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शिक्षा, समस्तीपुर

खेतिहर किसान के लाल ने किया कमाल, बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा में 454 अंक लाकर लहराया परचम

नया विचार सरायरंजन।प्रखंड क्षेत्र के रायपुर बुजुर्ग निवासी सुधीर कुमार गिरि के बड़े पुत्र शिवम कुमार गिरि ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इन्टर (साइंस ) की वार्षिक परीक्षा में 454 अंक प्राप्त कर अपने माता पिता तथा क्षेत्र का नाम रोशन किया है। बताते चलें कि शिवम ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित दसवीं बोर्ड की परीक्षा में भी 427 अंक लाकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया था। शिवम अपनी सफलता का श्रेय अपने माता– पिता तथा अपने गुरुजनों को दिया है। इस छात्र के पिता एक मध्यम वर्गीय किसान हैं। इस छात्र की सफलता पर युवा समाजसेवी सह पूर्व पंचायत समिति सदस्य संजीव कुमार इंकलाबी, शिक्षक माधव कुमार, देव कुमार शर्मा,शंकर गिरि मुन्ना गिरि,कौशिक, नीतेश गिरि,रौशन गिरि, विकास कुमार राय,अंकित गिरि आदि ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

शिक्षा, समस्तीपुर

बच्चों में हौसला एवं प्रेरणा देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन जरूरी: डॉ. तुगकनायत

नया विचार सरायरंजन : राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय समस्तीपुर में अप्रैल महीने के 8 से 10 तारीख को महाविद्यालय के सबसे बड़े इंटर कॉलेज सांस्कृतिक कार्यक्रम फेस्टिवर्स का आयोजन किया जा रहा है । यह कार्यक्रम गत वर्ष हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम से भी भव्य और आकर्षक होने जा रहा है । महाविद्यालय के सांस्कृतिक क्लब उड़ान को इस कार्यक्रम को जिम्मेदारी दी गई है । क्लब के फैकल्टी कोऑर्डिनेटर अभय कुमार , आतिश कुमार एवं सफ़क अज़ीज़ ने बताया कि इस कार्यक्रम में जिले के सारे बड़े कॉलेज और स्कूलों के शिशु सम्मिलित होंगे।साथ ही बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त दूसरे जिलों के शिशु भी हिस्सा लेंगे । इस कार्यक्रम को लेकर सभी बच्चों में खुशी और उल्लास का माहौल है । बच्चों को तकनीकी पढ़ाई के अलावा भी अपनी पाठ्येतर क्षमता और कला दर्शाने का सबसे बड़ा मंच मिलने वाला है।कार्यक्रम में डांस बैटल , रैप बैटल , नृत्य कला , गायकी , काव्य , ड्रामा , फैशन शो , एक्टमपोर , मेहंदी कंपटीशन , फेस पेंटिंग , वॉल पेंटिंग , स्केचिंग समेत और भी बहुत सारे मनोरंजक इवेंट्स शामिल है जिसमें जिले के कॉलेजों और स्कूलों के शिशु पूरे हर्षोल्लास के साथ सम्मिलित होने वाले है । यह इवेंट कॉलेज के तरफ से आयोजित किया जा रहा है , जिसमें जिले के बड़े ऑर्गनाइजेशंस की भी सहयोग और हिस्सेदारी होने वाली है । महाविद्यालय के प्राचार्य राजकिशोर तुगनायत ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन बच्चों को उत्साहित एवं प्रेरणादायक बनाए रखने का एक अनोखा जरिया है जो उन्हें अपनी छुपी पाठ्येतर कलाओं से अवगत करता है । इस कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरो शोरों से चल रही है ।

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राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय में पुरस्कृत किए जाएंगे प्रतिभाशाली छात्र– छात्राएं 

नया विचार सरायरंजन : प्रखण्ड के नरघोघी स्थित अभियंत्रण महाविद्यालय समस्तीपुर में आगामी 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन होगा। इस संबंध में संस्थान के प्राचार्य डॉ .राजकिशोर तुगनायत ने विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि जिला स्तर पर विज्ञान,प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा सर सीवी रमण टैलेंट सर्च इन साइंस ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें कक्षा 6 से 12 वीं तक के छात्रों ने भाग लिया था। इस प्रतियोगिता के प्रत्येक कक्षा के 10 विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को विभाग द्वारा पटना में आयोजित कार्यक्रम में प्रशस्ति पत्र, मेडल तथा क्रमशः 5000 तथा 3000 रूपये प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। शेष छात्रों को राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, समस्तीपुर द्वारा सम्मानित किया जाएगा। तृतीय से पांचवीं तक स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन राशि के रुप मे क्रमशः 800,700 तथा 600 रूपये, मेडल तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। छठी से दसवीं तक स्थान प्रदान करने वालों को सांत्वना पुरस्कार के तहत मेडल तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम के समन्वयक प्रो .संतोष कुमार, प्रेम कुमार एवं आशीष कुमार ने बताया कि 28 फरवरी 1928 को सर डॉ.सीवी रमन द्वारा रमन इफैक्ट की खोज की गई थी, जिसके उपलक्ष्य में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। उनके द्वारा विज्ञान में किये गये शोधों एवं खोजों से छात्रों को अवगत कराया जाएगा तथा विज्ञान के प्रति छात्रों को जागरूक किया जाएगा।

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सीबीएसई के चार छात्र को परीक्षा हॉल से किया बाहर, एटेंडेंस पूरा नही होने का आरोप लगा परीक्षा से किया वंचित

नया विचार सरायरंजन– सीबीएसई की ओर से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा आज यानी शनिवार से शुरू हो गई है कक्षा 10 की परीक्षाएं 18 मार्च को समाप्त होंगे जबकि 12वीं की परीक्षाएं 4 अप्रैल 2025 को खत्म होगी परीक्षा सुबह 10:30 बजे से शुरू हुआ ।जिसमें समस्तीपुर में परीक्षा के दौरान एक नया मामला सामने आया जहां सीबीएसई बोर्ड के द्वारा प्रवेश पत्र निर्गत करने के बाद भी चार परीक्षा दे रहे छात्रों को परीक्षा केंद्र होली मिशन से बाहर कर दिया ।उसके बाद गुस्साए परिजनों ने परीक्षा केंद्र के केंद्राध्यक्ष से बातचीत किया तो वह उसके मूल विद्यालय जाने को कह बच्चों को बाहर कर दिया ।पूरा मामला तब सामने आया जब परीक्षा से बंचित रह गए बच्चों के परिजन बच्चों के मूल विधालय डीएवी पर हल्ला करने लगे । बच्चों के परिजनों का बताना है कि मेरा बच्चा आज सीबीएसई दसवीं बोर्ड की परीक्षा थी जो डीएवी हरपुर एलौथ में पढ़ती थी ।उसका परीक्षा केंद्र मोहनपुर स्थित होली मिशन स्कूल में था लेकिन परीक्षा हॉल में प्रवेश करने और प्रश्न पत्र देने के बाद डीएवी हरपुर एलौथ के दो शिक्षकों ने बच्चों को केंद्र से बाहर कर दिया जिसमें कुल चार शिशु शामिल है । सीबीएसई ने इन बच्चों को प्रवेश पत्र दिया है और प्रवेश कंट्रोलर का साइन है स्कूल के प्रिंसिपल का साइन है उसके बाद भी परीक्षा से वंचित कर दिया गया जब इसकी शिकायत मूल स्कूल के प्रिंसिपल से किया गया तो उन्होंने कहा कि लेस एटेंडेंस की वजह से आपके बच्चों को बाहर किया गया है ।अगर शिशु का लेस सटेंडेंस था तो एडमिट कार्ड कैसे निर्गत हो गया । वहीं छात्र अभिषेक कुमार का बताना है कि हम लोगों को एडमिट कार्ड 9 तारीख को मिला था जिसका केंद्र होली मिशन था हम लोग सेंटर पर गए तो रोल नंबर दिया गया था क्वेश्चन देना शुरू हो गया था तभी दो डीएवी के शिक्षक केंद्र पर पहुंच कर हम लोगों को बाहर कर दिया । इस पूरे मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर गुप्ता का बताना है की छात्रो के परिजन यहां आए थे उसके बाद डीएवी हरपुर एलौथ के प्रिंसिपल से बातचीत की लेकिन कम एटेंडेंस की बात कही है हालांकि पूरा मामला सीबीएसई बोर्ड से जुड़ा है ।इस पर कुछ बता नही सकते ।वही इस मामले में डीएवी के प्रिंसिपल नीरज कुमार सिंह कुछ भी बोलने से बचते नजर आए ।वही परीक्षा नियंत्रक (डीएवी )आर झा का बताना है कि इन चार बच्चों का 75 प्रतिशत एटेंडेंस नही पूरा था ।और उन चार छात्र को प्रोविजनल एडमिट कार्ड निर्गत किया गया था ।   इन छात्रों की छुटी परीक्षा 1.अनन्या राज रोल नंबर 22245924 2.अभिषेक राज 222 45 927 3.अंशुमान 222 46400 4.प्रकाश कुमार 22245994 सवाल 1- अगर चार बच्चों का एटेंडेंस पूरा नही हुआ तो कैसे बोर्ड ने प्रवेश पत्र निर्गत कर दिया ? सवाल 2-केंद्र में प्रवेश मिलने के बाद दूसरे विद्यालय के शिक्षक को केंद्र में प्रवेश करने की अनुमति किसने दी ? सवाल 3- इन बच्चों के भविष्य के साथ कौन स्पोर्ट्स रहा है स्कूल प्रबंधक या सीबीएसई बोर्ड ?  

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Bihar Board 12th Exam: बिहार इंटर परीक्षा के पहले दिन आठ जिलों से 81 परीक्षार्थी निष्कासित, सबसे अधिक शेखपुरा से 34

Bihar Board 12th Exam: बिहार इंटर परीक्षा के पहले दिन शनिवार को आठ जिलों से 81 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये. इस दौरान सबसे अधिक 34 परीक्षार्थी शेखपुरा और 25 परीक्षार्थी मधेपुरा से निष्कासित किये गये. इसके अलावा गोपालगंज से आठ, नवादा से सात, सारण से तीन, वैशाली से दो, पटना व मुंगेर से एक-एक परीक्षार्थियों का निष्कासन हुआ है. शेष जिलों से कोई परीक्षार्थी निष्कासित नहीं किया गया है. समिति ने कहा कदाचार मुक्त परीक्षा की झलक देखने को मिली समिति ने कहा कि पहले दिन कदाचार मुक्त परीक्षा की झलक प्रदेशभर में दिखी राज्यभर के 38 जिलों में 1677 केंद्रों पर परीक्षा ली गयी. केंद्रों पर पुलिस की चुस्ती दिखी. सीसीटीवी और वीडियोग्राफी से भी नजर रखी जा रही थी. पुलिस की सख्ती के कारण परीक्षा केंद्रों के आसपास कोई नहीं फटका. समिति द्वारा प्रत्येक जिले में चार मॉडल परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. इस प्रकार पूरे राज्य मे 152 मॉडल परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं. जहां छात्राएं परीक्षा दे रही हैं. यहां पर प्रतिनियुक्त वीक्षक, पुलिस बल तथा दंडाधिकारी सहित सभी कर्मी व पदाधिकारी भी स्त्रीएं हैं. इन परीक्षा केंद्रों पर फूल, गुब्बारों, कार्पेट की व्यवस्था के साथ-साथ हेल्प डेस्क भी बनाया गया है. बायोलॉजी के सभी सवाल रहें इजी पहले दिन पहली पाली में बायोलॉजी व फिलॉसफी (आर्ट्स) तथा दूसरी पाली में इकोनॉमिक्स (आर्ट्स व कॉमर्स) की परीक्षा हुई. पिछले वर्ष की तरह इस बार भी कॉपियों पर परीक्षार्थियों के फोटो थे. प्रश्नपत्र 10 सेट में था. आसपास किसी भी परीक्षार्थियों का प्रश्न नंबर से मैच नहीं कर रहा था. इंटरमीडिएट परीक्षा में 12,92,313 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. इसमें 6,50,466 छात्र तथा छात्र जबकि 6,41,847 छात्राएं होंगी. पहले दिन प्रथम पाली में बायोलॉजी व फिलॉसफी (आर्ट्स) की परीक्षा हुई, जिसमें सम्मिलित होने के लिए राज्य में 5,04,657 परीक्षार्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरा था. वहीं, द्वितीय पाली में इकोनॉमिक्स (आर्ट्स व कॉमर्स) की परीक्षा आयोजित की जायेगी, जिसमें सम्मिलित होने के लिए कुल 75,281 परीक्षार्थियों ने ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरा था. परीक्षा देकर निकलने वाले स्टूडेंट्स ने प्रश्न को इजी बताया. परीक्षार्थियों ने कहा कि पैटर्न से काफी फायदा मिला. प्रश्नों के ऑप्शन दोगुने होने के कारण परीक्षा काफी आसान रही. Also Read: Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज बढ़ेगा तापमान, जानें आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम का मिजाज The post Bihar Board 12th Exam: बिहार इंटर परीक्षा के पहले दिन आठ जिलों से 81 परीक्षार्थी निष्कासित, सबसे अधिक शेखपुरा से 34 appeared first on Naya Vichar.

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अब सॉफ्टवेयर से ही सभी शिक्षकों का तबादला, कोई भी ट्रांसफर नहीं होगा मैनुअल

नया विचार पटना– बिहार प्रशासन ने शिक्षकों के तबादले का तरीका बदल दिया है। अब सब कुछ ऑनलाइन होगा। यह बदलाव पारदर्शिता लाने और काम जल्दी करने के लिए किया गया है। 30 जनवरी तक पहली लिस्ट आने की उम्मीद है। मैट्रिक और इंटर की परीक्षा के बाद ही शिक्षकों की नई जगहों पर पोस्टिंग होगी। इसका मतलब ये हुआ कि अब शिक्षकों का तबादला पूरी तरह डिजिटल हो गया है। इससे तबादले में होने वाली गड़बड़ी और देरी से छुटकारा मिलेगा। शिक्षा विभाग ने कहा है कि अब कोई मैनुअल तबादला नहीं होगा। सॉफ्टवेयर के जरिए तबादले से पारदर्शिता आएगी और काम तेजी से होगा। इससे शिक्षकों को उनकी योग्यता के हिसाब से जगह मिलेगी। बिहार में मैनुअल नहीं होगा टीचर ट्रांसफर बिहार शिक्षा विभाग 30 जनवरी तक पहले चरण के तबादलों की सूची जारी करेगा। सभी जिलों से ऑनलाइन रिक्त पदों की जानकारी इकट्ठा की जा रही है। ट्रांसफर का पूरा कार्यक्रम जल्द ही जारी होगा। पूरी प्रक्रिया चार चरणों में होगी। पहला चरण जनवरी में पूरा होगा। बाकी तीन चरण फरवरी में पूरे होंगे। हर चरण की नई तारीखों का ऐलान बाद में होगा। शिक्षकों को उनके नए स्कूल की जानकारी सॉफ्टवेयर के माध्यम से दी जाएगी। मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के बाद ही शिक्षकों की पोस्टिंग होगी। इस बारे में शिक्षा विभाग में एक अहम बैठक हुई। इसमें सॉफ्टवेयर में डेटा डालने और खाली पदों की जानकारी अपडेट करने पर बात हुई। बैठक के बाद नई तारीखों का ऐलान किया जाएगा। कैंसर पीड़ित 35 शिक्षकों का तबादला अभी तक 35 कैंसर पीड़ित शिक्षकों का तबादला किया जा चुका है। शिक्षा विभाग का कहना है कि यह कदम तबादले में होने वाले भ्रष्टाचार और पक्षपात को रोकने के लिए उठाया गया है। सॉफ्टवेयर से सभी शिक्षकों को उनकी योग्यता और खाली पदों के हिसाब से सही जगह पर पोस्टिंग मिलेगी। फरवरी में शिक्षकों को उनके नए स्कूल के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए एक डेटाबेस तैयार किया जा रहा है। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को भरोसा दिलाया है कि नई प्रणाली से देरी और गड़बड़ी नहीं होगी। इससे पहले तबादले में बहुत समय लगता था और कई बार धांधली की शिकायतें भी आती थीं। नई व्यवस्था से इन समस्याओं का समाधान होगा। इससे शिक्षकों को भी राहत मिलेगी और वे अपने काम पर ध्यान दे सकेंगे। इस नए सिस्टम से शिक्षा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है। अब साहब की चक्कर लगाने की जरूरत नहीं इस डिजिटल बदलाव से शिक्षा विभाग के कामकाज में भी तेजी आएगी। अधिकारी अब कागजी कार्रवाई में कम समय लगाएंगे और ज्यादा ध्यान नीतिगत मामलों पर दे पाएंगे। यह बदलाव शिक्षा विभाग के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे शिक्षा व्यवस्था और मजबूत होगी। प्रशासन का मानना है कि यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांति लाएगा। इस नए सिस्टम से शिक्षकों को भी फायदा होगा। उन्हें अब तबादले के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सारी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी। इससे उनकी समय और ऊर्जा की बचत होगी। वे अपना पूरा ध्यान बच्चों की पढ़ाई पर लगा सकेंगे। यह व्यवस्था शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार लाएगी।  

बिहार, शिक्षा

परीक्षा केंद्र की बाउंड्री फांदी तो दो साल परीक्षा से वंचित, एफआईआर भी होगी

नया विचार पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट 2025 की वार्षिक परीक्षा 1 से 15 फरवरी और मैट्रिक 2025 की वार्षिक परीक्षा 17 से 25 फरवरी तक आयोजित होगी। दोनों परीक्षा में कुल 28 लाख, 75 हजार विद्यार्थियों ने परीक्षा फार्म भरा है। जिसमें इंटरमीडिएट 12.90 लाख और मैट्रिक में 15.85 लाख विद्यार्थी शामिल हैं। बिहार बोर्ड ने परीक्षा को लेकर गाइडलाइन जारी किया है। गेट बंद हो जाने के बाद अगर परीक्षार्थी चहारदीवारी कूद कर अंदर प्रवेश करता है तो उसे दो साल के लिए परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा। साथ ही परीक्षार्थी पर प्राथमिक दर्ज की जाएगी। चहारदीवारी कूद कर अंदर प्रवेश करना घृणित अपराध श्रेणी में माना जाएगा। यदि केंद्राधीक्षक की इसमें मिली भगत होती है उस पर परीक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले गेट पर परीक्षार्थियों की गहनता से तलाशी ली जाएगी। लड़कियों के परीक्षा केंद्र पर स्त्री कर्मी तैनात रहेंगे। प्रत्येक केंद्र पर लड़कियों की जांच स्त्री कर्मी करेगी।दो पालियों में होगी परीक्षा, आधे घंटे पहले प्रवेश करना होगा: परीक्षा दो पालियों में आयोजित होगी। प्रथम पाली की परीक्षा सुबह 9.30 बजे से शुरू होगी। इससे पहले विद्यार्थियों को नौ बजे तक परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश कर जाना होगा। दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो बजे से शुरू होगी। दूसरी पाली के विद्यार्थियों को दोपहर डेढ़ बजे तक परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश कर जाना होगा। इसके बाद परीक्षा केंद्र का मुख्य द्वारा बंद कर दिया जाएगा। एक बेंच पर बैठेंगे दो परीक्षार्थी: परीक्षा कक्ष में प्रत्येक बेंच पर अधिकतम दो परीक्षार्थी ही बैठेंगे। एक बेंच से दूसरे बेंच के बीच पर्याप्त दूरी रखी जाएगी। इसी आधार पर परीक्षा केंद्र में बेच-डेस्क की व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक के अनुपात में वीक्षकों के प्रतिनियुक्ति की जाएगी। लेकिन प्रत्येक परीक्षा हाल में न्यूनतम दो वीक्षक रहेंगे। सभी वीक्षक प्रत्येक दिन प्रत्येक पाली की परीक्षा शुरू होने के पूर्व विहित घोषणा-पत्र में अंकित करेंगे कि इनके प्रभार के अंतर्गत 25 परीक्षार्थियों की जांच इनके द्वारा कर ली गई है तथा उनके पास कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है।

शिक्षा, समस्तीपुर

इंजीनियरिंग कॉलेज की टीम टेक विजनरी ने विज्ञान मेले में चमकाया नाम

नया विचार सरायरंजन : राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2025 के तहत आयोजित विज्ञान मेले में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, समस्तीपुर की टीम टेक विजनरी को उनके अभिनव प्रोजेक्ट “एंटी-स्लीप ग्लासेस और ऑटो ब्रेक सिस्टम” के लिए सहभागिता प्रमाण पत्र से कलेक्ट्रेट समस्तीपुर में समारोहपूर्वक सम्मानित किया गया। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और ड्राइविंग के दौरान नींद की समस्या से निपटना था। टीम ने इस प्रोजेक्ट को पेश करते हुए उसे अत्यंत प्रभावी और पेशेवर तरीके से प्रस्तुत किया। उनके विचारशील दृष्टिकोण और तकनीकी नवाचार ने जजों और दर्शकों से सराहना प्राप्त की। इस प्रोजेक्ट में एक विशेष प्रणाली का उपयोग किया गया। कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ .आर एम तुगनायत ने इस उपलब्धि पर टीम को बधाई दी और उनकी रचनात्मकता, समर्पण और मेहनत की सराहना की। इस सफलता ने न केवल जीइसी समस्तीपुर की प्रतिष्ठा को बढ़ाया, बल्कि पूरे क्षेत्र में युवा वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के लिए एक प्रेरणा का कार्य किया।

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सुभाष चंद्र बोस जयंती पराक्रम दिवस मनाया गया 

नया विचार समस्तीपुर : गुरुवार को वीमेंस कॉलेज समस्तीपुर में इतिहास विभाग द्वारा प्रधानाचार्या प्रोफेसर डॉ सुनीता सिन्हा की अध्यक्षता में सुभाष चंद्र बोस जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई । सर्वप्रथम प्रधानाचार्या महोदया के द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। साथ ही मौके पर उपस्थित सभी शिक्षकगण तथा छात्राओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। प्रधानाचार्या महोदया द्वारा अपने अध्यक्षीय भाषण में यह बताया गया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस सत्य, त्याग तथा बलिदान की अद्भुत मिसाल थे। उनके भाषण में ऐसा ओज था, जिसने सारे हिंदुस्तानवासियों में स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक जुनून पैदा किया। उन्होंने अपने ओजस्वी भाषण से न केवल हिंदुस्तान में ही प्रभाव स्थापित किया ,बल्कि इसी के कारण उन्हें अन्य देशों का भी सहयोग प्राप्त हुआ। यही कारण था कि आजाद हिंद फौज की स्थापना विदेश में हुई, जो स्वतंत्रता संग्राम के सफर में काफी मददगार साबित हुआ। इतिहास विभाग के सभी शिक्षक श्री सुरेश साह ,डॉक्टर नेहा कुमारी जायसवाल ,डॉक्टर नीरज प्रसाद, डॉक्टर स्वाति कुमारी ने नेताजी के विषय में प्रकाश डाला।इतिहास विभाग के शिक्षक डॉक्टर सुरेश साह ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस एक आध्यात्मिक राजनेता थे। यदि वे जीवित होते तो शायद हिंदुस्तान विकसित देश के रूप में विश्व में स्थापित हो चुका होता और विश्व की नेतृत्व हिंदुस्तान केंद्रित होती।इतिहास विभाग की शिक्षिका डॉ नेहा कुमारी जायसवाल ने कहा कि बोस के प्रेरक वचनों को मौजूदा समय के लोग ही नहीं आने वाली पीढ़ियां भी अनवरत पालन करेंगी। बोस का संपूर्ण जीवन न केवल हिंदुस्तानीयों के लिए परंतु विश्व के लिए एक किताब जैसा है जिसे जितना ही पढ़ेंगे उतना ही ज्ञानवान होंगे। उन्होंने राष्ट्र के युवाओं से अपील की थी कि सफलता असफलता के स्तंभ पर खड़ी होती है,अतः असफलता से डरना नहीं चाहिए, पूरे हिम्मत तथा ईमानदारी तथा निडरता से उनका सामना करना चाहिए। हर कार्य करने के लिए उस कार्य के प्रति एक सनक नहीं हो तो व्यक्ति महान नहीं बनेगा अतः उस कार्य के प्रति समर्पण का होना अत्यंत आवश्यक है । प्रोफेसर डॉ अरुण कुमार कर्ण ने अपने वक्तव्य में कहा कि बोस की जितनी भी व्याख्यान शब्दों में की जाए कमतर रहेगी क्योंकि ऐसे महापुरुष विरले ही आते हैं । डॉ सोनी सलोनी ने उनके विषय में बताया कि बोस के अवतरण ने इस धरती को गौरवान्वित कर दिया। वे एक ऐसे योद्धा थे जिन्होंने देशवासियों में स्वतंत्रता की अलख जगा दी । डॉ विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि बोस ने अपने विचारों से हिंदुस्तानीय युवाओं को काफी प्रेरित किया। उन्होंने कहा है कि जीवन में संघर्ष नहीं है तो जीवन का कोई अर्थ नहीं है।अतः बोस के प्रेरक प्रसंग को अपने जीवन में उतारना चाहिए जिससे हम पूरे जुनून के साथ अपने जीवन में सफल हो सकते हैं तथा देश के लिए कुछ कर सकते हैं। इतिहास विभाग की छात्राओं नेहा कुमारी, सुमन शर्मा, खुशबू कुमारी, रूपा कुमारी, पल्लवी, पिंकी कुमारी ,पलक कुमारी, ज्योति कुमारी ने इस आयोजन में पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया। मंच का संचालन नेहा कुमारी ने किया ।अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ नेहा कुमारी जायसवाल ने किया।मौके पर डॉक्टर मधुलिका मिश्रा, डॉक्टर रिंकी कुमारी,डॉक्टर रेखा कुमारी, डॉक्टर स्मिता झा आदि शिक्षकगण उपस्थित थे।

बिहार, शिक्षा, समस्तीपुर

12 वर्ष की लगातार संतोषजनक सेवापूर्ण /अहर्ता रखने वाले शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में पदोन्नति देने की उठी मांग

नया विचार समस्तीपुर : बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ (मूल)के प्रदेश सचिव सह जिलाध्यक्ष कुमार रजनीश ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, समस्तीपुर व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(स्थापना) समस्तीपुर को 12 वर्ष की लगातार संतोषजनक सेवापूर्ण /अहर्ता रखने वाले शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में पदोन्नति देने के संबंध में आवेदन दिया है। उन्होंने उपर्युक्त विषयक संदर्भ में कहा है कि बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक (नियोजन एवं सेवा शर्त) नियमावली 2006 यथा संशोधित नियमावली 2020 के कंडिका 16 (i)एवं (ii) के आलोक में पंचायत प्रारंभिक शिक्षा संवर्ग के मूल कोटि (बेसिक ग्रेड 1-5) के शिक्षक पद पर योगदान की तिथि अथवा प्रशिक्षण अर्हता प्राप्त करने की तिथि (जो बाद की तिथि हो) से न्यूनतम 12 वर्ष की लगातार संतोषजनक सेवा के आधार पर विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों को अगले वेतनमान (स्नातक ग्रेड)में प्रोन्नति दिए जाने का प्रावधान है। उक्त पत्र के आलोक में संघ के प्रदेश सचिव सह जिलाध्यक्ष कुमार रजनीश ने अनुरोध किया है कि उक्त अहर्ता रखने वाले शिक्षकों को विभागीय नियम के आलोक में स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति देने हेतु अपने स्तर से पत्र निर्गत करने का अनुरोध किया है।

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