंटी, बोकारो, कोडरमा समेत झारखंड के 6 जिलों में नये मेडिकल कॉलेज खोले जाने का भी प्रस्ताव है. हालांकि, इसमें अभी कम से कम 3 साल का समय लगेगा. वर्तमान में झारखंड में 6 मेडिकल कॉलेज और देवघर में एक एम्स है. इनमें से 3 मेडिकल कॉलेज (हजारीबाग, दुमका और पलामू) में हैं, जिसमें अभी सीट बढ़ने की कोई संभावना नहीं है. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें स्वास्थ्य मंत्रालय का बजट 11 फीसदी बढ़कर हुआ 99858.56 करोड़ बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बजट में इस बार लगभग 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय को 2025-2026 के बजट में 99,858.56 करोड़ रुपए आवंटित हुए हैं, जो पिछले बजट में आवंटित राशि 89,974.12 करोड़ रुपए से लगभग 11 प्रतिशत अधिक है. इतना ही नहीं, वित्त मंत्री ने अगले 3 साल में सभी जिला अस्पतालों में ‘डे केयर’ कैंसर सेंटर खोलने की भी घोषणा की है. इनमें से 200 ‘डे केयर’ कैंसर केंद्र वित्त वर्ष 2025-26 में ही स्थापित किये जायेंगे. मेडिकल कॉलेजों में कैसे बढ़तीं हैं सीटें किसी भी मेडिकल कॉलेज में सीट बढ़ाने की एक प्रक्रिया है. नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) मेडिकल कॉलेजों से सीटें बढ़ाने का आवेदन करने को कहता है. संबंधित कॉलेज की ओर से आवेदन दिये जाने के बाद फिजिकल या ऑनलाइन इंस्पेक्शन होता है. फिर तय फीस मेडिकल काउंसिल में जमा करानी होती है. फैकल्टी से लेकर अस्पताल और कॉलेज के संसाधनों के बारे में विस्तार से बताना होता है. सारी जानकारी और उपलब्ध संसाधनों से संतुष्ट होने के बाद सीट बढ़ाने पर अंतिम फैसला लिया जाता है. दुमका मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डॉ अरुण अरुण कुमार चौधरी ने नया विचार (nayavichar.com) को बताया कि उनको अभी प्रशासन या एनएमसी की ओर से कोई ऐसा दिशा-निर्देश नहीं मिला है. इसलिए दुमका मेडिकल कॉलेज में सीट बढ़ने की अभी कोई संभावना नहीं है. बता दें कि दुमका, पलामू और हजारीबाग में एक साथ मेडिकल कॉलेज खोले गये थे. इसलिए इन तीनों ही कॉलेजों में अभी सीटें बढ़ने की संभावना नहीं है. इसे भी पढ़ें ‘सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र और पोषण 2.0’ का झारखंड के 3.90 लाख कुपोषित बच्चों, गर्भवती स्त्रीओं को मिलेगा लाभ नक्सलियों की साजिश नाकाम, दूधिया जंगल से मिला 8 किलो का लैंडमाइन और देशी कट्टा निर्मला सीतारमण के बजट से झामुमो निराश, कहा- झारखंड को पूरी तरह नजरअंदाज किया गया Budget 2025: निर्मला सीतारमण के बजट में झारखंड के लिए क्या? The post मेडिकल में सीटें बढ़ाने के निर्मला सीतारण के ऐलान का झारखंड को कितना फायदा? appeared first on Naya Vichar.

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