शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में दवाएं, एक्स-रे प्लेट, केमिकल समेत अन्य सामन की खरीदारी प्रक्रिया टेंडर की पेंच में फंस गयी है. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अस्पताल में दवाएं, एक्स-रे प्लेट, रक्त जांच के लिए केमिकल आदि की आपूर्ति संभव है. शनिवार को एसएनएमएमसीएच अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया की अध्यक्षता में आयोजित परचेज कमेटी की बैठक में अस्पताल में दवा समेत अन्य सामान का स्टॉक समाप्त होने पर समीक्षा की गयी. अलग-अलग विभागों में उपलब्ध दवाओं की जानकारी सभी विभागाध्यक्षों से मांगी गयी है. दवाओं की आपूर्ति नहीं होने तक आवश्यकता अनुसार दवाएं दूसरे विभाग में आपूर्ति कर काम चलाने का निर्णय लिया गया. खासकर इमरजेंसी में आवश्यक दवाओं की कमी पर चर्चा की गयी. इस दौरान आवश्यक दवाओं की आपूर्ति पर विचार विमर्श किया गया. बता दें कि एसएनएमएमसीएच में वित्तीय वर्ष 2024-25 का फंड का इस्तेमाल हो चुका है. मार्च में आवंटित फंड में शेष बची राशि वापस लौटा दी गयी है. वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए एसएनएमएमसीएच को फंड आवंटित किया गया है. इसके बाद दवा समेत अन्य सामान के लिए टेंडर निकाला गया है. इस प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग एक माह का समय लगेगा.
सामान के अभाव में एक्स-रे, सीबीसी जांच बंद :
बता दें कि सामान के अभाव में एसएनएमएमसीएच के रेडियोलॉजी विभाग में एक्स-रे व पैथोलॉजी विभाग में मरीजों का कंप्लीट ब्लड काउंट (सीबीसी) जांच पिछले कई दिनों से बंद हैं. प्लेट खत्म होने से एक्स-रे सेवा पिछले तीन दिनों से बंद पड़ी है. वहीं केमिकल का स्टॉक समाप्त होने से मरीजों का सीबीसी जांच एक सप्ताह से बंद है. इसके अलावा दवाओं की कमी भी है. इमरजेंसी में कॉटन, बैंडेज समेत विभिन्न तरह के इंजेक्शन समाप्त हो गये है. दूसरे विभाग से लेकर इमरजेंसी में मरीजों को आवश्यक दवाओं की आपूर्ति की जा रही है.
अनुरक्षण योजना के पैसे से दवा खरीदारी का निर्णय :
अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया की अध्यक्षता में आयोजित परचेज कमेटी की बैठक में अनुरक्षण योजना के पैसों से आवश्यक दवाओं की खरीदारी का निर्णय लिया गया है. मेडिकल कॉलेज के सभी विभागाध्यक्षों को अनुरक्षण योजना के तहत पांच-पांच लाख रुपये दिए गये है. विभागाध्यक्ष इन पैसों का इस्तेमाल आवश्यक दवाएं समेत छोटे उपकरण व जरूरतों को पूरा करने में कर सकते है.
अनुरक्षण योजना के पैसे से दवा खरीदारी का निर्णय :
अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया की अध्यक्षता में आयोजित परचेज कमेटी की बैठक में अनुरक्षण योजना के पैसों से आवश्यक दवाओं की खरीदारी का निर्णय लिया गया है. मेडिकल कॉलेज के सभी विभागाध्यक्षों को अनुरक्षण योजना के तहत पांच-पांच लाख रुपये दिए गये है. विभागाध्यक्ष इन पैसों का इस्तेमाल आवश्यक दवाएं समेत छोटे उपकरण व जरूरतों को पूरा करने में कर सकते है.
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