RIMS: रांची में स्थित रिम्स झारखंड का सबसे बड़ा प्रशासनी अस्पताल है. रिम्स की पुरानी बिल्डिंग करीब 65 साल पुरानी हो गयी है, जिससे भवन का प्लास्टर जगह-जगह से टूट कर गिर रहा है. ऐसे में रिम्स प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को दोबारा पत्र लिखकर भवन के जीर्णोद्धार की मांग की है. इसके लिए दोबारा विभाग को रिम्स द्वारा पत्र भेजा गया है. इधर, सूत्रों ने बताया है कि बिल्डिंग के जीर्णोद्धार के प्रस्ताव पर विभाग की मंजूरी मिल गयी है. हालांकि, रिम्स का कहना है कि अभी तक आधिकारिक सूचना नहीं मिली है.
निर्माण के बाद से नहीं हुआ जीर्णोद्धार
बता दें कि पुरानी बिल्डिंग का जीर्णोद्धार इसके निर्माण के बाद कभी नहीं हुआ है. ऐसे में बिल्डिंग का बाहरी और अंदरूनी हिस्सा टूट रहा है. बिल्डिंग की मरम्मत के लिए रिम्स ने स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव दिया था. इसके आधार पर एजेंसी का चयन भी कर लिया गया था. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग ने चयनित एजेंसी को काम शुरू नहीं करने का निर्देश रिम्स को दिया था. अब जब बिल्डिंग की स्थिति और खराब होने लगी है तो इसकी मंजूरी दी गयी है.
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रिम्स ने सरेंडर किये थे 2.40 करोड़
मालूम हो कि इससे पूर्व रिम्स प्रबंधन ने योजना मद में 2.40 करोड़ रुपये स्वास्थ्य विभाग को सरेंडर कर दिया था. जानकारी के अनुसार, रिम्स द्वारा अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग के भवन के जीर्णोद्धार करने की योजना बनायी गयी थी. लेकिन स्वास्थ्य विभाग से इसकी अनुमति नहीं मिल पायी. ऐसे में फंड का पैसा रिम्स के पास पड़ा हुआ था. वहीं, मशीन की खरीदारी भी नहीं हो पायी थी. इस कारण रिम्स प्रबंधन ने विभाग को पूरी राशि वापस लौटा दी है. नये फंड की स्वीकृति होने पर रिम्स को दोबारा से राशि मुहैया करायी जायेगी.
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