वक्ताओं ने कहा कि मजदूर के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, लेकिन अभी तक केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी पीड़ित परिवार से मिलने तक नहीं पहुंची. केंद्र प्रशासन मजदूरों को खोजने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है. ऐपवा नेत्री जयंती चौधरी ने कहा कि 22 जून को कोडरमा लोकसभा की स्त्रीएं सांसद के घर पहुंचकर बगोदर के अपहृत पांचों मजदूर की सकुशल वापसी के लिए मांग पत्र सौंपेंगी. ऐपवा राज्य कमेटी सदस्य कौशल्या दास ने कहा कि नाइजर में फंसे प्रवासी मजदूरों का अता-पता नहीं है, लेकिन प्रशासन उसको वापस लाने की दिशा में कोई पहल नहीं कर रही है. मीना दास ने कहा कि प्रधानमंत्री सिंदूर के नाम पर जनता को ठग रहे हैं. पांच मजदूरों की पत्नी का सिंदूर खतरे में है. प्रशासन को तत्काल इसपर पहल कर उनकी सकुशल वापसी सुनिश्चित करे. बैठक में पिंकी हिंदुस्तानी, जिप सदस्य सुनीता पासवान, अनीता देवी, सरिता देवी, कलावती देवी, गायत्री देवी, रेबुना खातून सहित जिला कमेटी सदस्य उपस्थित थीं.
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