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सुभाष चंद्र बोस जयंती पराक्रम दिवस मनाया गया 

नया विचार समस्तीपुर : गुरुवार को वीमेंस कॉलेज समस्तीपुर में इतिहास विभाग द्वारा प्रधानाचार्या प्रोफेसर डॉ सुनीता सिन्हा की अध्यक्षता में सुभाष चंद्र बोस जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई । सर्वप्रथम प्रधानाचार्या महोदया के द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। साथ ही मौके पर उपस्थित सभी शिक्षकगण तथा छात्राओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानाचार्या महोदया द्वारा अपने अध्यक्षीय भाषण में यह बताया गया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस सत्य, त्याग तथा बलिदान की अद्भुत मिसाल थे। उनके भाषण में ऐसा ओज था, जिसने सारे हिंदुस्तानवासियों में स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक जुनून पैदा किया। उन्होंने अपने ओजस्वी भाषण से न केवल हिंदुस्तान में ही प्रभाव स्थापित किया ,बल्कि इसी के कारण उन्हें अन्य देशों का भी सहयोग प्राप्त हुआ। यही कारण था कि आजाद हिंद फौज की स्थापना विदेश में हुई, जो स्वतंत्रता संग्राम के सफर में काफी मददगार साबित हुआ। इतिहास विभाग के सभी शिक्षक श्री सुरेश साह ,डॉक्टर नेहा कुमारी जायसवाल ,डॉक्टर नीरज प्रसाद, डॉक्टर स्वाति कुमारी ने नेताजी के विषय में प्रकाश डाला।इतिहास विभाग के शिक्षक डॉक्टर सुरेश साह ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस एक आध्यात्मिक राजनेता थे। यदि वे जीवित होते तो शायद हिंदुस्तान विकसित देश के रूप में विश्व में स्थापित हो चुका होता और विश्व की नेतृत्व हिंदुस्तान केंद्रित होती।इतिहास विभाग की शिक्षिका डॉ नेहा कुमारी जायसवाल ने कहा कि बोस के प्रेरक वचनों को मौजूदा समय के लोग ही नहीं आने वाली पीढ़ियां भी अनवरत पालन करेंगी। बोस का संपूर्ण जीवन न केवल हिंदुस्तानीयों के लिए परंतु विश्व के लिए एक किताब जैसा है जिसे जितना ही पढ़ेंगे उतना ही ज्ञानवान होंगे। उन्होंने राष्ट्र के युवाओं से अपील की थी कि सफलता असफलता के स्तंभ पर खड़ी होती है,अतः असफलता से डरना नहीं चाहिए, पूरे हिम्मत तथा ईमानदारी तथा निडरता से उनका सामना करना चाहिए। हर कार्य करने के लिए उस कार्य के प्रति एक सनक नहीं हो तो व्यक्ति महान नहीं बनेगा अतः उस कार्य के प्रति समर्पण का होना अत्यंत आवश्यक है । प्रोफेसर डॉ अरुण कुमार कर्ण ने अपने वक्तव्य में कहा कि बोस की जितनी भी व्याख्यान शब्दों में की जाए कमतर रहेगी क्योंकि ऐसे महापुरुष विरले ही आते हैं । डॉ सोनी सलोनी ने उनके विषय में बताया कि बोस के अवतरण ने इस धरती को गौरवान्वित कर दिया। वे एक ऐसे योद्धा थे जिन्होंने देशवासियों में स्वतंत्रता की अलख जगा दी । डॉ विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि बोस ने अपने विचारों से हिंदुस्तानीय युवाओं को काफी प्रेरित किया। उन्होंने कहा है कि जीवन में संघर्ष नहीं है तो जीवन का कोई अर्थ नहीं है।अतः बोस के प्रेरक प्रसंग को अपने जीवन में उतारना चाहिए जिससे हम पूरे जुनून के साथ अपने जीवन में सफल हो सकते हैं तथा देश के लिए कुछ कर सकते हैं। इतिहास विभाग की छात्राओं नेहा कुमारी, सुमन शर्मा, खुशबू कुमारी, रूपा कुमारी, पल्लवी, पिंकी कुमारी ,पलक कुमारी, ज्योति कुमारी ने इस आयोजन में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया। मंच का संचालन नेहा कुमारी ने किया ।अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ नेहा कुमारी जायसवाल ने किया।मौके पर डॉक्टर मधुलिका मिश्रा, डॉक्टर रिंकी कुमारी,डॉक्टर रेखा कुमारी, डॉक्टर स्मिता झा आदि शिक्षकगण उपस्थित थे।

बिहार, शिक्षा, समस्तीपुर

12 वर्ष की लगातार संतोषजनक सेवापूर्ण /अहर्ता रखने वाले शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में पदोन्नति देने की उठी मांग

नया विचार समस्तीपुर : बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ (मूल)के प्रदेश सचिव सह जिलाध्यक्ष कुमार रजनीश ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, समस्तीपुर व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(स्थापना) समस्तीपुर को 12 वर्ष की लगातार संतोषजनक सेवापूर्ण /अहर्ता रखने वाले शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में पदोन्नति देने के संबंध में आवेदन दिया है। उन्होंने उपर्युक्त विषयक संदर्भ में कहा है कि बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक (नियोजन एवं सेवा शर्त) नियमावली 2006 यथा संशोधित नियमावली 2020 के कंडिका 16 (i)एवं (ii) के आलोक में पंचायत प्रारंभिक शिक्षा संवर्ग के मूल कोटि (बेसिक ग्रेड 1-5) के शिक्षक पद पर योगदान की तिथि अथवा प्रशिक्षण अर्हता प्राप्त करने की तिथि (जो बाद की तिथि हो) से न्यूनतम 12 वर्ष की लगातार संतोषजनक सेवा के आधार पर विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों को अगले वेतनमान (स्नातक ग्रेड)में प्रोन्नति दिए जाने का प्रावधान है। उक्त पत्र के आलोक में संघ के प्रदेश सचिव सह जिलाध्यक्ष कुमार रजनीश ने अनुरोध किया है कि उक्त अहर्ता रखने वाले शिक्षकों को विभागीय नियम के आलोक में स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने हेतु अपने स्तर से पत्र निर्गत करने का अनुरोध किया है।

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हंगामे के बीच BPSC 70वीं PT का रिजल्ट जारी: 21 हजार 581 कैंडिडेट पास; री-एग्जाम को लेकर 41 दिन से धरने पर हैं अभ्यर्थी

नया विचार – BPSC 70वीं री-एग्जाम की मांग को लेकर हो रहे हंगामे के बीच आयोग ने BPSC 70वीं पीटी का रिजल्ट जारी कर दिया है। परीक्षा में 21,581 अभ्यर्थी पास हुए हैं। 70वीं BPSC परीक्षा में कुल 1964 पदों पर भर्ती निकली है, जिसमें 13 दिसंबर 2024 और 4 जनवरी 2025 को करीब 3.28 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे। बिहार लोक सेवा आयोग की वेबसाइट की डोमेन नेम को बदल दिया गया है। अब अभ्यर्थी https://bpsc.bihar.gov.in/ पर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। बिहार लोक सेवा आयोग ने कहा, ’13 दिसंबर 2024 को राज्य के 911 सेंटर्स और 4 जनवरी 2025 को पटना में 22 केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया था। रिजल्ट पहले की तरह 45 दिनों में जारी किया गया है। इस परीक्षा में कुल 3, लाख 28 हजार 990 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जिनमें से कुल 21,581 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।’ BPSC 70वीं पीटी का रिजल्ट ऐसे में जारी किया गया है, जब अभ्यर्थी री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं। अभ्यर्थी पिछले 41 दिन से अपनी मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हैं।

रोजगार, शिक्षा

रेलवे ग्रुप डी भर्ती के आवेदन आज से

नया विचार – रेलवे की जिस भर्ती का युवाओं को बेसब्री से इंतजार था, वो निकल गई है। रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने 32000 से अधिक पदों पर लेवल-1 ग्रुप डी भर्ती 2025 का आधिकारिक विज्ञापन जारी कर दिया है। इस भर्ती के लिए उम्मीदवार हिंदुस्तानीय रेलवे की आधिकारिक indianrailways.gov.in या www.rrbapply.gov.in पर ऑनलाइन 23 जनवरी से फॉर्म अप्लाई कर सकते हैं। वहीं आवेदन करने की आखिरी तारीख 24 फरवरी 2025 है। आरआरबी की यह भर्ती निकलने के बीच अभ्यर्थी इसकी योग्यता से जुड़ी जानकारी डिटेल में जानना चाहते हैं। इस आर्टिकल में ग्रुप डी आयुसीमा, शैक्षिक योग्यता समेत पूरी जानकारी विस्तार में दी गई है। रेलवे ग्रुप डी वैकेंसी  हिंदुस्तानीय रेलवे इस साल की सबसे बड़ी भर्ती लेकर आ गया है। जयपुर, प्रयागराज, जबलपुर, भुवनेश्वर, बिलासपुर, दिल्ली, कोलकाता, गोरखपुर, मुंबई समेत यह भर्ती अलग-अलग जोन के लिए निकली है। लेवल-1 ग्रुप डी 32438 पदों पर यह वैकेंसी असिस्टेंट, प्वाइंट्समैन, असिस्टेंट ब्रिज, असिस्टेंट ट्रैक मशीन, असिस्टेंट वर्कशॉप, असिस्टेंट लोको शेड, असिस्टेंट पी वे समेत अन्य पदों के लिए हैं। आरआरबी ग्रुप डी के लिए शैक्षिक योग्यता क्या चाहिए? रेलवे ग्रुप डी की इस भर्ती में आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों का किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से 10वीं पास होना चाहिए। इसके अलावा अन्य किसी तरह की योग्यता नहीं मांगी गई है। इससे पहले रेलवे ग्रुप डी टेक्निकल डिपार्टमेंट के लिए 10वीं के साथ एनएएसी या आईटीआई डिप्लोमा भी मांगा जाता था। लेकिन इस बार इसे जरूरी योग्यता से हटा दिया गया है। जो अभ्यर्थी अपने 10वीं के परिणामों का इंतजार कर रहे हैं, वो इसमें फॉर्म नहीं भर पाएंगे। आरआरबी ग्रुप डी के लिए आयुसीमा क्या है? रेलवे ग्रुप डी लेवल -1 की इस भर्ती में आवेदन करने के लिए अभ्यर्थियों की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतम उम्र 36 वर्ष होनी चाहिए। उम्मीदवारों की आयुसीमा की गणना 1 जनवरी 2025 के आधार पर की जाएगी। इस आयुसीमा के तक के अभ्यर्थी इस भर्ती में आवेदन के योग्य होंगे। वहीं आरक्षित वर्गों को ऊपरी एज लिमिट में छूट दी गई है। रेलवे ग्रुप डी ओबीसी के लिए आयुसीमा  ओबीसी-नॉन क्रीमी लेयर अभ्यर्थियों को ऊपरी उम्र में 3 वर्ष की छूट दी गई है। वहीं अनुसूचित जाति, अनूसूचित जनजाति वर्ग के लिए रेलवे की इस भर्ती में 5 साल की छूट दी गई है। यानी ओबीसी अभ्यर्थियों का जन्म 2 जनवरी 1989 और एससी/एसटी अभ्यर्थियों का जन्म 02 जनवरी 1984 से पहले का नहीं होना चाहिए। इसी तरह एक्स सर्विसमैन, पीडब्ल्यूबीडी, रेलवे स्टाफ के लिए भी एज लिमिट में छूट का प्रावधान भी किया गया है। रेलवे ग्रुप डी में PET कैसे होता है? रेलवे की इस भर्ती में उम्मीदवारों का चयन कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT), फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET), डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV) और मेडिकल एग्जामिनेशन के जरिए किया जाएगा। सीबीटी पास करने वाले अभ्यर्थियों को पीईटी टेस्ट भी पास करना होगा। पीईटी टेस्ट में पुरुष अभ्यर्थियों को 35 किलो वजन के साथ 100 मीटर की दूरी 2 मिनट में पूरी करनी होगी। वहीं स्त्री अभ्यर्थियों को 20 किलो वजन के साथ 100 मीटर 2 मिनट में चलना होगा। इसके आलाव 1000 मीटर की रनिंग भी करनी होगी। रेलवे की इस भर्ती से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए अभ्यर्थी भर्ती का आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं।

शिक्षा, समस्तीपुर

इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने ईस्ट सेंट्रल रेलवे मैकेनिकल वर्कशॉप का किया औद्योगिक भ्रमण 

नया विचार सरायरंजन : प्रखंड के नर घोघी स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के यांत्रिक अभियंत्रण विभाग के छात्रों ने बुधवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेकेनिकल वर्कशॉप समस्तीपुर का औद्योगिक भ्रमण किया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. दीपक कुमार मंडल, सहायक प्रो. डॉ. वैशाली और सहायक प्रो. आशिष कुमार छात्रों के साथ उपस्थित थे। प्राचार्य डॉ. आर. एम. तुंगनायत ने बच्चों को कहा कि औद्योगिक भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को उद्योग में प्रचलित तकनीकी कौशल और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था। कार्यशाला में छात्रों को विभिन्न यांत्रिक उपकरणों और उनके संचालन की तकनीकी जानकारी दी गई। कार्यशाला इंजीनियर द्वारा प्रशिक्षक प्रदान किया गया, जिन्होंने छात्रों को रेलवे के विभिन्न यांत्रिक कार्यों और उनकी कार्यप्रणाली पर विस्तृत जानकारी दी। छात्रों ने कार्यशाला के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया और विशेषज्ञों से तकनीकी पहलुओं पर प्रश्न पूछे, जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई और भविष्य की परियोजनाओं के लिए नई दिशा मिली। इस तरह के भ्रमण से छात्रों को उद्योग के वास्तविक कार्य वातावरण को समझने का अच्छा अवसर मिलता है।

शिक्षा

देश भर में बीएड (B.Ed.) दाखिले के लिए एकीकृत प्रवेश परीक्षा, अगले वर्ष से हो सकती है लागू

नया विचार – एनसीटीई (नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन) देश भर में बीएड में दाखिले के लिए एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। यह प्रस्ताव नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किया जा रहा है। वर्तमान व्यवस्था वर्तमान में बीएड की प्रवेश परीक्षा राज्यों के विश्वविद्यालयों द्वारा अलग-अलग आयोजित की जाती है। बिहार में कई वर्षों से बीएड की प्रवेश परीक्षा नियमित रूप से विश्वविद्यालय आयोजित करता रहा है। परीक्षा आयोजन: एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) को परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी दी जा सकती है। समय सीमा: यह प्रणाली अगले वर्ष से लागू हो सकती है। परीक्षा कार्यक्रम: संयुक्त प्रवेश परीक्षा के अलावा चार वर्षीय स्नातक और पीजी के बाद शुरू होने वाले एक वर्ष के बीएड के लिए भी प्रवेश परीक्षा होगी। यह परीक्षा अप्रैल-मई में आयोजित की जा सकती है।

ताजा ख़बर, बिहार, शिक्षा

पटना में फिटजी के निदेशक पर धोखाधड़ी का केस, फीस लेकर पढ़ाई बंद करने का आरोप; बैंक…

नया विचार पटना– देश के एक नामी कोचिंग संस्थान पर छात्रों से धोखाधड़ी का आरोप लगा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार की राजधानी पटना में FIITJEE Coaching Centre पर आरोप लगा है कि उसने छात्रों से पैसे लेने के बाद अपने सेंटर बंद कर दिए हैं। यह पूरा मामला अब थाने में पहुंच चुका है। कोचिंग संस्थान के निदेशक पर केस भी दर्ज किया गया है। आरोप है कि फिटजी संस्थान ने कई छात्रों से लाखों रुपये की फीस वसूली और फिर पटना के विभिन्न कोचिंग केंद्रों में पढ़ाई बंद हो गई है। इसे लेकर नाराज छात्रों ने पटना के कोतवाली थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। थाने में फिटजी के निदेशक डीके गोयल, CFO मनीष आनंद, सेंटर हेड राजीव बब्बर और आर के ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन सभी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इधर मामला दर्ज होने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि फिटजी कोचिंग संस्थान के करीब 20 बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। इसके अलावा कुछ अन्य बैंक खातों को भी सीज कराने में पुलिस जुटी हुई है। कोतवाली थाने के डीएसपी कुष्ण मुरारी ने मीडिया से बातचीत में बताया, ‘अप्रैल महीने में शुरू होने वाले एक कोर्स को लेकर कुछ छात्रों ने एडमिशन करवाया और उसका पूरा पैसा भी पेमेंट कर दिया था। इसी को लेकर आरोप लगाया गया कि पटना में जो फिटजी के सेंटर हैं उन सभी सेंटरों को बंद कर लोग भाग रहे हैं। हमने उनसे पूछा कि आपको कैसे जानकारी मिली कि वो सेंटर बंद कर यहां से जा रहे हैं तो उन्होंने बताया कि उनके शिक्षकों ने उन्हें यह बात बताई है। टीचर भी यहां छोड़ कर दूसरे कोचिंग संस्थानों में ज्वाइन कर रहे हैं।’

तकनीकी, ताजा ख़बर, बिहार, शिक्षा

गुड मॉर्निंग इंडिया! अंतरिक्ष में गले मिली ISRO की 2 सैटेलाइट्स, SpaDeX मिशन सफल, दुनिया का चौथा देश बना भारत

नया विचार – हिंदुस्तान अंतरिक्ष में दो स्पेसक्राफ्ट को सक्सेसफुली डॉक करने वाला चौथा देश बन गया है। इससे पहले रूस, अमेरिका और चीन ही ऐसा करने में सफल रहे हैं। इसरो ने बताया कि 16 जनवरी को सुबह डॉकिंग एक्सपेरिमेंट को पूरा किया गया। हिंदुस्तानीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गुरुवार को ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट’ (SpaDex) के तहत सेटेलाइट्स की ‘डॉकिंग’ सफलतापूर्वक की. इसरो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,’हिंदुस्तान ने अंतरिक्ष इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया है. गुड मॉर्निंग हिंदुस्तान, इसरो के स्पेडेक्स मिशन ने ‘डॉकिंग’ में ऐतिहासिक कामयाबी हासिल की है. इस लम्हे का गवाह बनकर गर्व महसूस हो रहा है.’ इससे पहले 12 जनवरी को इसरो ने उपग्रहों को ‘डॉक’ करने के परीक्षण के तहत दो अंतरिक्ष यान को तीन मीटर की दूरी पर लाकर और फिर सुरक्षित दूरी पर वापस भेजा था. इसरो ने 30 दिसंबर 2024 को ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट’ (स्पेडेक्स) मिशन को कामयाबी के साथ शुरू किया था. दो छोटी सेटेलाइट्स, एसडीएक्स01 (चेजर) और एसडीएक्स02 (टारगेट) को 24 पेलोड के साथ ले जाने वाले पीएसएलवी सी60 रॉकेट ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले ‘लॉन्चपैड’ से उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के करीब 15 मिनट बाद लगभग 220 किलोग्राम वजन वाले दो छोटे अंतरिक्ष यान के टार्गेटेड तरीके से 475 किलोमीटर की गोलाकार कक्षा में प्रक्षेपित किया गया था. इसरो के मुताबिक स्पेडेक्स मिशन दो छोटे अंतरिक्ष यान का उपयोग कर अंतरिक्ष में ‘डॉकिंग’ के लिए एक किफायती टेक्नोलॉजी मिशन है जिसे पीएसएलवी के जरिये लॉन्च किया गया था. क्यों जरूरी है यह टेक्नोलॉजी ? अंतरिक्ष में ‘डॉकिंग’ तकनीक तब जरूरी होती है जब सामान्य मिशन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए कई रॉकेट लॉन्च की जरूरत होती है. यह टेक्नोलॉजी हिंदुस्तान की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं जैसे चंद्रमा पर हिंदुस्तानीय मिशन, चंद्रमा से नमूने वापस लाना, हिंदुस्तानीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) बनाने और चलाने वगैरह के लिए बेहद जरूरी है. इस मिशन के ज़रिए हिंदुस्तान अंतरिक्ष डॉकिंग टेक्नोलॉजी रखने वाला दुनिया का चौथा देश बनने की बन गया है.

आपदा, शिक्षा, समस्तीपुर

उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बेला पंचरूखी में स्कुली छात्र छात्राओं को सड़क सुरक्षा से संबंधित दी गई जानकारी

नया विचार समस्तीपुर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बेला पंचरूखी में प्रधानाध्यापक मुकेश कुमार के नेतृत्व में मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा योजना अंतर्गत सुरक्षित शनिवार का आयोजन किया गया।इस अवसर पर नोडल शिक्षिका कंचन कुमारी और बीबी शकीला रहमान ने सड़क सुरक्षा से संबंधित जानकारी को साझा किया। उन्होंने सड़क परिवहन,सड़क पर वाहन चलाने हेतु बने नियमों का पालन करने,दो पहिए गाड़ी को चलाते समय हेलमेट,फिट कपड़े, जूते, चश्मा आदि का उपयोग करने पर बल दिया। ने वहीं शिक्षक संजीव कुमार झा ने ट्रांसपोर्ट रूल से बच्चों को अवगत कराया।मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षक छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।

पटना, बिहार, शिक्षा

बिहार में सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का ट्रांसफर शुरु

नया विचार पटना : बिहार में प्रशासनी स्कूलों में शिक्षकों का ट्रांसफर शुरु हो गया है। कैंसर रोगी 35 शिक्षकों को उनके ऐच्छिक स्थानों पर पोस्टिंग की गई है। इसमें 10 शिक्षकों का ट्रांसफर अंतर जिला हुआ है। जबकि 25 शिक्षकों का ट्रांसफर प्रखंड में किया गया है। शिक्षकों के ट्रांसफर का निर्णय स्थापना समिति के बैठक के बाद लिया गया है। बैठक में 47 शिक्षकों के आवेदन की स्क्रूटिनी की गई है। इसमें 35 शिक्षकों के आवेदन को सही पाया गया है। जबकि 9 शिक्षकों का ट्रांसफर दूसरे कैटेगरी में करने का निर्णय लिया गया है। 3 शिक्षकों ने आवेदन के दौरान सर्टिफिकेट ई शिक्षा कोष पर अपलोड नहीं किया था। इसकी वजह से उनका ट्रांसफर रिजेक्ट कर दिया गया है। 759 ने कैंसर के आधार पर आवेदन किया 759 शिक्षकों ने कैंसर के आधार पर ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है। इसमें 47 नियमित शिक्षक हैं। जबकि 260 विद्यालय अध्यापक और 452 नियोजित शिक्षक हैं। ट्रांसफर के बाद अंतर जिला शिक्षकों के ट्रांसफर आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा। 7 दिनों के अंदर शिक्षक अपने निर्धारित स्कूलों में काम शुरु करेंगे। इस दौरान शिक्षकों के संबंध में संपूर्ण जांच की जिम्मेदारी जिला शिक्षा पदाधिकारी की होगी। जिन जिन जगहों पर शिक्षक की पोस्टिंग होगी, वहां के डीईओ ई शिक्षा कोष पोर्टल पर ट्रांसफर और पोस्टिंग का आदेश अपलोड करेंगे। टीआरई 3 पास अभ्यर्थियों की पोस्टिंग हुई, 64128 शिक्षकों को जिला आवंटित हुआ टीआरई 3 पास शिक्षक अभ्यर्थियों को शुक्रवार को जिला आवंटित किया गया है। जिसमें 1 से 12 तक कक्षा के लिए पास 56 विषयों में 64128 अभ्यर्थियों को जिला आवंटित किया गया है। इसमें 1 से 5 कक्षा तक 21726, 6 से 8वीं कक्षा के लिए 16942 शिक्षक अभ्यर्थी की पोस्टिंग हुई है। इसके साथ ही 9 व 10वीं कक्षा में विशेष शिक्षकों 173 शिक्षकों की पोस्टिंग की गई है। 11 व 12वीं के 2342 अभ्यर्थियों को इंतजार करना होगा। टीआरई 3 में 68558 पास हुए है।

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