नया विचार पटना– बिहार विधानमंडल में आयोजित अखिल हिंदुस्तानीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिरकत नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री सोमवार को प्रगति यात्रा के तहत सुपौल जायेंगे और रात मधेपुरा में ही गुजारेंगे. अखिल हिंदुस्तानीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में उनके शामिल होने की कोई सूचना नहीं है. कार्यक्रम के पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर और नाम शामिल हैं, लेकिन उद्घाटन सत्र में उनके संबोधन का कोई कार्यक्रम नहीं रखा गया है. इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए 19 जनवरी की शाम को ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पटना पहुंच चुके हैं. बिहार विधानसभाध्यक्ष नंदकिशोर यादव और विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने उनका स्वागत किया.
43 साल बाद पटना में हो रहा आयोजन
बिहार में 43 साल बाद अखिल हिंदुस्तानीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. सोमवार से दो दिवसीय 85वां अखिल हिंदुस्तानीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन की शुरुआत हो रही है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत सभी राज्यों की विधानसभा के अध्यक्ष इस बैठक में शामिल होंगे. जहां संसद और विधायिका पर चर्चा होगी. विधानसभा में संविधान की 75वीं वर्षगांठ पर संवैधानिक मूल्यों को सुदृढ़ करने में संसद और राज्य विधायी निकायों का योगदान’ विषय पर चर्चा करेंगे.
रविवार की शाम ही पटना पहुंचे ओम बिरला
19 जनवरी को देर शाम तक अधिकतर पीठासीन अधिकारी भी बिहार आ गए हैं. 20 जनवरी को सभी पीठासीन अधिकारी और सचिव अपने परिवार के सदस्य के साथ राज भवन में ब्रेकफास्ट करेंगे. 10:15 बजे विधानसभा के सेंट्रल हॉल में सभी अतिथियों का आगमन होगा. 10:35 बजे विधानसभा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला विधानसभा पहुंचेंगे. फिर इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. अखिल हिंदुस्तानीय पीठासीन अधिकारियों की फोटोग्राफी होगी, जबकि 12:00 बजे से सेंट्रल हॉल में नेशनल एंथम से कार्यक्रम की शुरुआत होगी.