नया विचार – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वर्तमान में अपनी प्रगति यात्रा के तहत राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे हैं. इस यात्रा का पहला चरण पश्चिम चंपारण के बेतिया से शुरू हुआ, जहां उन्होंने कोरोना काल के दौरान बेतिया के जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा स्थापित किए गए ‘चनपटिया मॉडल’ का अवलोकन किया. इस मॉडल के तहत, अब चनपटिया औद्योगिक क्षेत्र के विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं।
चनपटिया मॉडल’ से रोजगार का नया रास्ता
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दौरे के बाद, चनपटिया के बाजार समिति परिसर की 29.30 एकड़ भूमि को कृषि विभाग से उद्योग विभाग को हस्तांतरित किया जा रहा है. इसके अलावा, चनपटिया के स्टार्टअप जोन में वस्त्र उद्योग से जुड़ी इकाइयों को विशेष सहायता देने की योजना है, और इन इकाइयों को बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति, 2022 के तहत वित्तीय मदद भी प्रदान की जाएगी.
कुंदन कुमार की पहल से चनपटिया में बढ़ रहा औद्योगिक विकास
‘चनपटिया मॉडल’ की शुरुआत उस वक्त हुई थी जब कुंदन कुमार बेतिया के जिलाधिकारी थे. कोरोना महामारी के दौरान, उन्होंने बाहरी राज्यों से बिहार लौटे श्रमिकों को रोजगार देने के उद्देश्य से चनपटिया में एक स्टार्टअप ज़ोन स्थापित किया था. यह मॉडल अब धीरे-धीरे फल-फूल रहा है, और इस क्षेत्र में अब 50 से ज्यादा उद्यमी काम कर रहे हैं. पहले ये लोग बड़े शहरों में काम की तलाश करते थे, लेकिन अब ‘चनपटिया मॉडल’ के तहत वे अपने गांव में ही रोजगार पा रहे हैं.
कोरोना काल में ग्रामीण रोजगार सृजन की सफलता कहानी
इस पहल ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान किया है, बल्कि उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने में भी मदद की है. कुंदन कुमार की इस पहल से यह साबित होता है कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और उद्योगों का विकास बिहार के आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.