नया विचार सरायरंजन : महान मानवतावादी कवि थे महाकवि सुमित्रानंदन पंत। यह बातें स्थानीय केएसआर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के तत्वावधान में मंगलवार को आयोजित कविवर सुमित्रानंदन पंत के जयंती समारोह को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. विपिन कुमार झा ने कहीं। अध्यक्षता करते हुए डॉ. झा ने सुमित्रानंदन पंत की भक्ति कविता नवजीवन में जो चिर महान , सौंदर्य प्रेम और सत्य प्राण, की व्याख्या करते हुए कविवर पंत को महान मानवतावादी कवि बताया। इसके साथ ही प्राचार्य ने मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा में 1 से 10 स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने की घोषणा की। वहीं आगामी महीने में कोलकाता में आयोजित होने वाले नेशनल फाइनेंशियल लिटरेसी क्विज प्रतियोगिता में महाविद्यालय के खर्च पर छात्र-छात्राओं को भाग लेने के लिए आह्वान किया।हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो .अवधेश कुमार झा ने महाकवि सुमित्रानंदन पंत के, नौका विहार कविता को जीवन का महान दर्शन बतलाते हुए मानव जीवन को नौका विहार की तरह ही जीवन के दुख सुख एवं हर क्षण का आनंद लेते हुए जीवन व्यतीत करने के रहस्य से अवगत कराया। प्रो. झा ने स्पष्ट किया कि आज तक लोग दूज का चांद, पूनम का चांद और चौदहवीं का चांद से परिचित थे , लेकिन महाकावि सुमित्रानंदन पंत ने अपनी नौका विहार कविता के द्वारा दसवीं के चांद को भी सुख्यात कर दिया है,इस बात को पूरी तरह स्पष्ट किया। प्रो.शेखर प्रसाद चौधरी ने महाकवि पंत के जीवन व्यक्तित्व एवं साहित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्रो. हरे कृष्ण चौधरी के संचालन में, डॉ. नीलमणि झा,डॉ .उषा कुमारी, शिक्षक प्रतिनिधि डॉ. शर्देनन्दु कुमार झा,प्रो. मनोज कुमार झा, डॉ. भरत राय, डॉ.सुवंश कुमार चौधरी,प्रो.पवन कुमार चौधरी,प्रो.दीपक कुमार चौधरी,प्रो.देवेंद्र कुमार झा, डॉ. शोभा कांत झा, प्रो.अंकेश कुमार झा, डॉ.सी एम झा, डॉ. के के ठाकुर,पूजा कुमारी, चांदनी कुमारी, प्रियांशु कुमारी,छोटी रानी,शबा परवीन,सोनी परवीन, अंजलि कुमारी आदि ने संबोधित किया। मौके पर प्रो.अभय कुमार झा,प्रो.अनिल कुमार झा,प्रो.ए के ठाकुर,प्रो.दयानंद चौधरी, प्रो.वाल्मीकि चौधरी,अमरकांत ईश्वर, दयानंद झा,मुकुंद कुमार, नेहा कुमारी, राजमणि कुमारी, कल्पना कुमारी, स्वाति कुमारी, सहित अधिकांश छात्र –छात्राएं एवं महाविद्यालयकर्मी मौजूद थे।