IAS Mudra Gairola Success Story: अगर किसी चीज को सच्चे दिल से चाहो, तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है…इसे आपने जरूर सुना होगा. हालांकि इस बात को सच साबित किया है IAS मुद्रा गैरोला ने. उत्तराखंड के छोटे से शहर से निकलकर देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा में जगह बनाना आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और पिता के 50 साल पुराने सपने को पूरा कर दिखाया. IAS Mudra Gairola Success Story आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगी.
कौन हैं मुद्रा गैरोला? (UPSC Success Story)
रिपोर्ट्स और रिसर्च के मुताबिक, IAS मुद्रा गैरोला उत्तराखंड के चमोली जिले के कर्णप्रयाग की रहने वाली हैं. वह शुरू से पढ़ाई में तेज थीं. 10वीं में 96 प्रतिशतऔर 12वीं में 97 प्रतिशत अंक लाने के बाद उन्होंने BDS (Bachelor of Dental Surgery) में गोल्ड मेडल भी हासिल किया. वह मेडिकल फील्ड में आगे बढ़ रही थीं लेकिन उनके पिता का सपना था कि बेटी IAS बने. उनके पिता ने खुद 1973 में UPSC की परीक्षा दी थी लेकिन सफल नहीं हो पाए थे.
IAS की जिद कैसे बनी जुनून?
पिता के सपने को अपना लक्ष्य बनाकर मुद्रा ने MDS की पढ़ाई छोड़ दी और UPSC की तैयारी शुरू कर दी. पहली बार 2018 में UPSC दिया, इंटरव्यू तक पहुंचीं पर चयन नहीं हुआ. दूसरी और तीसरी बार (2019 और 2020) में भी असफलता हाथ लगी. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. 2021 में 165वीं रैंक लाकर IPS बनीं, लेकिन यह उनके सपनों की मंजिल नहीं थी.
2023 में बनीं IAS, पाई असली जीत
IPS बनने के बाद भी मुद्रा के मन में अधूरा सपना था. उन्होंने एक बार फिर प्रयास किया और UPSC 2023 में 53वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बन गईं. उन्होंने यह दिखा दिया कि सच्ची लगन और मेहनत से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें- Success Story: मंत्रों से IIT और ISRO तक उड़ान, गुरुकुल से निकलकर Space Scientist तक ऐसा है गोविंद का सफर
इसे भी पढ़ें- IAS Success Story: 9 से 5 की नौकरी…मॉक टेस्ट और Youtube से पढ़ाई, क्या था UPSC Topper का सक्सेस फॉर्मूला?
The post Success Story: पिता का सपना…बेटी ने किया पूरा, पहले IPS और फिर बनी IAS appeared first on Naya Vichar.