Hot News

आस्था

आस्था, समस्तीपुर

सरायरंजन में भक्ति भाव के साथ पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना 

नया विचार सरायरंजन। प्रखंड के मुसरीघरारी नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1 में रविवार को भक्ति भाव के साथ पार्थिव शिवलिंग का पूजन किया गया ।इस संबंध में पंडित अमित कुमार झा ने बताया कि पार्थिव शिवलिंग का पूजन भक्त की हर मनोकामना को पूर्ण करने वाला होता है ।पार्थिव शिवलिंग का पूजन कभी भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रायः शिव भक्त इच्छित मनोकामना की पूर्ति एवं सुख समृद्धि की कामना को लेकर शिवलिंग निर्माण पूजन अनुष्ठान करते हैं। मिट्टी से बनाए गए पार्थिव शिवलिंग की विधि पूर्वक प्राण प्रतिष्ठा कर उसे पर दूध, दही, शहद पंचामृत, गंगाजल ,अक्षत ,फूल ,बेलपत्र, मधु, सेंट एवं दूध से अभिषेक किया जाता है। पंडित ने बताया कि अनुष्ठान की पूर्णाहुति के बाद सभी पार्थिव शिवलिंग का विधि पूर्वक पवित्र नदी या सरोवर में विसर्जन कर दिया जाता है।

आस्था, समस्तीपुर

श्रीराम द्वारा धनुष तोड़ने के प्रसंग पर भाव विभोर हुए श्रोता

नया विचार सरायरंजन : प्रखंड के लाटबसेपुरा स्थित बिरजेश्वर धाम ब्रह्मवाना में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के दौरान सोमवार को उज्जैन से आई कथा वाचिका श्याम मिश्रा ने श्रीराम के द्वारा शिव के धनुष को तोड़ने का मार्मिक प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि राजा जनक ने जनकपुरी में धनुष यज्ञ रखा। तमाम देशों के राजा –महाराजा इस धनुष यज्ञ में शामिल हुए। सभी राजा महाराजाओं ने बारी– बारी से धनुष को उठाने का प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हुए। वे लोग धनुष को हिला तक नहीं सके। कई तो धरती पर औंधे मुंह गिरे। इस पर राजा जनक ने दुखी होकर कहा कि लगता है धरती वीरों से विहीन हो गई है। इस पर महर्षि विश्वामित्र और प्रभु श्री राम संग धनुष यज्ञ में शामिल लक्ष्मण क्रोधित हो गए। वे ललकारते हुए धनुष उठाने बढ़े। उन्हें विश्वामित्र ने रोका और श्रीराम को धनुष उठाने को कहा। श्रीराम ने भगवान शिव के धनुष को प्रणाम किया और धनुष उठाया। प्रत्यंचा चढ़ाते ही धनुष टूट गई। इस दौरान आकाश से पुष्प वर्षा हुई। सीता माता ने प्रभु श्रीराम को वरमाला पहनाई। मौके पर यजमान नवीन कुमार चौधरी, हीरा मिश्र, सत्य नारायण मिश्र,हरिशंकर झा,गंगाधर झा, राम रतन झा, कृष्ण मोहन मिश्र,नाराज झा, कीर्तन झा,विभूति नाथ झा,रामकृपाल झा, कृष्ण कुमार झा, सुशील कुमार झा, मनोज चौधरी सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे।

आस्था, ताजा ख़बर

आज सरस्वती पूजा पर वीणापाणि की इस आरती का करें पाठ, यहां देखें भावार्थ

Saraswati Mata Ki Aarti: इस वर्ष मां सरस्वती की पूजा का प्रमुख त्योहार बसंत पंचमी काशी क्षेत्र में 3 फरवरी को मनाया जाएगा. कहा जाता है कि इस पवित्र दिन पर जो भक्त सच्चे मन से मां की आराधना करता है, उसे जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है. इस शुभ अवसर पर माता सरस्वती की आरती विशेष आरती का पाठ किया जाता है, यहां देखें भावार्थ के साथ सरस्वती मां की आरती का पाठ सरस्वती माता की आरती सरस्वती मां आरती हिंदी में अर्थ के साथ (Saraswati Maa Aarti With Hindi Meaning) ॐ जय सरस्वती माता,मैया जय-जय सरस्वती माताl सदगुण वैभव शालिनी-2, त्रिभुवन विख्याता ॥ जय- जय सरस्वती माता॥ आज मनाई जा रही है बसंत पंचमी, यहां से जानें सरस्वती पूजा विधि, मंत्र और मुहूर्त से जुड़ी हर अपडेट अर्थ: मां सरस्वती आपको वंदन है , मां सरस्वती आपको वंदन है सद्गुणों से युक्त वैभव को बढ़ाने वाली, तीनो लोको में आप प्रसिद्ध है l मां सरस्वती आपकी बारम्बार जय हो l चंद्रवदन पद्मसिनी, कृति मंगलकारी-2 सोहे शुभ हंस सवारी-2, अतुल तेजधारी॥ जय-जय सरस्वती माता ll अर्थ : चन्द्रमा के सामान मुख वाली,कमल आसान पर विराजमान जिनके द्वारा की गयी रचना मंगलकारी है , जो हंस की सवारी पर शोभायमान है और जिनका तेज अतुलिय हैl मां सरस्वती आपकी बारम्बार जय हो l बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला-2 शीश मुकुट मणि सोहे-2, गल मोतियन माला ll जय-जय सरस्वती माता ll अर्थ: जिनके बाए हाथ में वीणा है और दाए हाथ में माला है, जिनके सिर पर मणि युक्त मुकुट है और गले मैं मोतियों की माला शोभायमान है l मां सरस्वती आपकी बारम्बार जय हो l देवी शरण जो आयें ,उनका उद्धार किया-2 बैठी मंथरा दासी-2, रावण संहार किया॥ जय-जय सरस्वती माता ll अर्थ : मां आपकी की शरण में जो भी आता है ,आप उसका उद्धार करती है l जब आप मंथरा जैसी दासी की जीभा पर बैठती है ,तो रावण जैसे अभिमानी का भी सर्वनाश हो जाता है l मां सरस्वती आपकी बारम्बार जय हो l विद्या दान प्रदायिनी, ज्ञान प्रकाश भरो-2 मोह अज्ञान की निरखा -2, जग से नाश करो ll जय- जय सरस्वती माता ll अर्थ : विद्या का दान प्रदान करने वाली, आप हमारे जीवन में ज्ञान का प्रकाश भरो l मोह और अज्ञान का निरक्षण करके इस जगत से आप नाश करो l मां सरस्वती आपकी बारम्बार जय हो l धूप दीप फल मेवा,मां स्वीकार करो -2 ज्ञानचक्षु दे माता-2 ,जग निस्तार करो ll जय-जय सरस्वती माता ll अर्थ : हे माता ! हमारे द्वारा अर्पित धूप ,दीप ,फल और मेवा को स्वीकार करो और हमें ऐसे ज्ञान रुपी आँखे दो ,जिससे हमारा उद्धार हो l मां सरस्वती आपकी बारम्बार जय हो l मां सरस्वती की आरती, जो कोई जान गावे-2 हितकारी सुखकारी-2, ज्ञान भक्ति पावे ll जय- जय सरस्वती माता॥ अर्थ: मां सरस्वती की आरती जो कोई भी भक्तजन गाता है, उसका आप हित करने वाली और सुख प्रदान करने वाली माता होl हम ज्ञान और भक्ति को प्राप्त करे l मां सरस्वती आपकी बारम्बार जय हो l जय सरस्वती माता,जय- जय सरस्वती माताl सदगुण वैभव शालिनी-2, त्रिभुवन विख्याता ॥ जय -जय सरस्वती माता॥ अर्थ: मां सरस्वती आपको वंदन है , मां सरस्वती आपको वंदन है सद्गुणों से युक्त वैभव को बढ़ाने वाली , तीनो लोको में आप प्रसिद्ध है l मां सरस्वती आपकी बारम्बार जय हो l सरस्वती मां हैं शिक्षा की देवी सरस्वती मां को साहित्य, संगीत और कला की देवी के रूप में पूजा जाता है. उनके भीतर विचार, भावना और संवेदना का अद्भुत समन्वय विद्यमान है. वीणा संगीत का प्रतीक है, पुस्तक विचार का और हंस कला की अभिव्यक्ति का. जनसामान्य के अनुसार, सरस्वती को शिक्षा की देवी माना जाता है. सरस्वती पूजा पर मां की आरती का विशेष महत्व सरस्वती पूजा के अवसर पर सरस्वती मां की आरती का विशेष महत्व होता है. इस दिन मां की आरती का पाठ करने से लाभ प्राप्त होता है, इसके अलावा प्रात:काल विद्यार्थियों को मां सरस्वती का स्मरण करना चाहिए. इससे मन एकाग्र और चित्त प्रसन्न रहता है. सरस्वती मां को पीला रंग अत्यंत प्रिय है, इसलिए आज बसंत पंचमी के अवसर पर पीले वस्त्र पहनकर, पीली मिठाई, मीठे पीले चावल और बूंदी का भोग अर्पित किया जा सकता है. इसके साथ ही चन्दन और हल्दी से तिलक करना भी शुभ माना जाता है. सरस्वती मां का ध्यान करने से मनोबल में वृद्धि होती है. किसी भी विद्या को प्राप्त करने से पूर्व मां सरस्वती का ध्यान करने से जातक को निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होती है. The post आज सरस्वती पूजा पर वीणापाणि की इस आरती का करें पाठ, यहां देखें भावार्थ appeared first on Naya Vichar.

आस्था, ताजा ख़बर

आज बसंत पंचमी पर महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान, यहां देखें शुभ मुहूर्त

Basant Panchami 2025 3rd Amrit Snan: प्रयागराज में महाकुंभ उत्सव का आयोजन जारी है, जिसमें देशभर से साधु-संतों और श्रद्धालुओं का निरंतर आगमन हो रहा है. श्रद्धालु और संतजन त्रिवेणी संगम में पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. महाकुंभ का पहला अमृत स्नान मकर संक्रांति के दिन हुआ था, जबकि दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या के अवसर पर संपन्न हुआ. अब अगला अमृत स्नान आज वसंत पंचमी के दिन होगा. आइए जानते हैं कि वसंत पंचमी पर अमृत स्नान का शुभ मुहूर्त क्या है. महाकुंभ के तीसरे अमृत स्नान का शुभ समय हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष बसंत पंचमी की तिथि 2 फरवरी को सुबह 9 बजकर 14 मिनट पर प्रारंभ हुई और 3 फरवरी को सुबह 6 बजकर 52 मिनट पर समाप्त होगी. इस संदर्भ में, महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान का ब्रह्म मुहूर्त 5 बजकर 23 मिनट से 6 बजकर 16 मिनट तक निर्धारित किया गया है. इस अवधि में पवित्र संगम में स्नान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. इसके बाद भी श्रद्धालु पवित्र संगम में स्नान कर सकते हैं. आज सरस्वती पूजा पर वीणापाणि की इस आरती का करें पाठ, यहां देखें भावार्थ बसंत पंचमी पर महाकुंभ स्नान का महत्व महाकुंभ का प्रत्येक स्नान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है, और बसंत पंचमी के दिन इसे विशेष रूप से पुण्यकारी समझा जाता है. इस दिन का मुख्य आकर्षण यह है कि यह दिन ज्ञान, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती के व्रत से संबंधित है. मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धा के साथ स्नान करता है, वह अपने जीवन में अपार सफलता और पुण्य प्राप्त करता है. वसंत पंचमी के अवसर पर विशेष रूप से विद्यार्थी और कलाकार मां सरस्वती की पूजा करते हैं, ताकि वे ज्ञान और कला में प्रगति कर सकें. यह पवित्र पर्व आध्यात्मिक समृद्धि का प्रतीक है, और महाकुंभ के अमृत स्नान के साथ इसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है. The post आज बसंत पंचमी पर महाकुंभ का तीसरा अमृत स्नान, यहां देखें शुभ मुहूर्त appeared first on Naya Vichar.

आस्था, ताजा ख़बर

अपने चाहने वालों को यहां से भेजें विद्या की देवी सरस्वती मां की हार्दिक शुभकामनाएं

Happy Basant Panchami, Saraswati Puja 2024 Wishes: हिंदू पंचांग के अनुसार, बसंत पंचमी का त्योहार हर वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस वर्ष बसंत पंचमी 3 फरवरी को है, अर्थात आज। इस दिन विद्या और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की आराधना की जाती है। इस पावन अवसर पर आप एक-दूसरे को शुभकामनाएं दे सकते हैं. Happy Basant Panchami, Saraswati Puja 2024 Wishes: लेकर मौसम की बहार लेकर मौसम की बहार, आया बसंत ऋतु का त्योहार, दिल में भर के उमंग और प्यार, आओ हम सब मिलकर मनाएं, बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं। हैप्पी बसंत पंचमी 2025 आज मनाई जा रही है बसंत पंचमी, यहां से जानें सरस्वती पूजा विधि, मंत्र और मुहूर्त से जुड़ी हर अपडेट Happy Basant Panchami, Saraswati Puja 2025 Wishes: सर्दी के जाते ही बसंत आए सर्दी के जाते ही बसंत आए, खुशियों का संग साथ लाए। संगीत की हो मधुर धुन, मां सरस्वती का आशीष आए। बसंत पंचमी 2025 की मंगलकामनाएं आज सरस्वती पूजा पर वीणापाणि की इस आरती का करें पाठ, यहां देखें भावार्थ Happy Basant Panchami, Saraswati Puja 2025 Wishes:सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्योहार सरस्वती पूजा का यह प्यारा त्योहार, जीवन में खुशी लाएगा अपार, सरस्वती विराजे आपके द्वार, शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार. बसंत पंचमी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं Happy Basant Panchami, Saraswati Puja 2025 Wishes: आपके जीवन में आये सदा बहार आपके जीवन में आये सदा बहार, सरस्वती द्वार आपके विराजे हरपल, हर काम आपका हो जाये सफल, बसंत पंचमी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं! Happy Basant Panchami, Saraswati Puja 2024 Wishes: वीणा लेकर हाथ में, सरस्वती हो आपके साथ में . . . वीणा लेकर हाथ में, सरस्वती हो आपके साथ में, मिले मां का आशीर्वाद आपको हर दिन मुबारक हो आपको सरस्वती पूजा का ये दिन सरस्वती पूजा और बसंत पंचमी 2025 की शुभकामनाएं Happy Basant Panchami, Saraswati Puja 2022 Wishes: मंदिर की घंटी, आरती की थाली . . . मंदिर की घंटी, आरती की थाली, नदी के किनारे सूरज की लाली, जिंदगी में आए खुशियों की बहार, शुभ हो बसंत पंचमी का त्यौहार The post अपने चाहने वालों को यहां से भेजें विद्या की देवी सरस्वती मां की हार्दिक शुभकामनाएं appeared first on Naya Vichar.

आस्था, ताजा ख़बर

आज बसंत पंचमी पर इन राशियों की चमकेगी किसमत, 144 सालों बाद बन रहा है ये प्रबल योग

Basant Panchami 2025 Rashifal: पंचांग के अनुसार आज बसंत पंचमी है. मां सरस्वती की पूजा का दिन. माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मां सरस्वती की पूजा की जाती है. मां की पूजा करने से सद्ज्ञान, बुद्धि और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है. इस वर्ष का बसंत पंचमी अत्यंत लाभकारी माना जा रहा है, क्योंकि इस वर्ष प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन भी हो रहा है और इसी दिन अमृत स्नान का अवसर भी है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस वर्ष 144 वर्षों के बाद एक ऐसा शुभ योग बन रहा है, जो इस दिन को और भी विशेष बना रहा है. इस खास मौके पर कुछ राशियों पर विशेष प्रभाव पड़ रहा है, यहां से जानें वो राशियों कौन सी हैं मेष राशि मेष राशि के जातकों के लिए बसंत पंचमी का समय सकारात्मक परिवर्तन लेकर आएगा. आर्थिक लाभ के अच्छे अवसर उत्पन्न हो रहे हैं. जिन व्यक्तियों के कार्य अधूरे रह गए थे या किसी कारणवश सफलता नहीं मिल रही थी, उन्हें अब सफलता प्राप्त होने की संभावना है. नौकरी करने वालों के लिए पदोन्नति और वेतन वृद्धि के संकेत हैं. करियर में प्रगति के नए अवसर भी मिल सकते हैं. कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ सकता है. इस अवधि में कोई सुखद समाचार भी मिल सकता है, जिससे खुशी में वृद्धि होगी. इस समय मेष राशि के जातक वाहन या संपत्ति की खरीदारी कर सकते हैं. आज मनाई जा रही है बसंत पंचमी, यहां से जानें सरस्वती पूजा विधि, मंत्र और मुहूर्त से जुड़ी हर अपडेट कन्या राशि कन्या राशि के जातकों के लिए यह दिन अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा. नए और सकारात्मक अवसर प्राप्त होंगे, जिससे उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप अधिक उत्साह और साहस के साथ अपने कार्यों को संपन्न करेंगे. नौकरीपेशा व्यक्तियों को नई जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ सकता है. व्यापारियों के लिए नए ऑर्डर मिलने की संभावना प्रबल है. आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी. समाज में प्रतिष्ठा और सम्मान में वृद्धि होगी. विवाहित व्यक्तियों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा. रिश्तों में प्रेम बना रहेगा. नौकरी की तलाश कर रहे व्यक्तियों को उनकी इच्छित नौकरी मिल सकती है. आज सरस्वती पूजा पर वीणापाणि की इस आरती का करें पाठ, यहां देखें भावार्थ मकर राशि मकर राशि के जातकों के लिए बसंत पंचमी का पर्व अत्यंत शुभ साबित होगा. ग्रहों की स्थिति इस राशि के लिए सकारात्मक है. आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना है. जो लोग निवेश करेंगे, उन्हें लाभ प्राप्त हो सकता है. मेहनत का उचित फल मिलेगा. इस समय आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी. समाज में आपकी प्रतिष्ठा में इजाफा होगा. नौकरीपेशा व्यक्तियों को नई नौकरी के अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं. संक्षेप में, बसंत पंचमी मकर राशि के लोगों के लिए नई सफलताओं और खुशियों का संदेश लेकर आएगी. अपने चाहने वालों को यहां से भेजें विद्या की देवी सरस्वती मां की पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं The post आज बसंत पंचमी पर इन राशियों की चमकेगी किसमत, 144 सालों बाद बन रहा है ये प्रबल योग appeared first on Naya Vichar.

आस्था, ताजा ख़बर

आज मनाई जा रही है बसंत पंचमी, यहां से जानें सरस्वती पूजा विधि, मंत्र और मुहूर्त से जुड़ी हर अपडेट

Basant Panchami 2025: आज देशभर में बसंत पंचमी का उत्सव अत्यंत धूमधाम से मनाया जा रहा है. यह पर्व माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन विशेष रूप से मां सरस्वती की पूजा की जाती है. इस वर्ष इस दिन का महत्व और भी अधिक बढ़ गया है क्योंकि इस दिन एक शुभ संयोग का निर्माण हो रहा है. पौराणिक मान्यता के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती का जन्म हुआ था. यहां से जानें सरस्वती पूजा विधि, मंत्र और मुहूर्त से जुड़ी हर अपडेट काशी क्षेत्र के पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त माघ शुक्ल पंचमी की शुरुआत: 2 फरवरी को सुबह 11:53 बजे माघ शुक्ल पंचमी का समापन: 3 फरवरी को सुबह 9:39 बजे 3 फरवरी को सूर्योदय: सुबह 6:40 बजे नोट: काशी क्षेत्र के पुरोहित 3 फरवरी को बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा मनाने की सलाह दे रहे हैं. उनका कहना है कि 2 फरवरी को पंचमी तिथि सूर्योदय के बाद आएगी और सूर्योदय के समय चतुर्थी है, इसलिए माघ शुक्ल पंचमी, जिसे बसंत पंचमी कहा जाता है, 3 फरवरी को मनाई जाएगी, न कि 2 फरवरी को. बसंत पंचमी की पूजा का महत्व धार्मिक परंपराओं के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की विधिपूर्वक पूजा करने से ज्ञान और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन पीले वस्त्र पहनना और पीले रंग का भोग अर्पित करना शुभ माना जाता है, क्योंकि पीला रंग देवी को अत्यंत प्रिय है. इस अवसर पर विद्यालयों और महाविद्यालयों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. सरस्वती मां की पूजा विधि सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करें और पीले वस्त्र धारण करें. एक वेदी पर मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करें और देसी घी का दीपक जलाएं. रोली और कुमकुम से तिलक करें. पीले फूलों की माला, कच्ची हल्दी, केसर, शहद और बूंदी के लड्डू, बेसन की बर्फी, मूंग दाल की बर्फी आदि का अर्पण मां सरस्वती पूजा मंत्र ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै सरस्वत्यै नमः.. ॐ शारदा माता ईश्वरी मैं नित सुमरि तोय हाथ जोड़ अरजी करूं विद्या वर दे मोय.. ॐ अर्हं मुख कमल वासिनी पापात्म क्षयम् कारी वद वद वाग्वादिनी सरस्वती ऐं ह्रीं नमः स्वाहा.. The post आज मनाई जा रही है बसंत पंचमी, यहां से जानें सरस्वती पूजा विधि, मंत्र और मुहूर्त से जुड़ी हर अपडेट appeared first on Naya Vichar.

आस्था, ताजा ख़बर

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में बसंत पंचमी का अमृत स्नान, ‘ऑपरेशन-11’ से भीड़ नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम

Mahakumbh 2025: महाकुंभ में आज 3 फरवरी को बसंत पंचमी के अवसर पर अंतिम अमृत स्नान हो रहा है. इस महत्वपूर्ण स्नान पर्व को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए योगी प्रशासन और मेला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. एडीजी भानु भास्कर स्वयं मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण व्यवस्था की निगरानी कर रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रशासन ने ‘ऑपरेशन-11’ नाम से एक विशेष मास्टर प्लान तैयार किया है. इस योजना के तहत सोमवार को वन वे मार्ग की व्यवस्था लागू रहेगी, ताकि श्रद्धालुओं का आवागमन सुगम और सुरक्षित हो. मुख्यमंत्री का निरीक्षण और सुरक्षा निर्देश मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज पर हुई भगदड़ की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंचे थे. उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना. इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक कर बसंत पंचमी स्नान की तैयारियों की समीक्षा की और इसे ‘‘शून्य त्रुटि’’ के साथ संपन्न कराने के निर्देश दिए. ऑपरेशन-11 के तहत भीड़ नियंत्रण के उपाय रविवार की सुबह एडीजी भानु भास्कर ‘इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर’ (आईसीसीसी) पहुंचे, जहां से उन्होंने मेला क्षेत्र, प्रमुख चौराहों और प्रवेश स्थलों की निगरानी की. उन्होंने स्वयं लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं को निर्देश दिए कि स्नान के बाद घाटों पर अनावश्यक रूप से न बैठें और अन्य स्थानों पर जाकर भोजन करें. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सभी श्रद्धालुओं को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं दीं और महाकुंभ में स्नान करने वाले सभी भक्तों को बधाई दी. वन वे ट्रैफिक व्यवस्था लागू श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मेला प्रशासन ने वन वे ट्रैफिक प्लान लागू किया है. इसके तहत: अरैल से झूंसी जाने के लिए पुल संख्या 28 खुला रहेगा. संगम से झूंसी जाने के लिए पुल संख्या 2, 4, 8, 11, 13, 15, 17, 20, 22, 23 और 25 खुले हैं. झूंसी से संगम जाने के लिए श्रद्धालु पुल संख्या 16, 18, 21 और 24 का उपयोग कर सकेंगे. झूंसी से अरैल जाने के लिए पुल संख्या 27 और 29 खुले रहेंगे. इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान में आतंकी कहर! सेना पर घातक हमला, 4 सैनिकों की मौत पुलिस बल को विशेष निर्देश मौनी अमावस्या की घटना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है. जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि सभी अखाड़े पूर्व निर्धारित क्रम के अनुसार अमृत स्नान में भाग लेंगे. वहीं, भीड़ नियंत्रण के लिए दो कंपनी आरएएफ और तीन कंपनी पीएसी को अतिरिक्त रूप से तैनात किया गया है. मेला क्षेत्र में पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. लखनऊ से आए वरिष्ठ अधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी और आशीष गोयल अपने अनुभव साझा कर प्रशासन का मार्गदर्शन कर रहे हैं. अब तक 35 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लिया स्नान बसंत पंचमी स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. रविवार शाम तक 1.29 करोड़ श्रद्धालु गंगा और संगम में डुबकी लगा चुके थे. वहीं, 13 जनवरी से अब तक 34.90 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं. श्रद्धालुओं से अपील अखिल हिंदुस्तानीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने श्रद्धालुओं से संगम क्षेत्र में अनावश्यक भीड़ न लगाने की अपील की. उन्होंने बताया कि फाफामऊ से अरैल तक गंगा में कहीं भी स्नान करने पर महाकुंभ का पुण्य प्राप्त होता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित यात्रा 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महाकुंभ नगर आने की संभावना है. इसे देखते हुए अगले कुछ दिनों तक प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौतियां बढ़ सकती हैं. मेला प्रशासन और पुलिस इस यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. बसंत पंचमी के अंतिम अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. भीड़ नियंत्रण के लिए ‘ऑपरेशन-11’ लागू किया गया है, पुलिस बल को सख्त निर्देश दिए गए हैं, और ट्रैफिक व स्नान व्यवस्था को सुव्यवस्थित किया गया है. प्रशासन की कोशिश है कि यह स्नान पर्व बिना किसी बाधा के सफलतापूर्वक संपन्न हो. इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान में सेना क्यों भेजना चाहता है चीन?  The post Mahakumbh 2025: महाकुंभ में बसंत पंचमी का अमृत स्नान, ‘ऑपरेशन-11’ से भीड़ नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम appeared first on Naya Vichar.

आस्था, समस्तीपुर

कबीर मठ के स्थापना दिवस पर निकाली कलश शोभा यात्रा 

नया विचार सरायरंजन : प्रखंड के बथुआ बुजुर्ग स्थित वार्ड 16 में कबीर मठ के स्थापना दिवस को लेकर कलशयात्रा निकाली गई। इस कलशयात्रा में 251 कुंवारी कन्याओं के अलावा दर्जनों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कलशयात्रा को महंत योगानंद जी महाराज के नेतृत्व में गांव में भ्रमण कराया गया। भ्रमण के बाद गांव के तालाब से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पवित्र जल भरा गया। इसके बाद कलशयात्रा को पुनः यज्ञ स्थल पर स्थापित कर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ धूमधाम से स्थापना दिवस मनाया गया। मौके पर श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया गया। कलशयात्रा में निरंजन प्रसाद, विद्याकर झा, चंदन चौरसिया, विजय चौरसिया,मुकेश चौरसिया, छोटू कुमार ,श्याम भगत, भोलानाथ सिंह, रितेश राय, अजीत कुमार ,अजय कुमार , आशीष नाथ चौरसिया, सोनू सिंह, रामनृप भगत, संजय भगत, आयुष सिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण श्रद्धालु शामिल थे।

आस्था, ताजा ख़बर

मकर राशि वालों की की आय संतोषजनक रहेगी, पढ़ें मासिक राशिफल

Capricorn Monthly Horoscope February 2025: मकर राशि के जातक यह जानने के इच्छुक हैं कि नया साल का दूसरा महीना, फरवरी, हमारे लिए कैसा रहेगा. मेरे और मेरे परिवार के लिए यह महीना किस प्रकार का होगा, क्या मेरा व्यापार आगे बढ़ेगा या मुझे नई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, ऐसे कई विचार हमारे मन में चलते रहते हैं. ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा जी ने आपकी राशि और कुंडली पर विभिन्न ग्रहों और नक्षत्रों के प्रभाव का विश्लेषण किया है. परिवारिक जीवन मकर राशि के जातकों के लिए परिवारिक जीवन बहुत ही सुखद रहने की संभावना है, क्योंकि ग्रहों की स्थिति अनुकूल है. वृहस्पति चौथे भाव में, मंगल पंचम भाव में और दूसरे भाव में राहु के साथ शुक्र उपस्थित हैं. इस कारण परिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी. परिवार के सदस्य एकजुट रहेंगे, परिवार की आय संतोषजनक रहेगी, स्थायी संपत्ति का लाभ मिलेगा, भाई-बहन का सहयोग प्राप्त होगा, परिवार में मांगलिक कार्य होंगे और रिश्तेदार प्रसन्न रहेंगे. व्यापार और नौकरी इस माह व्यापार में लाभ की संभावना है, जबकि पिछले माह में कुछ हानि हुई थी. सूर्य का द्वादश भाव में होना विदेशी व्यापारियों के लिए लाभकारी रहेगा. यदि आप नए व्यापार की योजना बना रहे हैं, तो उसमें सफलता मिलने की संभावना है, लेकिन 13 फरवरी से व्यापार में मंदी आ सकती है. नौकरी करने वालों के लिए यह माह लाभकारी रहेगा. यदि आप नई नौकरी की योजना बना रहे हैं, तो आप उसमें सफल होंगे. आपकी नौकरी में प्रदर्शन उत्कृष्ट रहेगा और सहकर्मियों का सहयोग भी प्राप्त होगा. शिक्षा और करियर छात्रों के लिए यह माह मेहनत करने का है, तभी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. पंचम भाव में मंगल शिक्षा में बाधा उत्पन्न कर सकता है. सहपाठियों का सहयोग नहीं मिलने की संभावना है, इसलिए कॉलेज में पढ़ाई कर रहे छात्रों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. करियर के मामले में आप उत्साहित रहेंगे, क्योंकि छठे भाव पर सूर्य की दृष्टि है. सभी कार्यों को सही तरीके से करने का प्रयास करें और अपने काम को समय से पहले पूरा करें. नई नौकरी की तैयारी में सफलता मिलने की संभावना है. प्रेम जीवन प्रेम जीवन में कोई विशेष समस्या उत्पन्न नहीं होगी, लेकिन एक-दूसरे से मिलना संभव नहीं होगा. मंगल के प्रभाव से प्रेम संबंधों में दूरी उत्पन्न हो सकती है, जिससे टकराव की स्थिति भी बन सकती है. 11 फरवरी से प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी. अविवाहित व्यक्तियों को नए मित्र के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा. वैवाहिक जीवन की शुरुआत इस माह में अनुकूल नहीं रहेगी, लेकिन 12 फरवरी के बाद दांपत्य जीवन में सुधार होगा. हालांकि, अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना आवश्यक है. स्वास्थ्य इस माह स्वास्थ्य सामान्य रहने की संभावना है. राशि स्वामी शनि पहले भाव में बुध के साथ रहेंगे, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में वृद्धि हो सकती है, लेकिन मानसिक स्थिति संतुलित रहेगी. 12 फरवरी तक सूर्य द्वादश भाव में रहेगा, जिससे मुंह से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. मधुमेह के रोगियों को माह के अंतिम सप्ताह में खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. लकी नंबर: 7 लकी कलर: स्लेटी उपाय शनिवार की सुबह पीपल के पेड़ के नीचे लोटे में जल भरकर उसमें काला तिल और सफेद चावल डालें. इसके बाद शनि मंदिर जाकर भगवान शनि का दर्शन करें और शनि चालीसा का पाठ करें.     The post मकर राशि वालों की की आय संतोषजनक रहेगी, पढ़ें मासिक राशिफल appeared first on Naya Vichar.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top