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April 10, 2025

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झारखंड शिक्षक नियुक्ति नियमावली में होगा बदलाव, अब टीचर की बहाली के लिए ली जाएगी एक परीक्षा

रांची : नयी शिक्षा नीति के अनुरूप झारखंड में हाइस्कूल और प्लस टू विद्यालय शिक्षक नियुक्ति नियमावली में बदलाव होगा. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने नियमावली में बदलाव का प्रस्ताव तैयार किया है. इसके तहत हाइस्कूल और प्लस टू स्कूल में शिक्षकों का अब एक राज्यस्तरीय कैडर होगा. नियुक्ति के लिए एक परीक्षा ली जायेगी. नयी शिक्षा नीति में नौवीं से 12 वीं तक की पढ़ाई को एक साथ रखा गया है. कक्षा नौवीं से 12वीं तक एक शिक्षक की नियुक्ति नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में टेन प्लस टू की जगह प्रारंभिक शिक्षा (दूसरी कक्षा तक) के लिए पांच वर्ष, तीसरी से पांचवीं तक के लिए तीन वर्ष, छठी से आठवीं तक के लिए तीन वर्ष और अंत में नौवीं से 12वीं तक के लिए चार वर्ष निर्धारित किये गये हैं. अब 10 प्लस टू की जगह नयी शिक्षा नीति में 5,3, 3, 4 की सरंचना तय की गयी है. ऐसे में अब कक्षा नौवीं से 12वीं तक के लिए एक शिक्षक की ही नियुक्ति होगी. राज्य में वर्तमान में हाइस्कूल और प्लस टू विद्यालय के लिए अलग-अलग शिक्षकों की नियुक्ति होती आ रही थी. Also Read: मंईयां सम्मान योजना के लिए झारखंड में जमकर हंगामा, हेमंत सोरेन प्रशासन से स्त्रीओं ने की ये अपील अब पीजीटी शिक्षकों की होगी नियुक्ति राज्य में हाइस्कूल में स्नातक प्रशिक्षित व प्लस टू विद्यालय में स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति होती थी. अब हाइस्कूल व प्लस टू विद्यालय के लिए एक साथ स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक की नियुक्ति होगी. नयी शिक्षा नीति के तहत कक्षा नौवीं से 12वीं तक पढ़ाई एक साथ होने की स्थिति में आने वाले वर्षों में राज्य के हाइस्कूल को प्लस टू विद्यालय में अपग्रेड किया जायेगा. राज्य में कुल 810 प्लस टू विद्यालय हैं. इनमें 59 एकीकृत बिहार के समय के हैं. जबकि शेष विद्यालय को राज्य गठन के बाद हाइस्कूल से प्लस टू में अपग्रेड किया गया है. 810 प्लस टू विद्यालयों में से 510 में शिक्षकों के पद सृजित हैं. हाइस्कूल व प्लस टू विद्यालय में अब माध्यमिक आचार्य का पद सृजित होगा. शिक्षकों के वेतन का निर्धारण भी नये सिरे से होगा. Also Read: चाईबासा में खून का रिश्ता तार-तार, पारिवारिक विवाद में बड़े बेटे की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या The post झारखंड शिक्षक नियुक्ति नियमावली में होगा बदलाव, अब टीचर की बहाली के लिए ली जाएगी एक परीक्षा appeared first on Naya Vichar.

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नेऊरा-दनियावां-बरबीघा रेललाइन पर जुलाई से दौड़ेंगी ट्रेनें, कि‍ऊल से गया का सफर भी होगा आसान

बिहार में नेऊरा-दनियावां-बरबीघा रेललाइन का निर्माण कार्य जुलाई तक पूरा हो जायेगा और इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं. वहीं, किऊल-गया रेलखंड के दोहरीकरण व इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य पूरा हो गया है. इससे ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी. साथ ही अमृत हिंदुस्तान के तहत नवादा स्टेशन विश्वस्तरीय लुक में भी दिखेगा. यह जानकारी नवादा के सांसद विवेक ठाकुर और दानापुर के डीआरएम जयंत कुमार चौधरी ने बुधवार को प्रेस कॉंफ्रेंस मे दी. ट्रेनों की बढ़ेगी रफ्तार प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि किऊल-गया रेलखंड पर जहां पहले 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलती थी, वे अब 100 से 130 किमी प्रति घंटे की गति से चलेगी. इसका फायदा यह होगा कि ट्रेन किऊल से पहले की तरह समय से खुलेगी, लेकिन गया पहुंचते-पहुंचते यह आधा घंटा से डेढ़ घंटा तक जल्दी पहुंचेगी. ALSO READ: बिहार के लखीसराय में युवक का अपहरण, 8 घंटे के अंदर बरामद, 8 बदमाश गिरफ्तार नवादा-गया के बीच के 10 रेल ओवरब्रिज भी बनेंगे सांसद विवेक ठाकुर ने बताया कि नवादा-गया के बीच के 10 रेल ओवरब्रिज के निर्माण की अनुमति दे दी गयी है. बुधवार को इसका डीपीआर बनाने का भी आदेश जारी कर दिया गया है. इससे ना केवल रेलयात्रियों, बल्कि सड़क मार्ग से चलने वालों को भी काफी फायदा होगा. किऊल से गया होकर दिल्ली और दिल्ली से हावड़ा के लिए ट्रेने चलेंगी अब किऊल-गया रेलखंड ग्रैंड कार्ड का विकल्प नहीं, बल्कि एक अलग से मुख्य रेलखंड माना जायेगा. किऊल से गया होते हुए दिल्ली व दिल्ली से हावड़ा के लिए ट्रेन चलने लगेगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में दानापुर के डीआरएम, एडीआरएम आधार राज और सीनियर डीसीएम अभिनव सिद्धार्थ समेत अन्य रेल अधिकारी मौजूद थे. The post नेऊरा-दनियावां-बरबीघा रेललाइन पर जुलाई से दौड़ेंगी ट्रेनें, कि‍ऊल से गया का सफर भी होगा आसान appeared first on Naya Vichar.

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महावीर जयंती पर यहां देखें उनके कोट्स और उनके अनमोल विचार

Mahavir Jayanti 2025: महावीर जयंती का उत्सव जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. यह दिन अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक महत्व रखता है. हर वर्ष यह पर्व चैत्र शुक्ल त्रयोदशी को मनाया जाता है. वर्ष 2025 में महावीर जयंती 10 अप्रैल, गुरुवार को मनाई जा रही है. उनके उपदेश आज भी न केवल धार्मिक बल्कि मानवीय मूल्यों के रूप में अपनाए जाते हैं. इस विशेष अवसर पर भगवान महावीर के अनमोल उपदेशों को जानें. “अहिंसा परमो धर्मः” महावीर स्वामी का सबसे प्रसिद्ध वचन है – “अहिंसा ही परम धर्म है.” उनका मानना था कि हर जीव में आत्मा होती है, और किसी भी प्रकार की हिंसा, चाहे वह शब्दों से हो या कर्म से, आत्मा को कलुषित करती है. आज मनाई जा रही है महावीर जयंती, क्यों खास है ये दिन  “जियो और जीने दो” यह उनका एक और मूल सिद्धांत था. इसका अर्थ है कि हम केवल अपने लिए नहीं, बल्कि सभी प्राणियों के अस्तित्व और सम्मान का ध्यान रखें. यह वचन हमें सहअस्तित्व का संदेश देता है. “मनुष्य अपने कर्मों से महान बनता है, जन्म से नहीं.” महावीर का यह कथन जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध एक शक्तिशाली संदेश है. वे मानते थे कि व्यक्ति की पहचान उसके कर्म और व्यवहार से होती है, न कि उसके जन्म से. “क्रोध मूर्खता से भरी हुई अल्पकालिक पागलपन है.” वे क्रोध को आत्मा का सबसे बड़ा शत्रु मानते थे. संयमित जीवन ही आंतरिक शांति की ओर ले जाता है. “सत्य बोलो, लेकिन प्रिय बोलो.” सत्य को भगवान महावीर ने सर्वोच्च माना, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि सत्य को इस प्रकार बोलो जिससे किसी का दिल न दुखे. The post महावीर जयंती पर यहां देखें उनके कोट्स और उनके अनमोल विचार appeared first on Naya Vichar.

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आज मनाई जा रही है महावीर जयंती, क्यों खास है ये दिन

Mahavir Jayanti 2025: जैन धर्म के अनुयायियों के लिए महावीर जयंती अत्यंत महत्वपूर्ण होती है. यह पर्व प्रतिवर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस विशेष अवसर पर शोभायात्रा, प्रभात फेरी और विभिन्न अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है. उल्लेखनीय है कि जैन समुदाय इस त्योहार को बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ मनाता है. आज है महावीर जयंती इस वर्ष 2025 में, यह पर्व आज यानी 10 अप्रैल (गुरुवार) को मनाया जा रहा है, जो भगवान महावीर की 2623वीं जयंती है. यह अवसर जैन धर्म के मूल सिद्धांतों – अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह – के प्रति गहरी श्रद्धा को दर्शाता है. यह दिन हिंदुस्तान और विश्वभर में जैन समुदायों के लिए प्रार्थना, ध्यान, दान और उत्सव का प्रतीक है. महावीर जयंती का धार्मिक महत्व महावीर स्वामी ने अपने जीवन में अहिंसा, सत्य, अचौर्य, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह जैसे सिद्धांतों को अपनाने का संदेश दिया. इन पांच सिद्धांतों को पंच महाव्रत कहा जाता है, जो जैन धर्म की आधारशिला हैं. भगवान महावीर के उपदेश आज भी लोगों को आत्मानुशासन, संयम और नैतिकता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं. महावीर जयंती के अवसर पर जैन मंदिरों में विशेष पूजा, ध्यान और धार्मिक प्रवचन आयोजित किए जाते हैं. इस दिन शोभायात्राएं भी निकाली जाती हैं, जिसमें भगवान महावीर की मूर्ति को रथ में स्थापित कर नगर में भ्रमण कराया जाता है. महावीर जयंती पर श्रद्धालु उपवास रखते हैं और जैन ग्रंथों का पाठ करते हैं. इसके साथ ही अहिंसा और शाकाहार को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है. महावीर जयंती केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह मानवता, शांति और नैतिक जीवन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है. The post आज मनाई जा रही है महावीर जयंती, क्यों खास है ये दिन appeared first on Naya Vichar.

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दरभंगा के बाद अब भागलपुर में फंसा मामला, केंद्र को पसंद नहीं आयी अस्पताल की जमीन

Hospital in Bihar: पटना. दरभंगा के बाद अब भागलपुर में अस्पताल के लिए जमीन का मामला फंस गया है. भागलपुर के सबौर में अभी चिह्नित जमीन पर 100 बेड का ईएसआईसी (कर्मचारी राज्य बीमा निगम) अस्पताल नहीं बनेगा. अस्पताल के लिए इस जमीन को लेने से केंद्र प्रशासन ने मना कर दिया है. सबौर में पांच एकड़ जमीन ईएसआईसी अस्पताल के लिए चिह्नित कर श्रम संसाधन विभाग ने केंद्रीय श्रम मंत्रालय को अभी हाल में ही भेजा था. अब नए सिरे से भागलपुर में ईएसआईसी अस्पताल के लिए जमीन चिह्नित की जाएगी. पिछले दिनों केंद्रीय टीम ने अस्पताल के लिए चिह्नित जमीन का निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट दी थी. नयी जमीन की तलाश तेज केंद्र को सौंपी गयी रिपोर्ट आधार पर श्रम संसाधन मंत्रालय ने कहा है कि यह जमीन भूमि नीची होने के साथ विवादित भी है, इसलिए अस्पताल के लिए दूसरी जगह जमीन उपलब्ध कराएं. अब श्रम संसाधन विभाग ने भागलपुर जिला प्रशासन को दूसरी जगह उपयुक्त जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव भेजने को कहा है. अब नए सिरे से जमीन चिह्नित होगी, इसके बाद ही अस्पताल बनाने की आगे की कार्रवाई होगी. श्रम संसाधन विभाग के सचिव दीपक आनंद ने कहा कि भागलपुर में 100 बेड वाले ईएसआईसी अस्पताल के लिए पहले जो जमीन चिह्नित की गई थी, उसे केंद्र ने उपयुक्त नहीं माना है. इसलिए अब भागलपुर जिला प्रशासन को नए सिरे से दूसरी जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव मांगा गया है. मुजफ्फरपुर में भी बनेगा ईएसआईसी अस्पताल लगभग एक दशक से भागलपुर और मुजफ्फरपुर में ईएसआईसी अस्पताल खोलने की तैयारी चल रही थी. मुजफ्फरपुर में भी 100 बेड का ईएसआईसी अस्पताल खोला जाना है. मुजफ्फरपुर में अस्पताल के लिए जमीन चिह्नित कर जमीन केंद्र को देने संबंधी प्रस्ताव पर राज्य कैबिनेट ने स्वीकृति दे दी है. यह जमीन श्रम मंत्रालय को हस्तांतरित हो जाएगी. माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक मुजफ्फरपुर में अस्पताल निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा. हालांकि अस्पताल में मरीजों का इलाज शुरू होने में कम से कम दो साल का समय लगना तय है. Also Read: Bihar Land Survey: प्रशासनी कार्यालय से गायब हो रहा खतियान , बंदोबस्ती कैसे दिखाएं रैयत The post दरभंगा के बाद अब भागलपुर में फंसा मामला, केंद्र को पसंद नहीं आयी अस्पताल की जमीन appeared first on Naya Vichar.

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Tahawwur Rana : किस जेल में रखा जाएगा मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को?

Tahawwur Rana : मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से हिंदुस्तान लाया जा रहा है. उसे यहां तिहाड़ जेल के हाई सिक्योरिटी वाले वार्ड में रखा जा सकता है. जेल सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी पीटीआई ने समाचार दी है. सूत्रों ने बताया कि 64 साल के राणा को जेल में रखने के लिए आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं. जेल अधिकारी कोर्ट के आदेश का इंतजार करेंगे. राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है. 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली का करीबी है. अधिकारियों के अनुसार, राणा को हिंदुस्तान लाने के लिए विभिन्न हिंदुस्तानीय एजेंसियों की एक टीम अमेरिका में है. मुंबई हमले में मारे गए थे 166 लोग मुंबई आतंकी हमलों के साजिशकर्ता राणा के प्रत्यर्पण के खिलाफ अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा उसकी याचिका खारिज किए जाने के बाद उसके विशेष विमान से हिंदुस्तान आने की संभावना है. उसे वापस लाने के लिए कई एजेंसियों की एक टीम अमेरिका गई है. 26 नवंबर, 2008 को पाकिस्तान के आतकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों के एक ग्रुप ने अरब सागर में समुद्री रूट का यूज करके हिंदुस्तान की कारोबारी राजधानी में घुसने के बाद मुंबई सीएसटी रेलवे स्टेशन, दो आलीशान होटलों और एक यहूदी केंद्र पर समन्वित हमला किया था. यह भी पढ़ें : आधा हिंदुस्तान नहीं जानता BATA किस देश की कंपनी है? जान जाएगा को घर में लगा देगा जूते-चप्पलों की लाइन लगभग 60 घंटे तक चले इस हमले में 166 लोग मारे गए थे. इसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था और यहां तक ​​कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान युद्ध के कगार पर पहुंच गए थे. विशेष विमान के जरिए दिल्ली लाया जाएगा राणा को राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण के तहत आज हिंदुस्तान लाया जा रहा है. उसे एक विशेष विमान के जरिए दिल्ली लाया जाएगा, जहां गुरुवार दोपहर उसके पहुंचने की संभावना है. दिल्ली पहुंचने पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार करेगी. गिरफ्तारी के बाद उसे तिहाड़ जेल में रखे जाने की संभावना है, जहां उसकी सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. उससे पहले राणा को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां एनआईए उसकी हिरासत (कस्टडी) की मांग करेगी. The post Tahawwur Rana : किस जेल में रखा जाएगा मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को? appeared first on Naya Vichar.

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अलकतरा घोटाले में 28 साल बाद आया फैसला, ट्रांसपोर्टर को जेल, इंजीनियर बरी

Bihar Scam: पटना. करोड़ों के अलकतरा घोटाले के एक मामले में पटना सीबीआई की विशेष अदालत ने 28 वर्ष बाद फैसला सुनाया है. सीबीआई के विशेष न्यायाधीश सुनील कुमार-2 ने अलकतरा घोटाले के आरोपित और ट्रांसपोर्टर डीएन सिंह को तीन वर्ष कैद और 1.10 लाख के जुर्माना की सजा सुनायी है. गवाहों के बयान और उपलब्ध साक्ष्य के आधार विशेष अदालत ने आरोपित ट्रांसपोर्टर को जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक षड़यंत्र के दोषी पाया था. जेई साक्ष्य के आभाव में बरी दूसरी ओर इसी मामले के एक आरोपित व जहानाबाद पथ निर्माण कार्यालय के तत्कालीन जूनियर इंजीनियर अनिल कुमार सिंह को साक्ष्य का अभाव पाते हुए बरी कर दिया गया है. इस मामले के ही एक अन्य आरोपित रामानुज प्रसाद की ट्रायल के दौरान मृत्यु हो गई थी. आरोप है कि हल्दिया सेबरौनी और हल्दिया से जहानाबाद अलकतरा की आपूर्ति की गई थी. फर्जी आपूर्ति दिखा कर प्रशासनी पैसे की निकासी कर ली गई थी. फर्जी आपूर्ति दिखाकर 13 करोड़ का गबन अलकतरा घोटाले के यह मामला 1995 से 1996 के बीच जहानाबाद जिले से संबंधित है. इस मामले में सबसे पहले जहानाबाद नगर थाने में 1995 में केस दर्ज किया गया था. इसके बाद सीबीआई ने साल 1997 में प्राथिमकी दर्ज की थी. सीबीआई ने अनुसंधान के बाद वर्ष 2000 में तीन आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक सत्यजीत कुमार सिंह ने 16 अभियोजन गवाहों को पेश किया. अलकतरा घोटालेका यह मामला 13 करोड़ों 50 लाख रुपए सेअधिक का है. Also Read: Bihar Land Survey: प्रशासनी कार्यालय से गायब हो रहा खतियान , बंदोबस्ती कैसे दिखाएं रैयत The post अलकतरा घोटाले में 28 साल बाद आया फैसला, ट्रांसपोर्टर को जेल, इंजीनियर बरी appeared first on Naya Vichar.

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बिहार के लखीसराय में अपहरण, ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद 8 घंटे में युवक बरामद, 8 गिरफ्तार

देव कुमार, लखीसराय: टाउन थाना क्षेत्र के चितरंजन से तीन-चार युवकों के द्वारा एक युवक का कार से अपहरण कर लिया गया. बुधवार की देर शाम की यह घटना है. अपहरण की बात सामने आने पर सनसनी फैल गयी. पुलिस महकमा फौरन एक्टिव हुआ और 8 घंटे में अपहृत छात्र को अपराधियों के चंगुल से मुक्त करा लिया गया. पुलिस ने 8 अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है. कार से युवक को कर लिया अगवा दरअसल, चितरंजन रोड से तीन-चार की संख्या में युवकों के द्वारा संतर मोहल्ला निवासी विनोद मंडल के पुत्र अंशु कुमार का अपहरण कर लिया गया था. घटना सीसीटीवी में कैद होने की बात भी सामने आयी थी. ALSO READ: बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा के 563 अभ्यर्थियों पर केस दर्ज, नौकरी के लिए माफियाओं से सेटिंग पकड़ायी पुलिस ने की ताबड़तोड़ छापेमारी घटना की जानकारी मिलते ही टाउन थानाध्यक्ष सुनील कुमार साहनी पुलिस बल के साथ छापेमारी में जुट गए थे. बताया गया कि अपहरणकर्ताओं की कार को पहले पुलिस ने पचना रोड से बरामद कर लिया. एसडीपीओ शिवम कुमार समेत पूरा महकमा लगातार युवक की कुशल बरामदगी के लिए सक्रिय रहा. अपहरणकर्ताओं गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी चली. जिसके बाद पुलिस काे सफलता मिली है. आठ घंटे में बरामद हुआ युवक आठ घंटे के अंदर पुलिस ने अपहृत युवक को बरामद कर लिया. आठ अपराधी भी पकड़े गए हैं. पूरे मामले का खुलासा पुलिस करेगी. The post बिहार के लखीसराय में अपहरण, ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद 8 घंटे में युवक बरामद, 8 गिरफ्तार appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Rain Alert: बिहार के 8 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी, पटना सहित इन 24 जिलों में भी चेतावनी

Bihar Rain Alert: बिहार में अप्रैल की शुरुआत के साथ ही मौसम ने करवट ले ली है. राज्य के कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं का असर देखने को मिलेगा. हिंदुस्तानीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 10 से 13 अप्रैल तक उत्तर और पूर्वी बिहार के कई हिस्सों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. राज्य के 8 जिलों में भारी वर्षा की संभावना किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और सुपौल जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है. इस दौरान 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है. वहीं, पटना, मधेपुरा, जमुई, खगड़िया, जहानाबाद और बांका सहित राज्य के अन्य भागों में भी वज्रपात और मेघगर्जन के साथ वर्षा की संभावना जताई गई है. वहीं राज्य के 8 जिलों में भारी वर्ष की संभावना जताई गई है. Bihar rain alert: बिहार के 8 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी, पटना सहित इन 24 जिलों में भी चेतावनी 2 मौसमी बदलाव ने बढ़ाई किसानों की चिंता मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से यह बदलाव आया है. साथ ही, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से होकर उत्तर बिहार और बांग्लादेश तक फैली द्रोणिका भी वर्षा को बढ़ावा दे रही है. इस मौसमी बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि खेतों में रबी फसलें कटाई की स्थिति में हैं. ओलावृष्टि और तेज बारिश से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है. मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम के दौरान सावधानी बरतें, खुले स्थानों पर न जाएं और मौसम संबंधी अपडेट पर नजर रखें. Also Read: क्या होता है FDR Technology? जिसके जरिए बिहार में होगा 11 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण The post Bihar Rain Alert: बिहार के 8 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी, पटना सहित इन 24 जिलों में भी चेतावनी appeared first on Naya Vichar.

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Dhanbad News: सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए नौ विशेषज्ञों ने दिया साक्षात्कार

Dhanbad News: एसएनएमएमसीएच के समीप बने सुपर स्पेशियलिटी के 10 विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए बुधवार को साक्षात्कार लिया गया. मेडिकल कॉलेज में हुए साक्षात्कार में अलग-अलग विभागों के नौ विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल हुए. यूरोलॉजी के लिए सर्वाधिक तीन, प्लास्टिक सर्जरी व न्यूरो सर्जरी के दो-दो एवं गेस्ट्रोइन्ट्रोलॉजी व इंडोनेटिक्स के एक-एक चिकित्सक ने साक्षात्कार दिया. दिन के 11 बजे मेडिकल कॉलेज स्थित प्राचार्य के चेंबर में साक्षात्कार शुरू हुआ. प्राचार्य डॉ एसके चौरसिया, अधीक्षक डॉ डीके गिंदौरिया के अलावा सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ सुनील कुमार, मेडिसिन के एचओडी डॉ यूके ओझा व डॉ एलबी टुडू के अलावा एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) पीयूष कुमार ने विशेषज्ञ चिकित्सकों से साक्षात्कार लिया. दोपहर तीन बजे तक साक्षात्कार की प्रक्रिया चली. सभी चिकित्सकों से दस्तावेज ले लिये गये हैं. उपायुक्त की स्वीकृति के बाद सुपर स्पेशियलिटी के लिए चयनित चिकित्सकों के नाम की घोषणा की जायेगी. कार्डियोलॉजी समेत कई विभागों के लिए एक भी चिकित्सक नहीं पहुंचे : बता दें कि सुपर स्पेशियलिटी में कार्डियोलॉजी, कार्डियो वैस्कुलर थोरैसिक सर्जरी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, मेडिकल गेस्ट्रोइन्ट्रोलॉजी व सर्जिकल गेस्ट्रोइन्ट्रोलॉजी के विशेष चिकित्सकों की नियुक्ति की योजना है. बुधवार को हुए साक्षात्कार में इनमें से कई विभागों के चिकित्सक नहीं पहुंचे. ऐसे में सभी पद पर चिकित्सकों की नियुक्ति होने तक प्रत्येक माह के द्वितीय व चतुर्थ बुधवार को साक्षात्कार आयोजित किया जायेगा. एक मरीज पर 300 व अधिकतम डेढ़ लाख किया जायेगा भुगतान : सुपर स्पेशियलिटी के लिए नियुक्त चिकित्सकों को डीएमएफटी के जरिये बहाल करने की प्रक्रिया चल रही है. फिलहाल सुपर स्पेशियलिटी में ओपीडी सेवा बहाल करने की तैयारी है. ओपीडी में प्रति मरीज चिकित्सीय परामर्श प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों को 300 रुपये भुगतान किया जायेगा. एक चिकित्सक को अधिकतम डेढ़ लाख रुपये माह में भुगतान किया जायेगा. साक्षात्कार में शामिल हुए ये चिकित्सक प्लास्टिक सर्जरी : डॉ गौरव प्रकाश, डॉ धनंजय कुमार सिन्हा. यूरोलॉजी : डॉ गौरव प्रकाश, डॉ सौरव कुमार, डॉ साकेत नारनोली. गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी : डॉ संजय कुमार सिंह. न्यूरोसर्जरी : डॉ वैभव कुमार, डॉ नवनीत कुमार जिंदल. इंडोनेटिक्स : डॉ सोनल कुमारी. बोले प्राचार्य : एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य डॉ एसके चौरसिया ने कहा कि साक्षात्कार में कई विभाग के चिकित्सक शामिल हुए. वहीं कुछ महत्वपूर्ण विभाग के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल नहीं हुए. आशा है कि इस माह के चतुर्थ बुधवार को आयोजित होने वाले साक्षात्कार में अन्य विशेष विभाग के चिकित्सक साक्षात्कार में शामिल होंगे. जल्द ही साक्षात्कार में चयनित चिकित्सकों के नाम की घोषणा की जायेगी. एसएनएमएमसीएच में शिशु की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा एसएनएमएमसीएच में बुधवार की देर रात बच्चा वार्ड में भर्ती एक बालक की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया. परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए वार्ड में मौजूद डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों से उलझ गये. हंगामा बढ़ता देख अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस के आने के बाद भी परिजन शांत नहीं हो रहे थे. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने परिजनों को समझाकर मामला शांत कराया. हालांकि इस घटना के बाद तनाव को देखते हुए काफी देर तक पुलिस मौके पर मौजूद रही. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Dhanbad News: सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सकों की नियुक्ति के लिए नौ विशेषज्ञों ने दिया साक्षात्कार appeared first on Naya Vichar.

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