नया विचार सरायरंजन: राष्ट्र के गौरव थे राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर। उक्त बातें गुरुवार को प्रखंड अंतर्गत केएसआर महाविद्यालय सरायरंजन के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्र कवि दिनकर के पुण्यतिथि समारोह को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहीं। हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो. अवधेश कुमार झा की अध्यक्षता में आयोजित पुण्यतिथि समारोह को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि दिनकर जी को देशभक्ति की महान कविताओं के लिए उन्हें राष्ट्रकवि की उपाधि दी गई। वक्ताओं में स्पष्ट किया कि दिनकरजी राष्ट्रीयता एवं राष्ट्र वाद के प्रबल समर्थक थे। दिनकर जी की रश्मिरथी में भगवान के विराट रूप का जैसा सुंदर वर्णन है, वह विश्व साहित्य की धरोहर है। उर्वशी प्रबंध काव्य के द्वारा दिनकरजी ने स्वर्ग पर धरती की विजय स्थापना कराई है। फलस्वरूप उर्वशी महाकाव्य पर उन्हें ज्ञान पीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ। वास्तव में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर क्रांतदर्शी कवि थे। इसके पूर्व दिनकर के तैलचित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. विपिन कुमार कुमार झा की उपस्थिति में डॉ. सुवंश कुमार चौधरी, डॉ. उषा कुमारी, डॉ .ललिता झा, डॉ .शोभा कांत झा,प्रो .रंजन कुमार राय,प्रो.मनोज कुमार झा,प्रो. शेखर प्रसाद चौधरी, प्रो.हरेकृष्ण चौधरी,प्रो.पवन कुमार चौधरी,प्रो.रामप्रवेश सिंह ,प्रो.अंकेश कुमार झा,छात्रा मुन्नी कुमारी आदि ने समारोह को सम्बोधित किया। मौके पर अधिकांश महाविद्यालय कर्मी मौजूद थे।