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Author name: Vinod Jha

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Basant Panchami 2025 Special Bhog: बसंत पंचमी के दिन बनाएं ये खास भोग केसर पेड़ा, मां सरस्वती होंगी प्रसन्न

Basant Panchami 2025 Special Bhog:  बसंत पंचमी का पर्व विद्या, ज्ञान और संगीत की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता है. इस दिन पीले रंग के भोजन और मिठाई का विशेष महत्व होता है, क्योंकि पीला रंग समृद्धि और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है. मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए इस दिन केसर पेड़ा (Kesar Peda) का भोग लगाया जा सकता है. यह स्वादिष्ट और सुगंधित मिठाई बसंत पंचमी की पूजा में विशेष रूप से बनाई जाती है. आइए जानते हैं इसकी आसान रेसिपी. Kesar Peda Recipe: केसर पेड़ा बनाने की रेसिपी Basant panchami 2025 special bhog: बसंत पंचमी के दिन बनाएं ये खास भोग केसर पेड़ा, मां सरस्वती होंगी प्रसन्न सामग्री: 2 कप मावा (खोया) ½ कप पिसी हुई चीनी 1 चम्मच घी 10-12 केसर के धागे 2 बड़े चम्मच दूध ¼ चम्मच इलायची पाउडर कटे हुए पिस्ता और बादाम (गार्निशिंग के लिए) बनाने की विधि: केसर का मिश्रण तैयार करें: एक छोटे कटोरी में गर्म दूध लें और उसमें केसर के धागे डालकर 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें ताकि रंग और स्वाद अच्छे से निकल आए. मावा भूनें: एक नॉन-स्टिक पैन में धीमी आंच पर घी गरम करें और उसमें मावा डालकर हल्का सुनहरा होने तक भूनें. ध्यान दें कि मावा जले नहीं, इसलिए इसे लगातार चलाते रहें. चीनी और केसर मिलाएं: जब मावा हल्का भूरा हो जाए, तो इसमें पिसी हुई चीनी और केसर मिला हुआ दूध डालें. अच्छे से मिलाकर धीमी आंच पर पकने दें. इलायची पाउडर डालें: अब इसमें इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं और जब मिश्रण गाढ़ा हो जाए, तो गैस बंद कर दें. गूंथकर पेड़ा बनाएं: जब मिश्रण हल्का ठंडा हो जाए, तो हाथों में थोड़ा घी लगाकर पेड़े का आकार दें. गार्निशिंग: ऊपर से कटे हुए पिस्ता और बादाम लगाएं और हल्का दबाएं ताकि वे पेड़े में चिपक जाएं. सर्व करें: तैयार केसर पेड़े को प्रसाद के रूप में मां सरस्वती को अर्पित करें और इसके बाद परिवार के साथ इसका आनंद लें. बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर केसर पेड़ा एक स्वादिष्ट और पारंपरिक भोग है जो मां सरस्वती को प्रसन्न करता है. यह न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होता है बल्कि इसे बनाना भी बेहद आसान है. इस खास दिन पर इसे जरूर बनाएं और बसंत पंचमी का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाएं. Also Read: Basant Panchami: विद्या की देवी सरस्वती को प्रिय हैं ये फूल, अर्पित कर पाएं असीम कृपा Also Read: Basant Panchami Bhog Ideas: मां सरस्वती को लगाएं इन 5 चीजों का भोग, जानें कौन से हैं ये शुभ व्यंजन The post Basant Panchami 2025 Special Bhog: बसंत पंचमी के दिन बनाएं ये खास भोग केसर पेड़ा, मां सरस्वती होंगी प्रसन्न appeared first on Naya Vichar.

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IND vs ENG: इस युवा खिलाड़ी के फैन हैं सचिन, मैदान के हर कोने में छक्के लगाते देखना है पसंद

IND vs ENG: महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से तारीफ मिलना किसी भी उभरते हुए क्रिकेटर के लिए बड़े सम्मान की बात है. सबसे महान बल्लेबाज सचिन जब भी कोई प्रतिभा देखते हैं तो उसके बारे में एक-दो बातें जरूर करते हैं. टीम इंडिया के युवा सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा को सचिन से तारीफ मिली है. सचिन ने 2012 में विराट कोहली को अपना रिकॉर्ड तोड़ने के लिए प्रेरित किया था, जब किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि कोहली वाकई उनका शतकों का रिकॉर्ड तोड़ देंगे. सचिन अब तक क्रिकेट के एक बेंचमार्क हैं. अभिषेक शर्मा की तारीफ में सचिन ने कही यह बात मैदान से दूर हिंदुस्तानीय क्रिकेट पर नजर रखने वाले सचिन तेंदुलकर प्रतिभा को पहचान लेते हैं और इस अवसर पर उनकी तारीफ बटोर रहे हैं युवा अभिषेक शर्मा, जो अपनी शानदार बल्लेबाजी से लोगों को प्रभावित कर रहे हैं. तेंदुलकर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, ‘उनका बल्ला आसानी से घूमता है. उनके पास सभी तरह के शॉट हैं. वह अविश्वसनीय मात्रा में ताकत पैदा करते हैं. वह अभी बहुत बड़े खिलाड़ी नहीं हैं, लेकिन उनकी टाइमिंग बहुत अच्छी है.’ हिंदुस्तानीय क्रिकेटर बनने के लिए क्या करना पड़ेगा? मासूम के सवाल पर विराट कोहली का जवाब, Video वरुण चक्रवर्ती की लंबी छलांग, तिलक को भी मिला ईनाम, आईसीसी की ताजा रैंकिंग में दोनों ने मचाया धमाल अभिषेक को छक्के लगाता देखना चाहते हैं सचिन सचिन ने आगे कहा, ‘मुझे उन्हें देखना बहुत पसंद है. जिस तरह से वह स्पोर्ट्सते हैं, मैदान के सभी हिस्सों में छक्के और चौके लगाते हैं. यह देखना आनंददायक है.’ अभिषेक ने दुनिया भर में हिंदुस्तानीय क्रिकेट प्रशंसकों के दिलों में बस गए हैं. वह टीम के टी20 आई सेट-अप में शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ियों को टक्कर दे रहे हैं. पिछले साल जिम्बाब्वे के खिलाफ अपना डेब्यू करते हुए, अभिषेक ने अपने दूसरे ही मैच में शतक जड़ा और दो अर्द्धशतक भी लगाए. युवराज सिंह के चेले हैं अभिषेक शर्मा महान युवराज सिंह के शिष्य अभिषेक को हिंदुस्तानीय क्रिकेट में अगले बड़े खिलाड़ियों में से एक के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने आईपीएल 2024 में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए 484 रन बनाए और सनराइजर्स हैदराबाद को फाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. अभिषेक का सिर्फ 15 टी20 मैचों में 182.75 का स्ट्राइक रेट उनकी बड़ी हिटिंग क्षमताओं के बारे में बहुत कुछ बताता है, जिसका जिक्र तेंदुलकर ने बहुत सटीक ढंग से किया. The post IND vs ENG: इस युवा खिलाड़ी के फैन हैं सचिन, मैदान के हर कोने में छक्के लगाते देखना है पसंद appeared first on Naya Vichar.

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PM Modi In Mahakumbh: 5 फरवरी को प्रयागराज जाएंगे पीएम मोदी, महाकुंभ में करेंगे पवित्र स्नान

PM Modi In Mahakumbh: प्रयागराज में जारी महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संगम में डुबकी लगाने वाले हैं. प्रधानमंत्री 5 फरवरी को प्रयागराज जाएंगे और पवित्र स्नान करेंगे. ऐसी समाचार है कि पीएम मोदी महाकुंभ में करीब 4 घंटे रहेंगे. उप राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भी जाएंगे महाकुंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने जाएंगे. 1 फरवरी को उपराष्ट्रपति प्रयागराज जाएंगे, तो राष्ट्रपति मुर्मू 10 फरवरी को महाकुंभ जाने वाली हैं. भगदड़ के बाद वीआईपी कल्चर पर उठ रहे सवाल प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ के बाद वीआईपी कल्चर पर सवाल उठाए जा रहे हैं. विपक्ष लगातार केंद्र और यूपी प्रशासन पर हमलावर है. मालूम हो भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई थी और 60 अन्य जख्मी हो गए थे. यह भी पढ़ें: Mahakumbh Fire: महाकुंभ में फिर लगी आग, कई पंडाल जलकर खाक, भगदड़ में एक दिन पहले गई थी 30 लोगों की जान अमृत स्नान, सभी प्रमुख स्नान पर्वों पर वीआईपी आवाजाही पर प्रतिबंध महाकुंभ मेले में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए प्रदेश प्रशासन ने अमृत स्नान और सभी प्रमुख स्नान पर्वों पर विशिष्ट और अति विशिष्ट व्यक्तियों (वीआईपी व वीवीआईपी) के प्रोटोकॉल पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसे में, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि को और इसके एक दिन पहले और एक दिन बाद प्रयागराज में विशिष्ट और अति विशिष्ट व्यक्तियों को प्रोटोकॉल नहीं मिल सकेगा. यह भी पढ़ें: Mahakumbh में मौतों के जिम्मेदार कौन, क्यों अफसरों पर उठ रही उंगली? The post PM Modi In Mahakumbh: 5 फरवरी को प्रयागराज जाएंगे पीएम मोदी, महाकुंभ में करेंगे पवित्र स्नान appeared first on Naya Vichar.

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Land For Job Scam: लैंड फॉर जॉब मामले में बीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष आरके महाजन पर चलेगा मुकदमा

Land For Job Scam लैंड फॉर जॉब मामले मामले में पूर्व आइएएस अधिकारी और तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद के करीबी रहे आरके महाजन पर मुकदमा चलेगा. नयी दिल्ली की राउज एवेन्यू की सीबीआइ की विशेष अदालत ने गुरुवार को इस मामले में सुनवाई करते हुए आरके महाजन और एक अन्य आइएएस अधिकारी पर मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है. इसके पहले सीबीआइ ने अपने आरोप पत्र में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल में रेल मंत्रालय में तैनात रहे बिहार कैडर के आइएएस अधिकारी आरके महाजन के खिलाफ भी साक्ष्य सौंपा था. आरके महाजन उस समय रेल मंत्रालय में महत्वपूर्ण पद पर तैनात थे. इसी आरोप पत्र के आधार पर सीबीआइ के विशेष जज विशाल गोगने की अदालत ने आरके महाजन पर मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है. बाद में बिहार कैडर के आइएएस अधिकारी आरके महाजन बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष भी बनाये गये थे. यह पहला मौका है जब जमीन के बदले नौकरी मामले में किसी आइएएस अधिकारी के खिलाफ मुकदमा चलेगा. सीबीआइ ने पिछले साल इस मामले में पूरक आरोप पत्र दायर किया था. महाजन के खिलाफ सीबीआइ की दलील रेलवे में लैंड फॉर जॉब मामले की जांच कर रही सीबीआइ का आरोप है कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के स्पोर्ट्स में आरके महाजन भी शामिल थे. रेल भवन में तैनाती के दौरान उन्होंने इस घोटाले में अहम रोल निभाया.वे तत्कालीन मंत्री लालू प्रसाद के अवैध कामों को अंजाम दे रहे थे. लिहाजा उनके खिलाफ भी केस चलना चाहिए. कोर्ट ने सीबीआइ की दलीलों को मान लिया और आरके महाजन के खिलाफ भी मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी. हालांकि 16 जनवरी को मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इसकी अनुमति नहीं दी थी. कोर्ट ने सुनवाई के लिए 30 जनवरी की तारीख तय की थी. आज सीबीआइ का पक्ष सुनने के बाद कोर्ट ने महाजन को इस घोटाले में अभियुक्त बनाने की मंजूरी दे दी.  The post Land For Job Scam: लैंड फॉर जॉब मामले में बीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष आरके महाजन पर चलेगा मुकदमा appeared first on Naya Vichar.

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Bhagalpur News:अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय सात साल बाद फिर से भागलपुर शिफ्ट

ललित किशोर मिश्र, भागलपुर अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय सात साल बाद फिर से भागलपुर शिफ्ट हो रहा है. 2017 में इस कार्यालय को साहिबगंज (झारखंड) शिफ्ट कर दिया गया था. तब साहिबगंज में बंदरगाह बनाने की योजना थी. खंजरपुर में प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय खुल जायेगा. आदेश जारी हो चुका है. अधिकारियों व कर्मियों की पटना रीजनल कार्यालय से शिफ्टिंग की प्रक्रिया को पूरी हो चुकी है. उम्मीद की जा रही है कि कुछ दिनों में कार्यालय विधिवत रूप से काम करना शुरू कर देगा. केंद्रीय पोत परिवहन मंत्रालय के अधीन आनेवाला यह क्षेत्रीय कार्यालय बिहार का पहला था. इस प्राधिकरण का रीजनल कार्यालय पटना में है. भागलपुर में 1992 में कार्यालय स्थापित हुआ था. जलमार्ग से गुजरने वाले जहाज को रास्ता दिखाने की जिम्मेदारी कार्यालय की होगी क्षेत्रीय कार्यालय का काम गंगा में जमे गाद को हटा कर सैलानियों के क्रूज और जलमार्ग से सामान ले जाने वाले बड़े जहाज के लिए ड्रेजर मशीन से रास्ता बना कर उन्हें रास्ता दिखाना है. अब एक बार फिर से क्षेत्रीय कार्यालय के रन करने से गाद से लेकर आरआइएस टावर व डीजीपीएस स्टेशन काम करना शुरू कर देगा. जो इस ओर से गुजरने वाले जहाज को सिग्नल देगा. इस कारण से साहेबगंज शिफ्ट हुआ था क्षेत्रीय कार्यालय साहेबगंज में क्षेत्रीय कार्यालय के साहिबगंज में शिफ्ट करने का सबसे बड़ा कारण था कि साहिबगंज के समदा नाला के पास बन रहा चार सौ करोड़ का बंदरगाह है. इसके निर्माण के मद्देनजर कार्यालय को वहां शिफ्ट किया गया था. अब बनारस में रीजनल कार्यालय खोलने की तैयारी पटना में हिंदुस्तान अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का रीजनल कार्यालय है. जहां यूपी तक का कार्य का संचालन होता था. लेकिन अब बनारस में रीजनल कार्यालय खोलने की स्वीकृति मिल चुका है. जाहिर है बनारस में कार्यालय की शुरुआत के बाद यूपी के जलमार्ग का संचालन बनारस से ही होगा. ये भी पढ़ें.. Land For Job Scam: लैंड फॉर जॉब मामले में बीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष आरके महाजन पर चलेगा मुकदमा The post Bhagalpur News:अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय सात साल बाद फिर से भागलपुर शिफ्ट appeared first on Naya Vichar.

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SBI Clerk Admit Card: 10 फरवरी को जारी होगा एसबीआई क्लर्क प्रीलिम्स का एडमिट कार्ड, जानें डाउनलोड करने की प्रक्रिया

SBI Clerk Admit Card: एसबीआई क्लर्क भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण सूचना है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जूनियर एसोसिएट्स भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली प्रीलिम्स परीक्षा के प्रवेश पत्र 10 फरवरी, 2025 को जारी किए जाएंगे. यह हॉल टिकट आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर उपलब्ध होगा, जिसे परीक्षार्थी डाउनलोड कर सकते हैं और इसका प्रिंटआउट लेकर सुरक्षित रख सकते हैं. एसबीआई क्लर्क की प्रारंभिक परीक्षा 22, 27, 28 फरवरी और 1 मार्च, 2025 को आयोजित की जाएगी. हालांकि, ये तिथियां अस्थायी हैं और इनमें बदलाव हो सकता है. इसलिए, परीक्षार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे पोर्टल पर नियमित रूप से अपडेट चेक करते रहें. उम्मीदवारों की सुविधा के लिए नीचे दिए गए सरल स्टेप्स का पालन कर वे आसानी से हॉल टिकट डाउनलोड कर सकते हैं. कैसे डाउनलोड करें SBI Clerk Prelims का एडमिट कार्ड ? सबसे पहले, एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर जाएं. होम पेज पर उपलब्ध “करियर” लिंक पर क्लिक करें. एक नया पेज खुलेगा, जहां “करंट ओपनिंग्स” लिंक पर क्लिक करें. अब पेज पर उपलब्ध “एसबीआई क्लर्क प्रीलिम्स एडमिट कार्ड 2024” लिंक पर क्लिक करें. लॉगिन विवरण दर्ज करें और “सबमिट” पर क्लिक करें. एक बार सबमिट करने पर आपका एडमिट कार्ड स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगा. एडमिट कार्ड को अच्छे से जांचें और पेज डाउनलोड करें. भविष्य के उपयोग के लिए एडमिट कार्ड की एक हार्ड कॉपी अपने पास रखें. क्या होगी आगे की प्रक्रिया ? प्रीलिम्स परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को अगला चरण, यानी मुख्य परीक्षा, में भाग लेना होगा, जो अप्रैल-मई 2025 के आसपास आयोजित हो सकती है. मुख्य परीक्षा की सटीक तिथि प्रीलिम्स परीक्षा के सफल आयोजन के बाद घोषित की जाएगी. इस वैकेंसी के लिए ऑनलाइन आवेदन 07 जनवरी, 2025 तक स्वीकार किए गए थे, और अब परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. परीक्षा के सफल संचालन के बाद, एसबीआई उत्तरकुंजी जारी करेगा. एसबीआई इस भर्ती अभियान के तहत कुल 13,735 जूनियर एसोसिएट पदों पर नियुक्तियां करेगा. अधिक जानकारी और अपडेट के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना चाहिए. Also Read: CUET PG 2025: सीयूईटी पीजी के लिए आवेदन का अंतिम मौका, तुरंत कर लें अप्लाई Also Read: Success Story: बिहार के लाल का परमाणु ऊर्जा विभाग में हुआ चयन, सैलरी जानकर दंग रह जाएंगे आप The post SBI Clerk Admit Card: 10 फरवरी को जारी होगा एसबीआई क्लर्क प्रीलिम्स का एडमिट कार्ड, जानें डाउनलोड करने की प्रक्रिया appeared first on Naya Vichar.

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Bharat Rang Mahotsav: विश्व के सबसे बड़ा नाट्य महोत्सव का दूसरा दिन, लोक कलाकारों ने मोहा मन

Bharat Rang Mahotsav: हिंदुस्तान के सबसे बड़े रंगमंच महोत्सव, हिंदुस्तान रंग महोत्सव का दूसरा दिन कला और संस्कृति के रंगों से सराबोर रहा. इस दिन देश के विभिन्न कोनों से आई लोक कलाओं ने दर्शकों का मन मोह लिया. दिन के कार्यक्रमों में हिंदुस्तान की लोक कला शैलियों की प्रस्तुति, रूसी लेखक एंटोन चेखव की 165वीं जयंती का स्मरण, और रंगमंच की बारीकियां सिखाने वाले व्याख्यान-प्रदर्शन का विशेष आयोजन शामिल था. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी ) ने हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (हुड्को) के साथ लोक और शास्त्रीय नाट्य कला के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए. यह समझौता राजीव गर्ग (क्षेत्रीय प्रमुख, हुड्को) और चित्तरंजन त्रिपाठी (निदेशक, एनएसडी) की ओर से हस्ताक्षरित किया गया. इस महत्वपूर्ण अवसर पर संजय कुलश्रेष्ठ (सीएमडी हुडको), एम नागराज (निदेशक, कॉर्पोरेट प्लानिंग,हुडको ), राजीव शर्मा (कार्यकारी निदेशक, हुडको),पीके महांती (रजिस्ट्रार, एनएसडी) तथा हुडको की सक्रिय सीएसआर टीम की उपस्थिति रही. ‘लोकरंगम’ एक विशेष मंच है, जो हिंदुस्तान की समृद्ध कलात्मक विरासत और लोक कला की जीवंतता को संरक्षित एवं बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. इस खंड का उद्घाटन मुख्य अतिथि, पद्म मालिनी अवस्थी, प्रसिद्ध लोक गायिका, द्वारा किया गया. उन्होंने इस अवसर पर लोक नाटकों की शक्ति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोक कला एक ही कथा के माध्यम से विभिन्न रसों को जागृत करने की क्षमता रखती है. भोजपुरी के शेक्सपियर’ कहे जाने वाले भिखारी ठाकुर के प्रसिद्ध नाटक ‘बिदेसिया’ का मंचन किया गया. यह नाटक प्रवासन की त्रासदी और पीछे छूट गए लोगों की व्यथा को मार्मिक रूप से प्रस्तुत करता है. इसका मंचन संजय उपाध्याय के कुशल निर्देशन में प्रस्तुत किया.संबद्ध आयोजन भारंगम के समांतर प्रस्तुतियों का एक अभिन्न हिस्सा हैं, जिनमें सेमिनार, कार्यशालाएँ, छात्र प्रस्तुतियाँ और अन्य शैक्षणिक आदान-प्रदान शामिल होते हैं. ये कार्यक्रम रंगमंच के विविध आयामों को समझने और सीखने के अवसर प्रदान करते हैं. आज, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी ) ने रूसी विज्ञान और संस्कृति केंद्र के सहयोग से महान रूसी लेखक एंटोन चेखव की 165वीं जयंती पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया. “चेखव की विरासत: कल, आज और कल” शीर्षक वाली इस संगोष्ठी में चेखव के जीवन, कृति और उनकी समकालीन प्रासंगिकता पर चर्चा की गई. संगोष्ठी में प्रख्यात विद्वानों, लेखकों और नाट्य कलाकारों ने भाग लिया. मीता वशिष्ठ, निहारिका सिंह, और विक्रम शर्मा जैसे अनुभवी रंगकर्मियों ने चेखव के नाटकों में यथार्थवादी अभिनय तकनीकों के उपयोग पर प्रकाश डाला और अपने अनुभव साझा किए. वक्ताओं ने चेखव की कहानियों, नाटकों, और उनके लेखन शैली का विस्तृत विश्लेषण किया, साथ ही उन्होंने चेखव की रचनाओं का आज के समय में क्या महत्व है, इस पर भी चर्चा की.संगोष्ठी की शुरुआत और समापन संबोधन शांतनु बोस,( अकादमिक डीन), एनएसडी ने दिए. इस चर्चा सत्र में स्वानंद किरकिरे भी उत्साही प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए. पैनल ने चेखव के यथार्थवाद में योगदान और उनकी समकालीन कहानी कहने की प्रासंगिकता पर विचार किए. एक प्रमुख आकर्षण रही मीता वशिष्ठ की “थ्री सिस्टर्स” के निर्देशन और आधुनिक दर्शकों के लिए चेखव की थीम्स को रूपांतरित करने पर उनके विचार, जिन्होंने इस नाटक को नई दृष्टि से प्रस्तुत किया. हिंदुस्तान रंग महोत्सव 2025 के तहत, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) ने थिएटर एप्रिशिएशन कोर्स (TAC) के 14वें संस्करण का उद्घाटन किया. इस ओरिएंटेशन समारोह में श्री चित्तरंजन त्रिपाठी (निर्देशक, एनएसडी ), श्री शांतनु बोस(अकादमिक डीन) और श्री अमितेश ग्रोवर (कोर्स क्यूरेटर) ने 28 जनवरी 2025 को अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई. TAC 2025 के हिस्से के रूप में, आसिफ अली हैदर ने नाटक लेखन, अनुवाद और रूपांतरण पर एक सत्र का नेतृत्व किया, जिसमें स्क्रिप्ट विकास और मंच के लिए पाठों को बदलने पर चर्चा की. अजय कुमार ने ‘परफॉर्मर एज़ स्टोरीटेलर’वर्कशॉप का संचालन किया, जिसमें आवाज, शारीरिक अभिव्यक्ति और एकल प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित किया. इन सत्रों ने प्रतिभागियों को रंगमंच लेखन और प्रदर्शन में आवश्यक कौशल प्रदान किए. अद्वितीय के दूसरे दिन जो छात्रों द्वारा संचालित समानांतर उत्सव था, दो प्रभावशाली स्ट्रीट प्ले दिखाए गए,देशबंधु कॉलेज, दिल्ली द्वारा ‘अंदेखी अनसुनी’, जो विकलांग व्यक्तियों के संघर्ष और संकल्प को उजागर करता है, और दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी द्वारा ‘ख्वाहिश-ए-नूर’, जो एक गहरी और मार्मिक कहानी प्रस्तुत करता है. अद्वितीय ओपन स्टेज पर प्रदर्शन की एक जीवंत श्रृंखला देखी गई, जिसमें स्टैंड-अप कॉमेडी, एकल और समूह शास्त्रीय नृत्य शामिल थे, जिन्होंने अपनी कलात्मक चमक से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी ) के रजिस्ट्रार, प्रदीप के मोहंती द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर किया गया, जिससे उनके समर्पण और प्रदर्शन कला में उनके प्रतिभा की सराहना की गई. अंकल वान्या , जिसका निर्देशन नॉशद मोहम्मद कुंजू ने किया है और जिसे प्रसिद्ध रूसी नाटककार एंटन चेखव ने लिखा है, एक मार्मिक त्रासद-व्यंग्य है जो नपुंसक प्रेम, अस्तित्वगत निराशा और समय के बीतने के विषयों को छूता है. यह विश्व साहित्य का एक उत्कृष्ट काव्य है, जो अपनी ग्रामीण रूसी संपत्ति में सेट होने के बावजूद मानव स्थिति पर एक सार्वभौमिक प्रतिबिंब प्रस्तुत करता है. यह शो अभिमंच ऑडिटोरियम, एनएसडी परिसर में प्रदर्शित हुआ और इसे हैदराबाद विश्वविद्यालय के थिएटर आर्ट्स विभाग के कुशल छात्रों ने प्रस्तुत किया. प्रदर्शन के बाद, निर्देशक नॉशद मोहम्मद कुंजू ने नाटक के शोध और रचनात्मक प्रक्रिया पर अपने विचार साझा किए. तीसरे दिन, भारंगम में समानांतर कार्यक्रमों के तहत श्रुति नामक साहित्यिक सत्र का आयोजन किया गया. इस दौरान थिएटर कलाकार और प्रसिद्ध अभिनेता श्री अखिलेंद्र मिश्रा द्वारा लिखित पुस्तक ‘अभिनय, अभिनेता और आध्यात्म’ का विमोचन समारोह हुआ, जिसके बाद एक चर्चा का आयोजन किया गया. इस चर्चा में श्री अनिल गोयल ने लेखक के साथ संवाद किया. अलाइड इवेंट्स सेक्शन में, ‘ख्वाब-ए-हस्ती’, जो अगा हश्र कश्मीरी की एक उत्कृष्ट कृति है, का मंचन किया गया. इस नाटक को हेमा सिंह ने पारसी अभिनय शैली में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के दूसरे वर्ष के छात्रों के साथ तैयार किया था. यह नाटक दर्शकों को अपनी जटिल कथा के माध्यम से मानवीय भावनाओं, सामाजिक समस्याओं और परंपरा व आधुनिकता के संघर्ष को उजागर करता हुआ मंत्रमुग्ध कर गया. सूर्य की अंतिम किरण से सूर्य की पहली किरण तक’, उपासना स्कूल ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स, गुजरात विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत किया गया. यह नाटक, जो सुरेंद्र वर्मा

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Ranji Trophy: विराट कोहली को देखने के लिए कक्षा 2 की छात्रा ने किया स्कूल बंक

Ranji Trophy: गुरुवार को रणजी ट्रॉफी मैच के दौरा अरुण जेटली स्टेडियम दर्शकों से गुलजार रहा, क्योंकि हिंदुस्तान के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली दिल्ली की ओर से रणजी स्पोर्ट्स रहे थे. रेलवे के खिलाफ एलीट ग्रुप डी मैच में 12 साल से अधिक समय के बाद विराट कोहली को घरेलू क्रिकेट में वापसी करते देखा गया. इस घटना के गवाह 15000 से अधिक फैंस बनें. मैच के दौरान पूरा स्टेडियम कोहली-कोहली के नारे से गुंजता रहा. गुरुवार को कोहली का समर्थन करने वालों में स्कूली शिशु और गृहिणियां भी स्टेडियम में मौजूद थे. कुछ लोग रात से ही कतारों में लगे थे. पहले दिन विराट की बल्लेबाजी नहीं देख पाए फैंस समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार कक्षा दो में पढ़ने वाली एक बच्ची ने कहा, ‘हम कोहली को देखने के लिए स्कूल बंक कर स्टेडियम आए हैं.’ दिल्ली के कप्तान आयुष बदोनी ने जैसे ही टॉस जीता, जोरदार शोर मचा. दर्शकों को बाद में पता चला कि कोहली पहले दिन शायद बल्लेबाजी नहीं कर पाए, क्योंकि दिल्ली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. हालांकि रेलवे की टीम 241 के स्कोर पर ढेर हो गई. Watch: ‘कोहली को बॉलिंग दो’, रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान फैंस ने लगाया नारा, फिर हुआ कुछ ऐसा हिंदुस्तानीय क्रिकेटर बनने के लिए क्या करना पड़ेगा? मासूम के सवाल पर विराट कोहली का जवाब, Video दूसरे दिन कोहली कर सकते हैं बल्लेबाजी पहले दिन दिल्ली ने अपना एक विकेट गंवा दिया. दूसरे दिन कोहली चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आ सकते हैं. एक गृहिणी ने कहा, ‘मैं अपने बेटे के साथ सुबह छह बजे यहां आई थी. हमें नहीं पता था कि किस गेट से अंदर आना है. कहने की जरूरत नहीं कि हम यहां कोहली के लिए आए हैं.’ ‘गौतम गंभीर स्टैंड’ पहले से ही खचाखच भरा हुआ था और ‘बिशन सिंह बेदी स्टैंड’ के निचले हिस्से को भरने में भी समय नहीं लगा. लगभग 15000 से अधिक दर्शक स्टेडियम में मौजूद थे. सुरक्षा घेरा तोड़ कोहली के पास पहुंचा फैन कोहली दूसरे स्लिप में फील्डिंग कर रहे थे. इस दौरान दर्शकों की तालियां बजती रही और 12वें ओवर में एक अति उत्साही प्रशंसक सुरक्षा घेरा तोड़कर ‘किंग’ की ओर दौड़ पड़ा. वह किसी तरह कोहली के पैर छूने में कामयाब रहा. तुरंत ही सुरक्षाकर्मियों मामले को संभाला और उस फैंस को पकड़कर बाहर ले गए. इस दौरान कोहली अपने फैंस का लगातार अभिवादन स्वीकार करते रहे और उनका भरपूर मनोरंजन किया. The post Ranji Trophy: विराट कोहली को देखने के लिए कक्षा 2 की छात्रा ने किया स्कूल बंक appeared first on Naya Vichar.

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Basant Panchami: विद्या की देवी सरस्वती को प्रिय हैं ये फूल, अर्पित कर पाएं असीम कृपा

Basant Panchami: माघ महीने में आने वाली वसंत पंचमी का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है. मां सरस्वती को विशेष रूप से सफेद और पीले रंग के फूल प्रिय होते हैं. इन फूलों को अर्पित करने से मां की कृपा प्राप्त होती है और बुद्धि, ज्ञान, और कला में सफलता मिलती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां सरस्वती को कमल, कनेर, गुलाब, चांदनी, गेंदा, चमेली, चंपा, जूही, और अपराजिता जैसे फूल अत्यधिक पसंद हैं. आइए जानते हैं इन फूलों का महत्व और मां सरस्वती की पूजा में इनका उपयोग कैसे किया जाए. Maa Saraswati ke priya phool:  मां सरस्वती को प्रिय फूल और उनका महत्व Basant panchami: विद्या की देवी सरस्वती को प्रिय हैं ये फूल, अर्पित कर पाएं असीम कृपा कमल का फूलमां सरस्वती के हाथों में विराजमान सफेद कमल उनकी पवित्रता और ज्ञान का प्रतीक है. कमल का फूल चढ़ाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलता है. कनेर का फूलपीले और सफेद रंग के कनेर के फूल मां सरस्वती को प्रिय हैं. यह फूल समृद्धि और विद्या प्राप्ति में सहायक माने जाते हैं. गुलाब का फूललाल गुलाब भले ही देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है, लेकिन सफेद गुलाब मां सरस्वती की पूजा में विशेष महत्व रखता है. यह शांति और सौम्यता का प्रतीक है. चांदनी का फूलसफेद चांदनी का फूल देवी सरस्वती की पूजा में शुभ माना जाता है. यह फूल ज्ञान के प्रकाश और आध्यात्मिक शुद्धता का प्रतीक है. गेंदा का फूलपीले रंग का गेंदा फूल मां सरस्वती को अत्यधिक प्रिय होता है. यह सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने और विद्या के क्षेत्र में उन्नति दिलाने वाला माना जाता है. चमेली और चंपा के फूलइन सुगंधित फूलों को मां सरस्वती को अर्पित करने से मन की एकाग्रता और ध्यान शक्ति बढ़ती है. जूही और अपराजितासफेद जूही और नीले रंग की अपराजिता का फूल देवी सरस्वती को अर्पित करने से विद्या और कला में उन्नति होती है. जो भी भक्त श्रद्धा और भक्ति से मां सरस्वती को इन फूलों को अर्पित करता है, उसे विद्या, बुद्धि, और सफलता का आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होता है. इस वसंत पंचमी, आप भी मां को प्रिय फूल अर्पित करें और उनकी असीम कृपा पाएं. Also Read: 7 Edible Flowers: 7 देसी फूल जो खाने योग्य भी हैं, आप भी बना सकते है इनसे स्वादिष्ट व्यंजन Also Read:Tips For Gifting Flowers to Girlfriend:  गर्लफ्रेंड के लिए ले जा रहे हैं फूल? जान लें ये जरूरी बातें The post Basant Panchami: विद्या की देवी सरस्वती को प्रिय हैं ये फूल, अर्पित कर पाएं असीम कृपा appeared first on Naya Vichar.

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Budget 2025: लाखों किसानों को मिल सकती है सौगात, पीएम किसान सम्मान निधि में बढ़ोतरी की उम्मीद

Budget 2025: केंद्रीय बजट 2025-26 की तैयारियां जोरों पर हैं और इस बार प्रशासन किसानों को बड़ी सौगात दे सकती है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) के तहत किसानों को मिलने वाली आर्थिक सहायता में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है. अगर ऐसा होता है, तो देशभर के 11 लाख से अधिक किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. बढ़ सकती है पीएम किसान योजना की रकम वर्तमान में पीएम किसान योजना के तहत पात्र किसानों को सालाना 6,000 रुपये दिए जाते हैं, जिसे तीन किस्तों में 2,000-2,000 रुपये के रूप में वितरित किया जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रशासन इस राशि को बढ़ाकर 8,000 या 10,000 रुपये कर सकती है. इससे किसानों को अतिरिक्त आर्थिक सहायता मिलेगी और खेती से जुड़े खर्चों को पूरा करने में मदद मिलेगी. क्यों जरूरी है पीएम किसान योजना में बढ़ोतरी? हिंदुस्तान की कृषि व्यवस्था छोटे और सीमांत किसानों पर टिकी हुई है, जो कुल किसानों की 85% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं. हाल के वर्षों में खाद, बीज, डीजल और अन्य कृषि इनपुट की कीमतों में तेजी से इजाफा हुआ है, जिससे किसानों पर वित्तीय दबाव बढ़ा है. ऐसे में पीएम किसान सम्मान निधि की राशि में वृद्धि से उन्हें राहत मिल सकती है. प्रशासन के लिए चुनौती और समाधान हालांकि, पीएम किसान योजना के तहत दी जाने वाली राशि में बढ़ोतरी प्रशासन के लिए एक वित्तीय चुनौती भी हो सकती है. इस योजना का सालाना बजट पहले से ही लगभग 60,000 करोड़ रुपये का है. अगर इसमें बढ़ोतरी की जाती है, तो प्रशासन को अतिरिक्त बजटीय आवंटन करना होगा. इसके लिए प्रशासन अन्य योजनाओं में खर्चों में कटौती कर सकती है या नए वित्तीय स्रोतों की तलाश कर सकती है. पीएम किसान योजना में संशोधन की संभावना प्रशासन पीएम किसान योजना में कुछ नए नियम भी जोड़ सकती है. यह भी हो सकता है कि किसानों की आय सीमा को ध्यान में रखते हुए इसे और बेहतर बनाया जाए, जिससे इसका लाभ केवल जरूरतमंद किसानों को मिले. क्या कहती हैं रिपोर्ट्स? वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इस बार का बजट पूरी तरह से लोकलुभावन हो सकता है, क्योंकि 2024 के आम चुनावों के बाद यह प्रशासन का पहला पूर्ण बजट होगा. ऐसे में किसानों, स्त्रीओं और युवाओं को ध्यान में रखकर घोषणाएं की जा सकती हैं. इसे भी पढ़ें: Budget 2025: स्त्रीओं और छात्रों को क्या मिल सकती हैं सौगातें? शिक्षा, रोजगार और वित्तीय राहत पर खास उम्मीदें! लाखों किसानों को मिलेगी राहत अगर प्रशासन पीएम किसान योजना की राशि में बढ़ोतरी करती है, तो यह देश के लाखों किसानों के लिए राहत भरी समाचार होगी. कृषि क्षेत्र को मजबूत करने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए यह कदम बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. अब देखना यह होगा कि 1 फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपने बजट भाषण में किसानों के लिए क्या बड़ी घोषणाएं करती हैं. इसे भी पढ़ें: प्रशासनी कर्मचारियों की सैलरी में जल्द होगी बढ़ोतरी, 1 फरवरी को बजट में हो सकता है बड़ा ऐलान! किसानों को और क्या मिल सकता है बजट 2025 में? बजट 2025-26 में किसानों को केवल पीएम किसान योजना में बढ़ोतरी ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य बड़े ऐलान भी हो सकते हैं. फसल बीमा योजना में सुधार: किसानों को फसल नुकसान पर अधिक मुआवजा देने का ऐलान हो सकता है. कृषि क्षेत्र में सब्सिडी: खाद, बीज और कीटनाशकों पर मिलने वाली सब्सिडी को बढ़ाया जा सकता है. सिंचाई योजनाओं का विस्तार: ग्रामीण क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाने के लिए नए प्रोजेक्ट्स लाए जा सकते हैं. किसानों के लिए सस्ते लोन: कृषि लोन पर ब्याज दर में कटौती की घोषणा हो सकती है. इसे भी पढ़ें: Budget 2025-26: सीनियर सिटीजन को फिर से मिल सकती है ट्रेन टिकट में छूट, सफर होगा सस्ता! The post Budget 2025: लाखों किसानों को मिल सकती है सौगात, पीएम किसान सम्मान निधि में बढ़ोतरी की उम्मीद appeared first on Naya Vichar.

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