Speech on Holika Dahan in Hindi: रंगों के त्योहार…होली से पहले होलिका दहन एक महत्वपूर्ण हिंदू अनुष्ठान है और यह होली की पूर्व संध्या पर मनाया जाता है. यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. होलिका दहन का ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक महत्व है जिसे छात्रों को जरूर समझना चाहिए क्योंकि इसके बारे में उनसे कक्षा में पूछा जा सकता है. इसलिए इस लेख में आप होलिका दहन पर भाषण (Holika Dahan Speech in Hindi) तैयार कर सकेंगे और इस त्योहार का महत्व आसानी से समझ सकेंगे.
यह भी पढ़ें- Essay on Holi in Hindi: होली पर निबंध आसान भाषा में…ऐसे लिखें छात्र
होलिका दहन पर भाषण (Holika Dahan Speech in Hindi)
2 मिनट के लिए होलिका दहन पर भाषण (Speech on Holika Dahan in Hindi) इस प्रकार है-
सहपाठीगण और सम्मानित शिक्षकों को नमस्कार… आज मैं होलिका दहन के बारे में बात करना चाहूंगा/चाहूंगी, जो होली के जीवंत त्योहार की पूर्व संध्या पर होने वाला एक बहुत ही खास है. होलिका दहन का गहरा प्रतीकात्मक महत्व है जो हमें बुराई पर अच्छाई की जीत और विश्वास की शक्ति की याद दिलाता है.
होलिका दहन के पीछे की कहानी हिंदू पौराणिक कथाओं में है. यह हमें प्रह्लाद के बारे में बताती है जो युवा राजकुमार भगवान विष्णु का सच्चा भक्त थे. उनके पिता राजा हिरण्यकश्यप अत्याचारी थे जो चाहते थे कि हर कोई उन्हें भगवान के रूप में पूजे लेकिन प्रह्लाद ने मना कर दिया और भगवान विष्णु के प्रति भक्ति की बात कही.
क्रोधित होकर राजा ने अपने बेटे को दंडित करने के लिए कई तरीके खोजे और फिर उसने अपनी बहन होलिका की ओर रुख किया..जिसके बारे में कहा जाता है कि उसके पास एक जादुई शक्ति थी जिससे वह आग से बच सकती थी लेकिन होलिका आग की लपटों में जलकर मर गई जबकि प्रह्लाद भगवान विष्णु की भक्ति के कारण बच गए. इस घटना को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है.
इसकी याद में पूरे हिंदुस्तान में लोग होली से पहले की रात को अलाव जलाते हैं. इन अलावों को होलिका दहन के रूप में जाना जाता है और वहीं लोग अपने जीवन में नकारात्मकता, बुराई और बुरे प्रभावों को जलाते हैं. यह लोगों के लिए एक साथ आने, जश्न मनाने और अगले दिन होली के आनंद और रंगों की तैयारी में अपने दिल और दिमाग को साफ करने का समय है.
होलिका दहन हमें सिखाता है कि चाहे बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो…अंत में अच्छाई, सच्चाई और विश्वास की हमेशा जीत होती है. आइए हम इस दिन को खुशी, एकता और सकारात्मकता के साथ मनाएं. धन्यवाद.
यह भी पढ़ें- Holika Dahan Essay in Hindi: होलिका दहन पर निबंध…इस तरह लिखें छात्र
होलिका दहन पर भाषण (10 Lines Holika Dahan Speech in Hindi)
10 लाइन में होलिका दहन पर भाषण (10 Lines Speech on Holika Dahan in Hindi) इस प्रकार है-
- होलिका दहन हिंदू धर्म का एक अनुष्ठान है जो होली से पहले मनाया जाता है.
- होलिका दहन एक समारोह आयोजित करके होलिका की मृत्यु और प्रहलाद की सुरक्षा के बारे में याद किया जाता है.
- हिंदुस्तान में कई जगहों पर होलिका दहन होली के मुख्य त्योहार से एक शाम या रात पहले मनाया जाता है.
- होलिका दहन हिंदू कैलेंडर के ‘फाल्गुन’ महीने के अंतर्गत आता है.
- होलिका दहन में लकड़ी, पेड़ की टहनियां, पत्ते, गोबर के उपले आदि से अग्नि तैयार की जाती है.
- ऐसा माना जाता है कि लोग अपने घरों से कुछ खाना भी बनाकर लाते हैं और उसे होलिका की अग्नि में डाल देते हैं.
- होलिका दहन पर कुछ जगहों पर शाम के समय लोग आते हैं और नृत्य और संगीत के साथ मिलकर जश्न मनाते हैं.
- होलिका दहन में लोग जौं, तिल और अन्य वस्तुएं डालते हैं.
- होलिका दहन लोगों के लिए एक साथ आने, जश्न मनाने और अगले दिन होली के आनंद और रंगों की तैयारी में अपने दिल और दिमाग को साफ करने का समय है.
- होलिका दहन का ऐतिहासिक, पौराणिक और धार्मिक महत्व है जिसे हर किसी को समझना चाहिए.
यह भी पढ़ें- रंगों के त्योहार से पहले इस दिन होगा होलिका दहन, जानें शुभ तिथि और महत्व
The post Holika Dahan Speech in Hindi: होलिका दहन पर भाषण ऐसे दें तो तालियों से मिलेगा सम्मान appeared first on Naya Vichar.