चरित्र निर्माण करने वाली शिक्षा सर्वोत्तम शिक्षा है :डॉ पाठक
नवि प्रतिनिधि,मोरवा : चरित्र निर्माण करने वाली शिक्षा ही सर्वोत्तम शिक्षा है। उक्त बातें देश के सुख्यात शिक्षाविद, गीतकार, साहित्यकार डॉ .सच्चिदानन्द पाठक ने मां आरएसएस विद्यालय बाजितपुर करनैल में आयोजित नव वर्ष अभिनंदन कवि सम्मेलन सह शिक्षाविद सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कहीं । विद्यालय के निदेशक शर्वेन्दु कुमार शरण एवं एचएम रीना राय के द्वारा तथा द्वारका राय सुबोध की अध्यक्षता में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार चांद मुसाफिर ने छात्र –छात्राओं को जीवन में सफल होकर माता, पिता एवं परिवार समाज को गौरवान्वित करने की प्रेरणा दी। डॉ . सच्चिदानंद पाठक ने रामेजी राम और कहंवां से चलि ऐल हे राधिका कहमा क चलि जैब हो राम से श्रोताओं को हंसी से लोटपोट कर दिया। कवि सम्मेलन समारोह में कवि रामचंद्र चौधरी, द्वारिका राय सुबोध,डॉ प्रेम कुमार पाण्डेय, चांद मुसाफिर,वशिष्ठ राय वशिष्ठ, इन्जिनियर अवधेश कुमार सिंह,दुखित महतो भक्त राज, दिनेश राय,प्रो. अवधेश कुमार झा, कुमोद प्रसाद गिरि आदि ने अपनी कविताओं एवं गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके पूर्व आयोजक शर्वेन्दु कुमार शरण के द्वारा आगत अतिथियों को चादर, माला, पाग पहनाकर सम्मानित किया। विद्यालय के संरक्षक अवकाश प्राप्त शिक्षक सत्यदेव राय ने छात्र छात्राओं को आशीर्वाद दिया। मुखिया प्रतिनिधि नेमो लाल रजक,राकेश कुमार रौशन, संजय कुमार, हरिश्चन्द्र सहनी, सुनील कुमार, राहुल कुमार, कुमारी कोमल, कुमारी दिव्या, कुमारी दिव्यांका, दिवाकर कुमार, गुड्डू कुमार ,हरेराम दाहा, संजय राय, श्याम राय, विनोद साह, शंकर दाहा, सुरेन्द्र राय, शिवानंद राय आदि ने संबोधित किया।धन्यवाद ज्ञापन शर्वेन्दु कुमार एवं रीना राय ने किया। मौके पर सैकड़ों छात्र छात्राएं एवं अभिभावक मौजूद थे।