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Bihar Weather: बिहार में फरवरी में बदलेगा मौसम का मिजाज, IMD ने जारी किया 12 जिलों में येलो अलर्ट

Bihar Weather: बिहार में पिछले कुछ दिनों से मौसम सुहाना बना हुआ है. सुबह और रात के समय ठंड महसूस हो रहा है जबकि दिन में धूप खिल रही है. बिहार में दिन में औसत तापमान 20 से 22 डिग्री तक रह रहा है. वहीं, न्यूनतम तापमान 7 से 13 डिग्री के करीब दर्ज किया जा रहा है. शुक्रवार को भी मौसम अनुकूल रहा. बिहार में आज सुबह के समय उत्तर बिहार के 10 जिलों में घना कुहासा छाया रहा. इन जिलों में मधुबनी, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, किशनगंज,पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर और कटिहार शामिल है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना अलर्ट 12 जिलों में घना कुहासा का अलर्ट पटना मौसम विज्ञान केन्द्र ने बिहार के 12 जिलों में घना कुहासा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार शामिल है. बिहार में 3 फरवरी तक कैसा रहेगा मौसम पटना मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से शुक्रवार को (31 जनवरी) जारी रिपोर्ट के अनुसार, अगले तीन दिनों के दौरान राज्य के उत्तरी भागों 12 जिलों में घना कुहासा, जबकि राज्य के शेष भागों में सुबह के समय हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है. इसमें बताया गया है कि अगले तीन दिनों के दौरान राज्य के न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की कमी-वृद्धि दर्ज की जा सकती है. बिहार की ताजा समाचारों के लिए क्लिक करें बिहार में बारिश की भी बन रही संभावना पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि सुबह के समय उत्तर बिहार के कई जिलों में कुहासा छाए रहने का सिलसिला अभी तीन-चार दिनों तक लगातार जारी रहेगा. इसके अलावा फरवरी महीने की शुरुआत में ही नए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते मौसम का मिजाज बदल सकता है. इस वजह से राज्य के कुछ भागों में एक, दो या तीन फरवरी तक हल्के बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है और हल्की बारिश भी हो सकती है. इसे भी पढ़ें: पटना शहर को जाम से मिलेगी मुक्ति, ऑटो और इ-रिक्शा के लिए अलग रूट, नई व्यवस्था जल्द The post Bihar Weather: बिहार में फरवरी में बदलेगा मौसम का मिजाज, IMD ने जारी किया 12 जिलों में येलो अलर्ट appeared first on Naya Vichar.

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Sikh for Justice: सिख्स फॉर जस्टिस पर 5 साल का प्रतिबंध बरकरार, देश तोड़ने की साजिशों का खुलासा

Sikh for Justice: दिल्ली हाई कोर्ट के ट्राइब्यूनल ने खालिस्तानी आतंकी संगठन “सिख्स फॉर जस्टिस” पर लगाए गए 5 साल के प्रतिबंध को बरकरार रखा है. यह प्रतिबंध केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लगाया गया था, जिसे अब कानूनी मान्यता मिल गई है. सुनवाई के दौरान केंद्र प्रशासन ने कुछ अहम सबूत पेश किए, जिनमें दिखाया गया कि यह संगठन मणिपुर में ईसाई समुदाय को हिंदुस्तान से अलग होने के लिए भड़काने की कोशिश कर रहा था. इसके साथ ही, संगठन ने पंजाब को खालिस्तान के रूप में अलग देश बनाने की मांग की और मुसलमानों, तमिलों, तथा मणिपुर के ईसाइयों को देशविरोधी गतिविधियों के लिए उकसाया. ट्राइब्यूनल के आदेश में बताया गया कि “सिख्स फॉर जस्टिस” ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को धमकियां भी दीं. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट्स के अनुसार, इस संगठन ने हिंदुस्तान के खिलाफ हिंसा भड़काने और अलगाववादी आंदोलन तेज करने की कोशिशें कीं. रिपोर्ट में कहा गया कि संगठन ने पंजाब के लोगों को भड़काने के अलावा तमिलों को “द्रविड़िस्तान” और मुसलमानों को “उर्दूस्थान” की मांग करने के लिए प्रेरित किया. इसे भी पढ़ें: कंपनी ने कर्मचारियों को दिया 70 करोड़ रुपए का छप्परफाड़ बोनस, वीडियो वायरल संगठन पर दलित समुदाय को भी उकसाने का आरोप है, जिसमें कहा गया कि प्रशासन उनके साथ अन्याय कर रही है और उन्हें अलग देश की मांग का समर्थन करना चाहिए. इसके अलावा, “सिख्स फॉर जस्टिस” ने पंजाब और हरियाणा के किसानों को कृषि कानूनों के खिलाफ भड़काने की कोशिश की थी. मणिपुर में भी इस संगठन ने ईसाई और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव फैलाने की कोशिश की, खासतौर पर कुकी और मैतेई (पंगल) समुदायों को उकसाया. यह प्रतिबंध पहली बार जुलाई 2020 में लगाया गया था, और संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू को भी आतंकवादी घोषित किया गया था. अब इस प्रतिबंध को 5 साल के लिए और बढ़ा दिया गया है. इसे भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप ने BRICS को दी धमकी, डॉलर छोड़ने की सोची तो… The post Sikh for Justice: सिख्स फॉर जस्टिस पर 5 साल का प्रतिबंध बरकरार, देश तोड़ने की साजिशों का खुलासा appeared first on Naya Vichar.

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कल पेश होगा बजट, जानें क्या कहता है पंचांग

Union Budget 2025: हर वर्ष बजट से देश के विभिन्न वर्गों के लोगों को अनेक अपेक्षाएँ होती हैं. देश की आर्थिक स्थिति के संदर्भ में बजट का विवरण पूर्व निर्धारित होता है, किंतु इस वर्ष का बजट विशेष महत्व रखता है. मोदी प्रशासन 1 फरवरी 2025 को बजट (Budget 2025) प्रस्तुत करेगी, पंचांग के अनुसार इस दिन कौन से महत्वपूर्ण संयोग बन रहे हैं, आइए जानते हैं. कल 1 फरवरी 2025 का अशुभ मुहूर्त यमगण्ड – दोपहर 1:56 से 3:18 तकगुलिक काल – सुबह 7:09 से 8:31 तकभद्रा काल – रात 10:26 से सुबह 7:09, 2 फरवरी तक पंचक – पूरे दिन माघ शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि- 01 फरवरी 2025 दोपहर पहले 11 बजकर 39 मिनट तक रहेगी, उसके बाद चतुर्थी तिथि लग जाएगी परिघ योग- 01 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 25 मिनट तक पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र- 01 फरवरी को देर रात 2 बजकर 33 मिनट तक 01 फरवरी 2025 व्रत-त्यौहार- वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत आज का उपाय विनायक चतुर्थी के अवसर पर जीवन के समस्त संकटों को समाप्त करने के लिए भगवान गणेश की पूजा के दौरान सिंदूर अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है. किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले बप्पा को नारियल अर्पित करना चाहिए. The post कल पेश होगा बजट, जानें क्या कहता है पंचांग appeared first on Naya Vichar.

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Bihar News: अगले 6 महीने में एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार, टेबल टॉप कैलेंडर जारी करने के बाद बोले श्रम मंत्री

Bihar News: बिहार के युवाओं को अगले छह महीने में एक लाख नौकरियां दी जाएंगी. कौशल विकास, स्वरोजगार और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए प्रशासन इस लक्ष्य को हासिल करेगी. राज्य के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार ने शुक्रवार को पटना के नियोजन भवन में विभागीय डायरी और टेबल टॉप कैलेंडर जारी करने के बाद यह बात कही. 6 महीने में एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि पिछले छह महीने में 48 हजार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. अगले छह से सात महीने में एक लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि राज्य की 60 प्रतिशत आबादी युवाओं की है. उन्हें रोजगार के समुचित अवसर उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है. हमारी प्रशासन इस दिशा में लगातार काम कर रही है, ताकि युवाओं की बेरोजगारी की समस्या का समाधान हो सके. वन नेशन वन लेबर कार्ड पर दिया जोर मंत्री संतोष कुमार ने ‘वन नेशन वन लेबर कार्ड’ की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इससे देशभर के श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि बिहार जैसे राज्य से बड़ी संख्या में श्रमिक दूसरे राज्यों में काम करने जाते हैं. लेकिन दूसरे राज्यों में श्रमिकों को अपने अधिकारों से वंचित रहना पड़ता है. अगर ‘वन नेशन वन लेबर कार्ड’ लागू हो जाता है तो बिहार के श्रमिक भी देश के किसी भी हिस्से में समान योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे. केंद्र प्रशासन से मिला आश्वासन मंत्री ने कहा कि केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने ‘एक राष्ट्र एक श्रमिक कार्ड’ की नीति पर विचार करने का आश्वासन दिया है. इस योजना के लागू होने से संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के मजदूरों को लाभ मिलेगा. मंत्री ने कहा कि बिहार के मजदूर पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्यों में काम करते हैं और इन राज्यों के विकास में योगदान देते हैं. लेकिन उन्हें कल्याणकारी योजनाओं से वंचित रहना पड़ता है. उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने के लिए योजनाओं की पोर्टेबिलिटी जरूरी है. Also Read : बिहार में बढ़ेगी गर्मी या फिर सताएगी ठंड, आखिर क्यों शनिवार का मौसम कर रहा सब को कन्फूज पोर्टल बनाने कद दिया गया सुझाव श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद ने बताया कि हिंदुस्तान प्रशासन को एक अखिल हिंदुस्तानीय पोर्टल बनाने का सुझाव दिया गया है, जहां श्रमिकों का डेटा सुरक्षित रखा जा सके. इससे राज्यों को लाभार्थियों का सत्यापन करने में मदद मिलेगी और प्रवासी श्रमिक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे. कार्यक्रम में विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. Also Read : कैमूर में पानी भरे गड्ढे में मिला मधेपुरा के पुलिसकर्मी का शव, हत्या या हादसा जानने में जुटी पुलिस The post Bihar News: अगले 6 महीने में एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार, टेबल टॉप कैलेंडर जारी करने के बाद बोले श्रम मंत्री appeared first on Naya Vichar.

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Muzaffarpur News: जिले में आवारा कुत्तों का आतंक, एक महीने में 3000 लोगों को बनाया शिकार

Muzaffarpur News: जिले में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. जिलेभर में बीते एक महीने में आवारा कुत्तों ने लगभग 3 हजार से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया है. इन 3 हजार लोगों को जिले के सदर अस्पताल में बीते एक महीने में एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई गई है. यह आंकड़ा सदर अस्पताल के जनवरी महीने में वैक्सीन लेने आए लोगों का है, अगर इस आंकड़े में एसकेएमसीएच का आंकड़ा जोड़ दिया जाए तो यह लगभग 10 हजार के आसपास पहुंच जाएगा. इसके अलावा कई लोगों ने प्राइवेट अस्पतालों में भी अपना इलाज कराया है.  गली मोहल्ले में कुत्तों का जमावड़ा बीते कुछ महीनों से जिले में कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. मेन रोड से लेकर जिले के रिहायशी इलाकों में दिन रात आवारा कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है. लोगों की लगातार शिकायतों के बावजूद नगर निगम डॉग कैचर वाहन से आवारा कुत्तों को पकड़ने में सफल नहीं हो रही है. सदर अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन लेने पहुंचे अखाड़ाघाट के आकाश कुमार ने बताया कि बाजार से घर जाने के दौरान एक आवारा कुत्ते ने अचानक काट लिया. आवारा कुत्तों की वजह से लोगों में दहशत बनी रहती है. उन्होंने बताया कि सिर्फ उनके मोहल्ले में अबतक एक दर्जन से अधिक लोगों को कुत्ते ने काटा है. मुजफ्फरपुर की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें हर दिन 100-125 लोगों को दी जा रही वैक्सीन जिले में कुत्ते के काटने के बढ़ते मामले को लेकर सदर अस्पताल के अधीक्षक बीएस झा ने बताया कि सदर अस्पताल में सुबह 9 से शाम 6 बजे तक डॉग बाइट के लिए एंटी रैबीज उपलब्ध है. जिसे कुत्ता काटता है, उसे अस्पताल में डॉक्टर वैक्सीन देते हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल सदर अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. जनवरी महीने में हर रोज करीब 100 से 125 लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. ALSO READ: Muzaffarpur News: महाकुंभ में स्नान नहीं कर पाया तो युवक ने रेलवे से कर दी 50 लाख की मांग, जानिए क्या है पूरा मामला? The post Muzaffarpur News: जिले में आवारा कुत्तों का आतंक, एक महीने में 3000 लोगों को बनाया शिकार appeared first on Naya Vichar.

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Maha Kumbh: जब अंग्रेजों ने कुंभ पर लगाया था प्रतिबंध, प्रयागराज को बना दिया था छावनी; छुपकर गंगाजल लेने जाते थे पंडे

Maha Kumbh: इस बात से तो हम सब वाकिफ हैं कि हर 12 साल बाद त्रिवेणी संगम प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होता है. चाहे वो सल्तनत काल हो, मुगल काल हो या ब्रिटिश काल. हिंदुस्तान में किसी का भी शासन रहा हो, कुंभ मेले का आयोजन बड़े धूम धाम से होता था. बड़ी संख्या में साधु-संत, नागा संन्यासियों और श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पहुंचते थे. यहां श्रद्धालु कल्प वास करने के साथ-साथ अमृत स्नान (शाही स्नान) करते थे. लेकिन, ब्रिटिश काल में एक समय ऐसा भी था, जब संगम का किनारा श्रद्धालुओं के जमावड़े की जगह अंग्रेज सैनिकों की छावनी बन गई थी. उस समय तीर्थयात्री नहीं, चारों तरफ सिर्फ बंदूकधारी अंग्रेज सैनिक दिखाई देते थे. प्रयागराज में ऐसी स्थिति जनवरी, 1858 के कुंभ में था. कुंभ के योग बनने के बाद भी ब्रिटिश प्रशासन की सख्ती के कारण कुंभ का आयोजन नहीं हुआ था. जिसकी वजह से न ही अखाड़ों का आगमन हुआ था और न ही श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही थी. हिन्दू मेला पर लगा था प्रतिबंध Rev. James C. Moffat की किताब The Story of A Dedicated Life के पृष्ठ संख्या 139 में लिखते है कि पुराने मिशनरी ओवेन 19 जनवरी, 1858 को इसाई धर्म के प्रचार के लिए कोलकाता से इलाहाबाद के लिए रवाना होते हैं, तो वह देखते हैं कि सैन्य अभियानों का केंद्र बनया जा रहा था, क्योंकि पूरा शहर उस समय क्रांति के दौर से गुजर रहा था. जिसकी वजह से चारो तरफ सैन्य गतिविधियां ही चल रही थी. हर दिशा में बदलाव हो रहा था. सब कुछ अस्थिर था. मिशन का काम भी ठीक तरह से नहीं चल रहा था. ऐसे में हिन्दू मेला भी पूरी तरह से स्थगित था. जिसकी वजह से समूह के रूप में संगम की ओर जाना पूरी तरह से प्रतिबंध था. अंग्रेज सैनिकों के डर के कारण स्थानीय प्रागवाल यानी पंडा अपने-अपने मुहल्ले (प्रागवालिटोला) छोड़कर भाग गए थे. ब्रिटिश सैनिकों का खौफ इतना था कि शहर के कुलीन और अमीर वर्ग के लोग भी संगम स्नान के लिए नहीं गए थे. हालांकि, कुछ पंडे एक-दो करके संगम पर जाते और लोटा में जल लेकर वापस लौटकर दारागंज के किनारे गंगा की धारा में मिला देते. इसी तरह पंडे लोग सैनिकों से बच-बचाकर स्थानीय लोगों को धार्मिक स्नान की व्यवस्था करा रहे थे. यह भी पढ़ें- Maha Kumbh 2025: इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए खोला परिसर, खाने की भी गई व्यवस्था जानें क्यों लगाया गया प्रतिबंध दरअसल, 1857 के जून महीने में अंग्रेजों के खिलाफ प्रयागराज में क्रांति भड़की थी. इस दौरान क्रांतिकारियों द्वारा इलाहाबाद का मिशन कम्पाउंड जला दिया गया था. इस दौरान अमेरिकन प्रेसबिटेरियन चर्च मिशन का प्रिंटिग प्रेस पूरी तरह से तहस-नहस हो गया था. जिसकी वजह से सभी यूरोपीय मिशनरी यहां से कलकत्ता भाग गए और मिशन की गतिविधि 6-7 महीने बंद थी। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि ब्रिटिश प्रशासन को यह डर था कि बड़ी संख्या में एक जगह लोगों के मौजूद रहने पर विद्रोह फिर से भड़क सकता है. इसी वजह से अंग्रेजों ने 1858 के कुंभ के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया था. इस आर्टिकल को लिखने में मदद इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास विभाग के शोधार्थी प्रांजल बरनवाल ने की है. The post Maha Kumbh: जब अंग्रेजों ने कुंभ पर लगाया था प्रतिबंध, प्रयागराज को बना दिया था छावनी; छुपकर गंगाजल लेने जाते थे पंडे appeared first on Naya Vichar.

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Patna News: पटना शहर को जाम से मिलेगी मुक्ति, ऑटो और इ-रिक्शा के लिए अलग रूट, नई व्यवस्था जल्द

Patna News: पटना शहर में जाम की समस्या को दूर करने के लिए इ-रिक्शा व ऑटो के रूट का निर्धारण होगा. प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवडे ने कहा कि अवैध पार्किंग के खिलाफ कार्रवाई होगी. पटना की सड़कों पर अतिक्रमण के खिलाफ नियमित रूप से अभियान चलाया जायेगा. डीटीओ को ओवरलोडिंग व अवैध वाहनों के परिचालन खिलाफ स्पेशल ड्राइव चला कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. मयंक वरवडे ने जाम को लेकर पदाधिकारियों, ऑटो व इ-रिक्शा संघों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. आयुक्त ने कहा कि कॉमर्शियल वाहन संगठनों के साथ साथ अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित कर ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करना आवश्यक है. इस दिशा में अल्पकालीन और दीर्घकालीन कार्ययोजना पर निर्णय हो रहा है. मयंक वरवडे ने दिए कई निर्देश प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवडे ने कहा कि ट्रैफिक जाम व प्रदूषण से मुक्त रखना सभी की जिम्मेदारी है. आयुक्त ने ऑटो रिक्शा व ई-रिक्शा संघों के प्रतिनिधियों से भी सुझाव मांगे. उन्होंने परिवहन, जिला नियंत्रण कक्ष, एसडीओ और एसडीपीओ, नगर निकाय को ट्रैफिक व्यवस्था के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. इ-रिक्शा और अऑटो के नियमों के अनुसार सुगम परिचालन करने के लिए संघ के प्रतिनिधियों को कहा गया. आयुक्त ने कहा कि समय का निर्धारण कर वाहनों को अलग-अलग अंतराल पर छोड़े. अनावश्यक कट को बंद करें. जेब्रा क्रॉसिंग का निर्माण करें. नियम नहीं मानने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई जाम वाले जगहों को चिह्नित कर व्यवस्था होगी बैठक में रेलवे स्टेशन, कारगिल चौक, राजेंद्रनगर टर्मिनल स्टेशन, सिपारा पुल, राजा बाजार, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, अशोक राजपथ, नेहरू पथ फ्लाइओवर आदि स्थलों पर जाम के समाधान के लिए प्रस्तावों पर चर्चा की गई. इसके लिए वेंडिंग जोन, नो वेंडिंग जोन की पहचान, ऑटो पार्किंग स्थल चिह्नित करना, सड़क की चौड़ाई बढ़ाने, जाम व दुर्घटना का कारण खोजने, अतिक्रमण हटाने आदि पर अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा हुई, सीसीटीवी के माध्यम से नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई कर जुर्माना लगाने की भी बात कही गई. बिहार की ताजा समाचारों के लिए क्लिक करें चार्जिंग प्वाइंट और प्रीपेड बूथ बनाने की मांग बैठक में सभी ऑटो और इ-रिक्शा यूनियन की तरफ से नियम लागू करने से पहले ऑटो और इ-रिक्शा की पार्किंग और ठहरने का स्थान रूट पर संख्या के आधार पर सुनिश्चित करने और चार्जिंग प्वाइंट बनाने की मांग की गयी. साथ ही पार्किंग और पैसेजर के उतरने- चढ़ाने की जगह चिह्नित करने के बाद ही रूट कलर कोड में चलाने की मांग की गयी. साथ ही ऑटो को घर से आने-जाने, गैस भराने, गैराज जाने, अपने घर-परिवार और मरीजों को लेकर दूसरे रूट में आने-जाने की अनुमति देने की मांग की गयी. इसे भी पढ़ें: Ring Road: बिहार के इस जिले में बनने जा रहा है दो-दो रिंग रोड, बजट और रूट भी हो गया तय The post Patna News: पटना शहर को जाम से मिलेगी मुक्ति, ऑटो और इ-रिक्शा के लिए अलग रूट, नई व्यवस्था जल्द appeared first on Naya Vichar.

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Numerology: इस मूलांक के लोगों पर शनि की बरसती है कृपा, समाज में मिलता है खूब मान-सम्मान

Numerology: किसी के व्यवहार, स्वभाव और भविष्य की गणना सिर्फ कुंडली के हिसाब से ही नहीं जाती है. अंक ज्योतिष शास्त्र में जन्मांक से भी व्यक्ति की तकदीर को बताया जा सकता है. लेकिन सबसे जन्म की तारीख से मूलांक निकाला जाता है. यह मूलांक 1-9 की संख्या के बीच होता है. जिसमें से हर संख्या का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है, जो कि उस मूलांक का ग्रह स्वामी होता है. ऐसे में आज हम उस मूलांक की बात करने वाले हैं, जिन पर शनि देव की कृपा बरसती है. यह भी पढ़ें- Numerology: प्यार के मामले में बहुत बदकिस्मत होते हैं इस मूलांक के लोग, जीवन भर नहीं मिलती सच्ची मोहब्बत यह भी पढ़ें- Numerology: जन्मजात बुद्धिमान होते हैं इस मूलांक के लोग, हर क्षेत्र में मिलती है सफलता जिस व्यक्ति का जन्म किसी भी महीने के 8, 17 या 26 तारीख को जन्म हुआ होता है. उनका मूलांक 8 होता है. इस मूलांक का ग्रह स्वामी शनि होते हैं. जिसकी वजह से इन लोगों पर शनि देव की विशेष कृपा रहती है. शनि देव इन लोगों की हर जगह मदद करते हैं. शनि देव को न्याय का देवता माने जाने के कारण इस मूलांक के लोगों न्याय प्रिय होते हैं. ऐसे में आइए मूलांक 8 में जन्मे लोगों की खासियत के बारे में जानते हैं. मूलांक 8 वाले लोगों की खासियत शनि का प्रभाव होने के कारण इन्हें कड़ी मेहनत करना पड़ता है. इसी वजह सफलता के लिए इस मूलांक के लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है. इस मूलांक के लोगों को न्याय पसंद होता है. ये लोग ऐसा काम कभी नहीं करते, जो कि अन्याय को बढ़ाती हो. मूलांक 8 वाले लोगों को अपने कर्मों पर विश्वास होता है. इसी वजह से ये लोग कर्मों के हिसाब से फल प्राप्त करना पसंद करते हैं. इस तारीख में जन्मे लोग पैसों के लेनदेन को अच्छी तरह से मैनेज कर लेते हैं. जिन लोगों का मूलांक 8 होता है, वे बहुत ही खुशमिजाज होते हैं. ये लोग हर परिस्थिति में आसानी से ढल जाते हैं. इस मूलांक में जन्मे लोगों को किसी काम में लापरवाही पसंद नहीं होती है. जिसकी वजह से ये लोग समाज में बहुत मान-सम्मान कमाते हैं. मूलांक 8 वाले लोग बहुत सादगी से जीवन जीते हैं. इन लोगों को दिखावा पसंद नहीं होता है. यह भी पढ़ें- Numerology: इस मूलांक के लोगों में कूट-कूटकर भरी होती है लीडरशिप क्वालिटी, समाज को बदलने का रखते हैं माद्दा Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Numerology: इस मूलांक के लोगों पर शनि की बरसती है कृपा, समाज में मिलता है खूब मान-सम्मान appeared first on Naya Vichar.

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बिहार में बढ़ेगी गर्मी या फिर सताएगी ठंड, आखिर क्यों शनिवार का मौसम कर रहा सब को कन्फूज

Bihar Weather: पटना. बिहार का मौसम इस बार सबको कन्फूज कर रहा है. जनवरी में मौसम का उतार-चढ़ाव देखने को मिला ही, अब फरवरी को लेकर भी मौसम विभाग स्पष्ट भविष्यवाणी करने में असमर्थ दिख रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि फरवरी की शुरुआत कोहरे की सफेद चादर से ढकी होने वाली है. उत्तर बिहार में घना कोहरा रहेगा, जबकि दक्षिण बिहार के जिलों में हल्के से मध्यम स्तर का कुहासा छाया रहेगा, लेकिन दिन में धूप निकलेगी. इससे ठंड का असर कम होगा. मौसम वैज्ञानिक कुमार गौरव के अनुसार समुंद्र तल से 12.6 किमी उपर एक पश्चिमी जेट स्ट्रीम पूर्वोत्तर हिंदुस्तान पर हावी है. एक ट्रफ रेखा समुंद्र तल से 0.9 किमी उपर दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बनी हुई है. 1 और 3 फरवरी से दो नए पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम हिंदुस्तान को प्रभावित करेगा. 1 और 3 फरवरी को सक्रिय होंगे पश्चिमी विक्षोभ बिहार के ज्यादातर जिलों में इन दिनों सुबह के समय शीतलहर का प्रकोप दिख रहा है. हालांकि दिन के वक्त निकल रही धूप की वजह से लोगों को थोड़ी राहत है. मौसम विभाग ने वैसे 1 फरवरी को बिहार के कुछ इलाकों घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा 1 से 5 फरवरी तक बिहार के कई जिलों में बारिश होने की संभावना व्यक्त की है. बिहार में फिलहाल पछुआ हवा का प्रवाह बना हुआ है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 1 और 3 फरवरी को दो नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाले हैं. इसके कारण कोहरे का स्तर बढ़ेगा और आंशिक बादल छाए रहने से तापमान में गिरावट की संभावना है. इन 19 जिलों में जारी हुआ अलर्ट एक फरवरी को उत्तरी बिहार के सभी 19 जिलों जैसे पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार में घने स्तर का कुहासा छाया रहेगा. पटना, गया, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, बेगुसराय, जहानाबाद सहित अन्य जिलों के भागों में हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाया रहेगा. धूप निकलने से कोहरे का असर कम होगा. इस दौरान उत्तर बिहार के जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 22°C से 24°C के बीच, जबकि दक्षिण बिहार के जिलों में 24°C से 26°C के बीच रहने का पूर्वानुमान है. Also Read : बिहार में बदले मौसम का दिखेगा असर, शुक्रवार से बढ़ेगा तापमान पर नहीं होगी अभी ठंड की विदाई The post बिहार में बढ़ेगी गर्मी या फिर सताएगी ठंड, आखिर क्यों शनिवार का मौसम कर रहा सब को कन्फूज appeared first on Naya Vichar.

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Economic Survey: वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए व्यापार लागत में लानी होगी कमी, सुविधाओं में सुधार जरूरी

Economic Survey: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार 31 जनवरी 2025 को आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 को संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में पेश कर दिया है. आर्थिक सर्वेक्षण के के अनुसार, हिंदुस्तान को वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए व्यापार लागत को कम करने और व्यापार सुविधाओं में सुधार करने की आवश्यकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं में हिंदुस्तान की भागीदारी बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, जिससे निर्यात प्रतिस्पर्धा को मजबूती मिलेगी. हिंदुस्तान को रणनीतिक व्यापार रोडमैप अपनाने की जरूरत आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक, बढ़ते व्यापार संरक्षणवाद और वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता के बीच हिंदुस्तान को एक रणनीतिक व्यापार रोडमैप अपनाने की जरूरत है. हाल के वर्षों में वैश्वीकरण की प्रवृत्ति धीमी हुई है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में नई चुनौतियां उत्पन्न हो रही हैं. व्यापार लागत घटाने से हिंदुस्तान बनेगा मजबूत रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए हिंदुस्तान को लॉजिस्टिक्स, कस्टम प्रक्रिया और व्यापारिक बुनियादी ढांचे में सुधार करना होगा. सर्वेक्षण में कहा गया है कि हिंदुस्तान के पास अपनी व्यापार प्रतिस्पर्धा को मजबूत करने की पूरी क्षमता है. इसके लिए प्रशासन और निजी क्षेत्र दोनों को सक्रिय भूमिका निभानी होगी. रिपोर्ट में कहा गया है, “राज्य शासन का निर्माण करता है और निजी क्षेत्र वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन करता है. यदि ये दोनों ही गुणवत्ता और दक्षता पर ध्यान केंद्रित करें, तो वैश्विक व्यापार में हिंदुस्तान की स्थिति मजबूत हो सकती है, भले ही व्यापारिक तनाव और संरक्षणवाद बना रहे.” हिंदुस्तान का बाहरी क्षेत्र बना मजबूत, सेवा क्षेत्र ने निभाई बड़ी भूमिका सर्वेक्षण के मुताबिक, हिंदुस्तान ने प्रतिकूल भू-नेतृत्वक परिस्थितियों के बावजूद मजबूत आर्थिक प्रदर्शन किया है. हालांकि वैश्विक मांग में सुस्ती के कारण निर्यात में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है, लेकिन मजबूत घरेलू मांग के चलते आयात में वृद्धि हुई है. इसके अलावा, बढ़ते विदेशी प्रेषण और सेवा क्षेत्र की मजबूती ने व्यापार घाटे के प्रभाव को कम करने में मदद की है. रिपोर्ट के अनुसार, यदि हिंदुस्तान व्यापार लागत कम करने और दक्षता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है, तो वैश्विक बाजारों में इसकी स्थिति और मजबूत होगी. इसे भी पढ़ें: Economic Survey: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण व्यापार सुधारों से दीर्घकालिक आर्थिक विकास को मिलेगी गति आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 इस बात का भी जिक्र किया गया है कि प्रशासन और उद्योग जगत के संयुक्त प्रयास से हिंदुस्तान उभरते वैश्विक व्यापार परिदृश्य की चुनौतियों का सामना कर सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, व्यापार बाधाओं को दूर कर हिंदुस्तान उच्च पूंजी निर्माण और निरंतर आर्थिक विकास हासिल कर सकता है. आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 से स्पष्ट है कि व्यापार लागत में कमी और व्यापारिक प्रक्रियाओं के सरलीकरण से हिंदुस्तान वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ सकता है. निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन और निजी क्षेत्र दोनों को मिलकर व्यापार सुधारों को लागू करना होगा, जिससे हिंदुस्तान वैश्विक बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बना सके. इसे भी पढ़ें: Economic Survey: वित्त वर्ष 2024-25 में 6.3% से 6.8% के बीच रहेगी हिंदुस्तान की जीडीपी वृद्धि, पढ़ें प्रमुख बातें The post Economic Survey: वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए व्यापार लागत में लानी होगी कमी, सुविधाओं में सुधार जरूरी appeared first on Naya Vichar.

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