IAF Pilot Salary in Hindi: हिंदुस्तानीय वायुसेना में शामिल होना युवाओं का सपना होता है. हिंदुस्तानीय वायुसेना में फाइटर पायलट बनना एक शानदार करियर विकल्प है. इसमें बहुत हिम्मत, तेज सोच और जबरदस्त स्किल की जरूरत होती है. एक फाइटर पायलट का काम सिर्फ दुश्मन से लड़ना ही नहीं होता बल्कि अपने देश के सैनिकों और नागरिकों की रक्षा करना भी होता है. इसके लिए उन्हें कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है. अगर आप भी आसमान में उड़ते हुए देश की सेवा करना चाहते हैं तो यह जानकारी आपके लिए है. इस लेख में जानिए फाइटर पायलट बनने का तरीका और IAF Pilot Salary के बारे में. इंडियन एयरफोर्स पाॅयलट की सैलरी कितनी है? (IAF Pilot Salary) हिंदुस्तानीय वायुसेना की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, एयरफोर्स में अधिकारियों की सैलरी उनकी रैंक के हिसाब से तय होती है. शुरुआत फ्लाइंग ऑफिसर से होती है, जिसे हर महीने लगभग ₹56,100 से ₹1,10,700 तक वेतन मिलता है. इसके बाद फ्लाइंग लेफ्टिनेंट की रैंक आती है, जिसकी सैलरी ₹61,300 से ₹1,20,900 तक होती है. यह भी पढ़ें- Top IIT of India 2025: देश के टॉप आईआईटी काॅलेज कौन से हैं, JEE Main के बाद ऐसे लें एडमिशन रैंक बढ़ने के आधार पर होती बढ़ती है सैलरी (IAF Pilot Salary in Hindi) जैसे-जैसे रैंक बढ़ती है तो वैसे-वैसे वेतन भी बढ़ता है. स्क्वॉड्रन लीडर को ₹69,400 से ₹1,36,900, विंग कमांडर को ₹1,16,700 से ₹2,08,700 और ग्रुप कैप्टन को ₹1,30,600 से ₹2,15,900 रुपये तक वेतन मिलता है. हाई रैंक की बात करें तो एयर कोमोडोर को ₹1,39,600 से ₹2,17,600, एयर वाइस मार्शल को ₹1,44,200 से ₹2,18,200 और एयर मार्शल को ₹1,82,200 से ₹2,24,100 रुपये तक सैलरी दी जाती है. इसके अलावा, हर अधिकारी को ₹15,500 रुपये मिलिट्री सर्विस पे (MSP) के रूप में अलग से दिया जाता है. इस सैलरी के अलावा उन्हें अन्य भत्ते, मेडिकल सुविधा, आवास, और अन्य कई लाभ भी मिलते हैं. इस तरह से होता है सेलेक्शन (IAF Pilot Selection in Hindi) अगर आप हिंदुस्तानीय वायुसेना (IAF) में पायलट बनने का सपना देख रहे हैं तो इसके लिए कुछ जरूरी योग्यता और शर्तें होती हैं. सबसे पहले उम्मीदवार का हिंदुस्तानीय नागरिक होना जरूरी है. अगर कोई उम्मीदवार एनडीए (NDA) के जरिए वायुसेना में शामिल होना चाहता है तो उसके पास 12वीं में भौतिक विज्ञान और गणित होना जरूरी है. वहीं सीडीएसई (CDSE), एनसीसी स्पेशल एंट्री और एएफसीएटी (AFCAT) के जरिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार का स्नातक (Graduation) होना अनिवार्य है. इंजीनियरिंग की डिग्री रखने वाले छात्र भी इन परीक्षाओं के लिए योग्य होते हैं. इंडियन एयरफोर्स पाॅयलट के लिए आयुसीमा (IAF Pilot in Hindi) इंडियन एयरफोर्स पाॅयलट के लिए आयुसीमा की बात करें तो एनडीए परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवार की उम्र 16.5 से 19 वर्ष के बीच होनी चाहिए. जबकि सीडीएसई, एनसीसी स्पेशल एंट्री और एएफसीएटी के लिए उम्र सीमा 20 से 24 वर्ष रखी गई है. इन सभी शर्तों को पूरा करने के बाद, उम्मीदवार वायुसेना में पायलट बनने के लिए आवेदन कर सकता है. इसके बाद चयन प्रक्रिया, ट्रेनिंग और मेडिकल टेस्ट जैसे कई चरण होते हैं. यह भी पढ़ें- Dilip Ghosh Education: कितने पढ़े-लिखे बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष? नेतृत्व से पहले की इंजीनियरिंग The post IAF Pilot Salary: इंडियन एयरफोर्स पाॅयलट की उड़ान ही नहीं…सैलरी भी होती है शानदार, देखें सेलेक्शन प्रोसेस appeared first on Naya Vichar.