Iran Warning To America: ईरान और इजराइल की जंग जारी है. ईरान के फोर्दो स्थित अंडर ग्राउंड यूरेनियम संवर्धन (Uranium Enrichment) स्थल पर सोमवार को हमला किया. ईरान ने भी तेल अवीव पर मिसाइलों और ड्रोनों की बौछार कर दी. हमले के बाद ईरान ने इजराइल के साथ-साथ अमेरिका को बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने ईरानी परमाणु स्थलों पर बड़े पैमाने हमला किया है, इससे ईरान की सेना को भी अमेरिकी ठिकानों पर हमला करने की खुली छूट मिल गई है. ईरान की प्रशासनी मीडिया ने बताया कि फोर्दो स्थित परमाणु केंद्र पर रविवार को अमेरिका ने हमला किया था इसके बाद सोमवार को फिर फिर से इसपर हमला किया गया. हालांकि इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है कि हमला किसने किया और कितना नुकसान हुआ है.
अमेरिकी ने पार की वर्जित रेखा- ईरान
अमेरिकी हमलों के बाद ईरान ने कहा कि यूएस ने मिसाइलों और 30,000 पाउंड के बंकर बस्टर बमों से तीन स्थलों पर हमला कर एक जोखिम भरी बहुत बड़ी वर्जित रेखा पार कर दी है. ऐसे में अब ईरान भी पलटवार करने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है. ईरानी सैन्यकर्मियों के संयुक्त प्रमुख जनरल अब्दुलरहीम मौसवी ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसके हमलों ने ईरानी बलों को अमेरिकी हितों और उसकी सेना के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट दे दी है. रविवार को तड़के अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु केंद्रों फोर्दो, नतांज और इस्फहान पर बंकर बस्टर बमों से हमला कर दिया था.
ईरान ने दी अमेरिका को चेतावनी
इधर, ईरान ने राजदूत आमिर सईद इरावानी ने यूएन में अमेरिका को कड़ी चेतावनी दी है. इरावानी ने कहा कि ईरान में अमेरिका का बंक बस्टर बमों से हमला घोर अपराध है. इजराइल ने जानबूझकर युद्ध में अमेरिका को घसीटा है. इरावानी ने कहा, अमेरिका ने कूटनीति को खत्म करने का फैसला कर लिया है. ऐसे में ईरान भी पलटवार करने के लिए आजाद है. उन्होंने कहा कि हमला कब, कैसे और कितना बड़ा होगा इसका फैसला ईरान की सेना करेगी.
अमेरिकी हमला कर ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन- तेहरान
ईरान की प्रशासनी समाचार एजेंसी इरना ने कहा कि अमेरिका का हमला ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन है. अमेरिका का हमला देश में इजराइली के युद्ध में प्रवेश करने और देश पर आक्रमण करने के समान है. इधर, मिडिल ईस्ट में जारी संग्राम पर दुनिया भर के देश तनाव को कम करने और संघर्ष को हल करने के लिए कूटनीतिक सहारा लेने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को यूरोपीय संघ की शीर्ष राजनयिक काजा कल्लास ने कहा कि समूह कूटनीतिक समाधान पर बहुत अधिक केंद्रित है.
नागरिक उद्देश्य के लिए है ईरान का परमाणु कार्यक्रम- तेहरान
इसी कड़ी में ईरान ने इस बात पर जोर दिया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम सिर्फ नागरिक उद्देश्यों के लिए है. उसने प्रतिबंधों में राहत के बदले में 2015 में अमेरिका, फ्रांस, चीन, रूस, ब्रिटेन और जर्मनी के साथ हुए समझौते के तहत अपने यूरेनियम संवर्धन को सीमित करने और अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को अपने परमाणु स्थलों तक पहुंच की अनुमति देने पर सहमति भी जाहिर की थी.
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